हरियाणा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे के बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की सोमवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। ब्लड प्रेशर (BP) बढ़ने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें इन्फेक्शन हुआ है। ट्रीटमेंट के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों ने बाबरिया को आराम करने की सलाह दी है। वह आज किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे। उधर, आज कांग्रेस की तरफ से हरियाणा चुनाव के लिए AAP से गठबंधन की घोषणा होनी है। 2 दिन पहले ही बाबरिया के वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें वह कांग्रेस के टिकट दावेदारों के आगे निराशा जाहिर कर रहे थे। प्रदेश में कांग्रेस अभी तक उम्मीदवारों की 2 लिस्ट जारी कर चुकी है। जिसमें 41 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए 2,556 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। टिकट बंटवारे में बाबरिया की सबसे बड़ी भूमिका था। इसके अलावा राहुल गांधी ने प्रदेश में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की जिम्मेदारी भी बाबरिया को सौंपी थी। टिकट दावेदारों ने बाबिरया का किया था घेराव 6 सितंबर को कांग्रेस की पहली लिस्ट आई थी। इसके बाद टिकट के दावेदारों ने दिल्ली में दीपक बाबरिया का घेराव किया। नेताओं ने उनसे सवाल पूछने शुरू करते हुए हंगामा किया। इसके बाद कुछ लोग दीपक बाबरिया को वहां से निकालकर ऑफिस ले गए। इसके बाद दीपक बाबरिया ने ऑफिस में टिकट दावेदारों से बातचीत की। यहां उनकी आंखों से आंसू निकल आए। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उनसे कहा कि आप हमारे हनुमान हो सर। इसके 2 वीडियो भी सामने आए थे। बाबरिया की खड़गे के करीबियों में गिनती OBC वर्ग से आने वाले दीपक बाबरिया कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेहद करीबी माने जाते हैं। कांग्रेस ने जब कर्नाटक में जीत हासिल की तो पार्टी ने विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए उन्हें ही कर्नाटक भेजा था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें दिल्ली और हरियाणा का प्रभारी बनाया। कार्यभार संभालते ही बाबरिया ने साफ संदेश दे दिया था कि जो पार्टी के लिए निष्ठा से काम करेगा, उसे तवज्जो मिलेगी। बाबरिया पूर्व में सांसद कांग्रेस के प्रभारी भी रह चुके हैं। उनकी पहचान राहुल गांधी के भरोसेमंद साथी के रूप में भी है। 78 नामों पर सहमति, फिर भी लिस्टें छोटी पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की 90 विधानसभा सीटों पर 78 उम्मीदवारों पर सहमति बन चुकी है। इसके बाद भी पार्टी ने सिर्फ 2 लिस्ट जारी की हैं, जिसमें 41 उम्मीदवारों के नाम हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस BJP की तरह बगावत से डरी हुई है। कांग्रेस नेतृत्व नहीं चाहता कि जैसे भाजपा की 67 उम्मीदवारों की जंबो लिस्ट आने के बाद नेताओं में भगदड़ मची थी, ऐसी स्थिति कांग्रेस में भी बने। इसलिए पहली लिस्ट में सभी 28 विधायकों को टिकट दी गई। इसके अलावा कुछ नाम ऐसे थे, जिन्हें लेकर विवाद होने के चांस काफी कम थे। इनमें सबसे बड़ा नाम रेसलर विनेश फोगाट का है। वह जुलाना सीट से चुनाव लड़ रही हैं। हरियाणा के नेता बने जिम्मेदार कांग्रेस की लिस्ट छोटी करने की वजह सिर्फ हरियाणा के नेता रहे। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को भाजपा की लिस्ट को लेकर हो रहे विवाद की जानकारी दी। इनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और दीपक बाबरिया ने केंद्रीय नेतृत्व को फीडबैक दिया। नेताओं ने हाईकमान को कहा कि ज्यादा नाम एक साथ जारी करने से विरोध ज्यादा होगा। बावजूद इसके 6 विधानसभाएं ऐसी हैं, जहां करीब 9 दावेदार विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया कांग्रेस की दूसरी लिस्ट के 9 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:तोशाम में भाई-बहन का मुकाबला; 3 हारे चेहरों पर दांव, परमवीर सबसे उम्रदराज हरियाणा में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट का एनालिसिस:युवा-अनुभवी चेहरों का गुडमिक्स; हाईकमान ने सर छोटूराम और बंसीलाल की विरासत नहीं छोड़ी हरियाणा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे के बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया की सोमवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। ब्लड प्रेशर (BP) बढ़ने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया। यहां डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें इन्फेक्शन हुआ है। ट्रीटमेंट के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों ने बाबरिया को आराम करने की सलाह दी है। वह आज किसी बैठक में शामिल नहीं होंगे। उधर, आज कांग्रेस की तरफ से हरियाणा चुनाव के लिए AAP से गठबंधन की घोषणा होनी है। 2 दिन पहले ही बाबरिया के वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें वह कांग्रेस के टिकट दावेदारों के आगे निराशा जाहिर कर रहे थे। प्रदेश में कांग्रेस अभी तक उम्मीदवारों की 2 लिस्ट जारी कर चुकी है। जिसमें 41 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए 2,556 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। टिकट बंटवारे में बाबरिया की सबसे बड़ी भूमिका था। इसके अलावा राहुल गांधी ने प्रदेश में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की जिम्मेदारी भी बाबरिया को सौंपी थी। टिकट दावेदारों ने बाबिरया का किया था घेराव 6 सितंबर को कांग्रेस की पहली लिस्ट आई थी। इसके बाद टिकट के दावेदारों ने दिल्ली में दीपक बाबरिया का घेराव किया। नेताओं ने उनसे सवाल पूछने शुरू करते हुए हंगामा किया। इसके बाद कुछ लोग दीपक बाबरिया को वहां से निकालकर ऑफिस ले गए। इसके बाद दीपक बाबरिया ने ऑफिस में टिकट दावेदारों से बातचीत की। यहां उनकी आंखों से आंसू निकल आए। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उनसे कहा कि आप हमारे हनुमान हो सर। इसके 2 वीडियो भी सामने आए थे। बाबरिया की खड़गे के करीबियों में गिनती OBC वर्ग से आने वाले दीपक बाबरिया कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेहद करीबी माने जाते हैं। कांग्रेस ने जब कर्नाटक में जीत हासिल की तो पार्टी ने विधायक दल के नेता का चुनाव करने के लिए उन्हें ही कर्नाटक भेजा था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें दिल्ली और हरियाणा का प्रभारी बनाया। कार्यभार संभालते ही बाबरिया ने साफ संदेश दे दिया था कि जो पार्टी के लिए निष्ठा से काम करेगा, उसे तवज्जो मिलेगी। बाबरिया पूर्व में सांसद कांग्रेस के प्रभारी भी रह चुके हैं। उनकी पहचान राहुल गांधी के भरोसेमंद साथी के रूप में भी है। 78 नामों पर सहमति, फिर भी लिस्टें छोटी पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की 90 विधानसभा सीटों पर 78 उम्मीदवारों पर सहमति बन चुकी है। इसके बाद भी पार्टी ने सिर्फ 2 लिस्ट जारी की हैं, जिसमें 41 उम्मीदवारों के नाम हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि कांग्रेस BJP की तरह बगावत से डरी हुई है। कांग्रेस नेतृत्व नहीं चाहता कि जैसे भाजपा की 67 उम्मीदवारों की जंबो लिस्ट आने के बाद नेताओं में भगदड़ मची थी, ऐसी स्थिति कांग्रेस में भी बने। इसलिए पहली लिस्ट में सभी 28 विधायकों को टिकट दी गई। इसके अलावा कुछ नाम ऐसे थे, जिन्हें लेकर विवाद होने के चांस काफी कम थे। इनमें सबसे बड़ा नाम रेसलर विनेश फोगाट का है। वह जुलाना सीट से चुनाव लड़ रही हैं। हरियाणा के नेता बने जिम्मेदार कांग्रेस की लिस्ट छोटी करने की वजह सिर्फ हरियाणा के नेता रहे। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को भाजपा की लिस्ट को लेकर हो रहे विवाद की जानकारी दी। इनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और दीपक बाबरिया ने केंद्रीय नेतृत्व को फीडबैक दिया। नेताओं ने हाईकमान को कहा कि ज्यादा नाम एक साथ जारी करने से विरोध ज्यादा होगा। बावजूद इसके 6 विधानसभाएं ऐसी हैं, जहां करीब 9 दावेदार विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- हरियाणा चुनाव, कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 9 उम्मीदवार घोषित:पार्टी ने अब तक 28 विधायकों समेत 41 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान किया कांग्रेस की दूसरी लिस्ट के 9 प्रत्याशियों की डिटेल प्रोफाइल:तोशाम में भाई-बहन का मुकाबला; 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हरियाणा में मंत्री ने जिला शिक्षा अधिकारी को सस्पेंड किया:कर्मचारी बोले- DEEO अहंकारी है; BJP नेता ने कहा- मेरे पास भी इसकी शिकायतें आईं हरियाणा के हिसार में पब्लिक हेल्थ मंत्री डॉ. बनवारी लाल रविवार को ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग करने पहुंचे। यहां उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (DEEO) को सस्पेंड कर दिया। मंत्री ने कहा कि तुरंत उनका ट्रांसफर किया जाए। मीटिंग शुरू होने के बाद जिला मौलिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी मंत्री के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि हिसार की DEEO निर्मल दहिया की कार्यप्रणाली अहंकार से भरी है। वह कर्मचारियों का शोषण कर रही हैं। कर्मचारियों को बिना काम के देर तक बिठाकर रखती हैं। मिसबिहेव करती हैं। इस दौरान भाजपा नेता मनदीप मलिक ने भी निर्मल दहिया की शिकायत की। मलिक ने कहा कि उनकी कई शिकायतें उनके पास भी आई हैं। मंत्री ने DC प्रदीप दहिया को कहा कि उनके आदेशों को लागू किया जाए और शिकायतों का वक्त पर निपटारा किया जाए। वहीं गांव शिकारपुर के लोगों ने कहा कि यहां की महिला डिपो होल्डर राशन बांटने नहीं आती। जो व्यक्ति महीने के आखिरी एक दिन आता है, वह मशीन न चलने और राशन खत्म होने का बहाना बना देता है। मंत्री ने इस मामले में हिसार SDM की अगुआई में कमेटी बनाकर जांच करने को कहा। इन मामलों की हुई सुनवाई
1. गांव किरोड़ी निवासी भतेरी ने जहरीला स्प्रे करके फसल को खराब करने की शिकायत दी थी। पुलिस प्रशासन द्वारा मंत्री को अवगत करवाया गया कि इस मामले में एसआईटी का गठन किया जा चुका था, जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है। यह पारिवारिक मामला है, जिसमें कोर्ट में केस विचाराधीन है। मंत्री ने कहा कि कोर्ट के फैसले उपरांत आगामी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 2. बरवाला वार्ड नंबर-6 के वार्डवासियों ने कहा कि पशुओं को पानी पिलाने के लिए जोहड़ छोड़ा गया था, अब इस जोहड़ पर कब्जा होने पर सभी वार्डवासियों को पशुओं को पानी मिलाने की समस्या हो रही है। इस पर सचिव नगरपालिका ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल को अवगत करवाया कि कब्जा हटवाया जा चुका है और शिकायतकर्ता संतुष्ट हैं। 3. गांव किनाला निवासी इंशवती ने जमीन हड़पने व खेत के पानी का नाला बंद करने की शिकायत दी थी, जिसके उपरांत उन्होंने नहरी विभाग में केस किया था, जिसका फैसला उनके हक मे आने पर प्रशासन द्वारा नाला खुलवा दिया गया था, अब शिकायतकर्ता संतुष्ट है। 4. गांव रामनगर निवासी महिला ने अपनी शिकायत में एक व्यक्ति द्वारा परेशान करने की शिकायत दी। इस बारे पुलिस विभाग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई, जिस पर अब शिकायतकर्ता संतुष्ट है। 5. मिलिट्री स्टेशन हिसार कार्यालय से लेफ्टिनेंट स्टेशन कमांडर अधिकारी यशबीर सिंह ने अपनी शिकायत में लिखा था कि गांव भोजराज में एक प्रशिक्षण केंद्र तक पहुंचने के मार्ग पर अतिक्रमण किया जा रहा है, जिससे सड़क की चौडाई 27.5 फीट से घटकर 16 फीट रह गई है। इस कारण सेना वाहनों के आवाजाही में समस्या पैदा हो रही है। इस पर जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी द्वारा मंत्री को अवगत करवाया गया कि जमीन की पैमाइश कर टेंडर करा दिया गया है, जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। 6. हिसार सेक्टर-14 निवासी नीलम रानी ने शिकायत दी कि उनके मकान के साथ लगते प्लाट में 5 मंजिला इमारत का निर्माण कार्य चल रहा है, जिस कारण उनके मकान में दरारें आना शुरू हो गई हैं। HSVP ईओ बताया कि शिकायतकर्ता को मुआवजा दिया जा चुका है, शिकायतकर्ता संतुष्ट है। 7. गांव खेड़ी जालब निवासी संतोष ने लाडली पेंशन न बनाए जाने की शिकायत दी थी। इस पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता की पेंशन बनाई जा चुकी है। 8. गांव शिकारपुर निवासी रणसिंह ने अपनी शिकायत में लिखा कि उनके गांव में डिपो होल्डर उर्मिला कभी राशन वितरण के लिए गांव नहीं आती। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति डिपो चला रहा है वो हमेशा महीने के आखिरी एक या दिन आता है और उसमें भी मशीन न चलने और राशन खत्म होने की बातें करता है, जिस कारण कई लोगों को राशन का वितरण नहीं हो पा रहा है। मंत्री ने SDM हिसार की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए। 9. हिसार अर्बन एस्टेट-2 निवासी केके सैनी ने अपनी शिकायत में लिखा कि संपत्ति को सहायक रजिस्ट्रार को-ऑपरेटिव सोसाइटी हिसार द्वारा बार-बार अटैच कर लिया जाता है। सहायक रजिस्ट्रार द्वारा बताया गया कि मामला जिला रजिस्ट्रार के पास विचाराधीन है। मंत्री ने जिला रजिस्ट्रार के फैसले उपरांत मामले का अगली बैठक में लाने के निर्देश दिए। 10. जगदीश कालोनी हांसी निवासी पवन ने हांसी मेन रोड पर सिसाय पुल से नेहरू कॉलेज के बीच में सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से नाजायज कब्जा करने की शिकायत दी थी। मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल कब्जा हटवाने के निर्देश दिए। 11. होली चाइल्ड स्कूल हिसार की प्रधानाचार्य ने स्कूल के सामने शराब के ठेका होने की शिकायत दी थी। संबंधित अधिकारियों ने कहा कि ठेके का स्थान बदल दिया है। 12. वकील विशाल खटकड़ ने अवैध कालोनी में निर्माण रुकवाने व इसमें संलिप्त कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की शिकायत दी थी। इस पर मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच कर रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 13. गांव सिसाय बोलान निवासी रतन सिंह की मारपीट की शिकायत पर मंत्री ने संबंधित DSP को आवश्यक कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिए। 