लखीमपुर खीरी के कुकरा-बांकेगंज मार्ग पर बाघिन अपने तीन शावकों के साथ सड़क पार करते देखी देखी गई। जिसका एक वीडियो सामने आया है। बाघिन अपने शावकों के साथ झाड़ियों से निकलती है और रोड पार करती है। बाघिन के शावक पीछे छूट जाते हैं, फिर वह एक शावक को अपने मुंह में दबाकर सड़क पार करती है और दो शावक उसके पीछे-पीछे चले जाते हैं। इस दौरान करीब 3 मिनट तक सड़क पर दोनों ओर जाम लगा रहा। इस क्षेत्र में बाघ देख जाने से लोगों में दहशत है। तीन तस्वीरें देखिए… 15 दिन पहले भी दिखा था बाघ
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस मार्ग पर निकलने पर काफी खतरा है। लोहिया पुल से लेकर पेट्रोल पम्प और उसके 200 मीटर की दूरी तक लगातार बाघ की चहलकदमी बनी रहती है। इससे 15 दिन पहले भी लोहिया पुल के पास मंगलवार शाम करीब 8 बजे कार के आगे बाघ चलता दिखा था। कार के लोहिया पुल क्रास करने के बाद बाघ झाड़ियों में घुस गया। इसी बाघ ने 26 अगस्त को लोहिया पुल से कुछ दूरी पर रास्ता क्रास कर मैलानी वन रेंज में प्रवेश किया था। उसके बाद 29 सितम्बर को यह बाघ मैलानी वन रेंज की सीमा से निकलकर गोला वन रेंज के जंगल में घुसते हुए दिखा था। 2 भाग में वन रेंज बता दें कि बांकेगंज-कुकरा मार्ग से वन रेंज दो भाग में बंटा है। पूरब में गोला वन रेंज और रास्ते के पश्चिम में मैलानी वन रेंज है। लोगों का कहना है कि यहां पर आसपास एक नहीं बल्कि कई बाघ हैं। कई बार बाघिन को शावकों के साथ भी देखा गया है। बाघ यहां पर कभी आवारा पशुओं को तो कभी पालतू पशुओं पर लगातार हमले कर रहे हैं। तमाम शिकायतों के बाद भी वन विभाग लगातार उदासीन बना हुआ है। 3 अगस्त को वलारपुर गांव में बाघ ने 12 वर्षीय किशोरी को मार दिया था। बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया था जो आज भी लगा है। लेकिन बाघ नहीं पकड़ा गया। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत
दक्षिणी वन प्रभाग के डीएफओ संजय विश्वाल ने बताया कि बाघिन के साथ शावकों को देखा गया है। मौके पर स्टाफ भेजा गया है। सुरक्षा की दृष्टि से आस-पास कैमरे लगवा दिए गए हैं। बाघिन के साथ आस-पास बाघ का भी होना बताया गया है। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। बाघिन के साथ शावक होने पर वह आक्रामक हो सकती है। लखीमपुर खीरी के कुकरा-बांकेगंज मार्ग पर बाघिन अपने तीन शावकों के साथ सड़क पार करते देखी देखी गई। जिसका एक वीडियो सामने आया है। बाघिन अपने शावकों के साथ झाड़ियों से निकलती है और रोड पार करती है। बाघिन के शावक पीछे छूट जाते हैं, फिर वह एक शावक को अपने मुंह में दबाकर सड़क पार करती है और दो शावक उसके पीछे-पीछे चले जाते हैं। इस दौरान करीब 3 मिनट तक सड़क पर दोनों ओर जाम लगा रहा। इस क्षेत्र में बाघ देख जाने से लोगों में दहशत है। तीन तस्वीरें देखिए… 15 दिन पहले भी दिखा था बाघ
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस मार्ग पर निकलने पर काफी खतरा है। लोहिया पुल से लेकर पेट्रोल पम्प और उसके 200 मीटर की दूरी तक लगातार बाघ की चहलकदमी बनी रहती है। इससे 15 दिन पहले भी लोहिया पुल के पास मंगलवार शाम करीब 8 बजे कार के आगे बाघ चलता दिखा था। कार के लोहिया पुल क्रास करने के बाद बाघ झाड़ियों में घुस गया। इसी बाघ ने 26 अगस्त को लोहिया पुल से कुछ दूरी पर रास्ता क्रास कर मैलानी वन रेंज में प्रवेश किया था। उसके बाद 29 सितम्बर को यह बाघ मैलानी वन रेंज की सीमा से निकलकर गोला वन रेंज के जंगल में घुसते हुए दिखा था। 2 भाग में वन रेंज बता दें कि बांकेगंज-कुकरा मार्ग से वन रेंज दो भाग में बंटा है। पूरब में गोला वन रेंज और रास्ते के पश्चिम में मैलानी वन रेंज है। लोगों का कहना है कि यहां पर आसपास एक नहीं बल्कि कई बाघ हैं। कई बार बाघिन को शावकों के साथ भी देखा गया है। बाघ यहां पर कभी आवारा पशुओं को तो कभी पालतू पशुओं पर लगातार हमले कर रहे हैं। तमाम शिकायतों के बाद भी वन विभाग लगातार उदासीन बना हुआ है। 3 अगस्त को वलारपुर गांव में बाघ ने 12 वर्षीय किशोरी को मार दिया था। बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया था जो आज भी लगा है। लेकिन बाघ नहीं पकड़ा गया। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत
दक्षिणी वन प्रभाग के डीएफओ संजय विश्वाल ने बताया कि बाघिन के साथ शावकों को देखा गया है। मौके पर स्टाफ भेजा गया है। सुरक्षा की दृष्टि से आस-पास कैमरे लगवा दिए गए हैं। बाघिन के साथ आस-पास बाघ का भी होना बताया गया है। लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। बाघिन के साथ शावक होने पर वह आक्रामक हो सकती है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर