फरीदाबाद के पुलिस थाना सेक्टर 17 की टीम ने क्रेटा कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम कीरत सिंह (21) है जो ओल्ड फरीदाबाद का रहने वाला है। आरोपी अपनी क्रेटा गाड़ी पर रमन वर्मा निवासी पंचकूला की गाड़ी के नंबर की नंबर प्लेट लगाकर घूम रहा था। 19 सितंबर को आरोपी अपनी क्रेटा गाड़ी पर सेक्टर 17 बाईपास पर रााँग साइड से जा रहा था, जहां पुलिस ने उसका चालान काट दिया। चालान में नंबर प्लेट से डिटेल उठाई गई। आरोपी को कोर्ट में चालान जमा कराने की बात कहकर छोड़ा गया। चालान का मैसेज जब रमन वर्मा के पास पहुंचा तो उसे पता लगा कि उसकी गाड़ी का चालान फरीदाबाद में हुआ है जबकि उसकी गाड़ी तो पंचकूला में ही है। रमन वर्मा ने जब इसकी शिकायत फरीदाबाद पुलिस को की तो सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार किया गया और उसकी गाड़ी जब्त कर ली। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने करीब 1 महीने पहले ऑनलाइन आर्डर करके यह नंबर प्लेट मंगवाई थी। इस नंबर प्लेट को वह चालान से बचने के लिए ही उपयोग करता था, ताकि उसका चालान कटने से बच जाए। पुलिस पूछताछ के बाद आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है। फरीदाबाद के पुलिस थाना सेक्टर 17 की टीम ने क्रेटा कार पर फर्जी नंबर प्लेट लगाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम कीरत सिंह (21) है जो ओल्ड फरीदाबाद का रहने वाला है। आरोपी अपनी क्रेटा गाड़ी पर रमन वर्मा निवासी पंचकूला की गाड़ी के नंबर की नंबर प्लेट लगाकर घूम रहा था। 19 सितंबर को आरोपी अपनी क्रेटा गाड़ी पर सेक्टर 17 बाईपास पर रााँग साइड से जा रहा था, जहां पुलिस ने उसका चालान काट दिया। चालान में नंबर प्लेट से डिटेल उठाई गई। आरोपी को कोर्ट में चालान जमा कराने की बात कहकर छोड़ा गया। चालान का मैसेज जब रमन वर्मा के पास पहुंचा तो उसे पता लगा कि उसकी गाड़ी का चालान फरीदाबाद में हुआ है जबकि उसकी गाड़ी तो पंचकूला में ही है। रमन वर्मा ने जब इसकी शिकायत फरीदाबाद पुलिस को की तो सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार किया गया और उसकी गाड़ी जब्त कर ली। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने करीब 1 महीने पहले ऑनलाइन आर्डर करके यह नंबर प्लेट मंगवाई थी। इस नंबर प्लेट को वह चालान से बचने के लिए ही उपयोग करता था, ताकि उसका चालान कटने से बच जाए। पुलिस पूछताछ के बाद आरोपी को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कांग्रेस हाईकमान का हुड्डा को झटका संभव:सैलजा के करीबी को नेता विपक्ष का जिम्मा; माहौल के बावजूद हार से नाराजगी
कांग्रेस हाईकमान का हुड्डा को झटका संभव:सैलजा के करीबी को नेता विपक्ष का जिम्मा; माहौल के बावजूद हार से नाराजगी हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अब कुछ सख्त कदम उठाने के मूड में नजर आ रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता के रूप में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के बदले किसी दूसरे विधायक को चुनकर कर सकती है। चर्चा है कि कांग्रेस पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन बिश्नोई को विधायक दल का नेता बनाकर एक बड़ा दांव खेल सकती है। हालांकि चंद्रमोहन हुड्डा गुट से नहीं है ऐसे में अगर उनको विधायक दल का नेता बनाया गया तो हुड्डा गुट के नेता विरोध कर सकते हैं। लेकिन दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने संकेत दे दिए हैं कि पार्टी अब कुछ सख्त कदम उठा सकती है। दरअसल, प्रदेश में मिली हार के बाद दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने किसी का नाम लिए बिना कहा था कि हरियाणा में कुछ नेताओं के हित पार्टी से ऊपर हो गए। राहुल के इस बयान के बाद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा दोनों ने ही चुप्पी साध ली है। लेकिन राहुल के बयान के मायने यही हैं कि हरियाणा कांग्रेस में अब हाईकमान बड़े बदलावों की ओर देख रहा है और इसकी शुरुआत विधायक दल के नेता, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस प्रभारी के बदलाव से की जा सकती है। चंद्रमोहन का नाम इसलिए आगे
1. गैर जाट वोटों को साधना :
चंद्रमोहन का नाम आगे करने से कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा गैर जाट वोटों के रूप में मिल सकता है। बता दें कि चौधरी भजनलाल गैर जाट मुख्यमंत्री के रूप में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री बनने वाले नेता थे। ओबीसी और पंजाबी वोटरों पर भी उनकी अच्छी पकड़ थी। चंद्रमोहन का नाम आगे करने से गैर जाट वोट कांग्रेस के पाले में आ सकते हैं। इस बार के चुनाव में भी गैर जाट वोट कांग्रेस को कम ही मिले थे और इसका सीधा फायदा भाजपा ने उठाया। 2. अनुभवी विधायकों में से एक
चंद्रमोहन बिश्नोई हरियाणा में कांग्रेस के अनुभवी विधायकों में से एक हैं। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के समकक्ष राजनीति की शुरुआत की थी। वह पहली बार 1993 में कालका से विधायक बने थे और अब 5वीं बार पंचकूला से विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा वह हरियाणा सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर भी रह चुके हैं। हालांकि निजी कारणों के चलते उनको बीच में ही पद छोड़ना पड़ा था। 3. सैलजा के नजदीकी
चंद्रमोहन की गिनती सैलजा गुट में शामिल नेताओं में होती है। चंद्रमोहन के लिए सैलजा हाईकमान तक लॉबिंग कर रही हैं। हालांकि वह अभी इस मामले में कुछ नहीं बोल रही हैं मगर कांग्रेस की हार के बाद हाईकमान सैलजा के फैसलों को तव्ज्जों दे सकता है। ऐसे में चंद्रमोहन का नाम आगे करने से सैलजा को भी हरियाणा में अपनी मजबूत जमीन बनाने में आसानी होगी। 4. भाजपा के स्पीकर को चुनाव में हराया
चंद्रमोहन का कद हरियाणा की राजनीति में इसलिए बड़ा है क्योंकि उन्होंने शहरी सीट से चुनाव जीता है जहां अकसर भाजपा का जोर रहता है। चंद्रमोहन ने पंचकूला जैसी सीट से भाजपा के स्पीकर रहे ज्ञानचंद गुप्ता को हराया है। चंद्रमोहन बिश्नोई ने गैर जाट वोटों में सेंधमारी कर भाजपा को हराया और पंचकूला में ज्ञान चंद गुप्ता से 2019 की हार का बदला लिया। 5. पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे
चंद्रमोहन पूर्व सीएम भजनलाल के बड़े बेटे हैं। बड़ा बेटा होने के नाते भजनलाल की विरासत के वोटर उनके साथ जुड़ सकते हैं। हालांकि भजनलाल ने कुलदीप बिश्नोई को विरासत सौंपी थी जो अब भाजपा में है। मगर आदमपुर और फतेहाबाद जैसे गढ़ में हार के बाद कांग्रेस चंद्रमोहन को आगे कर ये दांव जरूर चलना चाहेगी जिससे की ये वोटर कांग्रेस की तरफ डायवर्ट हो जाएं। 2019 में राजनीति में दोबारा ली एंट्री
पूर्व सीएम चौधरी भजनलाल को दो बेटे और एक बेटी हैं। बड़ा बेटा चंद्रमोहन, छोटा बेटा कुलदीप और बेटी रोशनी। 1993 में पुरुषभान के निधन के बाद पंचकूला जिले की कालका सीट खाली हो गई। इस सीट पर उपचुनाव जीतकर चंद्रमोहन ने राजनीतिक पारी शुरू की थी। हरियाणा में वह डिप्टी CM के पद पर रहे लेकिन 2008 में उन्होंने निजी कारणों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 2012 में अपनी पत्नी की मौत के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी भी बना ली थी। लेकिन 2019 में उन्होंने फिर से वापसी की लेकिन वो पंचकूला से चुनाव हार गए, हालांकि इस बार वो जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं।
हरियाणा में कुट्टू का आटा खाने से 8 लोग बेहोश:एक ही परिवार के 4 बच्चों समेत 7 को लगी उल्टियां, पकौड़े बनाकर खाए थे
हरियाणा में कुट्टू का आटा खाने से 8 लोग बेहोश:एक ही परिवार के 4 बच्चों समेत 7 को लगी उल्टियां, पकौड़े बनाकर खाए थे हरियाणा के कैथल में नवरात्रों में कुट्टू का आटा खाने से 8 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। आटे से बने पकौड़े खाने से उन्हें उल्टियां आईं। इसके बाद बेहोश हो गए। सभी को शहर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। परिवार ने दुकानदार के खिलाफ पुलिस को शिकायत दे दी है। आरोप है कि दुकानदार ने पुराना आटा दिया। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। फिलहाल पुलिस जांच में जुट गई है। इसमें एक ही परिवार के 4 बच्चों समेत 7 सदस्य हैं, वहीं एक व्यक्ति दूसरे परिवार से है। सभी कैथल के मॉडल टाउन के रहने वाले हैं। इसमें 40 वर्षीय मीनू, 12 वर्षीय सारांश, 13 वर्षीय सृष्टि, 25 वर्षीय दीपिका, 40 वर्षीय पूजा, 9 वर्षीय कुनाल, 8 वर्षीय बच्ची लवनिया और 49 वर्षीय अनु गोयल शामिल है। पकौड़े खाते ही लगी उल्टियां, बेहोश होने पर अस्पताल पहुंचाए
हरीश ने बताया कि उनके परिजन कल शाम 6 बजे मॉडल टाउन स्थित राजेश किराना स्टोर से कुट्टू का आटा लेकर आए थे। दुकानदार ने उनको 1-2 साल पुराना और घटिया क्वालिटी का आटा दे दिया। जब उसके पकौड़े बनाकर खाए तो किसी को उल्टी लगी तो किसी को पेट में दर्द होने लगा। डेढ़ घंटे के बाद परिवार के सभी सदस्य बेहोश हो गए। उनको रात 11 बजे शहर के प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाया गया। उनकी हालत अभी नाजुक बताई जा रही है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत अनाज मंडी चौकी को दी थी। जिसके बाद पुलिस अस्पताल आई और उनके बयान लिखकर ले गई, लेकिन अभी तक पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। हरीश ने कहा कि दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। कार्यक्रम में बनाए पकौड़े खाने से महिला की बिगड़ी तबीयत
वहीं दूसरे मामले में 49 वर्षीय अनु गोयल की कुट्टू का आटा खाने से तबीयत बिगड़ गई। अनु के परिजनों ने बताया कि कल शाम सोरेवाला वाला मार्ग पर स्थित एक निजी रेस्टोरेंट में उनका धार्मिक प्रोग्राम था। जिसमें खाने में पकौड़े दिए गए थे। जिनको खाने के बाद उनको फूड पॉइजनिंग हो गई। तबीयत ज्यादा बिगड़ने के कारण अनु को शहर के शाह अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। पुलिस अधिकारी बोले- जांच कर रहे हैं
अनाज मंडी चौकी इंचार्ज संदीप कुमार ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी चीज सामने आएगी उसी के अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी। कुट्टू को क्यों कहते हैं सुपरफूड
कुट्टू फल की कैटेगरी में आता है इसलिए व्रत के दिनों में इसकी पूरी से लेकर पकौड़ी और तरह-तरह से लोग इसको इस्तेमाल करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक कुट्टू प्रोटीन का बहुत अच्छा सोर्स है। 100 ग्राम कुट्टू में करीब 15 ग्राम के आसपास प्रोटीन होता हैष इसमें अच्छी खासी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर भी होता है। एक तरीके से कुट्टू सुपरफूड का काम करता है। कैसे पहचानें नकली आटा
असली कुट्टू के आटे का रंग गहरा भूरा होता है। लेकिन अगर कुट्टू के आटे में किसी तरह की मिलावट की जाती है या वह खराब हो जाता है तो उसका रंग बदल जाता है। नकली कुट्टू का आटा गूंथने पर बिखर जाता है। जबकि असली कुट्टे के आटे में ऐसा नहीं होता है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि कुट्टू का आटा हमेशा पैक ही खरीदें या किसी दुकान से ही खरीदें।
फरीदाबाद में यमुना में डूबे 3 युवक:2 को लोगों ने बचाया, एक की मौत, दादी की अस्थि विसर्जन के लिए गए थे
फरीदाबाद में यमुना में डूबे 3 युवक:2 को लोगों ने बचाया, एक की मौत, दादी की अस्थि विसर्जन के लिए गए थे फरीदाबाद से एक परिवार के 10 से 12 सदस्य अपने बुजुर्ग की अस्थियां बहाने के लिए यमुना गए थे। अस्थि विसर्जन के लिए पर परिवार के 3 लोग यमुना में घुसे थे जैसे ही वे कुछ दूरी पर गए तो गहरे पानी में डूबने लगे। शोर सुनकर अन्य लोगों ने उन्हें बचाने के लिए यमुना में छलांग लगा दी। जिनमें से 2 को लोगों ने बाहर निकाल लिया। वहीं एक युवक गहरे पानी में डूब गया। अस्थि विसर्जन के लिए गए थे परिवार के लोग बता दे कि गुरुवार को फरीदाबाद की इंदिरा कॉलोनी में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। जिसकी अस्थियों को लेकर आज उसके तीन पोते सुमित, अमित और दीपक सहित घर के अन्य सदस्य छायासा इलाके से होकर गुजर रही यमुना में अपनी दादी की अस्थियों को लेकर बहाने के लिए गए थे। तीनों पोते अस्थियां लेकर यमुना में घुसे और कुछ दूर जाने के बाद डूबने लगे। शोर सुनकर पास के ग्रामीणों ने यमुना में छलांग लगा दी। सुमित और अमित को तो ग्रामीणों द्वारा बचा लिया गया। लेकिन 29 वर्षीय दीपक गहरे पानी में डूब गया। जिसका कुछ भी पता नहीं चल पाया। दीपक शादीशुदा था, जिसके दो बच्चे है। 6 घंटे बाद बरामद हुआ शव घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और एनडीआरएफ की टीम डूबे हुए दीपक की तलाश में जुटी गई है। 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद यमुना में डूबे हुए दीपक के शव को बरामद कर लिया गया। फिलहाल दीपक के शव को पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है।