हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। पलवल में सोमवार को पलवल विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने नामांकन किया। उनको कांग्रेस का संभावित प्रत्याशी माना जा रहा है, हालांकि अभी तक कांग्रेस की ओर से पलवल की सीट को होल्ड रखा गया है। करण दलाल भारी भीड़ के साथ नामांकन पत्र भरने पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है। उनको 12 सितंबर तक कांग्रेस सिंबल जमा करना होगा। करण सिंह दलाल ने बताया कि उन्होंने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन किया है। रिटर्निंग अधिकारी ने उनसे कहा कि 12 सितंबर तक अपना सिंबल जमा करा देना, नहीं तो आपका फॉर्म रद्द कर दिया जाएगा। दलाल ने कहा कि वे लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं और कांग्रेस पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं। पलवल विधानसभा सीट से उनके अलावा दो नाम है, जो अभी क्षेत्र के लिए नए हैं। इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस की टिकट उन्हें ही मिलेगी। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पार्टी के बड़े नेताओं से इशारा जरूर मिला था, लेकिन अभी टिकट की घोषणा नहीं हुई है। इसी को लेकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। करण सिंह दलाल सोमवार को सुबह साढ़े दस बजे अपने काफिले के साथ हुड्डा सेक्टर-2 चौक से जिला सचिवालय के लिए रवाना हुए। उनके साथ भीड़ इतनी थी कि उन्हें अपने सजाए हुए रथ पर चढ़ने का मौका भी नहीं दिया, बल्कि पांच किलोमीटर तक पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल पैदल ही लोगों के साथ चलते रहे। उनका जुलूस पुराने जीटी रोड से गुजरा तो घंटों तक शहर जाम के झाम में फंसा रहा। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल जब पांच किलोमीटर आगे हाई डाउट पर पहुंचे तो काफिला मीनारगेट पर था। कई किलोमीटर लंबे काफिले को निकलने में काफी समय लगा। इतनी देर तक शहर में यातायात पूरी तरह रुका रहा। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया जारी है। पलवल में सोमवार को पलवल विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने नामांकन किया। उनको कांग्रेस का संभावित प्रत्याशी माना जा रहा है, हालांकि अभी तक कांग्रेस की ओर से पलवल की सीट को होल्ड रखा गया है। करण दलाल भारी भीड़ के साथ नामांकन पत्र भरने पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है। उनको 12 सितंबर तक कांग्रेस सिंबल जमा करना होगा। करण सिंह दलाल ने बताया कि उन्होंने बतौर कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन किया है। रिटर्निंग अधिकारी ने उनसे कहा कि 12 सितंबर तक अपना सिंबल जमा करा देना, नहीं तो आपका फॉर्म रद्द कर दिया जाएगा। दलाल ने कहा कि वे लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं और कांग्रेस पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं। पलवल विधानसभा सीट से उनके अलावा दो नाम है, जो अभी क्षेत्र के लिए नए हैं। इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि कांग्रेस की टिकट उन्हें ही मिलेगी। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पार्टी के बड़े नेताओं से इशारा जरूर मिला था, लेकिन अभी टिकट की घोषणा नहीं हुई है। इसी को लेकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। करण सिंह दलाल सोमवार को सुबह साढ़े दस बजे अपने काफिले के साथ हुड्डा सेक्टर-2 चौक से जिला सचिवालय के लिए रवाना हुए। उनके साथ भीड़ इतनी थी कि उन्हें अपने सजाए हुए रथ पर चढ़ने का मौका भी नहीं दिया, बल्कि पांच किलोमीटर तक पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल पैदल ही लोगों के साथ चलते रहे। उनका जुलूस पुराने जीटी रोड से गुजरा तो घंटों तक शहर जाम के झाम में फंसा रहा। पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल जब पांच किलोमीटर आगे हाई डाउट पर पहुंचे तो काफिला मीनारगेट पर था। कई किलोमीटर लंबे काफिले को निकलने में काफी समय लगा। इतनी देर तक शहर में यातायात पूरी तरह रुका रहा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
नारनौंद में लगी भीषण आग:खेतों की सिंचाई के लिए आए पाइप जले, 11 हजार केवी लाइन की स्पार्किंग से हुआ हादसा
नारनौंद में लगी भीषण आग:खेतों की सिंचाई के लिए आए पाइप जले, 11 हजार केवी लाइन की स्पार्किंग से हुआ हादसा हिसार जिले के नारनौंद के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में खेतों में सिंचाई के लिए पाइप लाइन दबाने के लिए रखे रबड़ के पाइपों में शुक्रवार शाम अचानक आग लग गई। आसपास के लोगों ने अपने ही अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग इतनी भयंकर थी कि आज पर काबू नहीं पाया जा सका। सूचना के बाद नारनौंद और हांसी से फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मौके पर मौजूद लोगों ने आग का कारण ऊपर से गुजरने वाली 11 हजार की बिजली की लाइन में स्पार्किंग से बताया है। लाखों रुपए के पाइप जले बाला जी बिल्डर के मालिक सुशील बेरवाल ने बताया कि उनकी कंपनी की ओर से नारनौंद के हांसी रोड स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में हजारों मीटर लंबे 4 इंची पाइप रखे हुए थे। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे इनमें भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली की देखते ही देखते करीब 17 हजार मीटर लंबी पाइप लाइन के आए पाइप जल गए। जिसमें करीब 69 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पाइप लाइन को दबाने का काम शनिवार से ही शुरू होना था। फरवरी महा से रखे थे पाइप यह पाइप फरवरी माह में यहां पर आए थे और करीब डेढ़ महीने से पाइपों को जोड़ने का काम चल रहा था। क्योंकि एक पाइप 12 मीटर लंबा होता है तो उन्होंने 6 पाइपों को जोड़कर 72 मीटर का लंबा बनाया हुआ था। ताकि खेतों में दबाने में कम से कम टाइम लगे। शुक्रवार दोपहर को पाइपों को खेतों में डालने के लिए लेबर तैयारी कर रही थी। शाम के समय ऊपर से गुजर रही 11 हजार केवी लाइन में अचानक स्पार्किंग हुई और नीचे रख पाइपों में आग लग गई । आस पास के लोगों में हुआ डर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी भयंकर थी की आसपास के गावों में भी आसमान में धुएं का गुब्बार देखा जा सकता था। इस क्षेत्र से गुजर रहे लोगों को घुटन महसूस होने लगी थी। वही वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते मकानों की दीवारें भी गरम हो गई। लोगों ने घरों के अंदर से गैस सिलेंडर और अन्य सामान बाहर निकलना शुरू कर दिया। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के साथ लगते एक मकान में हल्की दरार भी आ गई। आसपास के लोगों में भय माहौल बन गया।
पेरिस ओलिंपिक में आगे बढ़ा करनाल का बलराज:रोइंग में क्वार्टरफाइनल के लिए किया क्वालिफाई; परिवार में खुशी, मां बोली- गोल्ड लाएगा बेटा
पेरिस ओलिंपिक में आगे बढ़ा करनाल का बलराज:रोइंग में क्वार्टरफाइनल के लिए किया क्वालिफाई; परिवार में खुशी, मां बोली- गोल्ड लाएगा बेटा हरियाणा के करनाल के कैमला गांव के बलराज पंवार ने ओलिंपिक रोइंग में क्वार्टरफाइनल मुकाबले के लिए क्वालिफाई कर लिया है। आपको बता दें कि 27 जुलाई को हिट्स राउंड में बलराज पंवार चौथे स्थान पर रहे थे, जिसके बाद उनके पास एक रिपीचेज राउंड का मौका था और इसको उन्होंने नहीं गंवाया। आज रिपीचेज राउंड में बलराज दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने 7 मिनट 12 सेकेंड और 41 मिलीसेकेंड में अपनी रेस को पूरा किया। पेरिस ओलिंपिक में मुकाबले में मोनाको के खिलाड़ी ने उन्हें दो सेकेंड से मात दी, लेकिन बलराज से मेडल की उम्मीद अब भी बरकरार है। आपको बता दें कि प्रत्येक रिपीचेज में पहले 2 खिलाड़ी क्वार्टरफाइनल के लिए क्वालिफाई करेंगे। शेष खिलाड़ी सेमीफाइनल ई/एफ में जाएंगे। पहले मुकाबले में चौथे स्थान पर था बलराज बलराज ने शुरुआत में तेज गति दिखाई और तीसरे स्थान पर थे, लेकिन एल्बन्ना ने जल्दी ही उन्हें पीछे छोड़ दिया। पहले 500 मीटर का चेकपॉइंट एल्बन्ना ने 1:41.94 में पार किया जबकि बलराज 1:43.53 पर थे। 1000 मीटर के निशान पर बलराज और एल्बन्ना एक दूसरे के करीब थे, जबकि मैकिन्टोश ने बड़ी बढ़त बना रखी थी। बलराज ने अंतिम 100 मीटर में भी मिस्री खिलाड़ी पर दबाव बनाए रखा, लेकिन 2000 मीटर की हीट 7:07.11 में पूरी की, जो एल्बन्ना से 2 सेकेंड पीछे थी। उम्मीद है गोल्ड मेडल आएगा: मां बलराज की मां कमला, बहन मनीषा, भाई संदीप व पत्नी सोनिया का कहना है कि हमें बलराज की मेहनत पर पूरा भरोसा है। जिस तरह से आज बलराज ने अपना प्रदर्शन दिखाया है, वह दूसरे स्थान पर रहा है और क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया है। वह सेमीफाइनल में भी पहुंचेगा और फाइनल में भी। वह जीतकर देश का नाम जरूर रोशन करेगा और इसकी उम्मीदें हमें भी है और पूरे देश को भी।
रेवाड़ी में टाइगर की मूवमेंट:बावल एरिया में कैमरे में कैद हुआ, राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व से निकला
रेवाड़ी में टाइगर की मूवमेंट:बावल एरिया में कैमरे में कैद हुआ, राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व से निकला हरियाणा में राजस्थान से लगते रेवाड़ी जिले के बावल इलाके में एक टाइगर नजर आया है। यह टाइगर राजस्थान के अलवर जिले में आने वाले सरिस्का टाइगर रिजर्व से निकलकर इस इलाके में पहुंचा है। सोमवार सुबह बावल एरिया के झाबुआ गांव स्थित मोर एवं चिंकारा प्रजनन सेंटर के पास यह टाइगर नजर आया। यहां लगे एक ट्रैप कैमरे में सुबह साढ़े 5 बजे इसकी मूवमेंट कैप्चर हुई। इस दौरान टाइगर वन एरिया में घूमता नजर आया। उधर हरियाणा में टाइगर की मूवमेंट कैप्चर होते ही राजस्थान के सरिस्का वन क्षेत्र की टीम यहां सक्रिय हो गई। वन अधिकारियों ने इस पूरे इलाके को प्रतिबंधित एरिया घोषित कर दिया है। झाबुआ गांव के फॉरेस्ट एरिया में सरिस्का की टीमों ने 10 ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। यह टाइगर तीन दिन पहले सरिस्का टाइगर रिजर्व के एरिया से बाहर निकलकर हरियाणा के एरिया में पहुंच गया था। इसके तुरंत बाद राजस्थान वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट ने हरियाणा वन विभाग को अलर्ट कर दिया। तीन दिनों से राजस्थान वाइल्ड लाइफ और हरियाणा वन विभाग की टीमें दोनों राज्यों के बॉर्डर एरिया में टाइगर को ढूंढने में लगी हैं। बावल का झाबुआ गांव इसी इलाके में आता है। यहां लगभग 750 एकड़ में जंगल फैला हुआ है और यह इलाका वन्य जीवों के लिए सुरक्षित स्थल के रूप में जाना जाता है। झाबुआ के पास नजर आए फुट मार्क सरिस्का वन क्षेत्र के रेंज अधिकारी शंकर शेखावत ने बताया कि सरिस्का के इलाके से बाहर निकला टाइगर लगभग ढाई से 3 साल का है। सोमवार सुबह इसकी मूवमेंट झाबुआ गांव में मिली। इस एरिया में टाइगर के पग मार्क मिले हैं। इसके बाद से उनकी टीमें यहां लगातार सक्रिय है। इस टाइगर के गले में कॉलर आईडी नहीं लगा इसलिए उसे ट्रैक करना चुनौती बना हुआ है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह किसी तरह की अफवाह न फैलाएं। दोनों राज्यों के वन विभाग के अधिकारी बहुत जल्द इस टाइगर को वापस सरिस्का के सुरक्षित इलाके में पहुंचा देंगे। 7 माह पहले भी सरिस्का से भागा था यही टाइगर सात महीने पहले भी यही टाइगर सरिस्का जंगल से निकलकर रेवाड़ी पहुंच गया था। उस समय दोनों राज्यों के बॉर्डर से लगते हरियाणा के एक गांव में में उसने वनकर्मियों पर हमला भी कर दिया था। उसके पंजे की चपेट में आ जाने से एक वन कर्मचारी घायल हो गया था। इस बार यह टाइगर सरिस्का रिजर्व से कई दिनों से निकला हुआ है और राजस्थान के खैरथल कोट कासिम होते हुए रेवाड़ी में झाबुआ के जंगल तक पहुंच गया है।