हरियाणा में रेवाड़ी शहर के मुख्यालय से तकरीबन 18 किलोमीटर दूर गाजी गोपालपुर प्राणपुरा गांव इन दिनों देश के साथ विदेश में चर्चा में है। इसकी वजह है इस गांव का रहने वाला विकास यादव, जिसका अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने मोस्ट वांटेड पोस्टर जारी किया है। अमेरिकी एजेंसी के दावे के मुताबिक, न्यूयॉर्क में रह रहे सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में वह शामिल था। जिसके बाद दैनिक भास्कर की टीम विकास के बारे में जानने के लिए उसके गांव गाजी गोपालपुर प्राणपुरा पहुंची। विकास के घर के बाहर उसके चाचा यशवंत बैठे मिले। घर के अंदर भी काफी चहल-पहल दिखी, लेकिन कोई ऑन कैमरा बात करने को तैयार नहीं हुआ। चाचा बोले-अब फोन से भी संपर्क नहीं हो रहा
चाचा यशवंत बताते हैं- हमें आज न्यूजपेपर से पता चला कि इस केस में विकास का नाम आया है। ना ही हमारी उससे मुलाकात हुई, ना ही उससे फोन पर बात हुई। उसका फोन ही नहीं लग रहा है। वह 2009 में सेना में भर्ती हुआ था। परिवार में विकास की मां, भाई के अलावा दो पुत्रवधू हैं। दोनों ही भाइयों के एक-एक बेटी है। विकास का गांव में बहुत कम आना जाना रहा है। उसका बचपन अपने पिता के साथ बाहर ही बीता। वहीं उसने पढ़ाई की। विकास के पिता BSF में थे। उनकी ऑन ड्यूटी मृत्यु हो गई थी। विकास का छोटा भाई अजय हरियाणा पुलिस में है और इस समय गुरुग्राम में तैनात है। खबर सुनकर मां परेशान
परिवार के एक अन्य सदस्य ने बताया- जब से विकास की मां सुदेश तक ये जानकारी पहुंची है, तब से वह परेशान हैं। फिलहाल वह घर में ही हैं। घर में छोटे बेटे अजय का परिवार रहता है। जबकि विकास का परिवार कहां पर है और किस जगह रहता है, ये उन्हें भी मालूम नहीं हैं। इसके बाद हम गांव के बस स्टॉप पर पहुंचे, जहां हमारी मुलाकात ग्रामीण अमित यादव से हुई। उन्हें इस केस से जुड़ी जानकारी तो नहीं थी, लेकिन उन्होंने विकास और उसके परिवार के बारे में जानकारी शेयर की। स्कूली पढ़ाई शिलांग में, ग्रेजुएशन रेवाड़ी से
ग्रामीण अमित यादव ने बताया कि विकास ने स्कूल की पढ़ाई शिलांग में की थी। इसके बाद रेवाड़ी के अहीर कॉलेज से ग्रेजुएशन की। 2007 में उसने कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS) एग्जाम और इंटरव्यू क्लियर किया था उसके बाद वह आर्मी में कमांडेंट भर्ती हुआ। हालांकि अब वह और उसका परिवार कहां है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। गांव के घर में तो मां और उसके भाई का परिवार रहता है। किसी को थप्पड़ भी नहीं मार सकता
अमित बताते हैं- गांव में विकास का काफी समय से आना-जाना नहीं है। हमारी तरफ से वह कमांडेंट पद पर लगा हुआ है। 2009 में भर्ती हुआ तभी से बाहर ही रहता है। यहां किसी फंक्शन में ही आता रहा है। पिछले साल उनकी बेटी हुई थी उस प्रोग्राम में भी वह गांव में आया था। पुलिस और सेना में सेवाएं दे रहे हैं गांव के युवा
ग्रामीणों के मुताबिक गांव गाजी गोपालपुर प्राणपुरा में करीब 500 घर हैं। यहां आबादी तकरीबन 1800 की है। यहां से सेना ही नहीं, बल्कि पुलिस में भी काफी लोग भर्ती हुए हैं। गांव के कुछ लोग अभी भी सेना में सेवाएं दे रहे हैं। रिटायर्ड हुए जवानों को मिलाकर उनकी संख्या तकरीबन 30 के आसपास है। अब पढ़िए क्या है पूरा मामला FBI ने मोस्ट वान्टेड पोस्टर जारी किया…
FBI ने विकास यादव का मोस्ट वॉन्टेड पोस्टर जारी किया है। FBI की तरफ से जारी पोस्टर में कहा गया है कि विकास यादव अमेरिका में भारतीय मूल के एक अमेरिकी वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या की साजिश रचने के आरोप में वान्टेड है। विकास एक भारतीय है और उसने साजिश को अंजाम देने के लिए अपने साथी और एक अन्य भारतीय नागरिक के साथ बातचीत में ‘अमानत’ उपनाम का इस्तेमाल किया। आरोपों के मुताबिक, विकास ने साजिश को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय नागरिक को पीड़ित (पन्नू) के रिहायशी पते, फोन नंबर और अन्य पहचान संबंधी जानकारी दी थी। 10 अक्टूबर 2024 को साउथ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने विकास के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके बाद विकास पर हत्या के लिए हायरिंग, उसकी नाकाम कोशिश करने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए। FBI ने जारी किया पोस्टर… पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिकी कोर्ट ने 2 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और CC1 नाम का एक शख्स शामिल था। अब FBI ने CC1 को ही विकास यादव बताया है। उनकी भारतीय सेना की वर्दी में फोटो भी जारी की गई है। विकास ने निखिल को दी पन्नू की सारी जानकारी
FBI ने चार्जशीट में कहा है कि विकास ने ही निखिल गुप्ता को इस साजिश में शामिल किया और निर्देश दिए, जिसमें पन्नू के बारे में पूरी जानकारी थी। इसमें पन्नू का एड्रेस, मोबाइल नंबर और रोजाना की हर एक गतिविधि शामिल थी। इसके बाद ही गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक अपराधी से संपर्क किया, जिसे उसने कॉन्ट्रैक्ट किलर समझा था। हालांकि, वह असल में अमेरिका के ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) का सीक्रेट एजेंट था। FBI का कहना है कि यादव ने इस हत्या के लिए 1 लाख डॉलर (करीब 83 लाख रूपए) देने की योजना बनाई थी। अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि भारत सरकार ने विकास को उनके पद से हटाकर गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, भारत ने FBI और अमेरिकी विदेश विभाग के इस दावे पर अभी तक कोई कमेंट नहीं किया है। विकास यादव को दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक विकास यादव को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 18 दिसंबर, 2023 को जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया था। रोहिणी के रहने वाले शख्स ने विकास पर लॉरेंस गैंग के नाम पर उनसे जबरन वसूली और अपहरण का आरोप लगाया था। तिहाड़ जेल में 4 महीने बिताने के बाद विकास यादव को इस साल अप्रैल में जमानत पर रिहा कर दिया गया था। विकास यादव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… FBI के पास पन्नू के मर्डर की साजिश की चैट:विकास यादव ने बताया- टारगेट न्यूयॉर्क में, निखिल गुप्ता बोला- जल्दी खत्म करो ये कहानी बिल्कुल किसी थ्रिलर फिल्म जैसी है। इसमें एक टारगेट है, जिसे मारने के लिए किलर हायर किया गया। एक सीक्रेट एजेंट है, जिसने टारगेट को मारने के लिए डील की। ये सब कुछ अमेरिका में हुआ। जिस किलर को हायर किया गया, वो अमेरिकी सीक्रेट एजेंट निकला। आखिर मर्डर से ठीक पहले पूरा प्लान फेल हो गया। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा में रेवाड़ी शहर के मुख्यालय से तकरीबन 18 किलोमीटर दूर गाजी गोपालपुर प्राणपुरा गांव इन दिनों देश के साथ विदेश में चर्चा में है। इसकी वजह है इस गांव का रहने वाला विकास यादव, जिसका अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने मोस्ट वांटेड पोस्टर जारी किया है। अमेरिकी एजेंसी के दावे के मुताबिक, न्यूयॉर्क में रह रहे सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में वह शामिल था। जिसके बाद दैनिक भास्कर की टीम विकास के बारे में जानने के लिए उसके गांव गाजी गोपालपुर प्राणपुरा पहुंची। विकास के घर के बाहर उसके चाचा यशवंत बैठे मिले। घर के अंदर भी काफी चहल-पहल दिखी, लेकिन कोई ऑन कैमरा बात करने को तैयार नहीं हुआ। चाचा बोले-अब फोन से भी संपर्क नहीं हो रहा
चाचा यशवंत बताते हैं- हमें आज न्यूजपेपर से पता चला कि इस केस में विकास का नाम आया है। ना ही हमारी उससे मुलाकात हुई, ना ही उससे फोन पर बात हुई। उसका फोन ही नहीं लग रहा है। वह 2009 में सेना में भर्ती हुआ था। परिवार में विकास की मां, भाई के अलावा दो पुत्रवधू हैं। दोनों ही भाइयों के एक-एक बेटी है। विकास का गांव में बहुत कम आना जाना रहा है। उसका बचपन अपने पिता के साथ बाहर ही बीता। वहीं उसने पढ़ाई की। विकास के पिता BSF में थे। उनकी ऑन ड्यूटी मृत्यु हो गई थी। विकास का छोटा भाई अजय हरियाणा पुलिस में है और इस समय गुरुग्राम में तैनात है। खबर सुनकर मां परेशान
परिवार के एक अन्य सदस्य ने बताया- जब से विकास की मां सुदेश तक ये जानकारी पहुंची है, तब से वह परेशान हैं। फिलहाल वह घर में ही हैं। घर में छोटे बेटे अजय का परिवार रहता है। जबकि विकास का परिवार कहां पर है और किस जगह रहता है, ये उन्हें भी मालूम नहीं हैं। इसके बाद हम गांव के बस स्टॉप पर पहुंचे, जहां हमारी मुलाकात ग्रामीण अमित यादव से हुई। उन्हें इस केस से जुड़ी जानकारी तो नहीं थी, लेकिन उन्होंने विकास और उसके परिवार के बारे में जानकारी शेयर की। स्कूली पढ़ाई शिलांग में, ग्रेजुएशन रेवाड़ी से
ग्रामीण अमित यादव ने बताया कि विकास ने स्कूल की पढ़ाई शिलांग में की थी। इसके बाद रेवाड़ी के अहीर कॉलेज से ग्रेजुएशन की। 2007 में उसने कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS) एग्जाम और इंटरव्यू क्लियर किया था उसके बाद वह आर्मी में कमांडेंट भर्ती हुआ। हालांकि अब वह और उसका परिवार कहां है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। गांव के घर में तो मां और उसके भाई का परिवार रहता है। किसी को थप्पड़ भी नहीं मार सकता
अमित बताते हैं- गांव में विकास का काफी समय से आना-जाना नहीं है। हमारी तरफ से वह कमांडेंट पद पर लगा हुआ है। 2009 में भर्ती हुआ तभी से बाहर ही रहता है। यहां किसी फंक्शन में ही आता रहा है। पिछले साल उनकी बेटी हुई थी उस प्रोग्राम में भी वह गांव में आया था। पुलिस और सेना में सेवाएं दे रहे हैं गांव के युवा
ग्रामीणों के मुताबिक गांव गाजी गोपालपुर प्राणपुरा में करीब 500 घर हैं। यहां आबादी तकरीबन 1800 की है। यहां से सेना ही नहीं, बल्कि पुलिस में भी काफी लोग भर्ती हुए हैं। गांव के कुछ लोग अभी भी सेना में सेवाएं दे रहे हैं। रिटायर्ड हुए जवानों को मिलाकर उनकी संख्या तकरीबन 30 के आसपास है। अब पढ़िए क्या है पूरा मामला FBI ने मोस्ट वान्टेड पोस्टर जारी किया…
FBI ने विकास यादव का मोस्ट वॉन्टेड पोस्टर जारी किया है। FBI की तरफ से जारी पोस्टर में कहा गया है कि विकास यादव अमेरिका में भारतीय मूल के एक अमेरिकी वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या की साजिश रचने के आरोप में वान्टेड है। विकास एक भारतीय है और उसने साजिश को अंजाम देने के लिए अपने साथी और एक अन्य भारतीय नागरिक के साथ बातचीत में ‘अमानत’ उपनाम का इस्तेमाल किया। आरोपों के मुताबिक, विकास ने साजिश को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय नागरिक को पीड़ित (पन्नू) के रिहायशी पते, फोन नंबर और अन्य पहचान संबंधी जानकारी दी थी। 10 अक्टूबर 2024 को साउथ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने विकास के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके बाद विकास पर हत्या के लिए हायरिंग, उसकी नाकाम कोशिश करने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए। FBI ने जारी किया पोस्टर… पन्नू की हत्या की साजिश के मामले में अमेरिकी कोर्ट ने 2 लोगों को आरोपी बनाया था। इसमें निखिल गुप्ता और CC1 नाम का एक शख्स शामिल था। अब FBI ने CC1 को ही विकास यादव बताया है। उनकी भारतीय सेना की वर्दी में फोटो भी जारी की गई है। विकास ने निखिल को दी पन्नू की सारी जानकारी
FBI ने चार्जशीट में कहा है कि विकास ने ही निखिल गुप्ता को इस साजिश में शामिल किया और निर्देश दिए, जिसमें पन्नू के बारे में पूरी जानकारी थी। इसमें पन्नू का एड्रेस, मोबाइल नंबर और रोजाना की हर एक गतिविधि शामिल थी। इसके बाद ही गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक अपराधी से संपर्क किया, जिसे उसने कॉन्ट्रैक्ट किलर समझा था। हालांकि, वह असल में अमेरिका के ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) का सीक्रेट एजेंट था। FBI का कहना है कि यादव ने इस हत्या के लिए 1 लाख डॉलर (करीब 83 लाख रूपए) देने की योजना बनाई थी। अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि भारत सरकार ने विकास को उनके पद से हटाकर गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, भारत ने FBI और अमेरिकी विदेश विभाग के इस दावे पर अभी तक कोई कमेंट नहीं किया है। विकास यादव को दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक विकास यादव को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 18 दिसंबर, 2023 को जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया था। रोहिणी के रहने वाले शख्स ने विकास पर लॉरेंस गैंग के नाम पर उनसे जबरन वसूली और अपहरण का आरोप लगाया था। तिहाड़ जेल में 4 महीने बिताने के बाद विकास यादव को इस साल अप्रैल में जमानत पर रिहा कर दिया गया था। विकास यादव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… FBI के पास पन्नू के मर्डर की साजिश की चैट:विकास यादव ने बताया- टारगेट न्यूयॉर्क में, निखिल गुप्ता बोला- जल्दी खत्म करो ये कहानी बिल्कुल किसी थ्रिलर फिल्म जैसी है। इसमें एक टारगेट है, जिसे मारने के लिए किलर हायर किया गया। एक सीक्रेट एजेंट है, जिसने टारगेट को मारने के लिए डील की। ये सब कुछ अमेरिका में हुआ। जिस किलर को हायर किया गया, वो अमेरिकी सीक्रेट एजेंट निकला। आखिर मर्डर से ठीक पहले पूरा प्लान फेल हो गया। (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा | दैनिक भास्कर