पंजाब के फिरोजपुर में अवैध संबंधों में अवरोध बने देवर को रास्ते से हटाने के लिए भाभी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर देवर की घर में रात को सोते समय हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बोरी में भरकर प्रेमी ने अपने भाई की मदद से नहर में फेंक दिया। अब पुलिस जांच होने पर महिला के घिनौने कृत्य का खुलासा हुआ। फिरोजपुर के एसपी रणधीर कुमार से बुधवार की दोपहर बाद प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि थाना मल्लावाला में पूजा पत्नी रमनदीप सिंह ने 24 अगस्त को एक शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि उसका देवर इंद्रजीत सिंह लापता है। इसके कुछ दिन बाद इंद्रजीत सिंह की बहन नीतू ने एक मुकदमा दर्ज करवाया जिसमें उसने इंद्रजीत सिंह की हत्या की आशंका जताई। मामला बेहद संवदेनशील होने को देखते हुए एसएसपी सौम्या मिश्रा द्वारा डीएसपी जीरा गुरदीप सिंह व डीएसपी एनडीपीएस एक्ट नवीन के नेतृत्व में एक टीम बनाकर मामले की जांच शुरु हुई। जांच में पता चला कि इंद्रजीत की भाभी पूजा के राम सिंह नामक व्यक्ति से अवैध संबंध थे। जिसका विरोध मृतक इंद्रजीत सिंह करता था। 21 अगस्त को पूजा और राम सिंह फिरोजपुर में मिले थे, और इसके बाद उसी दिन रात में पूजा और राम सिंह ने मिलकर इंद्रजीत सिंह घर में हत्या कर दी। रातभर शव को घर में ही रखे रहे और सुबह होने पर राम सिंह ने अपने भाई अवतार सिंह की मदद से शव को बोरी में भरकर गंग कैनाल फेंक दिया था। पंजाब के फिरोजपुर में अवैध संबंधों में अवरोध बने देवर को रास्ते से हटाने के लिए भाभी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर देवर की घर में रात को सोते समय हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को बोरी में भरकर प्रेमी ने अपने भाई की मदद से नहर में फेंक दिया। अब पुलिस जांच होने पर महिला के घिनौने कृत्य का खुलासा हुआ। फिरोजपुर के एसपी रणधीर कुमार से बुधवार की दोपहर बाद प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि थाना मल्लावाला में पूजा पत्नी रमनदीप सिंह ने 24 अगस्त को एक शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि उसका देवर इंद्रजीत सिंह लापता है। इसके कुछ दिन बाद इंद्रजीत सिंह की बहन नीतू ने एक मुकदमा दर्ज करवाया जिसमें उसने इंद्रजीत सिंह की हत्या की आशंका जताई। मामला बेहद संवदेनशील होने को देखते हुए एसएसपी सौम्या मिश्रा द्वारा डीएसपी जीरा गुरदीप सिंह व डीएसपी एनडीपीएस एक्ट नवीन के नेतृत्व में एक टीम बनाकर मामले की जांच शुरु हुई। जांच में पता चला कि इंद्रजीत की भाभी पूजा के राम सिंह नामक व्यक्ति से अवैध संबंध थे। जिसका विरोध मृतक इंद्रजीत सिंह करता था। 21 अगस्त को पूजा और राम सिंह फिरोजपुर में मिले थे, और इसके बाद उसी दिन रात में पूजा और राम सिंह ने मिलकर इंद्रजीत सिंह घर में हत्या कर दी। रातभर शव को घर में ही रखे रहे और सुबह होने पर राम सिंह ने अपने भाई अवतार सिंह की मदद से शव को बोरी में भरकर गंग कैनाल फेंक दिया था। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर के रामतीर्थ मंदिर पहुंचे CM मान:महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह में की शिरकत, 32 करोड़ से बने संग्रहालय का उद्घाटन
अमृतसर के रामतीर्थ मंदिर पहुंचे CM मान:महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह में की शिरकत, 32 करोड़ से बने संग्रहालय का उद्घाटन महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर अमृतसर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में भाग लेने के लिए पंजाब के सीएम भगवंत मान आज अमृतसर के श्री रामतीर्थ मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने 32 करोड़ की लागत से बनाए गए संग्रहालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में हर धर्म का सत्कार किया जाता है और हर जयंती को पूरे उत्साह से मनाया जाता है। रामतीर्थ पहुंचकर सीएम मान ने पहले महर्षि वाल्मीकि जी को नमस्कार किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि जो कौम अपने विरसे को और अपने बुजुर्गों के संदेश को भूल जाती है, वह कौम खत्म हो जाती है। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि की शिक्षाएं कई भाषाओं में देश और विदेश में फैली हैं और पंजाब के लोगों का इससे खास जुड़ाव है। उन्होंने कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि उन्हें यहां बनाए गए संग्रहालय के बनाने का सौभाग्य प्रदान हुआ है। इस संग्रहालय में जाने के लिए किसी तरह की टिकट नहीं ली जाएगी ताकि हर वर्ग के लोग भगवान वाल्मीकि जी की शिक्षाओं और उनके जीवन के बारे में जान सकें। उन्होंने कहा कि हर धर्म की इज्जत करनी और शिक्षा लेनी जरुरी है और हर धर्म कुछ ना कुछ सिखाता है। बनवाई जाएगी सीता माता से जुड़ी आकृतियां उन्होंने कहा कि रामतीर्थ में जो भी काम किए जाने है वह उनकी उंगलियों पर हैं। यहां सफाई का प्रबंध, सरोवर की सफाई और माता सीता के जीवन को दर्शाती बहुत सुंदर आकृतियां बनवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि उनके देश की सुंदरता है कि जहां हर धर्म के लोग रहते हैं वहीं यह एक गुलदस्ता है जहां हर रंग के फूल मिलते हैं और यह अच्छा भी तभी लगता है जब सब एक साथ हों। उन्होंने कहा कि आज के समय में हर रोज रिश्ते तार-तार हो रहे हैं, गोलियां चल रही हैं। ऐसे में गुरुओं, पीर-फकीरों की शिक्षाएं ही काम आती हैं। उन्होंने कहा कि लोग इकट्ठा रहना चाहते हैं लेकिन बहुत से शरारती तत्व लोगों को बांटते हैं जिनसे बचकर रहना चाहिए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, बिजली मंत्री ईटीओ हरभजन सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।
अबोहर के अस्पताल में डॉक्टरों की कमी:कई विभागों में लटके ताले, बेहोशी का डॉक्टर न होने से परेशान है सैकड़ों मरीज
अबोहर के अस्पताल में डॉक्टरों की कमी:कई विभागों में लटके ताले, बेहोशी का डॉक्टर न होने से परेशान है सैकड़ों मरीज जहां एक ओर पंजाब की भगवंत मान सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार करते हुए बड़ी संख्या में मोहल्ला क्लीनिक खोले जा रहे हैं।, वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में डॉक्टरों की कमी के कारण अबोहर के सरकारी अस्पताल के कई विभागों में ताले लटके हुए है। जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। डॉक्टरों की कमी से परेशान मरीजों ने स्थानीय आप नेताओं और पंजाब सरकार से शीघ्र ही इस ओर ध्यान देने की मांग की है। डॉक्टरों की स्थाई रूप से नहीं हो रही नियुक्त जानकारी के अनुसार अबोहर के सरकारी अस्पताल में बेहोशी का कोई भी डॉक्टर स्थाई रूप से नियुक्त नहीं है। जिसके चलते फाजिल्का से एनथीसिया स्पेशलिस्ट डॉ. भूपेन की ड्यूटी सप्ताह में दो दिन अबोहर के अस्पताल में लगाई गई है। जिसमें वे जनरल ऑपरेशन के अलावा सिजेरियन डिलीवरी और मेजर ऑपरेशन करवाते थे। लेकिन पिछले तीन सप्ताह से अबोहर और फाजिल्का में उनकी ड्यूटी इमरजेंसी वार्ड में लगा दी जाती है। जिससे ऑपरेशन का कार्य पूरी तरह से बंद पड़ा है। परेशान होकर घर लौट रहे मरीज सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने आने वाले मरीज दिन भर धक्के खाने के बाद अपने घरों को लौट जाते हैं। इस बारे में सरकारी अस्पताल के शल्य चिकित्सक डॉ. गगनदीप सिंह का कहना है कि उनके पास