बुलंदशहर में एनकाउंटर में मारा गया बदमाश:मुठभेड़ में इंस्पेक्टर, सिपाही को मारी गोली; 50 केस, डेढ़ लाख का था इनाम

बुलंदशहर में एनकाउंटर में मारा गया बदमाश:मुठभेड़ में इंस्पेक्टर, सिपाही को मारी गोली; 50 केस, डेढ़ लाख का था इनाम

बुलंदशहर में दशहरे के अगले दिन एनकाउंटर में डेढ़ लाख का इनामी बदमाश राजेश जाटव मारा गया। रविवार तड़के पुलिस ने उसे घेर लिया। पुलिसकर्मियों को देखते ही उसने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसमें इंस्पेक्टर वाईडी शर्मा और एक सिपाही को गोली लगी है। पुलिसकर्मियों ने भी गोली चलाई। राजेश के पेट और कमर में गोली लग गई। गोली लगते ही वह गिर गया। पुलिस उसे अस्पताल ले जा रही थी, लेकिन रास्ते में दम तोड़ दिया। एनकाउंटर अहार थाना क्षेत्र में हुआ है। राजेश पर लूट, डकैती, हत्या के प्रयास जैसे 50 मुकदमे दर्ज थे। 30 साल के राजेश पर बुलंदशहर पुलिस से 1 लाख और अलीगढ़ पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। CO अनूपशहर गिरजा शंकर त्रिपाठी ने ऑपरेशन को लीड किया। इसमें स्वाट टीम, SOG और आहार पुलिस की टीम शामिल थी। जिले में कल रात एक और एनकाउंटर हुआ। सेना के जवान गौरव सिंह के हत्यारोपी बाबूलाल और गोलू को पुलिस ने पैर में गोली मार दी। SSP श्लोक कुमार ने बताया- राजेश अकेले बाइक से जा रहा था। टीम ने उसे रोकने की कोशिश की। उसने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में टीम ने उसे गोली मार दी। उसकी मौत हो गई। एनकाउंटर में थाना प्रभारी और एक सिपाही घायल हुआ है। दोनों का इलाज चल रहा है। दोनों खतरे से बाहर हैं। राजेश ने 12 बदमाशों का गैंग बना रखा था। इस गैंग ने पश्चिम यूपी में लूट और डकैती की 50 से अधिक वारदात को अंजाम दिया है। राजेश लगातार क्राइम कर रहा था, लेकिन पकड़ से बाहर था। 5 साल पहले हुई थी शादी
राजेश जाटव सिहालीनगर का रहने वाला था। उसके दो भाई चेन्नई में काम करते हैं। एक गांव में मजदूरी करता है। राजेश की शादी 5 साल पहले खुर्जा में हुई थी। 2 बेटे हैं। एक 6 महीने का, तो दूसरा 3 साल का है। अब बात जवान के हत्यारोपियों के एनकाउंटर की…
4 दिन पहले सेना के जवान को गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार रात पुलिस ने मदनपुर के जंगल में हत्यारोपी बाबूलाल और गोलू को घेर लिया। दोनों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मार दी। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 तमंचे, जिंदा कारतूस, 1 खोखा कारतूस और बाइक बरामद की। पूरी खबर यहां पढ़ें यूपी में 38 दिनों में 4 बदमाश एनकाउंटर में ढेर 5 सितंबर: 1 लाख के इनामी मंगेश यादव को सुल्तानपुर में मार गिराया सुल्तानपुर डकैती कांड में STF ने मंगेश यादव को मार गिराया। उस पर एक लाख का इनाम था। इस एनकाउंटर पर खूब सियासत हुई। अखिलेश से लेकर राहुल गांधी तक ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए। अखिलेश ने कहा था कि जाति देखकर एनकाउंटर किया गया। अखिलेश ने लखनऊ में मंगेश के परिजनों से मुलाकात की। सपा का प्रतिनिधिमंडल जौनपुर में मंगेश के घर पहुंचा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी मंगेश के घर गए। इसके बाद डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस पूरे मामले में अपनी बात रखी। पढ़ें पूरी खबर 23 सितंबर: अनुज सिंह को STF ने मार गिराया सुल्तानपुर डकैती में यह दूसरा एनकाउंटर था। उन्नाव में 1 लाख के इनामी अनुज सिंह को STF ने मार गिराया। अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने कहा था- अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई। अब ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया। जिन पर 35-40 केस हैं, उन्हें नहीं मारा जा रहा। मेरे बेटे अनुज पर सिर्फ एक केस सूरत में दर्ज था। उसका एनकाउंटर कर दिया गया। सरकार की जैसी मर्जी हो, वैसा करे। पढ़ें पूरी खबर 24 सितंबर: मोहम्मद जाहिद को STF ने मार गिराया गाजीपुर में STF ने जाहिद को एनकाउंटर में मार गिराया। वह RPF जवानों की हत्या में आरोपी था। जाहिद बिहार के पटना का रहने वाला था। 20 अगस्त को गुवाहाटी एक्सप्रेस में RPF के दो जवानों की हत्या करके शव को चलती ट्रेन से फेंक दिया गया था। इस मामले में जाहिद मुख्य आरोपी था। चौथा एनकाउंटर रविवार को हुआ, जिसमें बुलंदशहर में राजेश को मारा गया। ——————————————– ये खबरें भी पढ़ें.. योगी से ज्यादा मुलायम सरकार में हुए एनकाउंटर, अखिलेश STF को बता रहे- सरेआम ठोको फोर्स ‘सरेआम ठोको फोर्स’ में तैनात लोगों का आंकड़ा बता रहा है कि ये तथाकथित ‘विशेष कार्य बल’ (विकाब) कुछ बलशाली कृपा-प्राप्त लोगों का ‘व्यक्तिगत बल’ बनकर रह गया है। ‘योगी जी अपनी STF को जान लें। लोग तो यहां तक चर्चा कर रहे कि STF का मतलब- स्पेशल ठाकुर फोर्स है। STF क्या दिखाना चाहती है? कोई अपराधी है तो उसके लिए न्यायालय है। ‘ पढ़ें पूरी खबर यूपी में यादव से ज्यादा ब्राह्मण-ठाकुरों का एनकाउंटर:साढ़े सात साल में 207 आरोपी ढेर, इनमें 67 मुस्लिम; मुठभेड़ का हिसाब-किताब ”लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था। इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया। अन्य लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जाति’ देखकर जान ली गई। ” पढ़ें पूरी खबर बुलंदशहर में दशहरे के अगले दिन एनकाउंटर में डेढ़ लाख का इनामी बदमाश राजेश जाटव मारा गया। रविवार तड़के पुलिस ने उसे घेर लिया। पुलिसकर्मियों को देखते ही उसने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इसमें इंस्पेक्टर वाईडी शर्मा और एक सिपाही को गोली लगी है। पुलिसकर्मियों ने भी गोली चलाई। राजेश के पेट और कमर में गोली लग गई। गोली लगते ही वह गिर गया। पुलिस उसे अस्पताल ले जा रही थी, लेकिन रास्ते में दम तोड़ दिया। एनकाउंटर अहार थाना क्षेत्र में हुआ है। राजेश पर लूट, डकैती, हत्या के प्रयास जैसे 50 मुकदमे दर्ज थे। 30 साल के राजेश पर बुलंदशहर पुलिस से 1 लाख और अलीगढ़ पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था। CO अनूपशहर गिरजा शंकर त्रिपाठी ने ऑपरेशन को लीड किया। इसमें स्वाट टीम, SOG और आहार पुलिस की टीम शामिल थी। जिले में कल रात एक और एनकाउंटर हुआ। सेना के जवान गौरव सिंह के हत्यारोपी बाबूलाल और गोलू को पुलिस ने पैर में गोली मार दी। SSP श्लोक कुमार ने बताया- राजेश अकेले बाइक से जा रहा था। टीम ने उसे रोकने की कोशिश की। उसने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में टीम ने उसे गोली मार दी। उसकी मौत हो गई। एनकाउंटर में थाना प्रभारी और एक सिपाही घायल हुआ है। दोनों का इलाज चल रहा है। दोनों खतरे से बाहर हैं। राजेश ने 12 बदमाशों का गैंग बना रखा था। इस गैंग ने पश्चिम यूपी में लूट और डकैती की 50 से अधिक वारदात को अंजाम दिया है। राजेश लगातार क्राइम कर रहा था, लेकिन पकड़ से बाहर था। 5 साल पहले हुई थी शादी
राजेश जाटव सिहालीनगर का रहने वाला था। उसके दो भाई चेन्नई में काम करते हैं। एक गांव में मजदूरी करता है। राजेश की शादी 5 साल पहले खुर्जा में हुई थी। 2 बेटे हैं। एक 6 महीने का, तो दूसरा 3 साल का है। अब बात जवान के हत्यारोपियों के एनकाउंटर की…
4 दिन पहले सेना के जवान को गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार रात पुलिस ने मदनपुर के जंगल में हत्यारोपी बाबूलाल और गोलू को घेर लिया। दोनों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाब में पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मार दी। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 तमंचे, जिंदा कारतूस, 1 खोखा कारतूस और बाइक बरामद की। पूरी खबर यहां पढ़ें यूपी में 38 दिनों में 4 बदमाश एनकाउंटर में ढेर 5 सितंबर: 1 लाख के इनामी मंगेश यादव को सुल्तानपुर में मार गिराया सुल्तानपुर डकैती कांड में STF ने मंगेश यादव को मार गिराया। उस पर एक लाख का इनाम था। इस एनकाउंटर पर खूब सियासत हुई। अखिलेश से लेकर राहुल गांधी तक ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए। अखिलेश ने कहा था कि जाति देखकर एनकाउंटर किया गया। अखिलेश ने लखनऊ में मंगेश के परिजनों से मुलाकात की। सपा का प्रतिनिधिमंडल जौनपुर में मंगेश के घर पहुंचा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी मंगेश के घर गए। इसके बाद डीजीपी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस पूरे मामले में अपनी बात रखी। पढ़ें पूरी खबर 23 सितंबर: अनुज सिंह को STF ने मार गिराया सुल्तानपुर डकैती में यह दूसरा एनकाउंटर था। उन्नाव में 1 लाख के इनामी अनुज सिंह को STF ने मार गिराया। अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने कहा था- अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई। अब ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया। जिन पर 35-40 केस हैं, उन्हें नहीं मारा जा रहा। मेरे बेटे अनुज पर सिर्फ एक केस सूरत में दर्ज था। उसका एनकाउंटर कर दिया गया। सरकार की जैसी मर्जी हो, वैसा करे। पढ़ें पूरी खबर 24 सितंबर: मोहम्मद जाहिद को STF ने मार गिराया गाजीपुर में STF ने जाहिद को एनकाउंटर में मार गिराया। वह RPF जवानों की हत्या में आरोपी था। जाहिद बिहार के पटना का रहने वाला था। 20 अगस्त को गुवाहाटी एक्सप्रेस में RPF के दो जवानों की हत्या करके शव को चलती ट्रेन से फेंक दिया गया था। इस मामले में जाहिद मुख्य आरोपी था। चौथा एनकाउंटर रविवार को हुआ, जिसमें बुलंदशहर में राजेश को मारा गया। ——————————————– ये खबरें भी पढ़ें.. योगी से ज्यादा मुलायम सरकार में हुए एनकाउंटर, अखिलेश STF को बता रहे- सरेआम ठोको फोर्स ‘सरेआम ठोको फोर्स’ में तैनात लोगों का आंकड़ा बता रहा है कि ये तथाकथित ‘विशेष कार्य बल’ (विकाब) कुछ बलशाली कृपा-प्राप्त लोगों का ‘व्यक्तिगत बल’ बनकर रह गया है। ‘योगी जी अपनी STF को जान लें। लोग तो यहां तक चर्चा कर रहे कि STF का मतलब- स्पेशल ठाकुर फोर्स है। STF क्या दिखाना चाहती है? कोई अपराधी है तो उसके लिए न्यायालय है। ‘ पढ़ें पूरी खबर यूपी में यादव से ज्यादा ब्राह्मण-ठाकुरों का एनकाउंटर:साढ़े सात साल में 207 आरोपी ढेर, इनमें 67 मुस्लिम; मुठभेड़ का हिसाब-किताब ”लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था। इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया। अन्य लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जाति’ देखकर जान ली गई। ” पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर