आगरा में खांसी को डॉक्टरों ने बताया कैंसर, FIR:कहा-ऑपरेशन नहीं कराया, तो 5-6 दिन के मेहमान; मुंबई-नोएडा की जांच में कुछ नहीं निकला

आगरा में खांसी को डॉक्टरों ने बताया कैंसर, FIR:कहा-ऑपरेशन नहीं कराया, तो 5-6 दिन के मेहमान; मुंबई-नोएडा की जांच में कुछ नहीं निकला

आगरा में एक मरीज के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि डॉक्टर ने जरा सी खांसी को कैंसर बता दिया था। इस वजह से वो परेशान हो गए। उनसे कहा था कि ऑपरेशन नहीं कराया, तो सिर्फ 4-5 दिन के मेहमान हो। इतना ही नहीं। डॉक्टरों ने फर्जी झूठी रिपोर्ट बनाकर दे दी। जबकि बाद में जब मुंबई और नोएडा से जांच कराई तो कुछ नहीं निकला। इसके बाद युवक ने FIR दर्ज कराई। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 17 जनवरी 2023 को कराई थी जांच
अछनेरा के रहने वाले राजकुमार(48) ने बताया-17 जनवरी 2023 को एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर टीपी सिंह को खांसी की शिकायत पर उनके घर पर दिखाया। उन्होंने कुछ जांच और दवा लिख दीं। जांच के बाद वो दोबारा दिखाने गए तो उन्हें खून की उल्टी हो गई। उन्होंने फेफड़ों की जांच के लिए डॉ. मुकेश शर्मा के पास भेजा। डॉ. मुकेश शर्मा ने अग्रवाल क्रिटिकल केयर सेंटर शांति मधुवन प्लाजा में उनकी जांच की। जांच रिपोर्ट न्यू आगरा स्थिति क्लीनिकल पैथोलॉजी लैब से मिली। रिपोर्ट देखने के बाद डॉ. मुकेश शर्मा ने फेफड़ों का कैंसर बताया। कहा कि जल्दी इलाज नहीं कराया तो तीन-चार दिन के मेहमान हो। इससे वो घबरा गए। पीड़ित ने किसी और डॉक्टर को दिखाने की बात ही, तो उन्हें पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी केन्सर एण्ड रिसर्च सेंटर हास्पिटल में भेज दिया गया। वहां पर डा. सन्दीप अग्रवाल द्वारा जांच के बाद कैंसर बताया गया। फिर डॉ. मुकेश शर्मा को दिखाया तो ऑपरेशन का खर्चा 8 लाख बताया। टाटा मेमोरियल की जांच में नहीं निकला कैंसर
पीड़ित का कहना है कि उस पर इलाज के लिए इतने रुपए नहीं थे। ऐसे में उसने एम्स में रेफर करने को कहा। एम्स में अप्वाइंटमेंट न मिलने के कारण वो 13 फरवरी 2023 को टाटा मैमोरियल कैंसर हॉस्पीटल पहुंचा। वहां 10 दिन भर्ती रहा। जांच रिपोर्ट आने के बाद वहां के डॉक्टरों ने कहा कि उसे तो कैंसर नहीं है। सैंपल भी नहीं दिए
पीड़ित ने बताया कि टाटा मैमोरियल के डॉक्टर ने पुरानी रिपोर्ट देखकर कहा कि आगरा की जिस लैब में सैंपल दिए थे, वहां से सैंपल लेकर आना। आगरा में उन्होंने लैब पर संपर्क किया तो उन्होंने सैंपल न होने की बात कही। नोएडा में फिर कराई जांच
पीड़ित का कहना है कि उसके मन में शंका थी। ऐसे में एक माह बाद वो नोएडा में मेदाता हॉस्पिटल पहुंचा। वहां डॉ. रंदीप गुलौरिया को दिखाया। उन्होंने जांच कराई। मगर, जांच में कैंसर नहीं निकला। साजिश का लगाया आरोप
पीड़ित का आरोप है कि आगरा के डॉ. टीपी सिंह, डॉ. मुकेश शर्मा, कैंसर विशेषज्ञ डॉ. संदीप अग्रवाल, क्लीनिकल पैथोलॉजी के डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ अनिल अग्रवाल द्वारा साजिश के तहत कैंसर की झूठी रिपोर्ट दी। उनसे 8 लाख रुपए इलाज के नाम पर ठगने को ये सब किया गया। उनकी रिपोर्ट से पीड़ित और उनका पूरा परिवार मानसिक, शारीरिक और आर्थिक प्रताड़ना का शिकार हुआ। इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक सिंह ने बताया कि डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। आगरा में एक मरीज के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि डॉक्टर ने जरा सी खांसी को कैंसर बता दिया था। इस वजह से वो परेशान हो गए। उनसे कहा था कि ऑपरेशन नहीं कराया, तो सिर्फ 4-5 दिन के मेहमान हो। इतना ही नहीं। डॉक्टरों ने फर्जी झूठी रिपोर्ट बनाकर दे दी। जबकि बाद में जब मुंबई और नोएडा से जांच कराई तो कुछ नहीं निकला। इसके बाद युवक ने FIR दर्ज कराई। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 17 जनवरी 2023 को कराई थी जांच
अछनेरा के रहने वाले राजकुमार(48) ने बताया-17 जनवरी 2023 को एसएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर टीपी सिंह को खांसी की शिकायत पर उनके घर पर दिखाया। उन्होंने कुछ जांच और दवा लिख दीं। जांच के बाद वो दोबारा दिखाने गए तो उन्हें खून की उल्टी हो गई। उन्होंने फेफड़ों की जांच के लिए डॉ. मुकेश शर्मा के पास भेजा। डॉ. मुकेश शर्मा ने अग्रवाल क्रिटिकल केयर सेंटर शांति मधुवन प्लाजा में उनकी जांच की। जांच रिपोर्ट न्यू आगरा स्थिति क्लीनिकल पैथोलॉजी लैब से मिली। रिपोर्ट देखने के बाद डॉ. मुकेश शर्मा ने फेफड़ों का कैंसर बताया। कहा कि जल्दी इलाज नहीं कराया तो तीन-चार दिन के मेहमान हो। इससे वो घबरा गए। पीड़ित ने किसी और डॉक्टर को दिखाने की बात ही, तो उन्हें पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी केन्सर एण्ड रिसर्च सेंटर हास्पिटल में भेज दिया गया। वहां पर डा. सन्दीप अग्रवाल द्वारा जांच के बाद कैंसर बताया गया। फिर डॉ. मुकेश शर्मा को दिखाया तो ऑपरेशन का खर्चा 8 लाख बताया। टाटा मेमोरियल की जांच में नहीं निकला कैंसर
पीड़ित का कहना है कि उस पर इलाज के लिए इतने रुपए नहीं थे। ऐसे में उसने एम्स में रेफर करने को कहा। एम्स में अप्वाइंटमेंट न मिलने के कारण वो 13 फरवरी 2023 को टाटा मैमोरियल कैंसर हॉस्पीटल पहुंचा। वहां 10 दिन भर्ती रहा। जांच रिपोर्ट आने के बाद वहां के डॉक्टरों ने कहा कि उसे तो कैंसर नहीं है। सैंपल भी नहीं दिए
पीड़ित ने बताया कि टाटा मैमोरियल के डॉक्टर ने पुरानी रिपोर्ट देखकर कहा कि आगरा की जिस लैब में सैंपल दिए थे, वहां से सैंपल लेकर आना। आगरा में उन्होंने लैब पर संपर्क किया तो उन्होंने सैंपल न होने की बात कही। नोएडा में फिर कराई जांच
पीड़ित का कहना है कि उसके मन में शंका थी। ऐसे में एक माह बाद वो नोएडा में मेदाता हॉस्पिटल पहुंचा। वहां डॉ. रंदीप गुलौरिया को दिखाया। उन्होंने जांच कराई। मगर, जांच में कैंसर नहीं निकला। साजिश का लगाया आरोप
पीड़ित का आरोप है कि आगरा के डॉ. टीपी सिंह, डॉ. मुकेश शर्मा, कैंसर विशेषज्ञ डॉ. संदीप अग्रवाल, क्लीनिकल पैथोलॉजी के डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ अनिल अग्रवाल द्वारा साजिश के तहत कैंसर की झूठी रिपोर्ट दी। उनसे 8 लाख रुपए इलाज के नाम पर ठगने को ये सब किया गया। उनकी रिपोर्ट से पीड़ित और उनका पूरा परिवार मानसिक, शारीरिक और आर्थिक प्रताड़ना का शिकार हुआ। इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक सिंह ने बताया कि डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर