सीएम योगी ने गाजियाबाद में अखिलेश और राहुल पर निशाना साधा। कहा- यूपी में दो लड़कों की जोड़ी गुमराह करने के लिए आई है। इन्होंने किसी का हित नहीं किया, सिर्फ लूटा है। इन लोगों को जब भी जनता ने शक्ति दी, तब इन्होंने शक्ति का दुरुपयोग किया है, जैसे भस्मासुर ने किया था। सीएम ने कहा- कांग्रेस सरकार रामसेतु तोड़ने का काम कर रही थी। अयोध्या राम मंदिर में बाधक बन रही थी। कश्मीर में आतंकी पनपा रही थी। वही सपा भी उसी के नक्शे कदम पर चल रही थी। गुंडागर्दी, दंगा, अराजकता चरम पर था। सपा तो माफिया के सामने नाक रगड़ती थी। इनके अंदर औरंगजेब की आत्मा घुस चुकी है। ये धर्माचार्यों को माफिया कहते हैं। कार्यक्रम के अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… सीएम योगी ने गाजियाबाद में अखिलेश और राहुल पर निशाना साधा। कहा- यूपी में दो लड़कों की जोड़ी गुमराह करने के लिए आई है। इन्होंने किसी का हित नहीं किया, सिर्फ लूटा है। इन लोगों को जब भी जनता ने शक्ति दी, तब इन्होंने शक्ति का दुरुपयोग किया है, जैसे भस्मासुर ने किया था। सीएम ने कहा- कांग्रेस सरकार रामसेतु तोड़ने का काम कर रही थी। अयोध्या राम मंदिर में बाधक बन रही थी। कश्मीर में आतंकी पनपा रही थी। वही सपा भी उसी के नक्शे कदम पर चल रही थी। गुंडागर्दी, दंगा, अराजकता चरम पर था। सपा तो माफिया के सामने नाक रगड़ती थी। इनके अंदर औरंगजेब की आत्मा घुस चुकी है। ये धर्माचार्यों को माफिया कहते हैं। कार्यक्रम के अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
मंडी शहर में नया ट्रैफिक प्लान लागू:चक्कर लगाने की बजाय सीधे शहर में कर सकते हैं एंट्री, एक तरफा यातायात होगा बहाल
मंडी शहर में नया ट्रैफिक प्लान लागू:चक्कर लगाने की बजाय सीधे शहर में कर सकते हैं एंट्री, एक तरफा यातायात होगा बहाल मंडी शहर में पुलिस द्वारा नया ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। हालांकि पहले इसे ट्रायल बेस पर शुरू किया गया है बाद में इसे सुचारु रूप से लागू किया जाएगा। यह जानकारी एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने दी। उन्होनें बताया कि शहर में जाम की समस्या बढ़ती जा रही है, जिसको लेकर पुलिस द्वारा ट्रायल बेस में नया ट्रैफिक प्लान शहर में लागू किया गया है। उन्होनें कहा कि मंडी बाइपास शुरू होने से शहर का ट्रेफिक कम हुआ है, जिसको देखते हुए मंडी पुलिस द्वारा लोगों की सुविधा के लिए नये सुकेती पुल को दो तरफा यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है जिससे वाहन चालक अब शहर में सीधे एंटर कर सकते है। वहीं मंगवाई से आने वाले वाहनों को शहर में एंट्री करने के लिए पुराने पुल से होते हुए नए पुल से होते हुए ही शहर में आना होगा और महामृत्यूंजय चौक से मंगवाई की तरफ जाने के लिए एक तरफा यातायात बहाल रहेगा। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि यह प्लान अभी ट्रायल बेस पर शुरू किया गया है जिसमें लोग अपने सुझाव दे सकते। यदि ट्रैफिक प्लान सही रहा तो जल्द ही इसकी नोटिफिकेशन भी जारी कर दी जाएगी।वहीं शहर में लागू नए ट्रैफिक प्लान की कुछ लोग सराहना कर रहे तो कुछ लोग इसे नकार रहे है। स्थानिय निवासी पवन ने बताया कि मंडी शहर में नया ट्रैफिक प्लान स्वागत योग्य है परंतु इसमें शहर में जाम की स्थिति पैदा हो रही है जिस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। बता दें कि इससे पहले भी मंडी पुलिस ने शहर के कुछ बस स्टॉप को बंद करने का फरमान सुनाया था, जिसके बाद विरोध स्वरूप सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे थे।
एक जुलाई से शुरू होगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान:31 जुलाई तक चलेगा ,मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से फैलाया जाएगा जागरूकता
एक जुलाई से शुरू होगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान:31 जुलाई तक चलेगा ,मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से फैलाया जाएगा जागरूकता वेक्टर जनित रोगों, संचारी रोगों और दिमागी बुखार से जागरूकता फैलाने के लिए जुलाई से संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। योगी सरकार प्रदेश भर में एक जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान और 11 जुलाई से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाने जा रही है। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है, जिस पर अमल के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। नगर विकास विभाग ने भी जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए कमर कस ली है और नगरीय निकायों को कार्ययोजना को लागू करने के लिए दिशा निर्देश प्रदान किए हैं। गतिविधियों की उपलब्ध करानी होगी रिपोर्ट नगर विकास द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के अनुपालन में नगरीय निकाय निदेशालय ने समस्त नगर आयुक्तों, जल संस्थान के महाप्रबंधकों एवं नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारियों को इन निर्देशों के अनुरूप कार्ययोजना को अमल में लाने के लिए कहा है। साथ ही नगर निगमों, नगर पालिकाओं और समस्त नगर पंचायतों के लिए संवेदीकरण बैठक निर्धारित की गई है एवं समस्त नगर निकायों द्वारा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के लिए निकाय वार व वार्ड वार संपन्न की जाने वाली गतिविधियों की माइक्रोप्लान जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्साधिकारी को 28 जून तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। नगरीय निकायों को इस माइक्रोप्लान के अनुसार अभियान के दौरान किए गए कार्यों व संपन्न गतिविधियों के संबंध में संकलित रिपोर्ट भी शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। निरंतर जागरूकता अभियान जारी रहे नगरीय निकायों को दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार, नगरीय निकायों के अधिकारियों एवं कर्मियों का दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों, जलजनित रोगों की रोकथाम तथा साफ-सफाई के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से संवेदीकरण कराया जाए। नगरीय क्षेत्र में मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों, जलजनित रोगों के विषय में निरंतर जागरूकता स्थापित की जाए। साथ ही, शहरी क्षेत्रों में फॉगिंग करवाना, स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई हाई रिस्क क्षेत्रों की सूची में उल्लिखित स्थानों पर सघन वेक्टर नियंत्रण एवं संवेदीकरण गतिविधियां संपादित कराना शामिल है। इसके अतिरिक्त ये भी दिशा निर्देश दिए गए हैं कि नगरीय क्षेत्रों में वातावरणीय तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के उपायों, खुले में शौच न करने, शुद्ध पेयजल के प्रयोग तथा मच्छरों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान संचालित किया जाए। साथ ही खुली नालियों को ढकने की व्यवस्था, नालियों, कचरों की सफाई करवाना, उथले हैंडपंपों का प्रयोग रोकने के लिए उन्हें लाल रंग से चिह्नित किया जाना और हैंडपंपों के पाइप को चारों ओर से कंकरीट से बंद करने के कार्य को तवज्जो दी जाए। हैंडपंपों के पास अपशिष्ट जल के निकलने हेतु सोक पिट का निर्माण, शुद्ध पेयजल की गुणवत्ता की निगरानी के लिए बैक्टीरियोलॉजिकल/वायरोलॉजिकल जांच अवश्य कराई जाए। संवेदनशील क्षेत्रों पर रहे खास फोकस जल भराव और वाटर सप्लाई को लेकर भी दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसके अनुसार, आबादी में मिनी पब्लिक वाटर सप्लाई (एमपीडब्ल्यूएस), टैंक टाइप स्टैंड पोस्ट (टीटीएसपी) की मानकों के अनुसार स्थापना एवं निगरानी सुनिश्चित की जाए। जल भराव तथा वनस्पतियों की वृद्धि को रोकने के लिए सड़कों तथा पेवमेंट का निर्माण कराया जाए। सड़क किनारे उगी वनस्पतियों को नियमित रूप से हटाया जाना, शहरी क्षेत्रों एवं शहरी मलिन बस्तियों के संवेदनशील आबादी समूहों में अपनी गतिविधियों को केंद्रित करना और संवेदनशील क्षेत्रों को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) करना आवश्यक है। इसके अलावा संवेदनशील क्षेत्रों तथा शहरी मलिन बस्तियों में विभागीय गतिविधियों की प्रगति आख्या भौतिक प्रगति के अभिलेखीकरण के साथ तैयार कराई जाए।
Kashi Vishwanath Temple: काशी वालों के लिए बड़ी खुशखबरी! विश्वनाथ मंदिर से जुड़े सबसे बड़ी मांग को मिली हरी झंडी
Kashi Vishwanath Temple: काशी वालों के लिए बड़ी खुशखबरी! विश्वनाथ मंदिर से जुड़े सबसे बड़ी मांग को मिली हरी झंडी <p style=”text-align: justify;”><strong>Kashi Vishwanath Temple:</strong> दिसंबर 2021 में काशी विश्वनाथ धाम लोकार्पण के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में शिवभक्त काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में मंदिर में श्रद्धालुओं की इतनी अधिक भीड़ हो रही है कि लोगों को लाइन में घंटों लगकर इंतजार भी करना पड़ता है. भीड़ को देखते हुए काशी वालों की भी मंदिर प्रशासन से यह मांग थी कि वह प्राचीन समय से बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन करते आए हैं. ऐसे में उन्हें एक निर्धारित प्रवेश द्वार से दर्शन करने की अनुमति प्रदान की जाए. </p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं मंदिर प्रशासन और प्रशासनिक अधिकारियों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि काशी वालों को निर्धारित प्रवेश द्वार से दर्शन करने की अनुमति प्रदान की जाएगी और आज इसका सफल ट्रायल भी किया जा चुका है. काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा की तरफ से एबीपी लाइव को मिली जानकारी के अनुसार- प्रशासनिक अधिकारियों और मंदिर प्रशासन की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि वाराणसी काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 के ठीक बगल में स्थित नंदूफ़ारिया मार्ग से सुबह 4:00 से 5:00 और शाम 4:00 से 5:00 काशी वालों को प्रवेश मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-says-evil-attempt-to-kill-democracy-stigma-on-our-forehead-samvidhaan-hatya-diwas-2736146″>UP Politics: संविधान हत्या दिवस पर सीएम योगी बोले- ‘लोकतंत्र की हत्या का कुप्रयास, हमारे माथे पर कलंक'</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सफल किया जा चुका ट्रायल</strong><br />मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि आज इसका सफल ट्रायल भी किया जा चुका है. सबसे पहले यह काशी के नियमित दर्शनार्थियों के लिए शुरू किया जा रहा है. इसके बाद सभी काशी वालों के लिए शुरू करने को लेकर सूचना जारी की जाएगी. दर्शनार्थी काशी का कोई भी पहचान पत्र लेकर इसी मार्ग से निर्धारित समय के लिए प्रवेश कर सकते हैं. काशी वालों की मांग को देखते हुए यह व्यवस्था शुरू की जा रही है, जिससे उन्हें सुगमता से बाबा काशी विश्वनाथ का दर्शन प्राप्त हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>22 जुलाई से पवित्र सावन माह शुरू हो रहा है. इसको लेकर भगवान शंकर के सबसे बड़े धाम काशी विश्वनाथ मंदिर में तैयारी को लगभग पूरा कर लिया गया है. सीसीटीवी कैमरे, अन्य सुरक्षा व्यवस्था से लेकर श्रद्धालुओं के पानी पीने, शौचालय, चिकित्सा सुविधा इन सभी व्यवस्थाओं का खासतौर पर ध्यान दिया गया है. अब शंकराचार्य चौक के अलावा ललिता घाट पर भी जर्मन हैंगर लगा रहेगा, जिसकी मदद से श्रद्धालुओं को छांव मिल सकेगा . सावन माह में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में मंदिर प्रशासन ने शिव भक्तों के सुगम दर्शन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली है.</p>