चंडीगढ़ ग्रेनेड हमले का दूसरा आरोपी दिल्ली से काबू:डेरा बाबा नानक का है रहने वाला, पांच लाख में हुई थी डील

चंडीगढ़ ग्रेनेड हमले का दूसरा आरोपी दिल्ली से काबू:डेरा बाबा नानक का है रहने वाला, पांच लाख में हुई थी डील

चंडीगढ़ की कोठी पर हुए ग्रेनेड हमले में शामिल दूसरे आरोपी तक पुलिस पहुंच गई है। विशाल नाम के आरोपी को दिल्ली से काबू किया है। वह डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। साथ ही पहले पकड़े गए आरोपी रोहन का साथी है। हालांकि पुलिस की तरफ कोई पुष्टि नहीं की गई है। सुरक्षा एजेंसियां अमृतसर स्थित यूएस में बैठे गैंगस्टर हरप्रीत सिंह हैप्पी पासिया के घर भी पहुंची थी। हैप्पी के परिजनों ने मीडिया से कहा कि हमारे बेटे का इस तरह की वारदातों से कोई लेना देना नहीं है। उसने इस बारे में बताया था। परिजनों का कहना है कि उनके बैंक खाते तक सीज कर दिए है। कई जगह की पुलिस उनके घर पर आई है। आरोपियों को अभी तक मिले 20 लाख सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया धमाके के लिए उनकी डील पांच लाख रुपए में हुई थी। लेकिन पहली किश्त में 20 हजार रुपए ही मिले थे। आरोपी रोहन ने पुलिस को बताया कि वह चंडीगढ़ में हमले के बाद जेएंडके भागने वाला था। लेकिन वीडियो वायरल होने बाद उनकी तरफ से एन मौके प्लान बदल दिया था। इसके बाद दोनों ने अलग-अलग राह चुन ली थी। वहीं, पुलिस अब उसके बारे में कई अन्य चीजों की पड़ताल जुटी हुई।
ISI के इशारे पर हमला, ड्रोन से आए हथियार पंजाब पुलिस की जांच में यह साफ हो चुका है कि 11 सितंबर को ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा था। उसने US में बैठे हैप्पी पासिया के जरिए इसे अंजाम दिलाया। पंजाब के DGP गौरव यादव ने खुद इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि हैप्पी पासिया के गांव का ही रोहन पासिया है, जो कि ग्रेनेड फैंकने में शामिल है। यह बात साफ हो गई कि ड्रोन के जरिए ग्रेनेड पाकिस्तान से भारत आया था। चंडीगढ़ की कोठी पर हुए ग्रेनेड हमले में शामिल दूसरे आरोपी तक पुलिस पहुंच गई है। विशाल नाम के आरोपी को दिल्ली से काबू किया है। वह डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। साथ ही पहले पकड़े गए आरोपी रोहन का साथी है। हालांकि पुलिस की तरफ कोई पुष्टि नहीं की गई है। सुरक्षा एजेंसियां अमृतसर स्थित यूएस में बैठे गैंगस्टर हरप्रीत सिंह हैप्पी पासिया के घर भी पहुंची थी। हैप्पी के परिजनों ने मीडिया से कहा कि हमारे बेटे का इस तरह की वारदातों से कोई लेना देना नहीं है। उसने इस बारे में बताया था। परिजनों का कहना है कि उनके बैंक खाते तक सीज कर दिए है। कई जगह की पुलिस उनके घर पर आई है। आरोपियों को अभी तक मिले 20 लाख सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया धमाके के लिए उनकी डील पांच लाख रुपए में हुई थी। लेकिन पहली किश्त में 20 हजार रुपए ही मिले थे। आरोपी रोहन ने पुलिस को बताया कि वह चंडीगढ़ में हमले के बाद जेएंडके भागने वाला था। लेकिन वीडियो वायरल होने बाद उनकी तरफ से एन मौके प्लान बदल दिया था। इसके बाद दोनों ने अलग-अलग राह चुन ली थी। वहीं, पुलिस अब उसके बारे में कई अन्य चीजों की पड़ताल जुटी हुई।
ISI के इशारे पर हमला, ड्रोन से आए हथियार पंजाब पुलिस की जांच में यह साफ हो चुका है कि 11 सितंबर को ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा था। उसने US में बैठे हैप्पी पासिया के जरिए इसे अंजाम दिलाया। पंजाब के DGP गौरव यादव ने खुद इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि हैप्पी पासिया के गांव का ही रोहन पासिया है, जो कि ग्रेनेड फैंकने में शामिल है। यह बात साफ हो गई कि ड्रोन के जरिए ग्रेनेड पाकिस्तान से भारत आया था।   पंजाब | दैनिक भास्कर