फाजिल्का में बुधवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक टीम पहुंची। इस टीम ने सरकारी अस्पताल का बारीकी से निरीक्षण किया। टीम का नेतृत्व कर रहे डा. एस सी पंत ने कहा कि अस्पताल में दौरे दौरान सफाई व्यवस्था में जहां कमी पाई गई है l वहीं स्टाफ की कमी है और सुरक्षा का भी कोई प्रबंध नहीं है l जिसके चलते उनके द्वारा अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी l डा. एस सी पंत ने बताया कि फाजिल्का के जिला अस्पताल को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण योग्य बनाने के लिए वह फाजिल्का के जिला सरकारी अस्पताल का दौरा करने के लिए आए हैं l इस दौरान उन्होंने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, शौचालय और अन्य स्थानों का दौरा किया है l सफाई में कमी पाई गई है l स्टाफ की बहुत बड़ी कमी है l सबसे बड़ी कमी सुरक्षा की भी है l कोई भी सुरक्षा कर्मी यहां पर मौजूद नहीं है l अस्पताल को मिलेगा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र उन्होंने कहा कि, रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को दी जाएगी l जहां पर कमियां हैं उनको सही करने के लिए सुझाव दिए जाएंगे और जब फाजिल्का का सरकारी अस्पताल राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र के योग्य होगा l तब इसे राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र दिया जाएगा l इस काम के लिए 6 महीने का समय निश्चित किया गया हैl फाजिल्का में बुधवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की एक टीम पहुंची। इस टीम ने सरकारी अस्पताल का बारीकी से निरीक्षण किया। टीम का नेतृत्व कर रहे डा. एस सी पंत ने कहा कि अस्पताल में दौरे दौरान सफाई व्यवस्था में जहां कमी पाई गई है l वहीं स्टाफ की कमी है और सुरक्षा का भी कोई प्रबंध नहीं है l जिसके चलते उनके द्वारा अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी l डा. एस सी पंत ने बताया कि फाजिल्का के जिला अस्पताल को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण योग्य बनाने के लिए वह फाजिल्का के जिला सरकारी अस्पताल का दौरा करने के लिए आए हैं l इस दौरान उन्होंने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी, शौचालय और अन्य स्थानों का दौरा किया है l सफाई में कमी पाई गई है l स्टाफ की बहुत बड़ी कमी है l सबसे बड़ी कमी सुरक्षा की भी है l कोई भी सुरक्षा कर्मी यहां पर मौजूद नहीं है l अस्पताल को मिलेगा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र उन्होंने कहा कि, रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को दी जाएगी l जहां पर कमियां हैं उनको सही करने के लिए सुझाव दिए जाएंगे और जब फाजिल्का का सरकारी अस्पताल राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र के योग्य होगा l तब इसे राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र दिया जाएगा l इस काम के लिए 6 महीने का समय निश्चित किया गया हैl पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
अमृतसर में एडवोकेट विनीत महाजन पर चलाई गोलियां:एक्टिवा पर आए युवकों ने 4 राउंड किए फायर; पूर्व मंत्री के साथ भी रही अनबन
अमृतसर में एडवोकेट विनीत महाजन पर चलाई गोलियां:एक्टिवा पर आए युवकों ने 4 राउंड किए फायर; पूर्व मंत्री के साथ भी रही अनबन अमृतसर में एडवोकेट विनीत महाजन पर एक बार फिर हमला हुआ है। सुबह करीब 8 बजे वें अपनी पत्नी के साथ घर की तरफ लौट रहे थे। इसी दौरान एक्टिवा पर दो युवक आए और चार राउंड फायर कर फरार हो गए। शुरुआती जांच में पुलिस इसे रंजिश में किया गया हमला मानकर जांच कर रही है। वहीं, विनीत महाजन की पूर्व मंत्री व मौजूदा प्रत्याशी के साथ भी अनबन रह चुकी है। विनीत महाजन ने बताया कि सुबह वे गोपाल मंदिर में पूजा कर अपने होटल आशीर्वाद में आया था। उनकी पत्नी भी साथ थी। दोनों ने होटल में भी पूजा की और घर की तरफ निकल पड़े। बटाला रोड पर आशीर्वाद होटल के साथ गोपाल मंदिर की तरफ जाने वाली गली से वे गुरज रहे थे। जब वह संत सुखा सिंह पब्लिक स्कूल के नजदीक पहुंचे तो दौरान एक्टिवा सवार दो युवकों ने कार को ओवरटेक कर पिस्टल तान दी। पुलिस ने सीसीटीवी खंगालने शुरू किए आरोपियों ने 4 फायर उन पर किए। दो गोलियां कार के शीशे पर लगी हैं, जबकि दो गोलियां मिस हुई। पुलिस ने चारों खोल बरामद कर लिए हैं। विनीत महाजन ने बताया कि वे सुबह अपने ध्यान में थे। उन्हें ये भी नहीं पता कि आरोपियों ने उनका पीछा कब करना शुरू किया। पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी खंगालने शुरू किए हैं, ताकि आरोपियों का कोई सुराग मिल सके। रंजिशन किया गया हमला SHO अनिल कुमार ने बताया कि विनीत महाजन के कुछ पुराने झगड़े हैं। शुरुआती जांच में ये हमला रंजिशन लग रहा है। सभी मामलों की जांच की जा रही है। विनीत महाजन का एक पुराना राजनीतिक झगड़ा भी है। जिसकी भी जांच की जाएगी। फिलहाल जांच चल रही है। पुलिस ने मौके से चार खोल बरामद किए हैं। सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं, जल्द ही आरोपियों के बारे में जानकारियां मिलनी शुरू हो जाएंगी।
बठिंडा में कार टो करने से लोग परेशान:दुकानदार तथा समाजसेवी संस्थाएं हुए एकजुट, टो वैन बंद करने की मांग
बठिंडा में कार टो करने से लोग परेशान:दुकानदार तथा समाजसेवी संस्थाएं हुए एकजुट, टो वैन बंद करने की मांग बठिंडा में नगर निगम द्वारा माल रोड पर मल्टी लेवल कार पार्किंग का प्राइवेट ठेका देने के बाद लगातार लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है। रोजाना ही प्राइवेट पार्किंग ठेकेदार द्वारा चलाई जा रही टो वैन से 100 के करीब कारों को टो करके उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है। ट्रैफिक व्यवस्था के नाम पर लोगों से लूट की जा रही है तथा जब से टो वैन वाला सिस्टम कुछ बाजारों में चलाया है। उन बाजारों में ट्रैफिक की समस्या ज्यादा बिगड़ गई है। वाहन टो करने को लेकर की बैठक बैठक में दुकानदारों ने कहा कि प्राइवेट ठेकेदार के करिन्दे हाथों में व्हील लॉक उठा कर बाजारों में घूम रहे हैं, तथा जैसे ही कोई कार से बाहर निकलता है कार के टायर में व्हील लॉक फंसा कर कार चालक से पैसे वसूले जाते हैं। पार्किंग के करिन्दे किसी वाहन चालक को 2 मिनट तक का समय नहीं देते। जहां से कारों को टो किया जाता है, वहां कोई चेतावनी का बोर्ड नहीं लगाया गया। लोगों के लिए मुसीबत बने इस सिस्टम ने जहां व्यापार पर बहुत बुरा असर डाला है। वहीं लोगों को भी सरेआम लूटा जा रहा है। दुकानदारों ने दी चेतावनी दुकानदारों तथा संस्थाओं ने प्राइवेट ठेकेदार द्वारा चलाई जा रही टोह वैन को बंद करने की कड़ी मांग रखी है तथा जल्द ही एक बड़े संघर्ष की चेतावनी दी है। इस मौके पर जीवन गोयल, राजेश कुमार, अजय कुमार, गौरव गर्ग, देवाशीष कपूर, अमन सिंगला, विनोद कुमार गोयल, भूपिंदर कुमार, सोनू माहेश्वरी, डेजी गर्ग, सुनील बांसल, संजीव गोयल, विनोद कुमार, रोहित बांसल, राजीव कुमार हैप्पी, प्रदीप कुमार धालीवाल, अशोक जैन, मनोज ओबराय, गुरदीप सिंह, सुनील जैन, मनीत कुमार गुप्ता, मोंटी गोयल, मुनीश गर्ग, अनिल गर्ग, सुनील गुप्ता, राजेश गर्ग, पुनीत बांसल, अनीश जैन, रमणीक कुमार रोमी, गोविंद माहेश्वरी, अमित कपूर, दर्शन जौड़ा, मंदीप कुमार, कृष्ण सिंगला, अश्वनी बांसल, जिम्मी गर्ग, विनोद अरोड़ा, आशु कुमार, रिशु खत्री, उदय बांसल, संजीव सैनी, विकास जैन, नवल किशोर, मनीष मित्तल सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।
गिद्दड़बाहा में फिर एक्टिव हुए राजा वड़िंग:पत्नी अमृता ने भी शुरू की बैठकें; अकाली दल से सुखबीर बादल नहीं होंगे उम्मीदवार
गिद्दड़बाहा में फिर एक्टिव हुए राजा वड़िंग:पत्नी अमृता ने भी शुरू की बैठकें; अकाली दल से सुखबीर बादल नहीं होंगे उम्मीदवार जालंधर वेस्ट विधानसभा उप चुनाव के बाद अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अपनी पूर्व सीट गिद्दड़बाहा का रुख कर लिया है। अनुमान है कि आने वाले 5 महीनों के भीतर पंजाब विधानसभा की 4 सीटों पर उप-चुनाव होंगे। लुधियाना से सांसद चुने जाने के बाद राजा वड़िंग की गृह सीट अब खाली हो चुकी है। जालंधर में कांग्रेस की हार के बाद अब राजा वड़िंग अपनी इस सीट पर रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। सिर्फ अमरिंदर सिंह ही नहीं, उनकी पत्नी अमृता वड़िंग ने भी उनके साथ गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट का रुख किया है। वे भी पूरी तरह से गिद्दड़बाहा में सक्रिय हो गई हैं। अभी तक अनुमान यही लगाया जा रहा है कि अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग हाईकमान से इस सीट के लिए अपनी पत्नी अमृता वड़िंग के लिए टिकट मांगेंगे। पिछले कुछ दिनों में इस विधानसभा क्षेत्र में अमृता वड़िंग को अपने पति के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखी जा रहा है। अमृता ने दो बार यहां के कुछ गांवों का दौरा किया है। इसी तरह, राजा वड़िंग वर्करों के साथ बैठकें कर रहे हैं। अमृत वड़िंग जानती हैं गिद्दड़बाहा क्षेत्र को अमृता वड़िंग इस क्षेत्र में पहले भी सक्रिय रही हैं। पति के विधायक होते समय अमृता वड़िंग उनकी अनुपस्थिति में इस हलके के कामकाज देखती थी। इसके अलावा उनकी तरफ से चलाई जा रही संस्था आसरा फाउंडेशन के जरिए वे लोगों के बीच एक्टिव रही हैं। लुधियाना चुनाव जीतने के बाद कई इंटरव्यू में राजा वड़िंग स्पष्ट कर चुके हैं कि गिद्दरबाहा के लोगों ने उन्हें बहुत प्यार है और वे उन्हें छोड़ नहीं सकते। गिद्दड़बाहा का वे दौरा करते रहेंगे और लोगों से प्रतिक्रिया प्राप्त करते रहेंगे। गिद्दड़बाहा में कांग्रेस तीसरे नंबर पर पहुंची लोकसभा चुनावों की बात करें तो गिद्दड़बाहा विधानसभा फरीदकोट जिले में आती है। लोकसभा में पड़ी वोटों के अनुसार कांग्रेस गिद्दड़बाहा में तीसरे नंबर पर लुढ़क गई। चुनाव जीतकर सांसद बने सर्बजीत सिंह खालसा को गिद्दड़बाहा से 32,423 वोट, आप उम्मीदवार कर्मजीत अनमोल को 20,310 और कांग्रेस की अमरजीत कौर साहोके को 20,273 वोट ही मिले थे। गिद्दड़बाहा से सुखबीर बादल नहीं लड़ना चाहते चुनाव गिद्दड़बाहा हलके को राजा वड़िंग के साथ-साथ अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल का गढ़ भी माना जाता है, लेकिन इस बार सुखबीर बादल यहां से चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं हैं। अकाली दल के गिद्दड़बाहा हलका प्रभारी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों भी हलके का दौरा कर रहे हैं। एक इंटरव्यू में हरदीप डिंपी ने पहले ही साफ कर दिया था कि अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल यह उप चुनाव नहीं लड़ेंगे। प्रधानमंत्री बाजेके भी चुनाव लड़ने के इच्छुक लोकसभा चुनावों में सर्बजीत सिंह खालसा के जीतने के बाद खालिस्तान समर्थक भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके भी इस चुनाव को लड़ने के इच्छुक हैं। अमृतपाल की जेल में रहकर जीत के बाद भगवंत सिंह प्रधानमंत्री बाजेके भी डिब्रूगढ़ जेल से ये चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।