14. जगदीश चंद्र ने हांसी की कयामसर झील में डाले जा रहे गंदे पानी को रुकवाने बारे शिकायत दी थी। मंत्री ने हांसी पुलिस अधीक्षक को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 15. गांव मुगलपुरा के सरपंच द्वारा पीने के पानी की पाइप लाइन से कनेक्शन देने बारे अनुरोध किया गया था। मंत्री ने SDM की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर जांच के निर्देश दिए। 16. महावीर कालोनी निवासी रामकुमार वर्मा गली में सीवरेज का पानी भरने की शिकायत थी। इस पर मंत्री ने जन-स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। मंत्री ने विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया
जनस्वास्थ्य, अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल की अध्यक्षता में मासिक बैठक से पूर्व गांव गढ़ी में जलापूर्ति सुधार के लिए अतिरिक्त सरचंनाओं का निर्माण, गांव ढ़ंढेरी में जलापूर्ति योजना का नवीनीकरण, गांव देप्पल में जलापूर्ति योजना का नवीनीकरण एवं उन्नयन कार्य, गांव ढ़ाणी मेंहदा में जलघर, गांव कुंभा में बूस्टिंग स्टेशन व जल वितरण प्रणाली के कार्य, गांव ढ़ाणी पाल में जलघर निर्माण, गांव कुलाना में जलापूर्ति के लिए पानी के प्रबंध कार्य, हिसार विधानसभा क्षेत्र में 23.985 किलोमीटर लंबी 12 सड़कों के चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण आदि कार्यों का शिलान्यास भी किया।
महम में सिलेंडर फटने से मकान हुआ ध्वस्त:लाखों का नुकसान, बाल-बाल बचा परिवार, आग बुझाते समय हुआ धमाका
महम में सिलेंडर फटने से मकान हुआ ध्वस्त:लाखों का नुकसान, बाल-बाल बचा परिवार, आग बुझाते समय हुआ धमाका हरियाणा के रोहतक जिले के महम क्षेत्र में सिलेंडर फटने मकान ध्वस्त हो गया। जिसके कारण लाखों का नुकसान हो गया। ग़नीमत रही कि परिवार के सभी सदस्यों समेत पड़ोस के लोगों की जान बच गई। जितेंद्र के पिता पोते को लेने गए थे स्कूल महम की भगत सिंह कॉलोनी में एक मकान में आग लगने से दो सिलेंडर फट गए। सिलेंडर फटने मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया। हादसे में घर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। गनीमत रही कि परिवार के लोगों की जान बच गई। मकान मालिक जितेंद्र कुमार हीरो एजेंसी में ड्यूटी पर गया हुआ था। जितेंद्र के पिता जितेंद्र के बेटे को स्कूल से लेने गए हुए थे। मौके पर पहुंचे स्थानीय नेता वहीं जितेंद्र की पत्नी घर में आग लगते ही घर से बाहर निकल गई थी। पड़ोसियों ने और फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। आग बुझाते समय भी गैस सिलेंडर के धमाके हुए। बचाव कार्य में लगे लोग भी बाल बाल बच गए। स्थानीय नेता शमशेर खरकड़ा भी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
फरीदाबाद में मिड डे मील वर्कर्स का प्रदर्शन:शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा से की मुलाकात, सौंपा मांग पत्र, दिया आश्वासन
