हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा से इस्तीफा दे चुके विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने नामांकन से पहले रोड शो निकाल शक्ति प्रदर्शन किया। रेप केस में क्लीन चिट मिलने के बाद अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि बीजेपी में जॉइनिंग अटकने के बाद अब उन्होंने राय शुमारी के लिए कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। जिसमें वह निर्दलीय चुनाव लड़ने पर फैसला लेंगे। सुरजाखेड़ा ने शक्ति प्रदर्शन के दौरान कहा कि मुझे जनता ने बहुत प्यार दिया है और आज मैंने अपना कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया है। सुरजाखेड़ा पर लगे आरोपों के बाद पुलिस द्वारा क्लीन चिट मिलने के बाद समर्थको के बीच काफी उत्साह में सुरजाखेड़ा दिखाई दिए। SIT ने रेप केस रद करने की सिफारिश की JJP के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को रेप केस में क्लीनचिट मिल गई है। मामले की जांच कर रही जींद पुलिस की SIT ने 9 दिन में जांच पूरी कर SP सुमित कुमार को रिपोर्ट सौंप दी है। SIT की तरफ से केस रद्द करने की सिफारिश की गई है। SP सुमित कुमार ने बताया कि SIT की जांच में आरोप आधारहीन नजर आ रहे हैं। पूरी जांच रिपोर्ट के आधार पर रामनिवास सुरजाखेड़ा को क्लीनचिट दी गई है। रामनिवास सुरजाखेड़ा ने हाल ही में जजपा पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने 1 सितंबर को जींद में हुई जन आशीर्वाद रैली में भाजपा जॉइन करनी थी। BJP से टिकट के प्रबल दावेदार रेप केस से क्लीनचिट मिलने के बाद अब सुरजाखेड़ा की बीजेपी जॉइन का रास्ता साफ हो गया है। चर्चा है कि वह जल्द ही इसको लेकर बीजेपी के नेताओं से मीटिंग भी कर सकते हैं। हालांकि उससे पहले उन्होंने अपने क्षेत्र में रोड शो निकालकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ विपक्षी साजिश रच रहे हैं। अनर्गल आरोप लगाकर वह मेरी बीजेपी में जॉइनिंग रोकना चाहते हैं, लेकिन जल्द ही इस पूरे मामले से पर्दाफाश हो जाएगा। क्या है रेप का मामला पुलिस को दी शिकायत में युवती ने बताया कि वह चंडीगढ़ में कॉल सेंटर पर जॉब करती थी। साल 2021 में उसके जीजा की फोन पर बात हुई। जिस पर उसने कहा कि नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा उनके दोस्त हैं और आपको सरकारी जॉब पर लगवा देंगे। इसके बाद चंडीगढ़ में MLA हॉस्टल में विधायक सुरजाखेड़ा से उसे मिलवाया गया। जहां विधायक ने उसका बायोडाटा ले लिया। यहां विधायक ने कहा कि आपको बाद में बुलाया जाएगा। कुछ दिनों के बाद उसे नरवाना बुलाया। विधायक होने की वजह से पहले चुप रही, लेकिन बाद में पुलिस को शिकायत कर दी। पुलिस ने 28 अगस्त (बुधवार) को दोनों पक्षों को जींद में बुलाकर बयान दर्ज किए। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा से इस्तीफा दे चुके विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा ने नामांकन से पहले रोड शो निकाल शक्ति प्रदर्शन किया। रेप केस में क्लीन चिट मिलने के बाद अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि बीजेपी में जॉइनिंग अटकने के बाद अब उन्होंने राय शुमारी के लिए कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई है। जिसमें वह निर्दलीय चुनाव लड़ने पर फैसला लेंगे। सुरजाखेड़ा ने शक्ति प्रदर्शन के दौरान कहा कि मुझे जनता ने बहुत प्यार दिया है और आज मैंने अपना कार्यकर्ता सम्मेलन बुलाया है। सुरजाखेड़ा पर लगे आरोपों के बाद पुलिस द्वारा क्लीन चिट मिलने के बाद समर्थको के बीच काफी उत्साह में सुरजाखेड़ा दिखाई दिए। SIT ने रेप केस रद करने की सिफारिश की JJP के विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा को रेप केस में क्लीनचिट मिल गई है। मामले की जांच कर रही जींद पुलिस की SIT ने 9 दिन में जांच पूरी कर SP सुमित कुमार को रिपोर्ट सौंप दी है। SIT की तरफ से केस रद्द करने