हरियाणा के पलवल में होडल विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी हरेंद्र रामरतन ने पुरुषों और महिलाओं के सामने दंडवत प्रणाम किया और वोट मांगे। भाजपा प्रत्याशी हरेंद्र रामरतन जब सौंद गांव पहुंचे तो उन्होंने ऐतिहासिक लाल मंदिर में माथा टेका और आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह गांव में डोर-टू-डोर प्रचार के लिए निकल पड़े। ग्रामीणों में चर्चा रही कि भाजपा प्रत्याशी मतदाताओं के पैरों में माथा टेक रहे हैं जबकि दूसरी पार्टी के प्रत्याशी माला पहनाने के लिए नीचे नहीं झुक रहे। नुक्कड़ सभाओं में भाजपा प्रत्याशी हरेंद्र रामरतन ने कहा कि वह क्षेत्र में राजनीति करने नहीं बल्कि आपकी सेवा करने आए हैं। उन्होंने कहा कि राजनेताओं की अनदेखी के कारण यह क्षेत्र पिछड़ा रह गया है (पूरी खबर पढ़ें) निर्दलीय उम्मीदवार बोले- ED की धमकी मिली, बड़ौली टिकट नहीं दिला सके
हरियाणा के निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि उन्हें ED-CBI की धमकियां मिल रही हैं। कादियान भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट कटने के बाद गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मोहन लाल बड़ौली हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन्हें टिकट तक नहीं दिला सके। देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में मनोहर लाल खट्टर ने रथ यात्रा निकली थी। तब कादियान ने गन्नौर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया था, इस दौरान भी वे गन्नौर भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए। तब मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें मनाया था। (पूरी खबर पढ़ें ) BJP कैंडिडेट रेनू बोलीं- पार्टी छोड़ने वालों ने खुद का नुकसान किया
हरियाणा में रोहतक की कलानौर विधानसभा से भाजपा की उम्मीदवार रेनू डाबला ने कहा कि विधायक शकुंतला खटक ने 15 साल में जनता की आवाज नहीं उठाई, जिसके कारण लोग नाराज हैं। वहीं उनको टिकट मिलने से पार्टी के नेताओं की नाराजगी पर भी चुटकी ली। रेनू डाबला ने कहा कि पार्टी छोड़ने वालों ने खुद को नुकसान किया है। जो भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं, वे ऐसा कभी फैसला नहीं लेते। रेनू डाबला से खास बातचीत सवाल : किन मुद्दों को लेकर प्रचार कर रही हैं? रेनू डाबला : भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों को लेकर लोगों के बीच जाया जा रहा है। भाजपा ने जो संकल्प पत्र जारी किया है, उसको लेकर जनता के बीच जा रही हैं। सवाल: 3 बार की विधायक से मुकाबला है और पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। क्या देखती हैं ? रेनू डाबला: कांग्रेस से 3 बार की विधायक है। चुनाव को चुनाव की तरह से ही लड़ना ठीक रहता है। कभी किसी को कमजोर समझना ठीक नहीं रहता। जनता के मन से चमत्कार होते हैं। सवाल: किन कारणों से खुद को बेहतर मानती हैं ? रेनू डाबला: 2 या 3 उम्मीदवार हैं तो उनकी ख़ासियत देखी जाती है। जनता एक तरीके से थोड़ा सोचती है। जिसको व्यवहार व काम करने का तरिका पसंद आता है तो उसे चुना जाता है। सवाल: कलानौर विधायक 15 साल से हैं, उन्होंने क्या काम किए ? क्या लगता है ? रेनू डाबला: कलानौर विधानसभा क्षेत्र में जहां तक कामों की बात है, तो 10 साल से भाजपा की सरकार है। भाजपा ने कभी असमानता का काम कभी नहीं किया। चाहे सरकार के विधायक थे या ना थे। अगर कहीं जनता को दुख है तो इस बात का है कि कलानौर की विधायिका उनकी आवाज नहीं बन पाई। उनकी बातें व समस्याएं व सुख-दुख थे, वे कमजोर महसूस करवाते हैं। कलानौर की जनता ने मन बनाया है कि उन्हें सशक्त विधायक चाहिए। जो उनकी आवाज चंडीगढ़ जाकर विधानसभा में पहुंचा सके (पढ़िए पूरा इंटरव्यू) हरियाणा के पलवल में होडल विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी हरेंद्र रामरतन ने पुरुषों और महिलाओं के सामने दंडवत प्रणाम किया और वोट मांगे। भाजपा प्रत्याशी हरेंद्र रामरतन जब सौंद गांव पहुंचे तो उन्होंने ऐतिहासिक लाल मंदिर में माथा टेका और आशीर्वाद लिया। इसके बाद वह गांव में डोर-टू-डोर प्रचार के लिए निकल पड़े। ग्रामीणों में चर्चा रही कि भाजपा प्रत्याशी मतदाताओं के पैरों में माथा टेक रहे हैं जबकि दूसरी पार्टी के प्रत्याशी माला पहनाने के लिए नीचे नहीं झुक रहे। नुक्कड़ सभाओं में भाजपा प्रत्याशी हरेंद्र रामरतन ने कहा कि वह क्षेत्र में राजनीति करने नहीं बल्कि आपकी सेवा करने आए हैं। उन्होंने कहा कि राजनेताओं की अनदेखी के कारण यह क्षेत्र पिछड़ा रह गया है (पूरी खबर पढ़ें) निर्दलीय उम्मीदवार बोले- ED की धमकी मिली, बड़ौली टिकट नहीं दिला सके
हरियाणा के निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि उन्हें ED-CBI की धमकियां मिल रही हैं। कादियान भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट कटने के बाद गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मोहन लाल बड़ौली हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन्हें टिकट तक नहीं दिला सके। देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में मनोहर लाल खट्टर ने रथ यात्रा निकली थी। तब कादियान ने गन्नौर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया था, इस दौरान भी वे गन्नौर भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए। तब मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें मनाया था। (पूरी खबर पढ़ें ) BJP कैंडिडेट रेनू बोलीं- पार्टी छोड़ने वालों ने खुद का नुकसान किया
हरियाणा में रोहतक की कलानौर विधानसभा से भाजपा की उम्मीदवार रेनू डाबला ने कहा कि विधायक शकुंतला खटक ने 15 साल में जनता की आवाज नहीं उठाई, जिसके कारण लोग नाराज हैं। वहीं उनको टिकट मिलने से पार्टी के नेताओं की नाराजगी पर भी चुटकी ली। रेनू डाबला ने कहा कि पार्टी छोड़ने वालों ने खुद को नुकसान किया है। जो भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं, वे ऐसा कभी फैसला नहीं लेते। रेनू डाबला से खास बातचीत सवाल : किन मुद्दों को लेकर प्रचार कर रही हैं? रेनू डाबला : भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों को लेकर लोगों के बीच जाया जा रहा है। भाजपा ने जो संकल्प पत्र जारी किया है, उसको लेकर जनता के बीच जा रही हैं। सवाल: 3 बार की विधायक से मुकाबला है और पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। क्या देखती हैं ? रेनू डाबला: कांग्रेस से 3 बार की विधायक है। चुनाव को चुनाव की तरह से ही लड़ना ठीक रहता है। कभी किसी को कमजोर समझना ठीक नहीं रहता। जनता के मन से चमत्कार होते हैं। सवाल: किन कारणों से खुद को बेहतर मानती हैं ? रेनू डाबला: 2 या 3 उम्मीदवार हैं तो उनकी ख़ासियत देखी जाती है। जनता एक तरीके से थोड़ा सोचती है। जिसको व्यवहार व काम करने का तरिका पसंद आता है तो उसे चुना जाता है। सवाल: कलानौर विधायक 15 साल से हैं, उन्होंने क्या काम किए ? क्या लगता है ? रेनू डाबला: कलानौर विधानसभा क्षेत्र में जहां तक कामों की बात है, तो 10 साल से भाजपा की सरकार है। भाजपा ने कभी असमानता का काम कभी नहीं किया। चाहे सरकार के विधायक थे या ना थे। अगर कहीं जनता को दुख है तो इस बात का है कि कलानौर की विधायिका उनकी आवाज नहीं बन पाई। उनकी बातें व समस्याएं व सुख-दुख थे, वे कमजोर महसूस करवाते हैं। कलानौर की जनता ने मन बनाया है कि उन्हें सशक्त विधायक चाहिए। जो उनकी आवाज चंडीगढ़ जाकर विधानसभा में पहुंचा सके (पढ़िए पूरा इंटरव्यू) हरियाणा | दैनिक भास्कर