प्रतिदिन करीब 3 मरीज आपरेशन के लिए आते हैं। वहीं तीन सप्ताह में 60 से अधिक महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी के केस वे फाजिल्का, जलालबाद और फरीदकोट रेफर कर चुके हैं। इतना ही नहीं करीब 30 से अधिक नसबंदी व पित्त की पथरी आदि के रोगी ऑपरेशन के इंतजार में हैं। लेकिन एनथीसिया का डॉक्टर न होने के कारण ऑपरेशन का कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़ा है। बेहोशी वाले डॉक्टर की कमी का शिकार हो रही गांव मम्मूखेड़ा निवासी वीरपाल कौर ने बताया कि वह पित्त की पथरी के ऑपरेशन के लिए पिछले तीन सप्ताह से अस्पताल के चक्कर लगा रही है। यहां कभी डॉक्टर नहीं होता तो कभी उसकी रिपोर्ट पुरानी हो जाती है। जबकि पैसों के अभाव में वह प्राइवेट अस्पताल में अपना उपचार नहीं करवा सकती। हड्डी ऑपरेशन के 100 मरीज पेंडिंग- डाॉ. माजी सरकारी अस्पताल के प्रमुख हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सनमान माजी से बात करने पर उन्होंने बताया कि हड्डियों से संबंधित विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन करवाने वाले करीब 80 मरीज पहले ही लाईन में थे। जबकि पिछले तीन सप्ताह से एनथीसिया का डॉक्टर न होने के कारण करीब 20 नए मरीजों की भी फाईलें जमा हो चुकी है। इनमें घुटनों, जोड़ों और कूल्हे आदि बदलने के मरीज शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बेहोशी वाले डॉक्टर की कमी के कारण सिर्फ हड्डियों से संबंधित ही नहीं बल्कि सभी प्रकार के ऑपरेशन वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने भी पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग से शीघ्र ही अबोहर में स्थाई तौर पर एनथीसिया डॉक्टर की नियुक्ति करने की मांग की है ताकि ऑपरेशन के लिए दर-दर की ठोकरें खाने वाले मरीजों को राहत मिल सके। निजी अस्पतालों में जा रहे डिलीवरी केस सरकारी अस्पताल में पिछले करीब दो वर्षों से महिला रोग विशेषज्ञ की कमी के कारण सिजेरियन डिलीवरी निजी अस्पतालों में जा रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अबोहर के अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति के बारे में कोई ध्यान नहीं दिया। इस बारे में आशा वर्कर यूनियन की प्रधान अंजू रानी व सीतो गुन्नों की प्रधान संतोष रानी का कहना है कि जच्चा-बच्चा विभाग की माहिर नर्सों द्वारा सभी प्रकार के प्रसव मामलों में नॉर्मल डिलीवरी करवाने का प्रयास किया जाता है जिसमें वे पूरी तरह से सफल भी हो रही है। लेकिन कई ऑपरेशन योग्य प्रसूताओं को जब फरीदकोट, फाजिल्का और जलालाबाद रेफर किया जाता है। बाहर जाने की परेशानियों से बचने के लिए वे स्थानीय निजी नर्सिंग होम में चली जाती हैं। जिसके लिए आशा वर्करों को दोषी ठहराया जाता है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अबोहर के सरकारी अस्पताल में एनथीसिया और महिला रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति शीघ्र ही करनी चाहिए। क्या कहते हैं एनथीसिया स्पेशलिस्ट डॉ. भूपेन इस बारे में एनथीसिया स्पेशलिस्ट डा. भूपेन से बात करने पर उन्होंने बताया कि वे सप्ताह में दो दिन अबोहर के अस्पताल में ड्यूटी देते हैं। लेकिन इस दौरान उन्हें कभी इमरजेंसी वार्ड में तो कभी कहीं और नियुक्त कर दिया जाता है जिससे वे ऑपरेशन थिएटर तक नहीं पहुंच पाते। उन्होंने कहा कि अगर दोनों दिन उनकी ड्यूटी ऑपरेशन थिएटर में लगाई जाए तो काफी मरीजों के ऑपरेशन हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं। लेकिन अन्य डॉक्टरों की कमी के कारण वे ऑपरेशन थिएटर में अपना समय नहीं दे पाते। जबकि वे दो दिनों में ही अधिकतर मरीजों के ऑपरेशन करवाने का प्रयास करते थे। नेताओं के आपसी तालमेल न होने का खामियाजा भुगत रहे लोग इसे अबोहर के लोगों का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि यहां पर कभी भी सत्ताधारी पार्टी का विधायक नहीं मिला। जिससे यह क्षेत्र हमेशा ही विकास कार्यों में पीछे रहा है। सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के बारे में भी यहां के विधायक, सांसद और हल्का इंचार्ज का आपस में तालमेल नहीं है। क्योंकि विधायक संदीप जाखड़ कांग्रेस से जीत कर भाजपा के साथ मिल गए, सांसद शेर सिंह घुबाया कांग्रेस से हैं। जबकि हल्का इंचार्ज आम पार्टी के हैं। ऐसे में तीनों का तालमेल न होने का खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है। इधर लोगों ने पंजाब सरकार से मांग करते हुए कहा है कि अगर सही मायनों स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना है तो मोहल्ला क्लिनिक की बजाए मुख्य अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी पूरी करवाई जाए ताकि हर वर्ग के लोगों को समय पर उचित उपचार मिल सके
अकाल तख्त साहिब का योगी सरकार को अल्टीमेटम:UP में सिख ग्रंथी की बेटी से रेप, जत्थेदार ने कहा- एक हफ्ते में हो कार्रवाई
अकाल तख्त साहिब का योगी सरकार को अल्टीमेटम:UP में सिख ग्रंथी की बेटी से रेप, जत्थेदार ने कहा- एक हफ्ते में हो कार्रवाई उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में ग्रंथी सिंह की नाबालिग बेटी के अपहरण और बलात्कार किया गया। मामला श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पहुंचा तो ज्ञानी रघबीर सिंह ने इसका संज्ञान लिया है। उन्होंने यूपी सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दे दिया है, अन्यथा संगत को कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर होने की चेतावनी दी गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। ज्ञानी रघबीर सिंह का कहना है कि अगर आरोपियों को एक सप्ताह में पकड़ा नहीं जाता तो सिख संगत अपने स्तर पर बड़ी कार्रवाई करने को मजबूर हो जाएगी। 13 वर्षीय बेटी का अपहरण किया श्री अकाल तख्त साहिब कार्यालय की तरफ से जारी जानकारी के अनुसार पीलीभीत जिले में कुछ व्यक्तियों द्वारा ग्रंथी सिंह की 13 वर्षीय बेटी का अपहरण कर लिया गया। उसके साथ बलात्कार किया गया। जीवित बची लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान में आरोपी व्यक्तियों की पहचान की है। यूपी सिख संगत ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस कुछ अमीर आरोपी व्यक्तियों की मदद कर रही है। स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। पूरा सिख समुदाय पीड़ित परिवार के साथ जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि पूरा सिख समुदाय पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। यूपी पुलिस को इस मामले में लापरवाही भरा रवैया नहीं अपनाना चाहिए। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़े-बड़े दावे करते हैं कि यूपी में जो बेटी के साथ एक चौक पर अपराध करता है, उसे दूसरे चौक पर गोली मार दी जाती है। जत्थेदार ने सवाल किया कि ग्रंथी सिंह की बेटी के अपहरण और रेप मामले में कानून उचित कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है। आगे की घटना के लिए यूपी सरकार होगी जिम्मेदार जत्थेदार ने यूपी सरकार से कहा कि इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। अन्यथा सिख समुदाय अपने स्तर पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर होगा। अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद इस मामले में न्याय दिलाने के लिए नेतृत्व करेंगे और नतीजों की जिम्मेदारी पूरी तरह से यूपी सरकार की होगी।