फरीदाबाद में मिड डे मील वर्कर्स का प्रदर्शन:शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा से की मुलाकात, सौंपा मांग पत्र, दिया आश्वासन हरियाणा के फरीदाबाद जिले में हरियाणा के 22 जिलों से आई में मिड डे मिल वर्करों ने आज नगर निगम के बाहर एकत्रित होकर शिक्षा मंत्री सीमा मंत्री का और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मिड डे मिल वर्करों को फरीदाबाद के सेक्टर 21 स्थित शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के आवास पर जाकर उनका घेराव करना और प्रदर्शन करना था। लेकिन सीमा तिरखा खुद प्रदर्शन कर रही महिलाओं के बीच पहुंची और उन्होंने हरियाणा के तमाम जिलों से आई मिड डे मील वर्करों का धन्यवाद किया और फरीदाबाद पहुंचने पर स्वागत किया। जिनके सामने मिड डे मील वर्कर यूनियन के नेताओं ने अपनी 10 मांगों को शिक्षा मंत्री के सामने रखा। ये है प्रमुख मांगे प्रदर्शन कर रही मिड डे मील वर्करों की मांगे कुछ प्रमुख इस प्रकार है। मिड डे मिल वर्करों को पक्का किया जाए, सभी सामाजिक सुरक्षा लाभों सहित 26000 न्यूनतम वेतन दिया जाए, रिटायरमेंट लाभ 2 लाख किया जाए ,स्कूलों को मर्ज ना किया जाए, सभी मिड डे मिल वर्कर्स को 10 महीने की बजाय 12 महीने का वेतन दिया जाए, छटनी की गई सभी वर्कर्स को दोबारा से नौकरी कर वापस लिया जाए, बकाया वेतन तुरंत जारी किया जाए। इन मांगों का मिड डे मील वर्कर ने सीमा त्रिखा को ज्ञापन सौंपा। शिक्षा मंत्री ने दिया आश्वासन शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने मिड डे मील वर्करों और मीडिया के सामने कहा की उनकी 10 मांगों में से कुछ मांगे जायज हैं। जिन्हें अधिकारी के सामने रखेंगी। इस मीटिंग में वर्कर यूनियन के कुछ नेता कर भी मौजूद रहेंगे। जहां पर उनकी मांगों को रखा जाएगा और विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव को कुछ समय बचे है जितना भी संभव हो पाएगा उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। उज्जवला योजना का नहीं मिला लाभ शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने मिड डे मील वर्करों से मंच के माध्यम से बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा सभी को उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मुफ्त दिए गए हैं। यदि नहीं दिए गए तो वह हाथ खड़ा करें। सीमा त्रिखा के इतना कहने के बाद लगभग दर्जन भर महिलाओं ने अपने हाथ खड़े कर दिए और कहा कि उन्हें उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस सिलेंडर अब तक नहीं मिले हैं। दर्जनों हाथ खड़ा होने के बाद सीमा रेखा भड़क गई और कहा की ऐसा नहीं हो सकता कि उज्ज्वला योजना का उन तक लाभ न पहुंचा हो इसकी वह जांच कराएंगी। स्कूलों में लकड़ी से बन रहा खाना फिर सीमा त्रिखा ने दूसरा सवाल करते हुए महिलाओं से कहा कि ऐसा कौन सा स्कूल बचा है, जहां पर आज गैस सिलेंडर से खाना नहीं बनता, वह महिला हाथ खड़ा करें। इसके बाद फिर कुछ महिलाओं ने हाथ खड़े कर दिए और कहा कि उनके स्कूल में आज भी लकड़ी पर मिड डे मील बनवाया जाता है। यह देखते ही फिर सीमा त्रिखा गुस्से से लाल हो गई और कहा की ऐसी महिलाएं उनके सामने खड़ा होकर आए और लिखित में उन्हें शिकायत दें। इसके बाद मिड डे मील वर्कर यूनियन की प्रधान सुलेखा ने सीमा त्रिखा को बताया कि ऐसा ही कई स्कूलों में हो रहा है, लेकिन सीमा त्रिखा उनकी बातों से सहमत नहीं हुई और कहा कि यदि ऐसा है तो वह लिखित में उन्हें शिकायत दें। वह ऐसे स्कूल और टीचरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगी। मिड डे मील वर्करों ने दी चेतावनी वहीं मिड डे मील वर्करों की कुछ कर्मचारी नेताओं ने कहा कि चुनाव को कुछ दिन बचे हैं। सीमा त्रिखा उन्हें चुनावी लॉलीपॉप देने के लिए आई है। यदि चुनाव से पहले उनकी कुछ मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो वह बीजेपी सरकार को वोट की चोट से सबक सिखाएंगे। जैसा हाल ही में लोकसभा चुनावों में बीजेपी के साथ हरियाणा में हुआ है।