दिवाली: सेहत से समझौता नहीं! जानें- मावा, तेल पनीर में मिलावट पहचानने के आसान टिप्स?

दिवाली: सेहत से समझौता नहीं! जानें- मावा, तेल पनीर में मिलावट पहचानने के आसान टिप्स?

<p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News Today:</strong> दिवाली का त्यौहार नजदीक आते ही मिठाइयों और दूसरी खाने-पीने की चीजों की खरीदारी का सिलसिला तेज हो जाता है. बाजारों में मिठाइयों की भारी मांग को पूरा करने के लिए कई बार गुणवत्ता से समझौता किया जाता है और अधिक मुनाफा कमाने के लिए मिलावटखोरी के मामले बढ़ जाते हैं, जिससे लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस त्यौहार पर मावा, सरसों के तेल, पनीर, दूध और हल्दी जैसी खाद्य सामग्रियों में मिलावट होने की संभावना काफी बढ़ जाती है. ये मिलावटी चीजें स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं और कई बार गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकती हैं. इस खतरे से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं, जिनकी मदद से आप खाद्य सामग्री की शुद्धता की जांच कर सकते हैं और मिलावटी सामान की पहचान कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मावा में मिलावट की पहचान कैसे करें?</strong><br />मावा, जिसे खोया भी कहा जाता है, मिठाइयों का मुख्य घटक होता है. बाजार में मावे की मांग बढ़ने पर इसमें मिलावट की संभावना सबसे अधिक होती है. मावे में मिलावट की पहचान के लिए एक आसान तरीका है: थोड़ा सा मावा लेकर उसे उंगलियों के बीच रगड़ें. अगर मावा चिकना महसूस होता है और उंगलियों पर हल्का तेल छोड़ता है, तो यह शुद्ध होने का संकेत है. लेकिन यदि मावा सूखा और खुरदरा महसूस होता है, तो इसमें मिलावट की संभावना होती है, जो मिठाइयों की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरसों का तेल भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसकी तीखी गंध इसे अन्य तेलों से अलग बनाती है. बाजार में मिलावटखोरी के कारण सरसों के तेल में भी दूसरे सस्ते तेल मिलाए जा सकते हैं. मिलावट की जांच के लिए थोड़ा तेल लें और उसे सूंघें. असली सरसों के तेल की गंध तीखी होती है. यदि इस गंध में कमी महसूस होती है या तेल से किसी अन्य प्रकार की गंध आ रही है, तो यह मिलावटी हो सकता है. इस प्रकार, घर पर ही आप आसानी से इसकी पहचान कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पनीर की शुद्धता की पहचान कैसे करें?</strong><br />पनीर, खासतौर पर मिठाइयों और पकवानों में इस्तेमाल होता है. यदि पनीर में मिलावट हो, तो उसका स्वाद और गुणवत्ता खराब हो सकती है. पनीर में मिलावट की पहचान करने के लिए एक आसान तरीका है: थोड़ा सा पनीर लेकर उसे गर्म पानी में डालें. अगर पानी का रंग सफेद हो जाता है या उसमें कोई सफेदी निकलती है, तो यह संकेत है कि पनीर में मिलावट हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दूध में मिलावट की पहचान कैसे करें?</strong><br />दूध में मिलावट की समस्या आम है. नकली दूध या मिलावटी दूध स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है. दूध की शुद्धता की जांच के लिए एक आसान तरीका है: थोड़ा दूध उबालें. यदि दूध में मिलावट है, तो उबालने पर दूध जमने लगेगा या अलग-अलग परतों में बंट जाएगा. शुद्ध दूध में ऐसा नहीं होता है. आप इसे उबालकर आसानी से घर पर पहचान सकते हैं कि दूध में मिलावट है या नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हल्दी भारतीय व्यंजनों का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके बिना पकवानों का रंग और स्वाद अधूरा लगता है. कई बार हल्दी में अन्य रंग या सस्ते पदार्थ मिलाए जाते हैं. हल्दी में मिलावट की पहचान के लिए हल्दी पाउडर को पानी में डालें. यदि हल्दी तुरंत पानी में घुल जाती है और रंग छोड़ती है, तो इसमें मिलावट हो सकती है. असली हल्दी पानी में धीरे-धीरे घुलती है और अधिक गहरा रंग नहीं छोड़ती.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जरूरी है सावधानी बरतना</strong><br />दिवाली का त्यौहार खुशियों और मिठाइयों का समय होता है, लेकिन मिलावटखोरी के कारण यह खुशी स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से पेट की बीमारियां, संक्रमण और कई बार गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसलिए यह जरूरी है कि बाजार से खरीदते समय और घर में उपयोग करने से पहले इन आसान तरीकों से सामग्री की शुद्धता की जांच करें. इससे आप खुद को और अपनी फैमिली को सुरक्षित रख सकते हैं और त्यौहार की खुशियों को बिना किसी चिंता के मना सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिवाली से पहले यूपी के इन छात्रों को CM योगी का तोहफा, मुख्यमंत्री ने जारी किए 5.86 करोड़ रुपये” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-cm-yogi-adityanath-sanskrit-scholarship-scheme-and-released-scholarship-amount-of-rs-5-86-lakh-2811749″ target=”_blank” rel=”noopener”>दिवाली से पहले यूपी के इन छात्रों को CM योगी का तोहफा, मुख्यमंत्री ने जारी किए 5.86 करोड़ रुपये</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Uttarakhand News Today:</strong> दिवाली का त्यौहार नजदीक आते ही मिठाइयों और दूसरी खाने-पीने की चीजों की खरीदारी का सिलसिला तेज हो जाता है. बाजारों में मिठाइयों की भारी मांग को पूरा करने के लिए कई बार गुणवत्ता से समझौता किया जाता है और अधिक मुनाफा कमाने के लिए मिलावटखोरी के मामले बढ़ जाते हैं, जिससे लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस त्यौहार पर मावा, सरसों के तेल, पनीर, दूध और हल्दी जैसी खाद्य सामग्रियों में मिलावट होने की संभावना काफी बढ़ जाती है. ये मिलावटी चीजें स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं और कई बार गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकती हैं. इस खतरे से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं, जिनकी मदद से आप खाद्य सामग्री की शुद्धता की जांच कर सकते हैं और मिलावटी सामान की पहचान कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मावा में मिलावट की पहचान कैसे करें?</strong><br />मावा, जिसे खोया भी कहा जाता है, मिठाइयों का मुख्य घटक होता है. बाजार में मावे की मांग बढ़ने पर इसमें मिलावट की संभावना सबसे अधिक होती है. मावे में मिलावट की पहचान के लिए एक आसान तरीका है: थोड़ा सा मावा लेकर उसे उंगलियों के बीच रगड़ें. अगर मावा चिकना महसूस होता है और उंगलियों पर हल्का तेल छोड़ता है, तो यह शुद्ध होने का संकेत है. लेकिन यदि मावा सूखा और खुरदरा महसूस होता है, तो इसमें मिलावट की संभावना होती है, जो मिठाइयों की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरसों का तेल भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसकी तीखी गंध इसे अन्य तेलों से अलग बनाती है. बाजार में मिलावटखोरी के कारण सरसों के तेल में भी दूसरे सस्ते तेल मिलाए जा सकते हैं. मिलावट की जांच के लिए थोड़ा तेल लें और उसे सूंघें. असली सरसों के तेल की गंध तीखी होती है. यदि इस गंध में कमी महसूस होती है या तेल से किसी अन्य प्रकार की गंध आ रही है, तो यह मिलावटी हो सकता है. इस प्रकार, घर पर ही आप आसानी से इसकी पहचान कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पनीर की शुद्धता की पहचान कैसे करें?</strong><br />पनीर, खासतौर पर मिठाइयों और पकवानों में इस्तेमाल होता है. यदि पनीर में मिलावट हो, तो उसका स्वाद और गुणवत्ता खराब हो सकती है. पनीर में मिलावट की पहचान करने के लिए एक आसान तरीका है: थोड़ा सा पनीर लेकर उसे गर्म पानी में डालें. अगर पानी का रंग सफेद हो जाता है या उसमें कोई सफेदी निकलती है, तो यह संकेत है कि पनीर में मिलावट हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दूध में मिलावट की पहचान कैसे करें?</strong><br />दूध में मिलावट की समस्या आम है. नकली दूध या मिलावटी दूध स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है. दूध की शुद्धता की जांच के लिए एक आसान तरीका है: थोड़ा दूध उबालें. यदि दूध में मिलावट है, तो उबालने पर दूध जमने लगेगा या अलग-अलग परतों में बंट जाएगा. शुद्ध दूध में ऐसा नहीं होता है. आप इसे उबालकर आसानी से घर पर पहचान सकते हैं कि दूध में मिलावट है या नहीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हल्दी भारतीय व्यंजनों का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसके बिना पकवानों का रंग और स्वाद अधूरा लगता है. कई बार हल्दी में अन्य रंग या सस्ते पदार्थ मिलाए जाते हैं. हल्दी में मिलावट की पहचान के लिए हल्दी पाउडर को पानी में डालें. यदि हल्दी तुरंत पानी में घुल जाती है और रंग छोड़ती है, तो इसमें मिलावट हो सकती है. असली हल्दी पानी में धीरे-धीरे घुलती है और अधिक गहरा रंग नहीं छोड़ती.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जरूरी है सावधानी बरतना</strong><br />दिवाली का त्यौहार खुशियों और मिठाइयों का समय होता है, लेकिन मिलावटखोरी के कारण यह खुशी स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से पेट की बीमारियां, संक्रमण और कई बार गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसलिए यह जरूरी है कि बाजार से खरीदते समय और घर में उपयोग करने से पहले इन आसान तरीकों से सामग्री की शुद्धता की जांच करें. इससे आप खुद को और अपनी फैमिली को सुरक्षित रख सकते हैं और त्यौहार की खुशियों को बिना किसी चिंता के मना सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिवाली से पहले यूपी के इन छात्रों को CM योगी का तोहफा, मुख्यमंत्री ने जारी किए 5.86 करोड़ रुपये” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-cm-yogi-adityanath-sanskrit-scholarship-scheme-and-released-scholarship-amount-of-rs-5-86-lakh-2811749″ target=”_blank” rel=”noopener”>दिवाली से पहले यूपी के इन छात्रों को CM योगी का तोहफा, मुख्यमंत्री ने जारी किए 5.86 करोड़ रुपये</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राजस्थान जूडिशियल सर्विस एग्जाम का रिजल्ट घोषित, हनुमानगढ़ की राधिका बंसल बनीं टॉपर