शिमला में कुत्ते ने महिला पर्यटक को काटा:गंभीर घायल, पंजाब से घूमने आई थी पीड़िता; पकड़ने आई स्ट्रीट वेन लौटी खाली

शिमला में कुत्ते ने महिला पर्यटक को काटा:गंभीर घायल, पंजाब से घूमने आई थी पीड़िता; पकड़ने आई स्ट्रीट वेन लौटी खाली

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बंदरों व आवारा कुत्तों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बंदरों व कुत्तों के काटने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ताजा मामला शिमला के माल रोड पर आया है जहां पर पंजाब ने आई महिला पर्यटक को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है। कुत्ते के हमले से पर्यटक जमीन पर गिर गयी जिसके कारण महिला को चोट भी आई है। निजी एनजीओ की महिला ने किया बवाल, स्ट्रीट वेन लौटी खाली कुत्ते को पकड़ने आए नगर निगम के एक कर्मचारी गुरमीत ने बताया कि महिला को काटने के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी जब नगर निगम शिमला को मिली तो नगर निगम ने तुंरत कुत्ते को उठाने के लिए टीम और गाड़ी मौके पर भेजी। लेकिन जब वह टीम के साथ मौके पहुंचे तो वहां मौजूद कोई निजी एनजीओ चलाने वाली एक महिला ने कुत्ते को ले जाने को लेकर बवाल कर दिया जिसके कारण नगर निगम की टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। नसबंदी के बावजूद भी बढ़ रही शहर में आवारा कुत्तों की संख्या शिमला निवासी अमित ने कहा कि नगर निगम शिमला की तरफ से समय समय पर शहर में आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए नसबंदी का दावा किया जाता है। लेकिन उसके बावजूद में भी शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शहर के मालरोड के साथ उपनगरों की गालियों में भी आवारा कुत्तों के झुंड घूमते है। जिसके कारण लोग वहां से गुजर नहीं सकते है । उन्हें पहले आवारा कुत्तों के झुंड को निकलने देना पड़ता है । हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बंदरों व आवारा कुत्तों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बंदरों व कुत्तों के काटने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ताजा मामला शिमला के माल रोड पर आया है जहां पर पंजाब ने आई महिला पर्यटक को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है। कुत्ते के हमले से पर्यटक जमीन पर गिर गयी जिसके कारण महिला को चोट भी आई है। निजी एनजीओ की महिला ने किया बवाल, स्ट्रीट वेन लौटी खाली कुत्ते को पकड़ने आए नगर निगम के एक कर्मचारी गुरमीत ने बताया कि महिला को काटने के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी जब नगर निगम शिमला को मिली तो नगर निगम ने तुंरत कुत्ते को उठाने के लिए टीम और गाड़ी मौके पर भेजी। लेकिन जब वह टीम के साथ मौके पहुंचे तो वहां मौजूद कोई निजी एनजीओ चलाने वाली एक महिला ने कुत्ते को ले जाने को लेकर बवाल कर दिया जिसके कारण नगर निगम की टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। नसबंदी के बावजूद भी बढ़ रही शहर में आवारा कुत्तों की संख्या शिमला निवासी अमित ने कहा कि नगर निगम शिमला की तरफ से समय समय पर शहर में आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए नसबंदी का दावा किया जाता है। लेकिन उसके बावजूद में भी शहर में आवारा कुत्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। शहर के मालरोड के साथ उपनगरों की गालियों में भी आवारा कुत्तों के झुंड घूमते है। जिसके कारण लोग वहां से गुजर नहीं सकते है । उन्हें पहले आवारा कुत्तों के झुंड को निकलने देना पड़ता है ।   हिमाचल | दैनिक भास्कर