पंजाब के जालंधर में मकसूदां के शहीद भगत सिंह कॉलोनी पर एक आवारा पशु की चपेट में आने से 27 साल के युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान मकसूदा के जिंदा रोड पर स्थित मोहल्ला श्री गुरु रविदास नगर के रहने वाले जसविंदर सिंह उर्फ किट्टी पुत्र नंद सिंह के रूप में हुई है। हालांकि मामले में पुलिस द्वारा केस में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जसविंदर सिंह उर्फ किट्टी अपनी एक्टिवा पर सवार होकर कहीं जा रहा था। इस दौरान ये हादसा हो गया। जालंधर-अमृतसर रोड पर स्थित निजी अस्पताल में उसके जख्मी अवस्था में भर्ती करवाया गया था। बीती रात जसविंदर सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई। घर से दूध लेने निकला था मृतक बीते दिन रात करीब 9 बजे जसविंदर सिंह के परिवार के सदस्य ने उसे घर से दूध लेने के लिए भेजा था। जब वह थाना डिवीजन एक के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र शहीद भगत सिंह कॉलोनी के पास स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचा तो, वहां आवारा पशु आ गया। जिससे दोनों की टक्कर हो गई। टक्कर के दौरान एक्टिवा सवार युवक सड़क पर गिर गया। पशु के सींग लगने से जसविंदर बुरी तरह से जख्मी हो गया था। इस दौरान उसके पेट और पैर पर गंभीर घाव हो गए। जिसे राहगीर- उन्होंने उसे पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। जब रेफर किया गया तो परिवार ने जसविंदर को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पंजाब के जालंधर में मकसूदां के शहीद भगत सिंह कॉलोनी पर एक आवारा पशु की चपेट में आने से 27 साल के युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान मकसूदा के जिंदा रोड पर स्थित मोहल्ला श्री गुरु रविदास नगर के रहने वाले जसविंदर सिंह उर्फ किट्टी पुत्र नंद सिंह के रूप में हुई है। हालांकि मामले में पुलिस द्वारा केस में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जसविंदर सिंह उर्फ किट्टी अपनी एक्टिवा पर सवार होकर कहीं जा रहा था। इस दौरान ये हादसा हो गया। जालंधर-अमृतसर रोड पर स्थित निजी अस्पताल में उसके जख्मी अवस्था में भर्ती करवाया गया था। बीती रात जसविंदर सिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई। घर से दूध लेने निकला था मृतक बीते दिन रात करीब 9 बजे जसविंदर सिंह के परिवार के सदस्य ने उसे घर से दूध लेने के लिए भेजा था। जब वह थाना डिवीजन एक के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र शहीद भगत सिंह कॉलोनी के पास स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचा तो, वहां आवारा पशु आ गया। जिससे दोनों की टक्कर हो गई। टक्कर के दौरान एक्टिवा सवार युवक सड़क पर गिर गया। पशु के सींग लगने से जसविंदर बुरी तरह से जख्मी हो गया था। इस दौरान उसके पेट और पैर पर गंभीर घाव हो गए। जिसे राहगीर- उन्होंने उसे पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। जब रेफर किया गया तो परिवार ने जसविंदर को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में आग से एक की मौत:सरेंडर करने थाने पहुंची पत्नी, बोली- मैंने कर दी अपने पति की हत्या
लुधियाना में आग से एक की मौत:सरेंडर करने थाने पहुंची पत्नी, बोली- मैंने कर दी अपने पति की हत्या लुधियाना में पति की हत्या का दावा कर आत्मसमर्पण करने वाली महिला को पुलिस ने छोड़ दिया है। महिला ने थाने में आत्मसमर्पण करते हुए दावा किया था कि उसने गांव फुल्लांवाल में एक प्लॉट में बने कमरे में अपने पति को आग लगाकर उसकी हत्या कर दी है। हालांकि, मृतक के भाई वहां पहुंच गए और दावा करने लगे कि उसने खुद को आग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। मृतक के भाइयों द्वारा आत्महत्या का दावा करते हुए हलफनामा दायर करने के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी को छोड़ दिया। पुलिस ने उनके बयान दर्ज करने के बाद बीएनएसएस की धारा 194 के तहत जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक की पहचान 35 वर्षीय रंजीत वर्मा के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के हरदोई का रहने वाला था। परिजनों के अनुसार मृतक के परिवार में पत्नी, चार बेटियां और एक बेटा है। उन्हें पता था कि अगर बच्चों की मां को हत्या के आरोप में जेल भेजा गया, तो पुलिस बच्चों की कस्टडी उन्हें दे देगी। चूंकि वे बच्चों को अपने पास रखने के लिए तैयार नहीं थे, इसलिए उन्होंने बहुत कोशिश की कि महिला जेल न जाए। शराब पीकर पत्नी व बच्चों से करता था मारपीट मराडो पुलिस चौकी के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर तरसेम सिंह ने बताया कि महिला चांदी देवी ने शहीद भगत सिंह नगर पुलिस चौकी में शिकायत की थी कि उसने अपने पति को कमरे में सोते समय आग लगा दी है, क्योंकि वह शराब पीकर उसे और उसके बच्चों को पीटता था। पुलिस कर्मियों ने उसे पुलिस चौकी ललतों में शिकायत करने के लिए उसे भेजा और दावा किया कि यह क्षेत्र उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। महिला ने ललतों पुलिस चौकी में शिकायत की और वहीं बयान दोहराया। ललतों पुलिस चौकी के कर्मियों ने उसे पुलिस चौकी मराडो में भेज दिया, क्योंकि यह क्षेत्र मराडो पुलिस चौकी के अधिकार क्षेत्र में आता है। सब-इंस्पेक्टर ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने कमरे से व्यक्ति का जला हुआ शव बरामद किया और उसके भाइयों को सूचित कर कार्रवाई के लिए बयान दर्ज करने को कहा। महिला बयानों से पलटी,पुलिस जांच में जुटी सब-इंस्पेक्टर ने बताया कि मृतक के भाइयों ने दावा करना शुरू कर दिया कि उसने नशे की हालत में आत्महत्या की है और वे इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहते। बाद में महिला अपने बयान से पलट गई और दावा किया कि उसके पति ने आत्महत्या की है। सब-इंस्पेक्टर ने यह भी बताया कि पुलिस ने बीएनएसएस की धारा 196 के तहत जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी।
रूस-यूक्रेन युद्ध में मरे तेजपाल का शव नहीं पहुंचा भारत:डेढ़ महीने से भटक रही पत्नी ने उठाए इंडियन एंबेसी पर सवाल; दावा-DNA टेस्ट तक नहीं कराया
रूस-यूक्रेन युद्ध में मरे तेजपाल का शव नहीं पहुंचा भारत:डेढ़ महीने से भटक रही पत्नी ने उठाए इंडियन एंबेसी पर सवाल; दावा-DNA टेस्ट तक नहीं कराया पंजाब के अमृतसर में रहने वाले तेजपाल सिंह ने आर्मी जॉइन करने का सपना पूरा करने के लिए जनवरी 2024 में रूस का रुख किया था। उस समय रूस को यूक्रेन के खिलाफ लड़ाकों की आवश्यकता थी। वहां मार्च में तेजपाल की युद्ध में मौत हुई और 9 जून को परिवार को इसकी जानकारी मिली, लेकिन अब तक परिवार को उसका शरीर नहीं मिला है। तेजपाल की विधवा परमिंदर कौर का कहना है कि रूस सरकार उसके पति को शहीद का दर्जा दे चुकी है, लेकिन यहां भारत में एक-एक काम करवाने के लिए उन्हें चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। परमिंदर कौर के मुताबिक, ‘रूसी अधिकारियों ने कहा है कि चूंकि तेजपाल सिंह के शव की पहचान नहीं हो पाई है, इसलिए DNA टेस्ट कराने की जरूरत है। रूस ने करीबी रिश्तेदारों का DNA टेस्ट करवाने को कहा है। विशेषकर मां का, ताकि रिपोर्ट रूसी पक्ष के साथ साझा की जा सके।’ कोई सहयोग नहीं कर रहा
6 साल के लड़के और 3 साल की लड़की की मां परमिंदर कौर ने बताया कि रूस की राजधानी मॉस्को में भारतीय दूतावास में कोई भी अधिकारी सहयोग नहीं कर रहा, और न ही अमृतसर में कोई बता रहा है कि DNA कैसे करवाया जाए। मेडिकल कॉलेज से भेजा थाने
परमिंदर कौर का कहना है कि वह रूस से आए भारतीय दूतावास की ईमेल का प्रिंट लेकर मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत आते गुरु नानक देव अस्पताल पहुंच गईं, लेकिन वहां से उन्हें सदर पुलिस थाने भेज दिया गया। सदर पुलिस थाने से उन्हें यह कह कर वापस भेजा गया कि आप सभी गलत काम कर रहे हो। इस मेल पर रूस या भारतीय सरकार की कोई स्टैंप नहीं है। चाचा की शहादत का किस्सा सुन जॉइन करना चाहता था आर्मी
