हरियाणा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सोमवार को ढ़ाई घंटे के भीतर 2 रैलियां की। पहली रैली टोहाना में हुई। जहां शाह ने 25 मिनट का भाषण दिया। दूसरी रैली जगाधरी में हुई। जिसमें शाह 34 मिनट बोले। दोनों रैलियों में 59 मिनट के संबोधन में शाह के फोकस पॉइंट थे- – भ्रष्टाचार, दलित, आरक्षण, किसान और अग्निवीर। भ्रष्टाचार पर शाह ने कहा-”हरियाणा में जब भी गैर BJP सरकार आई तब यहां भ्रष्टाचार बढ़ा। भाजपा की सरकार से पहले पहले पर्ची-खर्ची के बगैर नौकरी नहीं मिलती थी, BJP की सरकार में पोस्टमैन घर आकर नियुक्ति पत्र देकर जाता है। ”शाह आगे बोले- ”कांग्रेस वाले कहते हैं कि हम 2 लाख नौकरियां देंगे, ये सुनते ही कांग्रेसियों की बाछें खिल गई हैं। ये हिसाब-किताब में लग गए हैं। ये गरीब और योग्य का हक मारना चाहते हैं।” दलित मुद्दे पर शाह बोले- ”ये कांग्रेस पार्टी दलित विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने दलित नेताओं को अपमान करने का काम किया है। चाहे अशोक तंवर हों या बहन कुमारी सैलजा हो। आरक्षण पर शाह ने कहा- ”राहुल गांधी आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। हमने तो OBC का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए नायब सैनी को CM बना दिया, इनके यहां सिर्फ एक ही जाति के चेहरे को सीएम बनाया जाता है।” अग्निवीर पर शाह बोले-” हरियाणा के अग्निवीरों को पक्की नौकरी देंगे। मोदी जी हैं तो सब मुमकिन हैं। शाह हरियाणा कांग्रेस पर भी तंज कसने से नहीं चूके। शाह ने कहा- ”यहां एक मुख्यमंत्री पद है, लेकिन कांग्रेस में इसको लेकर कई लोग लड़ रहे हैं। सुरजेवाला ने तो नए कपड़े सिला लिए हैं। यहां तो पिता-पुत्र भी लड़ाई कर रहे हैं। 5 ग्राफिक्स से जानिए सभा का सार… अमित शाह की रैली की मूल खबर पढ़ें… शाह बोले-खट्टर का टाइम पूरा हुआ तो बदलाव किया:कांग्रेस में पिता-पुत्र लड़ रहे; राहुल गांधी ने सिखों का अपमान किया देश के गृह मंत्री अमित शाह सोमवार (23 सितंबर) को हरियाणा के दौरे पर रहे। उन्होंने फतेहाबाद के टोहाना और यमुनानगर के जगाधरी में रैली की। अमित शाह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर लड़ाई चल रही है। सुरजेवाला ने तो नए कपड़े सिला लिए। यहां तो पिता-पुत्र भी लड़ाई कर रहे हैं (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा चुनाव को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सोमवार को ढ़ाई घंटे के भीतर 2 रैलियां की। पहली रैली टोहाना में हुई। जहां शाह ने 25 मिनट का भाषण दिया। दूसरी रैली जगाधरी में हुई। जिसमें शाह 34 मिनट बोले। दोनों रैलियों में 59 मिनट के संबोधन में शाह के फोकस पॉइंट थे- – भ्रष्टाचार, दलित, आरक्षण, किसान और अग्निवीर। भ्रष्टाचार पर शाह ने कहा-”हरियाणा में जब भी गैर BJP सरकार आई तब यहां भ्रष्टाचार बढ़ा। भाजपा की सरकार से पहले पहले पर्ची-खर्ची के बगैर नौकरी नहीं मिलती थी, BJP की सरकार में पोस्टमैन घर आकर नियुक्ति पत्र देकर जाता है। ”शाह आगे बोले- ”कांग्रेस वाले कहते हैं कि हम 2 लाख नौकरियां देंगे, ये सुनते ही कांग्रेसियों की बाछें खिल गई हैं। ये हिसाब-किताब में लग गए हैं। ये गरीब और योग्य का हक मारना चाहते हैं।” दलित मुद्दे पर शाह बोले- ”ये कांग्रेस पार्टी दलित विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने दलित नेताओं को अपमान करने का काम किया है। चाहे अशोक तंवर हों या बहन कुमारी सैलजा हो। आरक्षण पर शाह ने कहा- ”राहुल गांधी आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। हमने तो OBC का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए नायब सैनी को CM बना दिया, इनके यहां सिर्फ एक ही जाति के चेहरे को सीएम बनाया जाता है।” अग्निवीर पर शाह बोले-” हरियाणा के अग्निवीरों को पक्की नौकरी देंगे। मोदी जी हैं तो सब मुमकिन हैं। शाह हरियाणा कांग्रेस पर भी तंज कसने से नहीं चूके। शाह ने कहा- ”यहां एक मुख्यमंत्री पद है, लेकिन कांग्रेस में इसको लेकर कई लोग लड़ रहे हैं। सुरजेवाला ने तो नए कपड़े सिला लिए हैं। यहां तो पिता-पुत्र भी लड़ाई कर रहे हैं। 5 ग्राफिक्स से जानिए सभा का सार… अमित शाह की रैली की मूल खबर पढ़ें… शाह बोले-खट्टर का टाइम पूरा हुआ तो बदलाव किया:कांग्रेस में पिता-पुत्र लड़ रहे; राहुल गांधी ने सिखों का अपमान किया देश के गृह मंत्री अमित शाह सोमवार (23 सितंबर) को हरियाणा के दौरे पर रहे। उन्होंने फतेहाबाद के टोहाना और यमुनानगर के जगाधरी में रैली की। अमित शाह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर लड़ाई चल रही है। सुरजेवाला ने तो नए कपड़े सिला लिए। यहां तो पिता-पुत्र भी लड़ाई कर रहे हैं (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में AAP उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 9 नाम:देवीलाल को हराने वाले पूर्व BJP मंत्री को टिकट; खड़गे का गठबंधन पर बयान से किनारा
हरियाणा में AAP उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 9 नाम:देवीलाल को हराने वाले पूर्व BJP मंत्री को टिकट; खड़गे का गठबंधन पर बयान से किनारा हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) ने 9 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इसमें भाजपा छोड़कर AAP में आए पूर्व मंत्री प्रोफेसर छत्रपाल सिंह को हिसार के बरवाला से टिकट दी गई है।
कांग्रेस से गठबंधन की बातचीत टूटने के बाद AAP की यह दूसरी लिस्ट है। कल AAP ने 20 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। AAP से गठबंधन पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस बारे में दूसरे नेता बात कर रहे हैं। वही इसके बारे में बताएंगे। वहीं AAP के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि हम सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच होगा। भाजपा समेत दूसरी कोई पार्टी मुकाबले में नहीं है। AAP की लिस्ट की खास बातें उम्मीदवारों की डिटेल प्रोफाइल… ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में AAP-कांग्रेस का गठबंधन नहीं हुआ:सीट शेयरिंग पर सहमति न होने से बातचीत टूटी; AAP ने 20 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की हरियाणा में आम आदमी पार्टी (AAP) अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी ने सोमवार को दोपहर बाद 20 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। AAP की इस लिस्ट से साफ है कि अब वह इस चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में आज चुनाव आयोग की टीम दौरा करने आएगी:विधानसभा इलेक्शन की तैयारियों को देखेगी; जल्दी चुनाव कराने के 3 कारण
हरियाणा में आज चुनाव आयोग की टीम दौरा करने आएगी:विधानसभा इलेक्शन की तैयारियों को देखेगी; जल्दी चुनाव कराने के 3 कारण हरियाणा में विधानसभा चुनाव टाइम से पहले होने जा रहे हैं। इसे लेकर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की टीम आज हरियाणा दौरे पर आ रही है। इस दौरान टीम 2 दिन चंडीगढ़ में रहेगी। वह जल्दी होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को परखेगी। साथ ही राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ भी रायशुमारी करेगी। टीम अलग-अलग समय में मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग कर प्रदेशभर का इनपुट भी लेगी। प्रदेश से मिलने वाले इनपुट को टीम मेंबर ECI को देंगे, जहां चुनाव की घोषणा को लेकर तैयारियां की जाएंगी। 25 अगस्त के आसपास नोटिफिकेशन आने के आसार
हरियाणा विधानसभा चुनाव का 25 अगस्त के आसपास नोटिफिकेशन आने के आसार हैं। ECI इस साल 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव कराने जा रहा है। इनमें हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और झारखंड शामिल हैं। ECI के सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। यही कारण है कि दूसरे राज्यों की चुनाव की डेट में बदलाव किया गया है। हरियाणा में 2019 के विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 21 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी किया था। 3 नवंबर तक सरकार का कार्यकाल
हरियाणा में सत्तासीन BJP की सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को खत्म हो रहा है। समय से पहले विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट को लेकर हरियाणा सरकार भी अलर्ट हो गई है। CM नायब सैनी ने मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) और टॉप ब्यूरोक्रेसी को अलर्ट कर दिया है। यही वजह है कि CMO के अफसर देर रात तक काम कर रहे हैं। वहीं, अगस्त में ही 3 बार सरकार ने कैबिनेट मीटिंग बुला ली है। 2 बार की मीटिंग हो चुकी है, तीसरी मीटिंग 17 अगस्त को CM नायब सैनी ने बुलाई है। हरियाणा में इस बार 817 नए बूथ होंगे
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल पहले ही बता चुके हैं कि विधानसभा चुनावों को लेकर ECI की टीम 12-13 अगस्त को हरियाणा दौरे पर आ रही है। स्थानीय स्तर पर सभी 22 जिलों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के इंजीनियरों द्वारा EVM चेकिंग का काम किया जा रहा है। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए 817 पोलिंग बूथ नए बनाए गए हैं, जिसके बाद पोलिंग बूथों की संख्या बढ़कर 20,629 हो गई है। यहां पढ़िए, समय से पहले चुनाव कराने की 3 वजहें… 1. जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर में 2018 से सरकार नहीं है। यहां राष्ट्रपति शासन लागू है। अब यहां विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए कानूनी बाध्यता भी है। यही वजह है कि जम्मू-कश्मीर में सितंबर 2024 में विधानसभा चुनाव संभावित हैं, जबकि हरियाणा सहित 3 अन्य राज्यों में अक्टूबर 2024 में विधानसभा प्रस्तावित हैं।जम्मू-कश्मीर की सीमाएं पाकिस्तान से लगती हैं। यहां आर्टिकल-370 हटने के बाद भी यहां आतंकी घटनाएं खत्म नहीं हुई हैं। ऐसे में केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव कराकर इतिश्री करना चाहती है। यही वजह है कि दूसरे राज्यों के विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने पड़ रहे हैं। 2. विपक्ष का दबाव केंद्र में कम करना चाहती है भाजपा
राजनीतिक जानकारों का कहना है लोकसभा चुनाव के बाद BJP के लिए इन चारों राज्यों के विधानसभा चुनाव बड़े महत्वपूर्ण होने वाले हैं। इन राज्यों के चुनाव का सीधा असर केंद्र की सरकार पर पड़ेगा। चूंकि, अभी भाजपा ने केंद्र में नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी के सहयोग से बनाई है। सरकार बनने के बाद से ही केंद्र में विपक्ष हावी है। यदि इन राज्यों के चुनावों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया तो उसके सहयोगी दलों का भी साथ बना रहेगा और विपक्ष का दबाव भी कम होगा। नहीं तो परिणाम खराब होते ही भाजपा की सरकार केंद्र में ही सरकार भी प्रभावित हो सकती है। 3. हरियाणा BJP भी चाहती है जल्दी चुनाव
केंद्र के साथ हरियाणा BJP भी यह चाहती है कि यहां समय से पहले ही विधानसभा चुनाव हों। इसका इनपुट हरियाणा की टॉप लीडरशिप केंद्र को दे चुकी है। यदि यहां समय से पहले चुनाव होते हैं तो हरियाणा सरकार विधानसभा में मानसून सेशन एक दिन का कर सकती है। संविधान विशेषज्ञ राम नारायण यादव ने बताया कि आर्टिकल-174 के कारण सरकार को 6 महीने के भीतर विधानसभा सत्र बुलाना जरूरी है। चाहे वह एक दिन का ही क्यों न हो।
हरियाणा-पंजाब-यूपी और दिल्ली के मंत्रियों की मीटिंग:रोहतक पहुंचे श्याम सिंह राणा हुए शामिल, पराली प्रबंधन पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिए निर्देश
हरियाणा-पंजाब-यूपी और दिल्ली के मंत्रियों की मीटिंग:रोहतक पहुंचे श्याम सिंह राणा हुए शामिल, पराली प्रबंधन पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिए निर्देश केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चार राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के कृषि मंत्रियों की अंतर मंत्रालय बैठक ली। बैठक फसल अवशेष प्रबन्धन व आगजनी की घटनाओं को लेकर हुई। इस बैठक में रोहतक पहुंचे हरियाणा के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने भी भाग लिया। बैठक में हरियाणा और अन्य तीन राज्यों में पिछले वर्ष तथा वर्तमान वर्ष हुई आगजनी की घटनाओं को लेकर विचार-विमर्श किया। जिसमें मंत्री श्याम सिंह राणा ने हरियाणा राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले वर्तमान वर्ष खरीफ सीजन में हरियाणा राज्य में आगजनी की घटनाओं में लगभग 60 प्रतिशत की कमी आई है। जिसका श्रेय हरियाणा राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली को जाता है। पराली प्रबंधन से बढ़ती है मिट्टी की उपजाऊ शक्ति उन्होंने कहा कि इसके तहत राज्य सरकार द्वारा किसानों को धान की पराली न जलाने बारे ग्राम स्तरीय, खंड स्तरीय, जिला स्तरीय, पाठशाला कार्यक्रमों, प्रिंटिड मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से किसानों को जागरूक करना व किसानों को पराली प्रबन्धन के लिए प्रोत्साहन राशि और कृषि यंत्र उपलब्ध करवाना शामिल है। यदि राज्य के किसान पराली को ना जलाकर उसका प्रबन्धन खेत व खेत से बाहर करते हैं तो मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है, साथ ही मिट्टी में आर्गेनिक तत्वों की मात्रा भी बढ़ती है। मिट्टी में पाए जाने वाले फसल के मित्र कीट भी सुरक्षित रहते हैं। जिसके कारण मिट्टी की संरचना पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। इस बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा के संयुक्त निदेशक (कृषि अभियांत्रिकी) जगमेन्द्र नैन और रोहतक के उप कृषि निदेशक सुरेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे। आगजनी की घटनाओं को लेकर सरकार सतर्क कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि हरियाणा राज्य सरकार धान की पराली में होने वाली आगजनी की घटनाओं के बारे पूर्णतः सतर्क है। हरियाणा राज्य ने ग्राम स्तरीय, खंड स्तरीय और जिला स्तरीय टीमों के माध्यम से पूर्ण निगरानी रखे हुए है। किसानों को प्रतिदिन हरेक गांव में जागरूकता शिविर लगाकर धान की पराली ना जलाने बारे जागरूक कर रही है। आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए कृषि विभाग व जिला प्रशासन पूर्ण प्रयासरत है। यदि कोई किसान जाने-अनजाने में धान की पराली में आग लगाता है तो कमिश्नर द्वारा जारी किए दिशा-निर्देशानुसार किसान पर जुर्माना लगाने, एफआईआर दर्ज करवाने व मेरी फसल मेरा ब्योरा में रेड एंट्री करने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। पराली जलाने वाले 2 किसानों पर केस दर्ज डीसी अजय कुमार ने मंत्री को आश्वस्त किया कि रोहतक जिले में कार्यरत सभी अधिकारी और कर्मचारी तथा जिला प्रशासन पूरी तत्परता के साथ आगजनी की घटनाओं को काबू करने के लिए अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक केवल 8 आगजनी की घटनाओं की सूचना हरसेक द्वारा प्राप्त हुई है। जिनमें से 6 स्थानों पर आगजनी नहीं पाई गई। दो घटनाएं सही पाई गई हैं। कमिश्नर के दिशा-निर्देशानुसार गांव डोभ और कबूलपुर के किसानों के विरूद्ध संबंधित पुलिस थानों में पॉल्यूशन प्रोटेक्शन एक्ट 1986 व अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करवा दी गई है। एक किसान पर जुर्माना भी लगाया गया है।