कानपुर में हेड कॉन्स्टेबल को विजिलेंस टीम ने 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ लिया। पहले तो उसने रौब दिखाया और टीम के साथ जाने के तैयार नहीं हुआ। फिर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया। विजिलेंस टीम उसे ACP ऑफिस से नंगे पाव खींच कर ले गई। इसका वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि 4-5 लोग हेड कॉन्स्टेबल को पकड़कर खींचते हुए ले जा रहे हैं। इस दौरान हेड कॉन्स्टेबल भागने के लिए छटपटाता रहा, लेकिन खुद को नहीं छुड़ा सका। पूरा मामला ACP बाबूपुरवा ऑफिस का है। पहले 3 फोटो देखिए- 20 हजार की रिश्वत मांगी, 15 हजार में सौदा तय हुआ
जूही लाल कॉलोनी के रहने वाले निवासी रिंकू पासवान ने किदवई नगर थाने में 15 जुलाई 2024 को मोना कश्यप, राजा कश्यप, समीर और राज की पत्नी के खिलाफ SC-ST एक्ट, मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच ACP बाबूपुरवा कर रहे थे। पीड़ित रिंकू मामले की प्रगति रिपोर्ट लगवाने के लिए ACP ऑफिस पहुंचा। वहां उसकी मुलाकात हेड कॉन्स्टेबल शहनवाज खान और योगेश कुमार से हुई थी। दोनों ने मुकदमे में प्रगति के लिए पीड़ित से 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की, लेकिन पीड़ित ने पैसे देने से मना कर दिया। कहा- साहब, गरीब आदमी हूं। इतने रुपए कहां से लाऊंगा। जवाब में दोनों पुलिसकर्मियों ने कहा कि बिना पैसों के काम नहीं हो पाएगा। इसके बाद 15 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। पीड़ित ने इसकी शिकायत विजिलेंस टीम से कर दी। विजिलेंस टीम को शिकायत सही मिली
विजिलेंस टीम ने मामले की जांच कराई, जिस पर शिकायत सही पाई गई। इसके बाद टीम ने घूसखोर कॉन्स्टेबल को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सोमवार शाम को विजिलेंस टीम रिंकू के साथ ACP बाबूपुरवा ऑफिस पहुंची। रिंकू अकेले अंदर 15 हजार रुपए लेकर पहुंचा और हेड कॉन्स्टेबल शहनवाज को 15 हजार रुपए दिए। नहीं मिला दूसरा हेड कॉन्स्टेबल, नंगे पैर लेकर आई टीम
घूस लेते ही विजिलेंस टीम ने छापा मारकर शहनवाज को पकड़ा। हालांकि, टीम को हेड कॉन्स्टेबल योगेश नहीं मिला। टीम ने शहनवाज के केमिकल से हाथ धुलाए तो हाथों से रंग छूटने लगा। यह देखकर शहनवाज हैरान रह गया। शहनवाज ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया और खींचते हुए ले गई। आज कोर्ट में पेश किया जाएगा
ACP विजिलेंस ने बताया- हेड कॉन्स्टेबल शहनवाज खान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मंगलवार यानी आज हेड कॉन्स्टेबल को लखनऊ स्थित भ्रष्टाचार निवारण स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। ये भी पढ़ें:- कालिंदी एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश थी: सिलेंडर लगाकर 20 मीटर तक पेट्रोल छिड़का, बारूद बिछाया कालिंदी एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश थी। जांच एजेंसियों को ट्रैक पर सिर्फ सिलेंडर, पेट्रोल बोतल ही नहीं मिले, बर्राजपुर स्टेशन की तरफ करीब 20 मीटर तक पेट्रोल छिड़कने के सबूत भी मिले हैं। यह सब इशारा करता है कि बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच 100 Km रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन जब सिलेंडर से टकराएगी, तो धमाका होगा। गैस रिसाव के साथ इंजन आग की चपेट में आ जाएगा। टक्कर के बाद ट्रेन को पूरी तरह से रुकने में टाइम लगेगा, तब तक पेट्रोल की मदद से आग पीछे डिब्बों तक फैल जाएगी। हादसे को बड़ा बनाने के लिए पटरी के बगल में बारूद भी रखा गया। पढ़ें पूरी खबर… कानपुर में हेड कॉन्स्टेबल को विजिलेंस टीम ने 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ लिया। पहले तो उसने रौब दिखाया और टीम के साथ जाने के तैयार नहीं हुआ। फिर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन विजिलेंस टीम ने उसे दबोच लिया। विजिलेंस टीम उसे ACP ऑफिस से नंगे पाव खींच कर ले गई। इसका वीडियो भी सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि 4-5 लोग हेड कॉन्स्टेबल को पकड़कर खींचते हुए ले जा रहे हैं। इस दौरान हेड कॉन्स्टेबल भागने के लिए छटपटाता रहा, लेकिन खुद को नहीं छुड़ा सका। पूरा मामला ACP बाबूपुरवा ऑफिस का है। पहले 3 फोटो देखिए- 20 हजार की रिश्वत मांगी, 15 हजार में सौदा तय हुआ
जूही लाल कॉलोनी के रहने वाले निवासी रिंकू पासवान ने किदवई नगर थाने में 15 जुलाई 2024 को मोना कश्यप, राजा कश्यप, समीर और राज की पत्नी के खिलाफ SC-ST एक्ट, मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच ACP बाबूपुरवा कर रहे थे। पीड़ित रिंकू मामले की प्रगति रिपोर्ट लगवाने के लिए ACP ऑफिस पहुंचा। वहां उसकी मुलाकात हेड कॉन्स्टेबल शहनवाज खान और योगेश कुमार से हुई थी। दोनों ने मुकदमे में प्रगति के लिए पीड़ित से 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की, लेकिन पीड़ित ने पैसे देने से मना कर दिया। कहा- साहब, गरीब आदमी हूं। इतने रुपए कहां से लाऊंगा। जवाब में दोनों पुलिसकर्मियों ने कहा कि बिना पैसों के काम नहीं हो पाएगा। इसके बाद 15 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। पीड़ित ने इसकी शिकायत विजिलेंस टीम से कर दी। विजिलेंस टीम को शिकायत सही मिली
विजिलेंस टीम ने मामले की जांच कराई, जिस पर शिकायत सही पाई गई। इसके बाद टीम ने घूसखोर कॉन्स्टेबल को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सोमवार शाम को विजिलेंस टीम रिंकू के साथ ACP बाबूपुरवा ऑफिस पहुंची। रिंकू अकेले अंदर 15 हजार रुपए लेकर पहुंचा और हेड कॉन्स्टेबल शहनवाज को 15 हजार रुपए दिए। नहीं मिला दूसरा हेड कॉन्स्टेबल, नंगे पैर लेकर आई टीम
घूस लेते ही विजिलेंस टीम ने छापा मारकर शहनवाज को पकड़ा। हालांकि, टीम को हेड कॉन्स्टेबल योगेश नहीं मिला। टीम ने शहनवाज के केमिकल से हाथ धुलाए तो हाथों से रंग छूटने लगा। यह देखकर शहनवाज हैरान रह गया। शहनवाज ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया और खींचते हुए ले गई। आज कोर्ट में पेश किया जाएगा
ACP विजिलेंस ने बताया- हेड कॉन्स्टेबल शहनवाज खान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मंगलवार यानी आज हेड कॉन्स्टेबल को लखनऊ स्थित भ्रष्टाचार निवारण स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। ये भी पढ़ें:- कालिंदी एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश थी: सिलेंडर लगाकर 20 मीटर तक पेट्रोल छिड़का, बारूद बिछाया कालिंदी एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश थी। जांच एजेंसियों को ट्रैक पर सिर्फ सिलेंडर, पेट्रोल बोतल ही नहीं मिले, बर्राजपुर स्टेशन की तरफ करीब 20 मीटर तक पेट्रोल छिड़कने के सबूत भी मिले हैं। यह सब इशारा करता है कि बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच 100 Km रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन जब सिलेंडर से टकराएगी, तो धमाका होगा। गैस रिसाव के साथ इंजन आग की चपेट में आ जाएगा। टक्कर के बाद ट्रेन को पूरी तरह से रुकने में टाइम लगेगा, तब तक पेट्रोल की मदद से आग पीछे डिब्बों तक फैल जाएगी। हादसे को बड़ा बनाने के लिए पटरी के बगल में बारूद भी रखा गया। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर