हरियाणा में अब दो दिन और मानसून एक्टिव रहेगा इसके बाद बारिश में कमी देखने को मिलेगी। भारत मौसम विभाग के अनुसार आज हरियाणा के 15 शहरों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है, इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में बारिश के आसार हैं। एक दिन पहले शुक्रवार को हरियाणा के उत्तरी और दक्षिण इलाकों में बारिश हुई थी। बारिश होने से हवा में नमी बनी हुई है। मगर मानसून कमजोर पड़ने के बाद उमस का दौर फिर से शुरू होगा। बता दें कि जुलाई में मानसून की बारिश के बाद अगस्त में सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। वहीं सितंबर में भी अब तक अच्छी बारिश देखने को मिली है। आगामी 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम
हरियाणा में मौसम आमतौर पर 17 सितंबर तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति पर उत्तर की तरफ बने रहने और अरब सागर से नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में मानसूनी हवाओं की सक्रियता में बढ़ोतरी होने की संभावना से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 12 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में फिर से वृद्धि होने की संभावना है जिससे 12 सितंबर रात्रि से 14 सितंबर के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं हलकी से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की संभावना बन रही है। 15 सितंबर से फिर से बारिश की गतिविधियों में कमी आने तथा तापमान में हल्की बढ़ोतरी की संभावना है। जुलाई में रुठा रहा मानसून
हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में मात्र 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा में अब दो दिन और मानसून एक्टिव रहेगा इसके बाद बारिश में कमी देखने को मिलेगी। भारत मौसम विभाग के अनुसार आज हरियाणा के 15 शहरों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है, इसको लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। पंचकुला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में बारिश के आसार हैं। एक दिन पहले शुक्रवार को हरियाणा के उत्तरी और दक्षिण इलाकों में बारिश हुई थी। बारिश होने से हवा में नमी बनी हुई है। मगर मानसून कमजोर पड़ने के बाद उमस का दौर फिर से शुरू होगा। बता दें कि जुलाई में मानसून की बारिश के बाद अगस्त में सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। वहीं सितंबर में भी अब तक अच्छी बारिश देखने को मिली है। आगामी 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम
हरियाणा में मौसम आमतौर पर 17 सितंबर तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति पर उत्तर की तरफ बने रहने और अरब सागर से नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में मानसूनी हवाओं की सक्रियता में बढ़ोतरी होने की संभावना से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में 12 सितंबर से बारिश की गतिविधियों में फिर से वृद्धि होने की संभावना है जिससे 12 सितंबर रात्रि से 14 सितंबर के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में हवाएं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं हलकी से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की संभावना बन रही है। 15 सितंबर से फिर से बारिश की गतिविधियों में कमी आने तथा तापमान में हल्की बढ़ोतरी की संभावना है। जुलाई में रुठा रहा मानसून
हरियाणा में जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। आंकड़ों को देखे तो 2018 में 549 एमएम बारिश हुई थी। 2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में मात्र 97.9 एमएम ही बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर