हिमाचल की राजधानी संजौली में बुधवार को हिंदू संगठनों के लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया। इसमें 15 से ज्यादा प्रदर्शनकारी और पुलिस जवान घायल हुए है। प्रदर्शन की वजह से आम जनता और स्कूली छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस वजह से स्कूलों में दो से तीन घंटे तक बच्चे रोक दिए गए। हिंदू संगठन शिमला के संजौली में बनी अवैध मस्जिद को तोड़ने की मांग पर अड़े है। हालांकि इसके अवैध निर्माण का मामला अभी नगर निगम आयुक्त कोर्ट में विचारधीन है और इस मामले में अगली सुनवाई 5 अक्टूबर को होगी। यहां देखे संजौली में मस्जिद विवाद में प्रदर्शन की फोटो… हिमाचल की राजधानी संजौली में बुधवार को हिंदू संगठनों के लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया। इसमें 15 से ज्यादा प्रदर्शनकारी और पुलिस जवान घायल हुए है। प्रदर्शन की वजह से आम जनता और स्कूली छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस वजह से स्कूलों में दो से तीन घंटे तक बच्चे रोक दिए गए। हिंदू संगठन शिमला के संजौली में बनी अवैध मस्जिद को तोड़ने की मांग पर अड़े है। हालांकि इसके अवैध निर्माण का मामला अभी नगर निगम आयुक्त कोर्ट में विचारधीन है और इस मामले में अगली सुनवाई 5 अक्टूबर को होगी। यहां देखे संजौली में मस्जिद विवाद में प्रदर्शन की फोटो… हिमाचल | दैनिक भास्कर
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चंबा के युवक ने चंडीगढ़ में लगाई फांसी:कुछ दिन पहले हुई थी गर्ल फ्रेंड से कहासुनी, ट्रेनिंग के लिए आया था मृतक
चंबा के युवक ने चंडीगढ़ में लगाई फांसी:कुछ दिन पहले हुई थी गर्ल फ्रेंड से कहासुनी, ट्रेनिंग के लिए आया था मृतक चंडीगढ़ में इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 स्थित एक होटल में ट्रेनिंग के लिए आए युवक ने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के 23 वर्षीय रोहन के रूप में हुई है, जो सेक्टर-29 के एक मकान में किराये पर रह रहा था। घटना शुक्रवार देर शाम की है। जैसे ही घटना की जानकारी मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को फंदे से नीचे उतारकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है और उसके परिवार को इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के पीछे की वजहों का पता चल सके। हालांकि, मृतक के दोस्तों से पूछताछ करने पर यह खुलासा हुआ कि रोहन की एक करीबी गर्ल फ्रेंड से कुछ दिनों पहले कहासुनी हुई थी। इस घटना के बाद से ही वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। दोस्तों ने बताया कि गर्ल फ्रेंड ने उसका फोन नंबर भी ब्लॉक कर दिया था, जिससे वह और अधिक अवसाद में चला गया था। गर्ल फ्रेंड से बात न होने से उदास मृतक के दोस्तों ने यह भी बताया कि बीते दो-तीन दिनों से रोहन की अपने गर्ल फ्रेंड से कोई बातचीत नहीं हो पाई थी, जिसके कारण वह अत्यधिक उदास रहने लगा था। हालांकि, पुलिस ने इस मामले की जांच कई एंगल से शुरू कर दी है और हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या के असली कारणों का पता जांच पूरी होने के बाद ही चल सकेगा। फिलहाल, पुलिस इस दुखद घटना की गहन जांच कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि कहीं आत्महत्या के पीछे कोई अन्य कारण तो नहीं है। पुलिस मृतक के दोस्तों, परिवार और अन्य परिचितों से भी पूछताछ कर रही है ताकि इस मामले के सभी पहलुओं को समझा जा सके और किसी भी तरह की अनदेखी न हो।
हिमाचल में 9वें दिन भी 42 लोगों का सुराग नहीं:8 शवों की शिनाख्त होनी बाकी; डीएनए से होगी पहचान, 40 के सैंपल लिए गए
हिमाचल में 9वें दिन भी 42 लोगों का सुराग नहीं:8 शवों की शिनाख्त होनी बाकी; डीएनए से होगी पहचान, 40 के सैंपल लिए गए हिमाचल प्रदेश में 9 दिन बाद भी 42 लापता लोगों सुराग नहीं लग पाया है। शिमला जिला के रामपुर के समेज, कुल्लू के निरमंड के बागीपुल व सिंघगाड़ और मंडी की चौहारघाटी में लापता लोगों का तलाश में रेस्क्यू जारी है। रामपुर के समेज से सुन्नी के कोड डैम तक चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान 9 दिन में 10 शव बरामद हुए है। इनमें से अभी दो की ही पहचान हो पाई है। हालांकि दो दिन पहले तीसरे लापता इंजीनियर सिद्धार्थ की पहचान का रिश्तेदारों ने दावा किया था। मगर बीती को शाम को सिद्धार्थ के पिता ने जब शव देखा तो उन्होंने कहा ये उनका बेटा नहीं है। अन्य शवों की पहचान के लिए पुलिस 40 से ज्यादा लोगों के डीएनए सैंपल ले चुकी है। रामपुर के समेज से कुल 36 लोग लापता हुए थे। यहां कुछ शव जरूर मिले है, लेकिन सबकी पहचान नहीं हो सकी। इस लिहाज से 34 व्यक्ति अभी भी लापता है। मंडी की चौहारघाटी के राजबन गांव में भी 11 लोग मलबे में दब गए थे। एक को जिंदा निकाला गया, जबकि 9 लोगों के शव बरामद कर लिए गए है। राजबन में अभी भी 1 युवक लापता है। बागीपुल में 5 लोगों का अभी भी सुराग नहीं कुल्लू के निरमंड के बागीपुल में 31 जुलाई की आधी रात को कुर्पण खड्ड में आए सैलान से 7 लोग बाढ़ में बह गए थे। इनमें से 2 के शव मिल गए है, जबकि 5 अभी भी लापता है। श्रीखंड के पहले पड़ाव सिंघगाड़ से भी 2 व्यक्ति लापता है। इनका भी अब तक सुराग नहीं लग पाया है। 300 जवान रेस्क्यू में जुटे लापता लोगों की तलाश में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड के 300 से ज्यादा जवान लगे हुए हैं। अब तक रेस्क्यू दल का ज्यादा फोकस समेज क्षेत्र था। मगर बीते एक सप्ताह के दौरान ज्यादातर शव कोड डैम और सतलुज नदी के किनारे मिले है। लिहाजा रेस्क्यू दल अब सतलुज नदी के तटों और कोल डैम में तलाश कर रहा है। बीच बीच में हो रही बारिश सर्च ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न कर रही है। अब सतलुज किनारे सर्च ऑपरेशन पर जोर: डीसी डीसी शिमला अनुपंम कश्यप ने बताया कि समेज में लगभग 95 प्रतिशत क्षेत्र की खुदाई कर दी गई है। इस दौरान कुछ सामान जरूर मिला है। मगर लापता व्यक्ति यहां नहीं मिल पाए। उन्होंने बताया कि अब तक जो शव मिले है, उनमें ज्यादा कोल डैम में बरामद किए गए। प्रदेश में 42 लोग अभी भी लापता 6 दिन से सर्च ऑपरेशन के बाद समेज में 34, चौहारघाटी में 1, कुल्लू के बाघीपुल में 5 और श्रीखंड के सिंघगाड़ से 2 व्यक्ति अभी भी लापता है। प्रदेश में कुल मिलाकर 42 लोगों का अभी भी सुराग नहीं लग पाया है। अब तक कहां कितने शव मिले मंडी की चौहारघाटी में 9 शव मिले है। कुल्लू के बागीपुल में 2 शव मिले है, यहां पर भी अभी 5 लोग लापता है। समेज में 36 लोग लापता थे। इनमें से 2 के शवों की पहचान और अंतिम संस्कार कर दिया गया है। ग्रामीणों की संतुष्ट तक जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन सर्च ऑपरेशन में करीब डेढ़ सौ से अधिक सदस्य व आठ मशीनें मौके पर खोजबीन में जुटी हुई है। समेज में जारी सर्च ऑपरेशन के तहत अभी तक सभी संभव स्थानों पर हर तकनीक के माध्यम से लापता लोगों की खोज की जा चुकी है, लेकिन असफल रहे। अब समेज में हुई घटना के शवों के सुन्नी में मिलने से अंदाजा लगाया जा सकता है की उस दिन किस वेग के साथ पानी ने मार की होगी। बहरहाल जब तक स्थानीय ग्रामीण संतुष्ट नहीं हो जाते तब तक समेज में घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
हिमाचल में इस हफ्ते पड़ेगी भीषण गर्मी:आज से 3 दिन तक हीटवेव का येलो अलर्ट; प्री मानसून के अभी आसार नहीं
हिमाचल में इस हफ्ते पड़ेगी भीषण गर्मी:आज से 3 दिन तक हीटवेव का येलो अलर्ट; प्री मानसून के अभी आसार नहीं हिमाचल प्रदेश में इस सप्ताह भीषण गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने आज से अगले तीन दिन तक छह जिलों में हीटवेव का येलो अलर्ट जारी किया है। इससे तापमान में दो से तीन डिग्री तक का उछाल आएगा। चिंता इस बात की है कि बारिश व प्री मानसून की एक सप्ताह तक कोई संभावना नजर नहीं आ रही। आमतौर पर हिमाचल में 15 जून तक प्री मानसून की बौछारें गिरती है। मगर इस बार अभी तक प्री मानसून की बारिश के कोई संकेत नहीं है। मौसम विभाग ने छह जिले ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी, सोलन व सिरमौर जिला में तीन दिन तक हीटवेव का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं कुल्लू और कांगड़ा जिला के कुछ क्षेत्रों में भी 13 जून को हीटवेव चल सकती है। 4 शहरों का पारा 40 डिग्री पार प्रदेश में चार शहरों का पारा 40 डिग्री सेल्सियस पार और 10 शहरों का तापमान 35 डिग्री से ज्यादा हो गया है। ऊना का सबसे ज्यादा 43.4 डिग्री, सुंदरनगर का 37.8 डिग्री, धर्मशाला का 35.1 डिग्री, नाहन का 38.1 डिग्री, सोलन का 35 डिग्री, कांगड़ा का 39.2 डिग्री, मंडी का 37.8 डिग्री, हमीरपुर का 39.7 डिग्री, चंबा का 36.7 डिग्री, बरठी का 38.9 डिग्री और बजौरा का तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस हो गया है। अगले छह दिनों के दौरान इसमें और इजाफा होगा। कई जगह नॉर्मल से 5 डिग्री अधिक हुआ पारा प्रदेश के ज्यादातर शहरों का पारा नॉर्मल से 5 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। ऊना का तापमान नॉर्मल से 5 डिग्री अधिक हो गया है। वहीं शिमला का तापमान नॉर्मल से 3.5 डिग्री, सुंदरनगर 3.3 डिग्री, धर्मशाला का 4 डिग्री, नाहन का 4.6 डिग्री, सोलन का 3.4 डिग्री, मंडी का 3.2 डिग्री और बिलासपुर का तापमान नॉर्मल से 3 डिग्री अधिक चल रहा है। यह स्थिति चिंताजनक है। ऐसी भीषण गर्मी न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि पर्यावरण के लिए घातक साबित हो रही है। चटक धूप की वजह से जमीन में नमी सूख रही है। इससे चौरतफा जंगल आग से धधक रहे हैं। गर्मी के कारण लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। हीटवेव की चेतावनी को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हीटवेव की सूरत में क्या सावधानी बरतें