की सिफारिश की गई है। SP सुमित कुमार ने बताया कि SIT की जांच में आरोप आधारहीन नजर आ रहे हैं। पूरी जांच रिपोर्ट के आधार पर रामनिवास सुरजाखेड़ा को क्लीनचिट दी गई है। रामनिवास सुरजाखेड़ा ने हाल ही में जजपा पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने 1 सितंबर को जींद में हुई जन आशीर्वाद रैली में भाजपा जॉइन करनी थी। BJP से टिकट के प्रबल दावेदार रेप केस से क्लीनचिट मिलने के बाद अब सुरजाखेड़ा की बीजेपी जॉइन का रास्ता साफ हो गया है। चर्चा है कि वह जल्द ही इसको लेकर बीजेपी के नेताओं से मीटिंग भी कर सकते हैं। हालांकि उससे पहले उन्होंने अपने क्षेत्र में रोड शो निकालकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ विपक्षी साजिश रच रहे हैं। अनर्गल आरोप लगाकर वह मेरी बीजेपी में जॉइनिंग रोकना चाहते हैं, लेकिन जल्द ही इस पूरे मामले से पर्दाफाश हो जाएगा। क्या है रेप का मामला पुलिस को दी शिकायत में युवती ने बताया कि वह चंडीगढ़ में कॉल सेंटर पर जॉब करती थी। साल 2021 में उसके जीजा की फोन पर बात हुई। जिस पर उसने कहा कि नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा उनके दोस्त हैं और आपको सरकारी जॉब पर लगवा देंगे। इसके बाद चंडीगढ़ में MLA हॉस्टल में विधायक सुरजाखेड़ा से उसे मिलवाया गया। जहां विधायक ने उसका बायोडाटा ले लिया। यहां विधायक ने कहा कि आपको बाद में बुलाया जाएगा। कुछ दिनों के बाद उसे नरवाना बुलाया। विधायक होने की वजह से पहले चुप रही, लेकिन बाद में पुलिस को शिकायत कर दी। पुलिस ने 28 अगस्त (बुधवार) को दोनों पक्षों को जींद में बुलाकर बयान दर्ज किए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा की सियासत के कुछ जानकारों का कहना है कि बड़े नेताओं का इस तरह से चुनाव लड़ने से मना करना कई और शंकाओं को जन्म देता है। ऐसा लग रहा है कि ये नेता प्रदेश में पार्टी की हालत देखकर चुनाव से दूर भाग रहे हैं। क्योंकि प्रदेशाध्यक्ष और संजय भाटिया जैसे दिग्गज नेताओं के चुनाव लड़ने से मना करना से कार्यकर्ताओं में अलग प्रकार का संदेश जाएगा। साथ मुख्यमंत्री की सीट बदलने की कवायद से स्पष्ट है कि भाजपा हरियाणा में जूझ रही है।
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हरियाणा में कांग्रेस केवल 2 सीटें हार रही:इंटरनल रिपोर्ट में दावा; ग्रामीण क्षेत्रों में भारी वोट मिले, किसानों की BJP से नाराजगी काम आई हरियाणा लोकसभा चुनाव में भाजपा के बाद अब कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट काफी चौंकाने वाली आई है। अब तक के मंथन में 4 सीटों पर पार्टी जीत मान रही है। वहीं, 3 लोकसभा सीटों पर टक्कर कड़ी है। रिपोर्ट में सामने आया है कि 2 सीटों पर कांग्रेस हारने वाली है। इसके साथ ही AAP के साथ गठबंधन वाली कुरुक्षेत्र सीट की रिपोर्ट अच्छी मानी जा रही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां भाजपा, इंडी गठबंधन और INLD में त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा ने यहां से उद्योगपति नवीन जिंदल, AAP-कांग्रेस ने डॉ. सुशील गुप्ता और इनेलो ने अभय सिंह चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। हुड्डा भी ले चुके MLA से फीडबैक
हरियाणा कांग्रेस और दिल्ली में पार्टी के नेताओं के मंथन से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी पार्टी के विधायकों से सभी 10 लोकसभा सीटों का फीडबैक ले चुके हैं। हालांकि, पार्टी के 30 विधायकों ने गठबंधन सहित सभी 10 सीटों पर कड़ी टक्कर बताई है। विधायकों ने यह भी फीडबैक दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़े वोटिंग प्रतिशत से शहरों के मुकाबले कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिली है। इसे उन्होंने आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अच्छा संकेत बताया है। विधायकों से फीडबैक लेने के बाद पूर्व CM हुड्डा कह चुके हैं कि हरियाणा में गठबंधन सभी 10 सीटें जीत रहा है। जीतने वाली 4 सीटों की इंटरनल रिपोर्ट में क्या है… रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट दिया। इस लोकसभा चुनाव में यहां 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 के मुकाबले 4.83% कम है। कांग्रेस की रिपोर्ट में इस सीट को सबसे अच्छे अंक मिले हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में इस सीट पर जाटों और किसानों के विरोध का भाजपा को नुकसान होने की बात कही गई है। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा 3 बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में मोदी लहर के बाद भी दीपेंद्र यहां से चुनाव जीत गए थे। इस बार अन्य सीटों की अपेक्षा कांग्रेस इस सीट को लेकर ज्यादा एक्टिव रही। सिरसा : अन्य सीटों की तरह सिरसा सीट पर 2019 के मुकाबले 6.21% कम वोटिंग हुई। सिरसा में कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को मैदान में उतारा है। कुमारी सैलजा यहां से पहले भी 2 बार सांसद रह चुकी हैं। इस सीट से उनके मजबूत होने की एक वजह यह बताई गई है कि उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह सिरसा में कांग्रेस के बड़े नेता थे। कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में किसानों और जाटों ने एकजुट होकर पार्टी कैंडिडेट के पक्ष में वोटिंग करने की बात कही गई है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि भाजपा के उम्मीदवार अशोक तंवर का पार्टी बदलने को लेकर यहां के लोगों ने काफी विरोध किया। इसके अलावा किसानों का विरोध भी उन्हें झेलना पड़ा। सोनीपत : यहां से कांग्रेस ने सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया, जबकि भाजपा ने सीटिंग MP रमेश चंद्र कौशिक का टिकट काटकर विधायक मोहन लाल बड़ौली को उम्मीदवार बनाया। सतपाल ब्रह्मचारी सन्यासी हैं और हरिद्वार में उनके आश्रम हैं। मूलतः वह जींद के गांगोली गांव के रहने वाले हैं। इसका इन्हें चुनाव में फायदा मिला है। इनके पक्ष में यह भी रहा कि जींद जिले से पहली बार किसी बड़े दल ने अपना उम्मीदवार चुना है। जींद की 3 विधानसभाओं से उन्हें अच्छी लीड मिली है। रिपोर्ट में इसका जिक्र है। यह सीट जाट बाहुल्य है और जाट पहले से ही भाजपा का विरोध कर रहे थे। इसके अलावा यहां भाजपा को भीतरघात का भी नुकसान उठाना पड़ेगा। भिवानी-महेंद्रगढ़ : कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में इस सीट को विनिंग लिस्ट में रखा गया है। यहां से कांग्रेस ने विधायक राव दान सिंह को उम्मीदवार बनाया था। जबकि, भाजपा ने यहां से सीटिंग सांसद धर्मबीर सिंह को टिकट दी है। 15 सालों में इस सीट पर सबसे कम मतदान हुआ है। कांग्रेस इसे पॉजिटिव लेकर चल रही है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कांग्रेस उम्मीदवार की विधानसभा में सबसे अधिक मतदान हुआ है। जबकि, नांगल चौधरी में सरकार में राज्य मंत्री डॉ.अभय सिंह भाजपा विधायक हैं। यहां सबसे कम वोटिंग हुई है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से बढ़े वोटिंग प्रतिशत की रिपोर्ट कांग्रेस के पक्ष में बताई गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हार को देखते हुए भाजपा कैंडिडेट घर बैठ गए थे। उन्होंने अपने पास चुनाव के लिए पैसा न होने की बात चुनाव प्रबंधन समिति तक को बता दी थी। इन 2 सीटों पर हार की रिपोर्ट… करनाल : कांग्रेस की इंटरनल रिपोर्ट में करनाल को हार की लिस्ट में डाला गया है। इसकी वजह बताई गई है कि यहां से भाजपा ने सबसे मजबूत कैंडिडेट मनोहर लाल खट्टर को उम्मीदवार बनाया है। इनके मुकाबले कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा नया चेहरा थे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यदि यहां से पार्टी किसी अन्य चेहरे को उम्मीदवार बनाती तो भाजपा से टक्कर की स्थिति बन सकती थी। यह भी बताया गया कि इस सीट पर भाजपा का जीत का मार्जिन 2 लाख से अधिक का होगा। गुरुग्राम : भाजपा ने यहां से 5 बार सांसद रह चुके राव इंद्रजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने यहां से फिल्म अभिनेता राज बब्बर को उम्मीदवार बनाया है। राव इंद्रजीत का केंद्र सरकार में मंत्री रहना उनके पक्ष में रहा। इसके अलावा वह लोगों के बीच काफी सक्रिय रहने वाले नेता हैं। इनके मुकाबले राज बब्बर गुरुग्राम के लिए नया चेहरा रहे। पार्टी नेताओं का भी प्रचार के लिए साथ नहीं मिल पाया। इसके अलावा पार्टी के किसी भी बड़े नेता की उनके पक्ष में रैली नहीं हुई। इसका नुकसान पार्टी को हो रहा है। यही वजह है कि इस सीट को कांग्रेस ने हार की लिस्ट में डाला है। अंबाला, हिसार और फरीदाबाद में कड़ी टक्कर
रिपोर्ट में 3 सीटों पर कड़ी टक्कर दिखाई गई है। इन सीटों में अंबाला, हिसार और फरीदाबाद को शामिल किया गया है। अंबाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राम रतन कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया भाजपा उम्मीदवार हैं। उन्हें वरुण मुलाना कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण भाजपा का ग्रामीण क्षेत्रों में विरोध रहा। वहीं, हिसार में कांग्रेस उम्मीदवार जयप्रकाश जेपी की रिपोर्ट अच्छी नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि INLD और JJP के इस सीट पर मजबूत आधार के कारण कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ है। साथ ही पार्टी उम्मीदवार का चुनाव प्रचार काफी कमजोर रहा। फिर BJP से रणजीत चौटाला यहां से मैदान में हैं तो जेपी की राह मुश्किल हो चली है। उधर, फरीदाबाद सीट की भी यही रिपोर्ट है। यहां से भाजपा ने मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस से महेंद्र प्रताप सिंह लड़ रहे हैं। भाजपा के मुकाबले यहां से पार्टी प्रत्याशी काफी कमजोर रहा। हालांकि, उनकी साफ छवि का फायदा चुनाव में मिलेगा।
सोनीपत में बेकरी संचालक से 32 हजार लूटे:बाइक सवार 3 युवकों ने जबरन रोका; 2 के पास थी पिस्तौल, सिर में मारा बट
सोनीपत में बेकरी संचालक से 32 हजार लूटे:बाइक सवार 3 युवकों ने जबरन रोका; 2 के पास थी पिस्तौल, सिर में मारा बट हरियाणा के सोनीपत में बीती रात को एक बेकरी संचालक से पिस्तौल दिखाकर 32 हजार रुपए लूट लिए। वह अपना काम निपटा कर अपनी बाइक पर घर जा रहा था। रास्ते में तीन युवकों ने उसे जबरन रोका और लूट की वारदात की। वारदात को लेकर गोहाना सदर थाना में केस दर्ज किया गया है। लुटेरों का अभी सुराग नहीं लगा है। रात को साढ़े 10 बजे हुई वारदात सिवानका गांव के रोहताश ने पुलिस चौकी मुंडलाना में दी शिकायत में बताया कि उसका तकरीबन 10 साल से इसराना, जिला पानीपत मे बेकरी का काम है। वह 10 जून सोमवार रात को 9.50 बजे के आस पास अपना काम समाप्त करके अपने घर के लिए चला था। रात को साढ़े 10 बजे के करीब वह अपनी बाइक पर रीबा फैक्ट्री से थोड़ा आगे निकला था। इसी बीच तीन नौजवान युवक बाइक पर आए। उन्होंने अपनी बाइक उसके आगे अड़ा कर उसे रोक लिया। जबरन झाड़ियों में खींचने का प्रयास रोहताश ने बताया कि इसके बाद तीनों युवक उसे बाइक से उतार कर जबरदस्ती झाड़ियों मे ले जाने लगे। उसने इसका विरोध किया तो उनमें से एक युवक ने अपने हाथ मे ली हुई पिस्तौल का बट उसके सिर पर मारा। इसके बाद उन्होंने उसकी जेब से 32 हजार रुपए निकाल लिए। उसने बताया कि तीनों युवकों में से दो के पास पिस्तौल था। सिर में पिस्तौल का बट लगने से वह घायल हो गया। पुलिस चौकी पहुंच दी सूचना वारदात के बाद युवक मौके से फरार हो गए। इसके बाद वह मुंडलाना पुलिस चौकी पहुंचा और पुलिस को वारदात की सूचना दी। इसके बाद चौकी इंचार्ज ASI कृष्ण कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचा और घटनास्थल का मुआयना किया। इसके बाद पुलिस ने थाना सदर गोहाना में रोहताश की शिकायत पर धारा 379B IPC व 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया।