हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र का आज छठा दिन है। सदन में आज भी गतिरोध देखने को मिल सकता है। भारतीय जनता पार्टी विधायक सत्र के दौरान स्पीकर के साथ टकराव की मुद्रा में नजर आ रहे है। स्पीकर के खिलाफ शिकायत लेकर बीते कल बीजेपी विधायक राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। बीजेपी ने कल ही विधानसभा सचिव को नोटिस दे रखा है, जिसमे स्पीकर को हटाने की मांग की गई है। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने विपक्ष के इस प्रस्ताव के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया है। मगर विपक्ष मानने को तैयार नहीं है। स्पीकर की पुरानी टिप्पणी से भड़का विपक्ष दरअसल, BJP विधायक स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया की एक पुरानी टिप्पणी को मुद्दा बना रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 6 विधायकों के सिर कलम कर दिए गए है। 3 के आरी के नीचे लगे है। बड़सर से बीजेपी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत इस मामले को बीते शुक्रवार को भी विधानसभा में उठा चुके हैं। सर्वदलीय बैठक का भी बहिष्कार कर चुका विपक्ष इसी वजह से विपक्ष ने स्पीकर द्वारा बुलाई गई सर्व दलीय बैठक का भी बहिष्कार किया था। आज फिर से सदन में इसी मुद्दे पर तपिश देखने को मिल सकती है। इससे पहले सदन की कार्यवाही की शुरुआत प्रश्नकाल से होगी। आज ज्यादातर सवाल शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायतीराज, बागवानी विभाग से जुड़े पूछे गए है। ऊर्जा नीति पर होगी चर्चा सदन में आज ऊर्जा नीति पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले लेखा परीक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालय, स्थानीय निकायों, पंचायती राज निकायों, निगमों, बोर्ड तथा अन्य स्वायत संस्थाओं का वार्षिक लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों को विधानसभा में लाने या देरी से लाने पर सदन विचार करेगा। यह चर्चा सदन में विधायक संजय रतन व कुलदीप सिंह राठौर ला रहे हैं। इससे पहले नगर नियोजन विधेयक को पारित करने के लिए लाया जाएगा। हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र का आज छठा दिन है। सदन में आज भी गतिरोध देखने को मिल सकता है। भारतीय जनता पार्टी विधायक सत्र के दौरान स्पीकर के साथ टकराव की मुद्रा में नजर आ रहे है। स्पीकर के खिलाफ शिकायत लेकर बीते कल बीजेपी विधायक राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। बीजेपी ने कल ही विधानसभा सचिव को नोटिस दे रखा है, जिसमे स्पीकर को हटाने की मांग की गई है। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने विपक्ष के इस प्रस्ताव के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया है। मगर विपक्ष मानने को तैयार नहीं है। स्पीकर की पुरानी टिप्पणी से भड़का विपक्ष दरअसल, BJP विधायक स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया की एक पुरानी टिप्पणी को मुद्दा बना रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 6 विधायकों के सिर कलम कर दिए गए है। 3 के आरी के नीचे लगे है। बड़सर से बीजेपी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल पॉइंट ऑफ ऑर्डर के तहत इस मामले को बीते शुक्रवार को भी विधानसभा में उठा चुके हैं। सर्वदलीय बैठक का भी बहिष्कार कर चुका विपक्ष इसी वजह से विपक्ष ने स्पीकर द्वारा बुलाई गई सर्व दलीय बैठक का भी बहिष्कार किया था। आज फिर से सदन में इसी मुद्दे पर तपिश देखने को मिल सकती है। इससे पहले सदन की कार्यवाही की शुरुआत प्रश्नकाल से होगी। आज ज्यादातर सवाल शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायतीराज, बागवानी विभाग से जुड़े पूछे गए है। ऊर्जा नीति पर होगी चर्चा सदन में आज ऊर्जा नीति पर चर्चा की जाएगी। इससे पहले लेखा परीक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालय, स्थानीय निकायों, पंचायती राज निकायों, निगमों, बोर्ड तथा अन्य स्वायत संस्थाओं का वार्षिक लेखा परीक्षा प्रतिवेदनों को विधानसभा में लाने या देरी से लाने पर सदन विचार करेगा। यह चर्चा सदन में विधायक संजय रतन व कुलदीप सिंह राठौर ला रहे हैं। इससे पहले नगर नियोजन विधेयक को पारित करने के लिए लाया जाएगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल विधानसभा में राजस्व मंत्री-नेता प्रतिपक्ष में नोक-झोंक:सदन से बाहर गया विपक्ष; 3 आपदा प्रभावित राज्यों की तर्ज पर मदद को प्रस्ताव पास
हिमाचल विधानसभा में राजस्व मंत्री-नेता प्रतिपक्ष में नोक-झोंक:सदन से बाहर गया विपक्ष; 3 आपदा प्रभावित राज्यों की तर्ज पर मदद को प्रस्ताव पास हिमाचल विधानसभा में वीरवार को राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर में तीखी नोक-झोंक हो गई। जगत नेगी ने कहा कि, जयराम ठाकुर हमेशा बिना स्पीकर की परमिशन के बोलने के लिए उठ जाते हैं। वह अपने साथियों को भी नहीं बोलने देते। उन्होंने कहा कि, सरकार द्वारा लाए गए प्रस्ताव को समर्थन नहीं करना था। इसलिए सदन से उठकर बाहर चले गए। राजस्व मंत्री सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू द्वारा लाए गए उस प्रस्ताव पर बोल रहे थे, जिसमें राज्य सरकार ने सिक्किम, असम और उत्तराखंड की तर्ज पर राहत राशि की मांग की गई। जगत नेगी ने कहा, तीन प्रदेशों को केंद्रीय वित्त मंत्री ने बजट में सीधे तौर पर राहत राशि देने का ऐलान किया, जबकि हिमाचल को और तरीके से मदद की बात कही गई। जगत नेगी ने कहा, हम संघीय ढांचे में रह रहे हैं। केंद्र से आर्थिक मदद मांगना हमारा संवैधानिक अधिकार है। हिमाचल ने केंद्र से 9000 करोड़ रुपए के राहत पैकेज की मांग की। मगर केंद्र से हमे अब तक एक रुपए की भी मदद नहीं मिली। डिप्टी सीएम बोले- प्रदेश को अस्थिर करना चाह रहा केंद्र डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि, आपदा को लेकर विपक्ष हमारे साथ खड़ा नहीं हो रहे। हमें मालूम था कि इस प्रस्ताव पर विपक्ष बाहर जाएगा। बीते साल भी जब आपदा राहत को लेकर प्रस्ताव लाया गया था और 9000 करोड़ की मांग केंद्र से की गई थी, उस दौरान भी विपक्ष ने वॉक आउट किया था। उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार ने हिमाचल का जीएसटी कंपनसेशन बंद कर दिया। रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट रोक दी। फॉरेन फंडिग में कटौती की, हिमाचल की कर्ज लेने की सीमा घटा दी। क्या हिमाचल हिंदुस्तान का राज्य नहीं। उन्होंने कहा कि, केंद्र यह सब प्रदेश को अस्थिर करने के लिए कर रहा है। विपक्ष के रवैये को लेकर निंदा प्रस्ताव पास संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने इसे लेकर सदन में निंदा प्रस्ताव लाया। उन्होंने कहा, विपक्ष ने एक बार भी हिमाचल के लिए राहत पैकेज की मांग नहीं की। उन्होंने कहा कि, भाजपा में कुर्सी व नेतृत्व की लड़ाई हो रही है। इस वजह से विपक्ष का आचरण इस तरह का है। आसाम, उत्तराखंड और सिक्किम की तर्ज पर हमें भी मदद मिले : CM मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया, जैसे आसाम, उत्तराखंड और सिक्किम को मदद दी जा रही है, उसी दृष्टि से हमें भी मदद दी जाए। CM ने कहा कि, हिमाचल की आर्थिक मदद की जब बात आती है तो विपक्ष बाहर चला जाता है। जब भी सत्तापक्ष का कोई विधायक बोलता है, तो जयराम और रणधीर शर्मा बोलने उठ जाते हैं। उन्होंने कहा, पूरा भाजपा विधायक दल कन्फ्यूज नजर आ रहा। जयराम सनसनी फैलाकर राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। जयराम को बहुत गुस्सा आ रहा है। विचित्र स्थिति पैदा हो गई है। सरकार ने पैकेज के नाम पर जनता को ठगा: रणधीर मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव पर बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि, राज्य सरकार केंद्र से आर्थिक मदद तो मांग रही है, लेकिन जो बजट पहले मिला है, उसे सरकार खर्च नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा, 1782 करोड़ में से 142 करोड़ रुपए 31 मार्च 2024 तक अनस्पेंट थे। जनता द्वारा दान 251 करोड़ भी खर्च नहीं हो पाए। और किस मुंह से मांग रहे। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने बीते साल आपदा प्रभावितों के लिए 4500 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया। जिनके घर पूरी तरह टूटे, उन्हें सात लाख देने की बात कही। मगर यह किसी को भी नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने पैकेज के नाम पर जनता को ठगा है।
हिमाचल की 4 सीटों पर मतगणना:कंगना रनोट, विक्रमादित्य और अनुराग ठाकुर पर सबकी नजर; एग्जिट पोल में भाजपा को 3 और कांग्रेस 1 सीट
हिमाचल की 4 सीटों पर मतगणना:कंगना रनोट, विक्रमादित्य और अनुराग ठाकुर पर सबकी नजर; एग्जिट पोल में भाजपा को 3 और कांग्रेस 1 सीट हिमाचल की 4 लोकसभा सीटों पर मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हो जाएगी। सबसे पहले सर्विस और पोस्टल बैलेट गिने जाएंगे। इनकी गणना पूरी होते ही सुबह 9 बजे से रुझान आने शुरू होंगे। दोपहर 12 बजे के बाद हार-जीत को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। शिमला संसदीय सीट का परिणाम दोपहर 12.30 तक आने की उम्मीद है। मतगणना के लिए प्रदेशभर में 74 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। इनमें करीब 4000 कर्मचारी तैनाती किए गए हैं। मतगणना में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर थ्री लेयर सिक्योरिटी तैनात की गई है। पहली लेयर में सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्स, दूसरी लेयर में प्रदेश की हथियारबंद पुलिस फोर्स और तीसरी लेयर में जिला पुलिस तैनात की गई है। यहां सबकी नजर मंडी से BJP उम्मीदवार कंगना रनोट, कांग्रेस के विक्रमादित्य और हमीरपुर से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर लगी हुई हैं। मतगणना से पहले आए एग्जिट पोल्स के मुताबिक राज्य में भाजपा 3 और कांग्रेस 1 सीट जीत सकती है। हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर मतगणना के लिए 74 काउंटिंग सेंटर बनाए गए है। प्रत्येक सीट पर कम से कम आठ राउंड और अधिकतम 15 राउंड में काउंटिंग पूरी होगी। इन 4 चार जगह पोस्टल व सर्विस वोट की गिनती
कांगड़ा लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले सभी 17 विधानसभा के पोस्टल व सर्विस वोटर की गिनती पीजी कॉलेज धर्मशाला की लाइब्रेरी बिल्डिंग में होगी। मंडी सीट की सभी 17 विधानसभा के पोस्टल व सर्विस वोट की गणना इंडोर ऑडिटोरियम हाल संस्कृत सदन मंडी, हमीरपुर के पोस्टल व सर्विस वोट गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल (छात्र) हमीरपुर और शिमला लोकसभा सीट पर सभी 17 विधानसभा हलकों के पोस्टल व सर्विस वोट गवर्नमेंट गर्ल सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर के ऑडिटोरियम हॉल में की जाएगी। हिमाचल में आज ड्राइ-डे
हिमाचल में आज दिनभर शराब के ठेके, शराब परोसने वाले बीयर बार व होटल बंद रखने होंगे। निर्वाचन विभाग ने इसे लेकर एक्साइज डिपार्टमेंट को सख्त एडवाइजरी जारी की है। इन आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। 41924 ने पोस्टल बैलेट से दिया वोट
प्रदेश में 41,924 मतदाताओं ने प्रपत्र 12डी के माध्यम से वोट दिया है। इनमें 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 29,879, दिव्यांग मतदाता 10,634 शामिल हैं। इन्होंने अपने घर से ही मतदान किया है। इसी तरह वोटिंग वाले दिन आवश्यक सेवाओं पर तैनात 1411 मतदाताओं ने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में स्थापित पोस्टल वोटिंग सेंटर (पीवीसी) पर मतदान किया।
शिमला में SFI और प्रोफेसर में बहस:धक्का देने वाले शिक्षक के खिलाफ थाने पहुंचे छात्र, हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन
शिमला में SFI और प्रोफेसर में बहस:धक्का देने वाले शिक्षक के खिलाफ थाने पहुंचे छात्र, हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन हिमाचल की राजधानी शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कालेज संजौली में छात्र संगठन एसएफआई और प्रोफेसर के बीच तीखी बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें छात्रों की प्रोफेसर के साथ तीखी बहस और धक्का-मुक्की नजर आ रही है। कैंपस में माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि कालेज परिसर में पुलिस को बुलाना पड़ा। दरअसल, एसएफआई कार्यकर्ता बीते शुक्रवार को संजौली कॉलेज में हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी और कॉलेज परिसर में निजी कैफे खोलने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच कालेज प्रबंधन ने प्रदर्शन रोकने का प्रयास किया। एसएफआई संजौली कालेज की यूनिट अध्यक्ष प्रवेश शर्मा ने बताया कि छात्र शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान एक प्रोफेसर ने एसएफआई के कैंपस सेक्रेटरी को गले से पकड़ा और उसकी कमीज तक फाड़ दी और दो छात्र नेताओं को कैंपस से बाहर निकालने की धमकी दी। इसके बाद एसएफआई कार्यकर्ता प्रिंसिपल ऑफिस पहुंचते हैं। यहां पर भी छात्रों की प्रिंसिपल और प्रोफेसर से बहस होती है। प्रवेश शर्मा ने कहा कि एक प्रोफेसर ने उनका कॉलर पकड़कर डराया व धमकाया। उन्होंने बताया कि कालेज प्रशासन ने हॉस्टल फीस में बढ़ौतरी की है और परिसर में कैफे खोलने की मंजूरी दी है। इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने परिसर में निजी कैफे खोलने पर सवाल उठाए है। कॉलेज प्रोफेसर के खिलाफ पुलिस में दी शिकायत एसएफआई के इकाई सचिव अंशुल मिन्हास ने कहा कि छात्र नेताओं के साथ धक्का-मुक्की करने वाले कॉलेज प्रोफेसर के खिलाफ कॉलेज प्रिंसिपल व लक्कड़ बाजार थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कालेज में आज दोबारा प्रदर्शन संजौली कालेज में छात्रों और प्रोफेसर के बीच इस विवाद के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। एसएफआई वर्कर आज संजौली कालेज में फिर से प्रदर्शन करेंगे। कालेज प्रिंसिपल बोली-बिना परमिशन कर रहे थे प्रोटेस्ट कालेज प्रिंसिपल भारती भांगड़ा ने बताया कि कालेज परिसर में टैंडर के आधार पर कैफे खोला गया है। सबसे कम रेट भरने वाले को कैफे दिया गया है। उन्होंने बताया कि छात्र बिना परमिशन के धरना दे रहे थे। इसलिए टीचर ने उन्हें रोका होगा। टीचर द्वारा छात्रों से धक्का मुक्की की उन्हें जानकारी नहीं है।