तेजपाल की मां सर्बजीत कौर का कहना है कि 1992 में उनके देवर श्रीनगर में शहीद हो गए थे। एक साल बाद तेजपाल हो गया। तेजपाल उनके शहादत के किस्से सुनता था। तभी से उसके सिर पर आर्मी जॉइन करने का भूत सवार था। स्कूल में NCC भी जॉइन की। हथियार चलाने की ट्रेनिंग उसने NCC में ही ले ली थी। तेजपाल ने 6-7 बार आर्मी जॉइन करने की कोशिश की। फिटनेस व लिखित परीक्षा भी पास की, लेकिन हर बार लिस्ट में नाम आने से चूक गया। अंत में उसके दोस्तों ने रूसी आर्मी में हो रही भर्ती के बारे में बताया तो वह जनवरी में यहां से रूस के लिए रवाना हो गया। 4 महीने बाद परिवार को तेजपाल की मौत की सूचना मिली
परमिंदर कौर ने बताया कि तेजपाल को रूसी सेना ने सुरक्षा सहायक के रूप में नियुक्त किया था। जॉइनिंग से पहले कांट्रैक्ट भी साइन हुआ। उसके कुछ पेज उनके पास हैं, लेकिन वे रशियन भाषा में हैं। परमिंदर कौर ने बताया कि 3 मार्च को अंतिम बार तेजपाल से बात हुई थीं, लेकिन परिवार को 9 जून को उनकी मौत के बारे में पता चला। 4 भारतीयों की हो चुकी मौत
यूक्रेन-रशिया युद्ध में अब तक 4 भारतीय मारे जा चुके हैं। जबकि, दो अन्य लापता बताए जा रहे हैं। मृतकों में से केवल 2 के शव भारत वापस लाए जा सके हैं। इनमें गुजरात में सूरत के हेमिल मंगुकिया (23) और तेलंगाना में हैदराबाद के मोहम्मद असफान (31) के शव शामिल हैं। बीते माह मंत्री- DC आए, उसके बाद नहीं ली सुध
परिवार ने बताया कि 9 जून को जब देहांत की सूचना अमृतसर पहुंची तो मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और DC अमृतसर घनश्याम थोरी परिवार उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन उसके बाद से उनकी फाइल DC ऑफिस में पड़ी है। परिजनों का कहना है कि उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बारे में जब मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद मैसेज भी भेजा गया, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
लुधियाना में नहर किनारे मिला व्यक्ति का शव:कुत्तों ने बुरी तरह नोचा, नहीं हो सकी पहचान, भीख मांगकर करता था गुजारा
लुधियाना में नहर किनारे मिला व्यक्ति का शव:कुत्तों ने बुरी तरह नोचा, नहीं हो सकी पहचान, भीख मांगकर करता था गुजारा लुधियाना जिले के माछीवाड़ा साहिब इलाके में सरहिंद नहर के गढ़ी पुल पर पुलिस को एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला। जिसे कुत्तों ने नोच-नोच कर खा लिया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस ने मृतक की पहचान के लिए शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। शराब के नशे में जिंदा नोचने की आशंका एएसआई करनैल सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नहर के किनारे एक व्यक्ति का शव पड़ा है। जब उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो उसे किसी जानवर ने खाया हुआ था। इस शख्स के कपड़ों से ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला, जिससे उसकी पहचान हो सके। आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि यह व्यक्ति शराब पीने का आदी था और यहां लोगों से भीख मांगकर या कभी-कभी किसी ढाबे पर काम करके जो पैसे कमाता था, उससे शराब पीता था। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया आशंका है कि यह व्यक्ति शराब के नशे में नहर के किनारे नहाने उतरा था। क्योंकि उसने अपना पजामा उतारा हुआ था। नशे के कारण वह नहर के किनारे गिर गया। जिसे रात में कुत्तों ने नोच कर खा लिया। पुलिस ने फिलहाल उसके शव को 72 घंटे के लिए मॉर्चरी में रखवा दिया है, और आसपास के इलाकों में सूचना दे दी गई है ताकि उसकी पहचान हो सके।