<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब में फसल विविधीकरण की दिशा में आगे बढ़ रही मान सरकार किसानों के कल्याण के लिए कई नीतियों पर काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पशुपालन और डेयरी पंजाब की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. पंजाब सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि के सहायक व्यवसाय के रूप में पशुपालन, डेयरी और मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मछली पालन अधीन क्षेत्र में हुई बढ़ोतरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब में मान सरकार द्वारा फसल विविधीकरण के अंतर्गत किए जा रहे प्रयासों के शानदार परिणाम सामने आ रहे हैं. मौजूदा वित्तीय वर्ष में मान सरकार ने मछली पालन अधीन क्षेत्र को 1942 एकड़ तक बढ़ाने में सफलता हासिल की है. पूरे पंजाब में एक साल में यह क्षेत्र 42,031 एकड़ से बढ़कर 43,973 एकड़ हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी तरह फाजिल्का में मान सरकार ने एक नया मछली बीज फार्म शुरू किया है. इसके तहत 3,223 एकड़ क्षेत्र को मछली पालन के लिए विकसित किया गया है. यहां से मछली पालन के लिए जरूरी बीज पूरे राज्य को भेजा जाएगा. मान सरकार मछली पालकों को 16 सरकारी मछली बीज फार्मों से रियायती दरों पर गुणवत्तायुक्त मछली बीज उपलब्ध करा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही सरकार ने नदियों में मछली पालन का एक कार्यक्रम शुरू किया है. इसके लिए विभिन्न नदी निकायों में 3 लाख मछली बीज डाले गए हैं. मान सरकार मछली पालन, मछली परिवहन वाहनों की खरीद, मछली कियोस्क दुकानें, शीत भंडारण संयंत्र, मछली चारा मिलों, और सजावटी मछली इकाइयों जैसी परियोजनाओं के लिए सब्सिडी भी दे रही है. इन योजनाओं से पंजाब में नीली क्रांति को नई रफ्तार मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पशुपालकों को सौगात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में पशुपालन का अहम योगदान है. पंजाब में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार कई नीतियों पर काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब में जमीनी स्तर पर पशु चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने और पशुपालकों की सहूलियत के लिए मान सरकार विभिन्न पदों पर नियुक्तियां कर रही है. वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 के दौरान पंजाब में 326 पशु चिकित्सा अधिकारियों और 503 पशु चिकित्सा इंस्पेक्टरों की नियुक्ति की है. इसे पंजाब में पशु चिकित्सा क्षेत्र को मजबूती मिली है. पशुओं के बीमार होने पर आसानी से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्राथमिकता में डेयरी विकास </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब में पशुपालन से दूध उत्पादन क्षेत्र को मजबूती मिली है. वेरका द्वारा संचालित लुधियाना, फिरोजपुर और जालंधर डेयरी में मान सरकार ने ताजा दूध और फर्मेटिड उत्पादों की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग के लिए ऑटोमैटिक मशीनें लगवाई हैं. इसके साथ ही किसानों को मुफ्त डेयरी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.</p> <p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब में फसल विविधीकरण की दिशा में आगे बढ़ रही मान सरकार किसानों के कल्याण के लिए कई नीतियों पर काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पशुपालन और डेयरी पंजाब की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. पंजाब सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि के सहायक व्यवसाय के रूप में पशुपालन, डेयरी और मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मछली पालन अधीन क्षेत्र में हुई बढ़ोतरी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब में मान सरकार द्वारा फसल विविधीकरण के अंतर्गत किए जा रहे प्रयासों के शानदार परिणाम सामने आ रहे हैं. मौजूदा वित्तीय वर्ष में मान सरकार ने मछली पालन अधीन क्षेत्र को 1942 एकड़ तक बढ़ाने में सफलता हासिल की है. पूरे पंजाब में एक साल में यह क्षेत्र 42,031 एकड़ से बढ़कर 43,973 एकड़ हो गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसी तरह फाजिल्का में मान सरकार ने एक नया मछली बीज फार्म शुरू किया है. इसके तहत 3,223 एकड़ क्षेत्र को मछली पालन के लिए विकसित किया गया है. यहां से मछली पालन के लिए जरूरी बीज पूरे राज्य को भेजा जाएगा. मान सरकार मछली पालकों को 16 सरकारी मछली बीज फार्मों से रियायती दरों पर गुणवत्तायुक्त मछली बीज उपलब्ध करा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके साथ ही सरकार ने नदियों में मछली पालन का एक कार्यक्रम शुरू किया है. इसके लिए विभिन्न नदी निकायों में 3 लाख मछली बीज डाले गए हैं. मान सरकार मछली पालन, मछली परिवहन वाहनों की खरीद, मछली कियोस्क दुकानें, शीत भंडारण संयंत्र, मछली चारा मिलों, और सजावटी मछली इकाइयों जैसी परियोजनाओं के लिए सब्सिडी भी दे रही है. इन योजनाओं से पंजाब में नीली क्रांति को नई रफ्तार मिली है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पशुपालकों को सौगात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में पशुपालन का अहम योगदान है. पंजाब में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार कई नीतियों पर काम कर रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब में जमीनी स्तर पर पशु चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने और पशुपालकों की सहूलियत के लिए मान सरकार विभिन्न पदों पर नियुक्तियां कर रही है. वित्त वर्ष 2022-23 और 2023-24 के दौरान पंजाब में 326 पशु चिकित्सा अधिकारियों और 503 पशु चिकित्सा इंस्पेक्टरों की नियुक्ति की है. इसे पंजाब में पशु चिकित्सा क्षेत्र को मजबूती मिली है. पशुओं के बीमार होने पर आसानी से चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्राथमिकता में डेयरी विकास </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पंजाब में पशुपालन से दूध उत्पादन क्षेत्र को मजबूती मिली है. वेरका द्वारा संचालित लुधियाना, फिरोजपुर और जालंधर डेयरी में मान सरकार ने ताजा दूध और फर्मेटिड उत्पादों की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग के लिए ऑटोमैटिक मशीनें लगवाई हैं. इसके साथ ही किसानों को मुफ्त डेयरी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.</p> पंजाब School of Brilliance: बदलेगा स्कूलों का हुलिया, पढ़ाई लिखाई शानदार होगी