शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने गुरुवार को कार्यसमिति और जिला अध्यक्षों की आपात बैठक बुलाई है। बैठक चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में होगी। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि मौजूदा समय में पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब ने तनखैया घोषित कर रखा है। साथ ही अकाल तख्त के ज्ञानी जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह का कहना है कि तनखैया तब तक तनखैया ही रहता है, जब तक उसका तनखा पूरा नहीं हो जाता। उसकी सजा के बारे में फैसला दिवाली के बाद लिया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल की सजा को लेकर जल्दी फैसले की मांग हालांकि इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार शाम उनसे मुलाकात की थी। साथ ही मांग की थी कि उनकी सजा के बारे में जल्दी फैसला लिया जाए। क्योंकि अब चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने है। चार सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। इनमें बरनाला, डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा और चब्बेवाल शामिल हैं। लेकिन SAD प्रधान सुखबीर बादल को जब से तनखैया घोषित किया गया। तब से वह पार्टी की गतिविधियों से दूर हो गए हैं। अब चुनाव की नामांकन प्रक्रिया पूरी होने में दो दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में चुनाव मैदान में पार्टी कैसे जाएगी। इसको लेकर सारी रणनीति तैयार की जा रही है। सभी से मिलकर फैसला लिया जाएगा। हालांकि चुनाव को लेकर भी दो पार्टी में दो धाराएं बनी हुई हैं। एक पक्ष चुनाव लड़ना चाहता है और दूसरा चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। हालांकि मंगलवार को जब कोर कमेटी की मीटिंग के बाद सीनियर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से मीडिया ने पूछा गया कि कि क्या अकाली दल आगामी उपचुनाव लड़ रहा है या नहीं। इस पर मजीठिया ने ‘कहा था कि आपको अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, पार्टी का संसदीय बोर्ड जल्द ही पार्टी की स्थिति स्पष्ट कर देगा। उन्होंने आरोप लगाया था अकाली दल सुधार लहर भाजपा के साथ हुए समझौते के तहत उपचुनाव लड़ रही है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने गुरुवार को कार्यसमिति और जिला अध्यक्षों की आपात बैठक बुलाई है। बैठक चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में होगी। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि मौजूदा समय में पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त साहिब ने तनखैया घोषित कर रखा है। साथ ही अकाल तख्त के ज्ञानी जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह का कहना है कि तनखैया तब तक तनखैया ही रहता है, जब तक उसका तनखा पूरा नहीं हो जाता। उसकी सजा के बारे में फैसला दिवाली के बाद लिया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल की सजा को लेकर जल्दी फैसले की मांग हालांकि इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार शाम उनसे मुलाकात की थी। साथ ही मांग की थी कि उनकी सजा के बारे में जल्दी फैसला लिया जाए। क्योंकि अब चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने है। चार सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। इनमें बरनाला, डेरा बाबा नानक, गिद्दड़बाहा और चब्बेवाल शामिल हैं। लेकिन SAD प्रधान सुखबीर बादल को जब से तनखैया घोषित किया गया। तब से वह पार्टी की गतिविधियों से दूर हो गए हैं। अब चुनाव की नामांकन प्रक्रिया पूरी होने में दो दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में चुनाव मैदान में पार्टी कैसे जाएगी। इसको लेकर सारी रणनीति तैयार की जा रही है। सभी से मिलकर फैसला लिया जाएगा। हालांकि चुनाव को लेकर भी दो पार्टी में दो धाराएं बनी हुई हैं। एक पक्ष चुनाव लड़ना चाहता है और दूसरा चुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं है। हालांकि मंगलवार को जब कोर कमेटी की मीटिंग के बाद सीनियर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से मीडिया ने पूछा गया कि कि क्या अकाली दल आगामी उपचुनाव लड़ रहा है या नहीं। इस पर मजीठिया ने ‘कहा था कि आपको अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए, पार्टी का संसदीय बोर्ड जल्द ही पार्टी की स्थिति स्पष्ट कर देगा। उन्होंने आरोप लगाया था अकाली दल सुधार लहर भाजपा के साथ हुए समझौते के तहत उपचुनाव लड़ रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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