हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा और सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा की गई हेट स्पीच की निंदा की। शिमला में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर CM सुक्खू ने कहा, इस तरह व्यक्तिगत टिप्पणियां करके राजनीतिक रोटियां नहीं सेकी जाती। CM ने कहा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को ऐसी टिप्पणियों पर संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा, उत्तर भारत में इस वक्त चुनाव चल रहे हैं। ऐसी टिप्पणियां करके ध्यान आकर्षित किया जा रहा है, ताकि सरकार की नाकामियों से जनता का ध्यान हटाया जा सके। कांग्रेस पार्टी ऐसी टिप्पणियों की निंदा करती है। हिमाचल के मुख्यमंत्री ने रवनीत सिंह बिट्टू पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा, जब वह कांग्रेस से सांसद थे, तब वह राहुल गांधी के कसीदे पढ़ा करते थे। अब भारतीय जनता पार्टी में अपनी कुर्सी पक्की करने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, यह निंदनीय है। कुर्सी की खातिर सिद्धांतों का बलिदान नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, बीजेपी के कुछ छुटभैया नेता राहुल पर टिप्पणी कर रहे हैं। राहुल गांधी इस देश के सम्मानित नेता है। उनकी सोच के कारण कांग्रेस पार्टी फिर से अपने पांव पर खड़ी हुई है। ऐसी टिप्पणियों की कांग्रेस पार्टी निंदा करती है। डीसी ऑफिस के बाहर महिला कांग्रेस का प्रदर्शन राहुल गांधी के खिलाफ हेट स्पीच मामले में दोपहर बाद महिला कांग्रेस ने भी डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष जैनब चंदेल ने राहुल गांधी पर की जा रही टिप्पणियों के लिए भाजपा नेताओं पर हमला बोला। यहां पढ़े राहुल गांधी को लेकर किस नेता ने क्या बयान दिया… बता दें कि राहुल गांधी की विदेश यात्रा के बाद उन पर भाजपा नेता लगातार हमले बोल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि राहुल गांधी विदेश में जाकर देश की प्रतिष्ठा को गिराते हैं, उनका पासपोर्ट रद्द होना चाहिए। वहीं भाजपा सांसद अनिल बोंडे ने कहा- राहुल की जीभ काट लेनी चाहिए। दिल्ली में राहुल गांधी के घर के बाहर 11 सितंबर को भाजपा ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह पर राहुल को मारने की धमकी देने का आरोप लगा। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने 15 सितंबर को राहुल गांधी को आतंकवादी बताया। उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं। उनको भारत से प्यार भी नहीं है। राहुल ने पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो वे अब सिखों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, ‘राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। देश की एजेंसियों को उन पर नजर रखनी चाहिए। दरअसल, राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं। 16 सितंबर को महाराष्ट्र के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, ‘राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इसका इनाम मिलेगा, जो भी राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख रुपए दिए जाएंगे। संजय ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान खतरे में होने का फर्जी नैरेटिव सेट कर वोट हासिल किए। आज वे आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पिछड़े वर्ग, ओबीसी और आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहती है। बीजेपी नेता और यूपी के मंत्री रघुराज सिंह ने 16 सितंबर को इंदौर में सार्वजनिक तौर पर कहा था कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ‘भारत के नंबर वन आतंकवादी’ हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा और सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा की गई हेट स्पीच की निंदा की। शिमला में बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर CM सुक्खू ने कहा, इस तरह व्यक्तिगत टिप्पणियां करके राजनीतिक रोटियां नहीं सेकी जाती। CM ने कहा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को ऐसी टिप्पणियों पर संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा, उत्तर भारत में इस वक्त चुनाव चल रहे हैं। ऐसी टिप्पणियां करके ध्यान आकर्षित किया जा रहा है, ताकि सरकार की नाकामियों से जनता का ध्यान हटाया जा सके। कांग्रेस पार्टी ऐसी टिप्पणियों की निंदा करती है। हिमाचल के मुख्यमंत्री ने रवनीत सिंह बिट्टू पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा, जब वह कांग्रेस से सांसद थे, तब वह राहुल गांधी के कसीदे पढ़ा करते थे। अब भारतीय जनता पार्टी में अपनी कुर्सी पक्की करने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, यह निंदनीय है। कुर्सी की खातिर सिद्धांतों का बलिदान नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, बीजेपी के कुछ छुटभैया नेता राहुल पर टिप्पणी कर रहे हैं। राहुल गांधी इस देश के सम्मानित नेता है। उनकी सोच के कारण कांग्रेस पार्टी फिर से अपने पांव पर खड़ी हुई है। ऐसी टिप्पणियों की कांग्रेस पार्टी निंदा करती है। डीसी ऑफिस के बाहर महिला कांग्रेस का प्रदर्शन राहुल गांधी के खिलाफ हेट स्पीच मामले में दोपहर बाद महिला कांग्रेस ने भी डीसी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष जैनब चंदेल ने राहुल गांधी पर की जा रही टिप्पणियों के लिए भाजपा नेताओं पर हमला बोला। यहां पढ़े राहुल गांधी को लेकर किस नेता ने क्या बयान दिया… बता दें कि राहुल गांधी की विदेश यात्रा के बाद उन पर भाजपा नेता लगातार हमले बोल रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि राहुल गांधी विदेश में जाकर देश की प्रतिष्ठा को गिराते हैं, उनका पासपोर्ट रद्द होना चाहिए। वहीं भाजपा सांसद अनिल बोंडे ने कहा- राहुल की जीभ काट लेनी चाहिए। दिल्ली में राहुल गांधी के घर के बाहर 11 सितंबर को भाजपा ने प्रदर्शन किया था। इस दौरान भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह पर राहुल को मारने की धमकी देने का आरोप लगा। केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने 15 सितंबर को राहुल गांधी को आतंकवादी बताया। उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं। उनको भारत से प्यार भी नहीं है। राहुल ने पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो वे अब सिखों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, ‘राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। देश की एजेंसियों को उन पर नजर रखनी चाहिए। दरअसल, राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं। 16 सितंबर को महाराष्ट्र के बुलढाणा से विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, ‘राहुल गांधी पिछड़ों, आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इसका इनाम मिलेगा, जो भी राहुल की जीभ काटेगा, उसे 11 लाख रुपए दिए जाएंगे। संजय ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान खतरे में होने का फर्जी नैरेटिव सेट कर वोट हासिल किए। आज वे आरक्षण खत्म करने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस पिछड़े वर्ग, ओबीसी और आदिवासियों का आरक्षण खत्म करना चाहती है। बीजेपी नेता और यूपी के मंत्री रघुराज सिंह ने 16 सितंबर को इंदौर में सार्वजनिक तौर पर कहा था कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ‘भारत के नंबर वन आतंकवादी’ हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में 3 मंत्रियों-स्पीकर के हलके में कम वोटिंग:पूर्व CM जयराम ठाकुर के क्षेत्र में बंपर मतदान, कम वोटिंग कांग्रेस के लिए चिंता
हिमाचल में 3 मंत्रियों-स्पीकर के हलके में कम वोटिंग:पूर्व CM जयराम ठाकुर के क्षेत्र में बंपर मतदान, कम वोटिंग कांग्रेस के लिए चिंता हिमाचल की कांग्रेस सरकार में तीन मंत्री, विधानसभा स्पीकर, एक मुख्य संसदीय सचिव (CPS) और कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट के 6 विधानसभा हलकों में सबसे कम वोटिंग हुई है। इनमें विधानसभा स्पीकर के साथ पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री, आयुष एवं खेल मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव और कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट का हलका शामिल है। इलेक्शन कमीशन के मुताबिक प्रदेश के 68 विधानसभा में कसुम्पटी में सबसे कम 61.33% वोटिंग हुई है। कसुम्पटी से सुक्खू कैबिनेट में अनिरुद्ध सिंह मंत्री है। कम वोटिंग में नीचे से दूसरे पायदान पर कांगड़ा संसदीय क्षेत्र का बैजनाथ है। यहां पर 61.57% वोटिंग हुई है। बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल को CM सुक्खू ने CPS बना रखा है। मंत्री यादवेंद्र के विधानसभा में भी कम मतदान
मतदान में नीचे से तीसरे पायदान पर जयसिंहपुर हलका है। यहां पर 62% वोटिंग हुई है। सुक्खू कैबिनेट में जयसिंहपुर से यादवेंद्र गोमा मंत्री है। कम मतदान % में धर्मपुर हलका पांचवें नंबर है। धर्मपुर से विधायक एवं कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट चंद्रशेखर हैं। नीचे से छठे नंबर पर शिमला शहरी हलका है। इस सीट पर 63.12 प्रतिशत वोटिंग हुई है। यहां से कांग्रेस के विधायक हरीश जनारठा है। कृषि मंत्री के हलके में कम वोटिंग
सातवें पायदान पर विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया का हलका भटियात है। यहां पर 64.90% मतदान हुआ है। नौवें पायदान पर कांगड़ा संसदीय क्षेत्र का ज्वाली विधानसभा है। ज्वाली से विधायक चंद्र कुमार सुक्खू कैबिनेट में कृषि मंत्री है। राजनीति के जानकारों की माने तो दिग्गजों के हलकों में कम वोटिंग कांग्रेस के लिए चिंता का कारण साबित हो सकती है। पूर्व CM के विधानसभा में बंपर वोटिंग
वहीं बंपर वोटिंग वाले टॉप-10 हलकों में 5 बीजेपी और कांग्रेस के 3 ही विधायक जीते हुए हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा बंपर वोटिंग पूर्व CM जयराम ठाकुर के गृह विधानसभा सराज में 79.22% हुई है। सराज के बाद नाचन में 77.47% मतदान हुआ है। इस हलके से विधायक बीजेपी के विनोद कुमार हैं। टॉप-10 हलके में शुमार बलह में 76.87% वोटिंग हुई। यहां से बीजेपी के इंद्र सिंह गांधी MLA है। कुटलैहड़ में 76.38% वोटिंग हुई है। 2022 में जरूर यहां की जनता ने कांग्रेस को जनता ने जनादेश दिया था। मगर अभी यहां उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई। 75.60% मतदान के साथ सुंदरनगर पांचवें नंबर पर रहा। इस सीट से भी बीजेपी के विधायक राकेश जम्वाल हैं। पोलिंग में छठे नंबर जुब्बल कोटखाई हलका है। यहां पर 75.48% मतदान हुआ है। जुब्बल कोटखाई से कांग्रेस सरकार में मंत्री रोहित ठाकुर MLA हैं। इसी तरह 75.25% मतदान के साथ आठवें स्थान पर कसौली हलका है। कसौली हलके से MLA कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी है, जो शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट हैं। उनके गृह हलके में हेवी पोलिंग कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत माना जा रहा है।
सुजानपुर में राणा, गगरेट में चैतन्य हार रहे:EVM काउंटिंग में कांग्रेस के रणजीत 2174 मतों से आगे, लाहौल-स्पीति में अनुराधा जीत के करीब
सुजानपुर में राणा, गगरेट में चैतन्य हार रहे:EVM काउंटिंग में कांग्रेस के रणजीत 2174 मतों से आगे, लाहौल-स्पीति में अनुराधा जीत के करीब हिमाचल की सुजानपुर विधानसभा सीट पर दिग्गज नेता एवं BJP उम्मीदवार राजेंद्र राणा उप चुनाव हारने जा रहे हैं। उधर, लाहौल-स्पीति में कांग्रेस के बागी एवं BJP कैंडिडेट रवि ठाकुर और निर्दलीय रामलाल मारकंडा, गगरेट सीट पर बीजेपी के चैतन्य शर्मा भी हार के कगार पर हैं। वहीं बड़सर सीट पर कांग्रेस के बागी व बीजेपी प्रत्याशी इंद्रदत्त लखनपाल चुनाव जीतने जा रहे है। लाहौल-स्पीति में कांग्रेस की अनुराधा राणा 1786 वोटों से आगे हैं। गगरेट में कांग्रेस के राकेश कालिया 7970 वोटों के अंतर से चैतन्य से आगे चल रहे हैं। इन तीनों सीटों पर अब पोस्टल बैलेट की गणना बाकी और फाइनल घोषणा का इंतजार है। सुजानपुर में राजेंद्र राणा को 2174 मतों के अंतर से पीछे चल रहे हैं। कैप्टन रणजीत को ईवीएम में 28577 वोट और राजेंद्र राणा को 26403 मत मिले। राजेंद्र राणा ने हिमाचल की सत्तारूढ़ कांग्रेस के राज्यसभा में प्रत्याशी के खिलाफ वोट करके पार्टी से बगावत की थी और बीते 23 मार्च को उन्होंने दिल्ली में बीजेपी का दामन थामा। 26 मार्च को बीजेपी ने राणा समेत कांग्रेस के छह बागी विधायकों को टिकट दिया। अब राजेंद्र राणा सुजानपुर सीट से विधानसभा उप चुनाव हार गए हैं। राणा को प्रेम कुमार धूमल के हनुमान माने जाने वाले कैप्टन रणजीत सिंह ने हराया है। बता दें कि राजेंद्र राणा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी से मुख्यमंत्री चेहरा एवं दो बार के पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल को चुनाव हराया था। इस बार राणा खुद चुनाव हारने जा रहे है। मुख्यमंत्री सुक्खू निरंतर राणा पर हमलावर थे और सुधीर शर्मा व राणा को बिके हुए विधायकों का निरंतर सरगना बोल रहे थे। प्रदेश की चार अन्य विधानसभा सीटों पर भी काउंटिंग जारी है। बड़सर में बीजेपी के इंद्रदत्त लखनपाल, धर्मशाला में भी बीजेपी के सुधीर शर्मा और कुटलैहड़ में भी कांग्रेस के विवेक शर्मा बढ़त बनाए हुए है। इन छह सीटों पर उप चुनाव में कुल 4,54,926 मतदाताओं में से 3,29,240 (76.89%) ने वोट दिया है। इनमें 32,089 पुरुष, 35,337 पुरुष और एक थर्ड जेंडर का मतदाता शामिल है।कुटलैहड़ में सबसे ज्यादा 67427 (76.20%) फीसदी और धर्मशाला में सबसे कम 60981 (71.2%) मतदाताओं ने वोट डाला है। बड़सर विधानसभा में 62695 (71.69%), लाहौल स्पीति में 18977 (75.09%), गगरेट में 63359 (75.14%) और सुजानपुर में 55800 (73.76%) प्रतिशत लोगों ने अपना वोट डाला। लाहौल स्पीति में त्रिकोणीय मुकाबला लाहौल-स्पीति विधानसभा में कांग्रेस की अनुराधा राणा, बीजेपी रवि ठाकुर और भाजपा के बागी निर्दलीय राम लाल मारकंडा में टक्कर है। धर्मशाला में बीजेपी के बागी चौधरी धर्मशाला सीट पर बीजेपी सुधीर शर्मा, कांग्रेस के देवेंद्र जग्गी और निर्दलीय राकेश चौधरी के बीच मुकाबला है। इन तीनों के अलावा यहां सतीश कुमार भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कुटलैहड़ में 4 दावेदार कुटलैहड़ में कांग्रेस के विवेक शर्मा, भाजपा के देवेंद्र कुमार भुट्टो, निर्दलीय चंचल सिंह और निर्दलीय राजीव शर्मा चुनावी मैदान में है। यहां देवेंद्र भुट्टो और विवेक शर्मा में मुख्य मुकाबला है। गगरेट में पांच दावेदार गगरेट में कांग्रेस के राकेश कालिया, बीजेपी के चैतन्य शर्मा, निर्दलीय मनोहर लाल शर्मा, निर्दलीय अमित वशिष्ट और निर्दलीय अशोक सोंखला चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पर राकेश कालिया और चैतन्य शर्मा में सीधी टक्कर है। बड़सर में तीन दावेदार कांग्रेस के सुभाष चंद ढटवालिया, बीजेपी के इंद्र दत्त लखनपाल और निर्दलीय विशाल शर्मा तीन दावेदार है। यहां पर भी सुभाष और लखनपाल के बीच मुख्य मुकाबला है। इनका भाग्य आज ईवीएम में कैद हो गया। 15 महीने में इसलिए आई उप चुनाव की नौबत इन छह सीटों पर 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ही विधायक चुने गए थे। मगर इन्होंने राज्यसभा चुनाव में पहले बीजेपी प्रत्याशी के लिए वोट दिया। इसके बाद विधानसभा में पार्टी के व्हिप का उलंघन किया। इसके दोषी पाए जाने पर स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें अयोग्य घोषित किया। इसके बाद बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट भी गए। मगर कोर्ट का रुख देखते हुए इन्होंने खुद ही याचिका वापस लेने का निर्णय लिया। इसके बाद बीते 16 मार्च को केंद्रीय चुनाव आयोग ने छह सीटों पर उप चुनाव का ऐलान किया।
श्रीखंड महादेव यात्रा के लिए अब तक 2000 आवेदन:14 से 27 जुलाई तक चलेगी यात्रा, 3 श्रद्धालुओं की जा चुकी है जान
श्रीखंड महादेव यात्रा के लिए अब तक 2000 आवेदन:14 से 27 जुलाई तक चलेगी यात्रा, 3 श्रद्धालुओं की जा चुकी है जान देश की कठिनतम धार्मिक यात्राओं में शामिल श्रीखंड महादेव यात्रा को लेकर यात्रियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस यात्रा को शुरू होने से 15 दिन पहले ही 2000 से अधिक यात्रियों ने ऑनलाइन आवेदन कर दिया है। श्रीखंड महादेव यात्रा ट्रस्ट की ओर से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पंजीकरण के लिए पोर्टल का निर्माण किया है। जिसके चलते 14 से 27 जुलाई तक चलने वाली इस धार्मिक यात्रा पर जाने वाले यात्री अपने आप को इस पोर्टल पर पंजीकृत कर सकते हैं। यात्रा में जाने वाले यात्रियों के पंजीकरण के लिए इस पोर्टल को एक सप्ताह पहले खोला गया है। यात्रियों की संख्या में काफी इजाफा जिसके चलते अब तक 2000 से अधिक यात्रियों ने इस पोर्टल के माध्यम से अपना पंजीकरण करवा लिया है। जबकि अभी यात्रा को शुरू होने में 15 दिन बाकी है ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार श्रीखंड महादेव यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या में काफी इजाफा होगा। कुछ यात्री चोरी छुपे पहुंच रहे हैं दर्शन करने गौरतलब है कि कई यात्री पिछले कुछ दिनों से इस यात्रा पर चोरी छुपे निकल रहे हैं। हालांकि ऐसे यात्रियों को रोकने के लिए प्रशासन ने क्षेत्र में पुलिस जवान भी तैनात किए हैं लेकिन इससे पहले सैकड़ो यात्री चोरी छुपे श्रीखंड महादेव दर्शन कर चुके हैं। तीन यात्री गवा चुके हैं जान इस बार यात्रा शुरू होने से पहले श्रीखंड महादेव के दर्शन करने निकले यात्रियों में से तीन लोग अपनी जान गवा चुके हैं। जिसमें एक स्थानीय और दो तीर्थ यात्री शामिल थे।