छत्तीसगढ़ में बारिश ने बरपाया कहर, बस्तर का पड़ोसी राज्यों से कटा संपर्क, इन जिलों में हाई अलर्ट छत्तीसगढ़ में बारिश ने बरपाया कहर, बस्तर का पड़ोसी राज्यों से कटा संपर्क, इन जिलों में हाई अलर्ट छत्तीसगढ़ रणथंभौर से आई गुड न्यूज! 3 शावकों के साथ दिखी बाघिन, अब इतनी हुई संख्या
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‘8 अक्टूबर के बाद ये झूठ की पोटली लेकर…’, सीएम नायब सिंह सैनी का कांग्रेस पर हमला
‘8 अक्टूबर के बाद ये झूठ की पोटली लेकर…’, सीएम नायब सिंह सैनी का कांग्रेस पर हमला <p style=”text-align: justify;”><strong>Haryana News: </strong>हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने कहा कि कांग्रेस ने जो वादा हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना में किया था उसी के साथ वह हरियाणा भी आई है. सैनी ने कहा कि ”कांग्रेस झूठ का पुलिंदा लेकर हरियाणा की तरफ आई है लेकिन लोग समझदार हैं और इस पर भरोसा नहीं करेंगे.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>नायब सिंह सैनी ने कहा, ”कांग्रेस ने हिमाचल में वादा किया था कि हर वर्ष एक लाख युवाओं को नौकरी देंगे. दूसरा वादा किया था कि महिलाओं को हर महीने 1500 रुपये देंगे. हिमाचल के लोगों को 300 यूनिट बिजली फ्री देंगे. सेम का सेम हरियाणा में लेकर आ गई है. दो साल हो गए हैं हिमाचल और कर्नाटक को और एक साल से ज्यादा तेलंगाना में सरकार को हो गए हैं. इन्होंने एक भी बच्चे को हिमाचल में सरकारी नौकरी नहीं दी है.एड तक नहीं लाया गया.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झूठ की पोटली लेकर चली जाएगी कांग्रेस – सीएम सैनी</strong><br />सीएम सैनी ने कहा, ”कांग्रेस ने किसी महिला को पांच पैसे नहीं दिए और किसी का भी एक यूनिट बिजली माफ नहीं किया और उलटा बिजली के भाव हिमाचल में और बढ़ा दिए और युवाओं को नौकरी देने की दूर की बात, वहां तो सरकार बोलती है कि सरकार कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए हमारे पास पैसा नहीं हैं.ये झूठ का पुलिंदा लेकर हरिायणा की तरफ आ गए हैं. हरियाणा के लोग समझदार हैं. इस पर भरोसा नहीं करेंगे. 8 अक्टूबर को जब रिजल्ट आएगा कांग्रेस इस झूठ की पोटली राहुल गांधी के पास लेकर चली जाएगी. ये यहां नहीं रहेगी.”</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Haryana CM Nayab Singh Saini says, “Congress had made a promise that every year 1 lakh youth will be given jobs, Rs 1500 will be given to women every month and that 300 units of electricity will be given free to the people of Himachal. Same promises they have brought in… <a href=”https://t.co/1QfQ3y4QOS”>pic.twitter.com/1QfQ3y4QOS</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1837475716243640778?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 21, 2024</a></blockquote>
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<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
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<p style=”text-align: justify;”><strong>सीएम सैनी ने भूपेंद्र हुड्डा से मांगा यह हिसाब</strong><br />नायब सिंह सैनी ने विपक्षी कांग्रेस पर हमला करना जारी रखते हुए आगे कहा, ”हरियाणा के लोगों ने इनका शासन भुगता है. हरियाणा में कहा कि दो लाख लोगों को रोजगार देंगे. मैं भूपेंद्र हुड्डा साहब से पूछता हूं कि आप हरियाणा में 10 साल सीएम रहे. हरियाणा का युवा पूछ रहा है कि आपने 10 वर्षों में कितने युवाओं को नौकरी दी. यह बताएं किस आधार पर नौकरी दी.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”कुमारी सैलजा के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर मनोहर लाल खट्टर बोले- ‘संभावना…'” href=”https://www.abplive.com/states/haryana/manohar-lal-khattar-reaction-on-congress-kumari-selja-randeep-surjewala-joining-bjp-haryana-election-2024-2788170″ target=”_self”>कुमारी सैलजा के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर मनोहर लाल खट्टर बोले- ‘संभावना…'</a></strong></p>
यूपी कॉलेज पर वक्फ बोर्ड की दावेदारी से छात्रों में नाराजगी, विरोध की आशंका के बीच पुलिस फोर्स तैनात
यूपी कॉलेज पर वक्फ बोर्ड की दावेदारी से छात्रों में नाराजगी, विरोध की आशंका के बीच पुलिस फोर्स तैनात <p style=”text-align: justify;”><strong>Varanasi News Today:</strong> वाराणसी स्थित 115 साल पुराने उदय प्रताप कॉलेज हालिया दिनों वक्फ बोर्ड ने अपनी संपत्ति घोषित करते हुए नोटिस जारी करने की खबर सामने आई थी. इस घटना के बाद उदय प्रताप कॉलेज के स्टॉफ और छात्रों में काफी नाराजगी है. बीते शुक्रवार (29 नवंबर) को छात्रों के एक दल ने कॉलेज परिसर में स्थित मस्जिद में नमाज के लिए आने वाले लोगों की संख्या को सीमित करने की मांग की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उदय प्रताप कॉलेज में छात्रों की नाराजगी के और विरोध प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. सोमवार (2 दिसंबर) को भी कॉलेज नियत समय के अनुसार खुला. इस दिन दौरान छात्र कॉलेज आते जाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं, लेकिन छात्रों के विरोध प्रदर्शन के संकेत मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है पूरा मामला? </strong><br />दरअसल, संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वक्फ बिल संशोधन की संभावनाओं के बीच वाराणासी स्थित सौ साल से भी अधिक पुराने उदय प्रताप कॉलेज को नोटिस जारी किया गया था, जिसमें कॉलेज को वक्फ बोर्ड की संपत्ति होने का दावा किया गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उदय प्रताप कॉलेज की जमीन पर मालिकाना हक जताते हुए इसे सुन्नी वक्फ बोर्ड से अटैच होने की बात कही गई है. वक्फ बोर्ड की इस दावे के बाद बवाल खड़ा हो गया. उदय प्रताप कॉलेज के छात्रों और स्टाफ ने इस पर आपत्ति जताई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>15 हजार छात्र हैं रजिस्टर्ड</strong><br />वाराणसी के भोजूबीर क्षेत्र में स्थित उदय प्रताप कॉलेज की स्थापना महाराजा राजर्षि सिंह जू देव ने 1909 में की थी. यहां के परिसर में उदय प्रताप इंटर कॉलेज, रानी मुरार बालिका इंटर कॉलेज, उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, मैनेजमेंट कॉलेज साथ ही उदय प्रताप स्वायत्तशासी कॉलेज संचालित किया जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इन सभी संस्थानों को मिलाकर यहां पर कुल 15 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं. कालेज परिसर में घुसते ही तकरीबन 100 मीटर की दूरी पर एक मस्जिद स्थित है. इसमें आसपास के लोग नमाज अदा करने जाते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2018 में वक्फ ने भेजा था नोटिस</strong><br />साल 2018 में भोजूबीर के रहने वाले एक व्यक्ति ने लखनऊ स्थित वक्फ बोर्ड कार्यालय को एक आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने कॉलेज की संपत्ति को वक्फ की प्रॉपर्टी बताया था. इस आवेदन के आधार पर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने 2018 में कॉलेज प्रबंधन को एक नोटिस जारी किया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस नोटिस का जवाब देते हुए उदय प्रताप कालेज प्रबंधन के जरिये कहा गया कि मस्जिद अवैध तरीके से बनी है. मस्जिद के कोई कागजात नहीं है, जबकि कॉलेज की संपत्ति इंडाउमेंट ट्रस्ट की है जो जमीन न खरीदी जा सकती है न ही बेची जा सकती है. विवादों के बीच मामला एक बार फिर सुर्खियों में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Agra Crime News: मासूम की अपहरण के बाद हत्या, घर के पास ही बोरे में बंद मिला शव, जांच में जुटी पुलिस” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/agra-innocent-child-kidnapped-and-murdered-body-found-sack-near-the-house-police-engaged-in-investigation-ann-2834769″ target=”_blank” rel=”noopener”>Agra Crime News: मासूम की अपहरण के बाद हत्या, घर के पास ही बोरे में बंद मिला शव, जांच में जुटी पुलिस</a></strong></p>
यूपी रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल ली वापस:शुक्रवार से OPD में करेंगे वापसी, इलेक्टिव सर्जरी भी करेंगे
यूपी रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल ली वापस:शुक्रवार से OPD में करेंगे वापसी, इलेक्टिव सर्जरी भी करेंगे मरीजों के लिए राहत की खबर है। मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल वापस ले ली है। कोलकाता की घटना के बाद राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों के मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डॉक्टर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। 12 अगस्त से यूपी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने हड़ताल का ऐलान किया था। इसके अगले ही दिन लखनऊ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य भी स्टेट बॉडी के कॉल पर स्ट्राइक पर चले गए थे। इसमें प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय, KGMU के अलावा SGPGI, RMLIMS (लोहिया संस्थान) और कल्याण सिंह कैंसर संस्थान (KSSSCI) भी शामिल थे। OPD और इलेक्टिव सर्जरी से बनाई थी दूरी हड़ताल के दौरान रेजिडेंट डॉक्टरों ने OPD में इलाज से खुद को अलग कर लिया था। साथ ही इलेक्टिव सर्जरी से भी दूरी बना ली थी। इमरजेंसी सहित ट्रॉमा और भर्ती मरीजों के इलाज में सेवाएं दे रहे थे। हालांकि हड़ताल का रोजाना जबरदस्त असर मरीजों पर पड़ रहा था। अकेले लखनऊ से हजारों की संख्या में मरीज बिना इलाज वापस लौट रहे थे। इस बीच गुरुवार देर शाम हड़ताल वापसी से जुड़ा स्टेटमेंट, यूपी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से जारी कर दिया गया। साथ ही लखनऊ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने भी इसके बाद लेटर जारी कर 23 अगस्त से OPD में वापसी की बात कही। जारी रहेगा विरोध और प्रदर्शन रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल वापसी का ऐलान कर शुक्रवार से OPD में वापसी की बात कही, पर सांकेतिक विरोध और कैंडल मार्च-प्रोटेस्ट जैसे प्रदर्शन जारी रखने की बात कही। यूपी रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने बताया कि काला रिबन बांधकर कोलकाता की घटना का विरोध जरूर दर्ज कराएंगे। साथ ही पीसफुल प्रोटेस्ट जिनमें कैंडल मार्च, पोस्टर डेमोंस्ट्रेशन जारी रखेंगे। 2 सप्ताह में राज्य और केंद्र सरकार से इन मांगों पर एक्शन लेने की बात कही