हरियाणा के नूंह जिले के पुन्हाना से दशहरे का मेला देखकर शनिवार देर शाम घर लौट रहे एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा लुहिंगा कला के पास बाइक और ट्रैक्टर की भिड़ंत से हुआ है। जिसमें नेवाना गांव के एक ही परिवार के रहने वाले 33 वर्षीय सन्नी पुत्र बाबू लाल, राहुल पुत्र बाबूलाल उम्र 24 और 6 वर्षीय बच्ची रिया की मौत हो गई। 10 वर्षीय लड़की प्रिया गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने घायलों को उठाया और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों लोगों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मांडीखेड़ा अस्पताल भिजवाया। सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए। मेला देखने के बाद लौट रहे थे घर जानकारी के अनुसार नेवाना गांव का रहने वाला सन्नी अपने छोटे भाई राहुल और अपने बेटी रिया और प्रिया को दशहरा का मेला दिखाने के लिए पुन्हाना लेकर गया था। मेला देखने के बाद देर शाम जब वह अपने घर लौट रहे थे। तभी पटपड़बास गांव से आगे कच्चे नाले के समीप उनकी बाइक एक ट्रैक्टर से टकरा गई। जिसमें सन्नी, राहुल और रिया ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं घायल लड़की प्रिया को आनन फानन में इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर अस्पताल भिजवा दिया। इस दर्दनाक हादसे से नेवाना गांव सहित आस पास के गांवों में भी शौक की लहर है। परिवार से एक साथ 3 लोगों की मौत पर मातम पसर गया है। हरियाणा के नूंह जिले के पुन्हाना से दशहरे का मेला देखकर शनिवार देर शाम घर लौट रहे एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा लुहिंगा कला के पास बाइक और ट्रैक्टर की भिड़ंत से हुआ है। जिसमें नेवाना गांव के एक ही परिवार के रहने वाले 33 वर्षीय सन्नी पुत्र बाबू लाल, राहुल पुत्र बाबूलाल उम्र 24 और 6 वर्षीय बच्ची रिया की मौत हो गई। 10 वर्षीय लड़की प्रिया गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। राहगीरों ने घायलों को उठाया और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों लोगों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मांडीखेड़ा अस्पताल भिजवाया। सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए। मेला देखने के बाद लौट रहे थे घर जानकारी के अनुसार नेवाना गांव का रहने वाला सन्नी अपने छोटे भाई राहुल और अपने बेटी रिया और प्रिया को दशहरा का मेला दिखाने के लिए पुन्हाना लेकर गया था। मेला देखने के बाद देर शाम जब वह अपने घर लौट रहे थे। तभी पटपड़बास गांव से आगे कच्चे नाले के समीप उनकी बाइक एक ट्रैक्टर से टकरा गई। जिसमें सन्नी, राहुल और रिया ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं घायल लड़की प्रिया को आनन फानन में इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर अस्पताल भिजवा दिया। इस दर्दनाक हादसे से नेवाना गांव सहित आस पास के गांवों में भी शौक की लहर है। परिवार से एक साथ 3 लोगों की मौत पर मातम पसर गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में कांग्रेस नेता ने लगाए भीतरघात के आरोप:घोड़ेला बोले- मेरे खिलाफ साजिश रची गई, बरवाला सीट से लड़ा था चुनाव हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद सभी नेता अपनी-अपनी हार की समीक्षा करने में लगे हुए हुए हैं। हिसार जिले की बरवाला सीट से कांग्रेस कैंडिडेट रहे रामनिवास घोड़ेला ने कहा समीक्षा के बाद कहा कि उनके खिलाफ कांग्रेस के ही नेताओं ने साजिश की, जिसके कारण उनकी हार हुई। घोड़ेला ने कांग्रेस नेताओं के नाम पर गिनवाए और कहा कि इन्होंने वोटिंग वाले दिन और इससे एक दिन पहले कार्यकर्ताओं को फोन कर कहा कि घोड़ेला की जगह संजना सातरोड़ को वोट डलवाने हैं। घोड़ेला ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश टिकट मिलने से पहले ही शुरू हो गई थी। उनको टिकट ना मिले इसके लिए कांग्रेस मुख्यालय पर बरवाला से लोगों ने जाकर हंगामा किया। इससे पहले कांग्रेस के नलवा विधानसभा कैंडिडेट अनिल मान ने कांग्रेस नेता संपत सिंह पर हार का ठीकरा फोड़ा था और कहा था कांग्रेस नेता ने भाजपा प्रत्याशी को वोट डलवाए थे। घोड़ेला ने यह लगाए आरोप टिकट ना मिलने का विरोध किया रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं। मगर उनके खिलाफ साजिश शुरू से रची गई। पहले कांग्रेस दफ्तर दिल्ली जाकर कुछ लोगों ने हंगामा किया ताकि मुझे टिकट ना मिल सके। घोड़ेला ने कहा कि कांग्रेस ने उनको टिकट थी दी। वह कांग्रेस के कैंडिडेट थे। मगर इसे नहीं देखा गया। कांग्रेस नेताओं ने हरवाईं सीटें घोड़ेला ने कहा कि हर एक सीट को हरवाया गया। कांग्रेस के नेताओं ने ही सोचा कि बरवाला सीट हार जाएंगे तो क्या फर्क पड़ेगा, नलवा सीट हार जाओगे तो क्या फर्क पड़ेगा, उचाना हार जाएंगे तो क्या पड़ेगा। ऐसा सब सीटों पर सोचा गया और नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस पार्टी जीतने वाली सीटें हार गईं और 37 पर सिमट गई। कांग्रेस नेताओं ने इनेलो को वोट डलवाए रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि कांग्रेस के सांसद जयप्रकाश के भाई रणधीर धीरा जो बरवाला के पूर्व विधायक रह चुके हैं उन्होंने स्पेशल एक जाति का नाम लेकर कहा है कि अगर वो एमएलए बन गया तो यह सीट उस जाति के नाम हो जाएगी। ऐसे सैकड़ों साथी हैं जिन्होंने सरेआम विरोध किया। ऐसे लोगों के कारण कांग्रेस सरकार बनती रह गई। बराबर में कैंडिडेट खड़े किए घोड़ेला ने कहा कि हरियाणा में भाजपा के खिलाफ माहौल था। मगर कांग्रेस में बराबर में कैंडिडेट खड़े कर दिए गए। चलो कैंडिडेट खड़े कर देना आम बात है, मगर सरेआम यह कहना कि इसको वोट मत दो, चाहे इसको दे दो यह गलत बात है। हमारे पास सैकड़ों सुबूत हैं। चाहे इसमें सतेंद्र सहारण खेदड़, राजेंद्र सूरा, रणधीर धीरा हो या प्रधान जी (सांसद जयप्रकाश) सबने हराने का काम किया। राहुल गांधी की रैली में सांसद जयप्रकाश ने जुलूस निकाला घोड़ेला ने कहा कि प्रधान जी (सांसद जयप्रकाश) रैली में आकर गए और मेरा जुलूस निकालकर गए। कहा, मेरी फोटो का बदला जनता लेगी। मैं कहता हूं दावे के साथ कि हमने फोटो ना लगाई हो। हमने अपनी सैकड़ों गाड़ियों के पीछे फोटो लगाए हुए थे। इसकी क्या तकलीफ थी वो अपना कमा के खा रहा है हम अपना कमा खा रहे हैं। हमें टिकट मिला हमने चुनाव लड़ लिया। कोई जरूरी थोड़ा ना था कि हम फोटो लगाएं। फिर भी प्रोटोकॉल के हिसाब से हमारा एमपी था और उस हिसाब से हमने फोटो लगाई। इस टाईम भी ऑफिस के अंदर हमारे होर्डिंग्स पड़े हैं, जिस पर फोटो लगे हुए हैं। रैली से एक दिन पहले रात को स्पेशल AICC की ओर से जयपुर से सांसद आए हुए थे तो उन्होंने जयप्रकाश से पूछा था कि फोटो कैसे लगाने हैं। जो जयप्रकाश ने कहा था तुम अपने हिसाब से लगा लो। इसके बाद रैली में यह कहना है कि मेरी फोटो का बदला जनता लेगी यह कहां तक उचित था। नलवा कैंडिडेट अनिल मान ने संपत सिंह भी लगाए भीतरघात के आरोप हरियाणा विधानसभा चुनाव मिली हार के बाद कांग्रेस में कलह थम नहीं रही है। रविवार को हिसार के कांग्रेस भवन में नलवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अनिल मान ने अपनी हार का जिम्मेदार पूर्व वित्त मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह को ठहराया था। अनिल मान ने बताया कि बीते विधानसभा चुनाव में भी जब संपत सिंह को टिकट नहीं मिली थी तो वे भाजपा में चले गए थे। उस समय उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी रणधीर पनिहार का हराने का काम किया था। अब मुझे टिकट मिली तो उन्होंने मुझे हराने का काम किया है। चुनाव के दौरान एक पैलेस में कार्यकर्ताओं को मीटिंग की गई थी। उस मीटिंग से जुड़ी वीडियो व फोटो की रील तैयार कर सोशल मीडिया पर डाली गई। वीडियो में ‘धीरा-धीरा रणधीरा’ गाना लगाया गया था। जो कि भाजपा प्रत्याशी के नाम से मिल रहा था।
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हरियाणा-दिल्ली में दहशत फैलाने वाला गैंगस्टर खैरमपुरिया कौन:मां को तंग करने पर मामा पर की थी फायरिंग, पैरोल पर आने के बाद 4 कत्ल हरियाणा के सोनीपत शहर के फेमस मातूराम हलवाई की शॉप के बाहर एक के बाद एक 30 राउंड गोलियां चली। एक गोली दूध बेचने वाले शख्स को भी लगी। फायरिंग करने वाले शूटर दुकान पर एक पर्ची फेंक गए, जिसमें 2 करोड़ रुपए की फिरौती और हरियाणा के गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के साथ काला खैरमपुरिया के नाम का जिक्र था। यहीं वो दिन था, जब काला राणा का नाम अपराध की दुनिया में लाइमलाइट में आया। हिसार शहर में नामी महिंद्रा कंपनी के शोरूम में रूटीन की तरह पूरा स्टाफ अपने काम में लगा हुआ था। दोपहर के समय एक बाइक पर तीन शूटर पहुंचे। शूटर्स ने अंधाधुंध 35 से ज्यादा राउंड फायरिंग की और 5 करोड़ रुपए की फिरौती से संबंधित एक पर्ची फेंक कर फरार हो गए। इस पर्ची में भी हिमांशु भाऊ के साथ काला खैरमपुरिया के नाम का जिक्र था। इसके बाद तो पुलिस के लिए काला राणा एक तरह से टारगेट बन गया। हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने राकेश उर्फ काला को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। हिसार के गांव खैरमपुर के रहने वाले राकेश को क्राइम की दुनिया में काला खैरमपुरिया के नाम से जाना जाता हैं। महज 22 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख सनसनी फैलाने वाले इस सनकी मिजाज काला राणा ने पिछले एक लाल में हरियाणा ही नहीं, बल्कि दिल्ली पुलिस के सामने भी कई बार चुनौती पेश की। ये बात भी सामने आई कि पिता की मौत के बाद काला की मां को मामा परेशान कर रहे थे। इस पर उसने साथियों के साथ मिलकर मामा पर फायरिंग करवा दी थी। हालांकि उसमें मामा बच गया था। 2024 में पहली वारदात, सजा के बाद देश छोड़ भागा
STF से मिली जानकारी के मुताबिक, काला खैरमपुरिया का पहली बार नाम 2014 में हिसार जिले में हुई एक लूट की वारदात में सामने आया। इस केस में जेल चला गया। यहां उसकी कुछ लोकल बदमाशों से दोस्ती हो गई। जेल से छूटने के बाद उसने इलाके में कई अन्य वारदातें की, लेकिन 2015 में उसने राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में एक शख्स की हत्या कर सबसे बड़ी वारदात को अंजाम दिया। राजस्थान पुलिस ने कुछ समय बाद उसे पकड़ भी लिया और वह हनुमानगढ़ जेल में बंद रहा। 2018 में उसे इसी कत्ल केस में हनुमानगढ़ की अदालत से उम्रकैद की सजा हो गई। हनुमानगढ़ जेल में रहते हुए उसके संपर्क उत्तर भारत में एक्टिव कई बड़े गैंगस्टर से हो गए। सजा के 2 साल बाद उसे 2020 में कोर्ट से पैरोल मिल गई, लेकिन काला खैरमपुरिया वापस जेल जाने की बजाए फरार हो गए। इसके बाद तो उसने ऐसा आतंक मचाया कि टारगेट किलिंग, हत्या का प्रयास, लूट, फिरौती, रंगदारी जैसे 14 वारदातों को या तो खुद अंजाम दिया या फिर विदेश में बैठकर अपने गुर्गो के जरिए अंजाम दिलवाया। उसने 2021 में फतेहाबाद जिले के गांव दरौली में एक शख्स की हत्या की। इसके साथ ही हनुमानगढ़, सिरसा, हिसार में कई जगह गोलियां चलाकर फिरौती मांगी। जब वह पुलिस के लिए सिरदर्द बनने लगा तो वह कुछ समय के लिए शांत बैठ गया। 2023 में उसने फर्जी पते पर फर्जी पासपोर्ट तैयार कराया और फिर पहले यूएई, आर्मीनिया के बाद थाईलैंड पहुंच गया। गैंगस्टर भाऊ और नीरज के संपर्क में आया
यहां पहुंचने के बाद काला राणा गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया के संपर्क में आया। इन दोनों बड़े गैंगस्टर के साथ मिलकर अपनी गैंग को दिल्ली-हरियाणा में एक्टिव कर दिया। गैंग के गुर्गों के जरिए उसने सोनीपत में मातूराम हलवाई के यहां फिरौती के लिए फायरिंग कराई। इसके बाद सोनीपत में ही शराब कारोबारी सुंदर मलिक का कत्ल करा दिया। यही नहीं काला खैरमपुरिया ने दिल्ली के तिलक नगर में एक नामी शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। उसके बाद 18 जून को दिल्ली के राजौरी गार्डन में अमन जून नाम के शख्स की गैंगवारी में हत्या करा दी। 24 जून को उसने हिसार में इनेलो नेता रामभगत के बेटे के शोरूम पर फायरिंग कराकर 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। एक बाद एक काला खैरमपुरिया का नाम पुलिस के रोजनामचे में चढ़ता गया। हिसार की घटना के बाद पुलिस के साथ-साथ सरकार की भी काफी किरकिरी हुई। इसी के चलते एसटीएफ ने कमान संभाली और फिर सबसे पहले पुलिस ने उस पते को ढूंढ निकाला, जिसके जरिए काला फर्जी पासपोर्ट बनवाकर देश छोड़कर भागा था। पुलिस ने उसी पते के आधार पर काला की ट्रैवलिंग रूट की हिस्ट्री खंगाली और फिर उसका पुख्ता ठिकाना पता लगने के बाद पासपोर्ट रद्द करवाकर उसे अरेस्ट कर लिया।
हिसार में नाबालिग लड़की का अपहरण:पिता ने बेटी की मामी पर लगाए आरोप; दो महिलाओं समेत 3 पर केस दर्ज
हिसार में नाबालिग लड़की का अपहरण:पिता ने बेटी की मामी पर लगाए आरोप; दो महिलाओं समेत 3 पर केस दर्ज हरियाणा के हिसार के बरवाला में गैबीपुर गांव से एक 14-15 साल की एक नाबालिग लड़की के अपहरण का मामला सामने आया है। लड़की के पिता ने बेटी की मामी व एक अन्य युवक पर अपहरण की शिकायत दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में नाबालिग लड़की के पिता ने बताया कि 5 जुलाई को उसकी बेटी का किडनैप कर लिया गया। उसने आरोप लगाया कि लड़की की मामी पूजा, युवक दीपक व सरला ने मिलकर उसकी लड़की का अपहरण कराया है। पिता ने बताया कि उसकी लड़की कि उम्र फिलहाल 14-15 वर्ष है। बरवाला थाना पुलिस ने नाबालिग लड़की के पिता की शिकायत पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। पुलिस लड़की का पता लगाने का प्रयास कर रही है।