प्रयागराज के सोनू पटेल, इनकी लंबाई महज तीन फिट ही है लेकिन कुछ कर दिखाने का जुनून है। पहले सोनू को लोग बौना-बौना कहकर चिढ़ाते थे लेकिन सोनू ने अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत पढ़ाई करते रहे। डबल एमए, बीएड के बाद टीईटी की परीक्षा भी पास कर लिए हैं अब सीजीएल के एग्जाम की तैयारी में जुटे हैं जो 21 सितंबर को होनी है। लंबाई कम होने की वजह से जो लोग मजाक उड़ाते थे वही लोग आज पढ़ाई व परीक्षाओं की तैयारियों से संबंधित टिप्स लेने आते हैं। सोनू श्रृंग्वेरपुर विकासखंड के काशीपुर गांव के रहने वाले हैं। ऑनलाइन कोचिंग से करते हैं एग्जाम की तैयारी
सोनू ने बताया कि उनकी ज्यादातर पढ़ाई ऑनलाइन कोचिंग के जरिए होती है। प्रतिदिन 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करते हैं। आर्थिक समस्याओं को देखते हुए वह सहज जन सेवा केंद्र भी संचालित करते हैं। वहीं पर ही पढ़ाई भी करते रहते हैं। वह कहते हैं कि उनका लक्ष्य सिर्फ एक शिक्षक बनना है। वह सीजीएल एग्जाम की तैयारियों में जुटे हैं। एग्जाम में उन्हें 20 मिनट का अतिरिक्त समय मिले इसके लिए वह सीएमओ आफिस आए थे। डिप्टी सीएमओ डॉ. नवीन गिरि ने उनका परीक्षण कराया और इसके बाद पाया कि वह शारीरिक रूप से अक्षम हैं और इन्हें एग्जाम में 20 मिनट का अतिरिक्त समय मिलना चाहिए। प्रयागराज के सोनू पटेल, इनकी लंबाई महज तीन फिट ही है लेकिन कुछ कर दिखाने का जुनून है। पहले सोनू को लोग बौना-बौना कहकर चिढ़ाते थे लेकिन सोनू ने अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत पढ़ाई करते रहे। डबल एमए, बीएड के बाद टीईटी की परीक्षा भी पास कर लिए हैं अब सीजीएल के एग्जाम की तैयारी में जुटे हैं जो 21 सितंबर को होनी है। लंबाई कम होने की वजह से जो लोग मजाक उड़ाते थे वही लोग आज पढ़ाई व परीक्षाओं की तैयारियों से संबंधित टिप्स लेने आते हैं। सोनू श्रृंग्वेरपुर विकासखंड के काशीपुर गांव के रहने वाले हैं। ऑनलाइन कोचिंग से करते हैं एग्जाम की तैयारी
सोनू ने बताया कि उनकी ज्यादातर पढ़ाई ऑनलाइन कोचिंग के जरिए होती है। प्रतिदिन 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करते हैं। आर्थिक समस्याओं को देखते हुए वह सहज जन सेवा केंद्र भी संचालित करते हैं। वहीं पर ही पढ़ाई भी करते रहते हैं। वह कहते हैं कि उनका लक्ष्य सिर्फ एक शिक्षक बनना है। वह सीजीएल एग्जाम की तैयारियों में जुटे हैं। एग्जाम में उन्हें 20 मिनट का अतिरिक्त समय मिले इसके लिए वह सीएमओ आफिस आए थे। डिप्टी सीएमओ डॉ. नवीन गिरि ने उनका परीक्षण कराया और इसके बाद पाया कि वह शारीरिक रूप से अक्षम हैं और इन्हें एग्जाम में 20 मिनट का अतिरिक्त समय मिलना चाहिए। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर