स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शिमला के राम मंदिर में कार्यक्रम का किया बहिष्कार, साईं प्रतिमा बनी वजह?

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शिमला के राम मंदिर में कार्यक्रम का किया बहिष्कार, साईं प्रतिमा बनी वजह?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Swami Avimukteshwaranand News:</strong> गुरुवार को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद शिमला पहुंचे. यहां उन्होंने जाखू मंदिर में पहुंचकर गौ ध्वज स्थापित किया. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर गाय को राष्ट्रीय माता घोषित करने का अभियान चला रहे हैं. शिमला का प्रसिद्ध जाखू मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का राम मंदिर जाने का भी कार्यक्रम था, लेकिन वह राम मंदिर नहीं गए. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने राम मंदिर में साईं की प्रतिमा होने का विरोध दर्ज करवाया और वे राम मंदिर&nbsp;नहीं पहुंचे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राम मंदिर से साईं प्रतिमा हटाने की मांग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का शिमला के राम मंदिर में दोपहर 1:30 बजे प्रेसवार्ता को संबोधित करने का भी कार्यक्रम था, लेकिन इसे भी रद्द कर दिया गया. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद शिमला से सड़क मार्ग के जरिए सीधा उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के लिए रवाना हो गए. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के साथ पहुंचे गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा के संयोजक देवेंद्र पांडे ने कहा कि वे साईं को ईश्वर नहीं मानते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में साईं का कोई उल्लेख नहीं है. ऐसे में साईं को ईश्वर नहीं माना जा सकता. इसी के विरोध में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद राम मंदिर नहीं गए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में राम मंदिर का संचालन कर रहे लोगों से बात हुई है. उन्होंने इस बारे में बैठक करने की भी बात कही है. वे यहां से साईं की प्रतिमा को हटा देंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रतिमा हटाने की फिलहाल कोई योजना नहीं- सूद सभा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, सूद सभा शिमला के अध्यक्ष राजीव सूद ने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का राम मंदिर आने का कार्यक्रम था. सूद सभा उनके यहां स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के यहां आने पर स्वागत करना था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि स्वामी ने मंदिर में साईं प्रतिमा होने का विरोध दर्ज करवाया है. इस संबंध में भविष्य में बैठक की जाएगी और उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा. फिलहाल, साईं प्रतिमा हटाने की का कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने कहा कि सूद सभा शिमला के सभी लोगों की भावनाओं का सम्मान करती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने की मुलाकात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिमला से देहरादून के लिए जाते हुए देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने स्वामी से मुलाकात की. इस दौरान स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि वह माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग उठा रहे हैं. केंद्र सरकार को जल्द से जल्द यह काम पूरा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार गाय को केवल पशु मानती है, तो इस बारे में भी उन्हें स्पष्ट बात करनी चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रूमित ठाकुर ने कहा कि उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि यह बात बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> में साईं प्रतिमा लगाई गई है. उन्होंने कहा कि इससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं. मंदिर से साईं प्रतिमा को जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें:</strong> <a title=”हिमाचल: मंत्री हर्षवर्धन चौहान का निशाना, ‘बीजेपी ने हाटी के हक को हाइजैक करने के बाद भी मुंह की खाई'” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-pradesh-industry-minister-harshwardhan-chauhan-attacks-bjp-ann-2809953″ target=”_self”>हिमाचल: मंत्री हर्षवर्धन चौहान का निशाना, ‘बीजेपी ने हाटी के हक को हाइजैक करने के बाद भी मुंह की खाई'</a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Swami Avimukteshwaranand News:</strong> गुरुवार को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद शिमला पहुंचे. यहां उन्होंने जाखू मंदिर में पहुंचकर गौ ध्वज स्थापित किया. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद देश के अलग-अलग राज्यों में जाकर गाय को राष्ट्रीय माता घोषित करने का अभियान चला रहे हैं. शिमला का प्रसिद्ध जाखू मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां से स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का राम मंदिर जाने का भी कार्यक्रम था, लेकिन वह राम मंदिर नहीं गए. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने राम मंदिर में साईं की प्रतिमा होने का विरोध दर्ज करवाया और वे राम मंदिर&nbsp;नहीं पहुंचे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राम मंदिर से साईं प्रतिमा हटाने की मांग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का शिमला के राम मंदिर में दोपहर 1:30 बजे प्रेसवार्ता को संबोधित करने का भी कार्यक्रम था, लेकिन इसे भी रद्द कर दिया गया. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद शिमला से सड़क मार्ग के जरिए सीधा उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के लिए रवाना हो गए. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के साथ पहुंचे गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा के संयोजक देवेंद्र पांडे ने कहा कि वे साईं को ईश्वर नहीं मानते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में साईं का कोई उल्लेख नहीं है. ऐसे में साईं को ईश्वर नहीं माना जा सकता. इसी के विरोध में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद राम मंदिर नहीं गए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में राम मंदिर का संचालन कर रहे लोगों से बात हुई है. उन्होंने इस बारे में बैठक करने की भी बात कही है. वे यहां से साईं की प्रतिमा को हटा देंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रतिमा हटाने की फिलहाल कोई योजना नहीं- सूद सभा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, सूद सभा शिमला के अध्यक्ष राजीव सूद ने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का राम मंदिर आने का कार्यक्रम था. सूद सभा उनके यहां स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के यहां आने पर स्वागत करना था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि स्वामी ने मंदिर में साईं प्रतिमा होने का विरोध दर्ज करवाया है. इस संबंध में भविष्य में बैठक की जाएगी और उसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा. फिलहाल, साईं प्रतिमा हटाने की का कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने कहा कि सूद सभा शिमला के सभी लोगों की भावनाओं का सम्मान करती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने की मुलाकात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिमला से देहरादून के लिए जाते हुए देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने स्वामी से मुलाकात की. इस दौरान स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि वह माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग उठा रहे हैं. केंद्र सरकार को जल्द से जल्द यह काम पूरा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार गाय को केवल पशु मानती है, तो इस बारे में भी उन्हें स्पष्ट बात करनी चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रूमित ठाकुर ने कहा कि उन्होंने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि यह बात बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> में साईं प्रतिमा लगाई गई है. उन्होंने कहा कि इससे हिंदुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं. मंदिर से साईं प्रतिमा को जल्द से जल्द हटाया जाना चाहिए.</p>
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