यूपी में राहुल गांधी के खिलाफ FIR:कहा था- भारत में सिख पवित्र कड़ा नहीं पहन सकते; आरोप साबित हुए तो उम्रकैद तक की सजा

यूपी में राहुल गांधी के खिलाफ FIR:कहा था- भारत में सिख पवित्र कड़ा नहीं पहन सकते; आरोप साबित हुए तो उम्रकैद तक की सजा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ वाराणसी में मुकदमा दर्ज हुआ है। भाजपा ने कहा- राहुल गांधी ने अमेरिका में बयान देकर सिख समुदाय की भावनाओं को आहत किया। उन्होंने देश की एकता-अखंडता को प्रभावित किया। सिगरा पुलिस ने भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की शिकायत पर धारा 152 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। अशोक सिंह ने कहा- राहुल गांधी ने अमेरिका में देश की छवि खराब की है। धारा 152 का मतलब- विद्रोह के लिए भड़काना है। इसमें उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। जुर्माना भी लगाया जा सकता है। अब विस्तार से समझिए पूरा मामला… पुलिस को राहुल के बयान का वीडियो सौंपा
शुक्रवार को भाजपा जिलाध्यक्ष और एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा और महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय समेत तमाम नेता सिगरा थाने पहुंचे। पुलिस को राहुल गांधी के बयान का वीडियो और शिकायती पत्र भी दिया। इसके बाद पुलिस ने राहुल के खिलाफ केस दर्ज किया है। भाजपा महानगर उपाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया- राहुल गांधी कांग्रेस के नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष हैं। उन्होंने हाल ही में अमेरिका प्रवास के दौरान कहा- भारत में सिख समुदाय के लोग पवित्र कड़ा नहीं पहन सकते। वो पगड़ी नहीं बांध सकते। इसके अलावा वो गुरुद्वारे भी नहीं जा सकते। इसके लिए हमें लड़ाई लड़नी है और यह सब धर्मों के लिए है। इससे सिख समुदाय में आक्रोश है। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि हमारी सरकार आएगी तो हम आरक्षण को समाप्त कर देंगे। यह बात कहकर राहुल गांधी ने देश के तमाम पिछड़े समुदाय एवं व्यक्तियों की भावनाओं को आहत किया है। इसमें मैं भी शामिल हूं। मेरी भावनाएं भी आहत हुई हैं। इससे देश की एकता और अखंडता को खतरा हो गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने कहा- नेता विपक्ष राहुल गांधी ने जिस तरह से देश विरोधी बयान अमेरिका में जाकर दिया है, वह गलत है। उन्होंने वहां जाकर कहा- भारत निर्वाचन आयोग भाजपा के अधीन है, जबकि चुनाव संविधान के अनुसार हो रहा है। हम राहुल पर केवल केस ही नहीं बल्कि कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं। असल में राहुल ने क्या कहा था, जिस पर मचा बवाल अमेरिका में राहुल ने कहा था- भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी, कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं? क्या वे गुरुद्वारे जा सकेंगे? ये चिंता सिर्फ सिखों की नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है। देश सबका है, ये BJP नहीं मानती। BJP को समझ में नहीं आता कि यह देश सबका है। भारत एक संघ है। संविधान में साफ लिखा है। भारत एक संघ राज्य है, जिसमें विभिन्न इतिहास, परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं। BJP कहती है कि ये संघ नहीं है, ये अलग है। RSS भारत को नहीं समझती। RSS कहती है कि कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं। कुछ भाषाएं दूसरी भाषाओं से, कुछ धर्म दूसरे धर्मों से, कुछ समुदाय दूसरे समुदाय से कम हैं। हर राज्य का अपना इतिहास, परंपरा है। RSS की विचारधारा में तमिल, मराठी, बंगाली, मणिपुरी हैं, ये कमतर भाषाएं हैं। इसी बात पर लड़ाई है। RSS भारत को नहीं समझती। आरक्षण खत्म करने का सही समय नहीं- राहुल गांधी
राहुल ने कहा था कि आरक्षण खत्म करने का अभी सही समय नहीं है। कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा। जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए और OBC को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। भारत के बिजनेस लीडर्स की लिस्ट देखें। मुझे लगता है कि टॉप 200 में से एक OBC है, जबकि वे भारत में 50% हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं। चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। एजुकेशन सिस्टम पर RSS का कब्जा है। मीडिया और जांच एजेंसियों पर उनका कब्जा है। मैंने संविधान को सामने रखना शुरू किया। अगर संविधान खत्म हो गया, तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा। लोगों ने समझा कि जो संविधान की रक्षा कर रहे हैं और जो इसे नष्ट करना चाहते हैं, यह उनके बीच की लड़ाई है। मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव होते तो BJP 246 के करीब होती। यह भी पढ़ें:- अखिलेश बोले- यूपी सरकार का टारगेट बस यादव-मुसलमान:विधायक जाहिद बेग की FIR पर कहा- भाजपा के इशारे पर काम कर रही पुलिस सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को कन्नौज पहुंचे। उन्होंने यूपी सरकार और सीएम योगी पर तंज कसा। अखिलेश ने कहा, ‘हमने कभी किसी साधु-संत, ऋषि-मुनि और आचार्य पर टिप्पणी नहीं की। हमने टिप्पणी की है, मठाधीश मुख्यमंत्री जी पर। हम लोग कभी किसी पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हम और लोगों को पूजनीय मानते हैं। सबका सम्मान करते हैं। अगर हम सीएम को मठाधीश बोल भी रहे हैं तो ये तो अच्छी बात है, इसमें बुरा मानने जैसा क्या है? पढ़ें पूरी खबर… कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ वाराणसी में मुकदमा दर्ज हुआ है। भाजपा ने कहा- राहुल गांधी ने अमेरिका में बयान देकर सिख समुदाय की भावनाओं को आहत किया। उन्होंने देश की एकता-अखंडता को प्रभावित किया। सिगरा पुलिस ने भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की शिकायत पर धारा 152 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। अशोक सिंह ने कहा- राहुल गांधी ने अमेरिका में देश की छवि खराब की है। धारा 152 का मतलब- विद्रोह के लिए भड़काना है। इसमें उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। जुर्माना भी लगाया जा सकता है। अब विस्तार से समझिए पूरा मामला… पुलिस को राहुल के बयान का वीडियो सौंपा
शुक्रवार को भाजपा जिलाध्यक्ष और एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा और महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय समेत तमाम नेता सिगरा थाने पहुंचे। पुलिस को राहुल गांधी के बयान का वीडियो और शिकायती पत्र भी दिया। इसके बाद पुलिस ने राहुल के खिलाफ केस दर्ज किया है। भाजपा महानगर उपाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया- राहुल गांधी कांग्रेस के नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष हैं। उन्होंने हाल ही में अमेरिका प्रवास के दौरान कहा- भारत में सिख समुदाय के लोग पवित्र कड़ा नहीं पहन सकते। वो पगड़ी नहीं बांध सकते। इसके अलावा वो गुरुद्वारे भी नहीं जा सकते। इसके लिए हमें लड़ाई लड़नी है और यह सब धर्मों के लिए है। इससे सिख समुदाय में आक्रोश है। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि हमारी सरकार आएगी तो हम आरक्षण को समाप्त कर देंगे। यह बात कहकर राहुल गांधी ने देश के तमाम पिछड़े समुदाय एवं व्यक्तियों की भावनाओं को आहत किया है। इसमें मैं भी शामिल हूं। मेरी भावनाएं भी आहत हुई हैं। इससे देश की एकता और अखंडता को खतरा हो गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा ने कहा- नेता विपक्ष राहुल गांधी ने जिस तरह से देश विरोधी बयान अमेरिका में जाकर दिया है, वह गलत है। उन्होंने वहां जाकर कहा- भारत निर्वाचन आयोग भाजपा के अधीन है, जबकि चुनाव संविधान के अनुसार हो रहा है। हम राहुल पर केवल केस ही नहीं बल्कि कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं। असल में राहुल ने क्या कहा था, जिस पर मचा बवाल अमेरिका में राहुल ने कहा था- भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी, कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं? क्या वे गुरुद्वारे जा सकेंगे? ये चिंता सिर्फ सिखों की नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है। देश सबका है, ये BJP नहीं मानती। BJP को समझ में नहीं आता कि यह देश सबका है। भारत एक संघ है। संविधान में साफ लिखा है। भारत एक संघ राज्य है, जिसमें विभिन्न इतिहास, परंपराएं, संगीत और नृत्य शामिल हैं। BJP कहती है कि ये संघ नहीं है, ये अलग है। RSS भारत को नहीं समझती। RSS कहती है कि कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं। कुछ भाषाएं दूसरी भाषाओं से, कुछ धर्म दूसरे धर्मों से, कुछ समुदाय दूसरे समुदाय से कम हैं। हर राज्य का अपना इतिहास, परंपरा है। RSS की विचारधारा में तमिल, मराठी, बंगाली, मणिपुरी हैं, ये कमतर भाषाएं हैं। इसी बात पर लड़ाई है। RSS भारत को नहीं समझती। आरक्षण खत्म करने का सही समय नहीं- राहुल गांधी
राहुल ने कहा था कि आरक्षण खत्म करने का अभी सही समय नहीं है। कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा। जब आप वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए और OBC को भी लगभग इतनी ही रकम मिलती है। भारत के बिजनेस लीडर्स की लिस्ट देखें। मुझे लगता है कि टॉप 200 में से एक OBC है, जबकि वे भारत में 50% हैं, लेकिन हम इस बीमारी का इलाज नहीं कर रहे हैं। चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है। एजुकेशन सिस्टम पर RSS का कब्जा है। मीडिया और जांच एजेंसियों पर उनका कब्जा है। मैंने संविधान को सामने रखना शुरू किया। अगर संविधान खत्म हो गया, तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा। लोगों ने समझा कि जो संविधान की रक्षा कर रहे हैं और जो इसे नष्ट करना चाहते हैं, यह उनके बीच की लड़ाई है। मुझे नहीं लगता कि निष्पक्ष चुनाव होते तो BJP 246 के करीब होती। यह भी पढ़ें:- अखिलेश बोले- यूपी सरकार का टारगेट बस यादव-मुसलमान:विधायक जाहिद बेग की FIR पर कहा- भाजपा के इशारे पर काम कर रही पुलिस सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को कन्नौज पहुंचे। उन्होंने यूपी सरकार और सीएम योगी पर तंज कसा। अखिलेश ने कहा, ‘हमने कभी किसी साधु-संत, ऋषि-मुनि और आचार्य पर टिप्पणी नहीं की। हमने टिप्पणी की है, मठाधीश मुख्यमंत्री जी पर। हम लोग कभी किसी पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हम और लोगों को पूजनीय मानते हैं। सबका सम्मान करते हैं। अगर हम सीएम को मठाधीश बोल भी रहे हैं तो ये तो अच्छी बात है, इसमें बुरा मानने जैसा क्या है? पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर