प्रयागराज से 13 अक्टूबर से लापता यूनाइटेड यूनिवर्सिटी मेडिसिटी के बीसीए छात्र मो. कैफ का अब तक पता नहीं चल सका। परिवार वाले शहर शहर भटक रहे हैं। पुलिस सुराग जुटाने में नाकाम हुई तो मां शहनाज खातून ने अपनी जिगर के टुकड़े का पता लगाने के लिए खुद ही इनाम की घोषणा कर दी। मां ने बेटै का पता लगाने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने का ऐलान किया है। मां कहती है रुपए की बात नहीं और बढ़ा दिया जाएगा लेकिन बच्चा मिल जाए। इनाम वाले पोस्टर छपवा कर शहर में चस्पा किए जाने लगे हैं। सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इनामी पोस्टर को वायरल किया जा रहा है कि शायद इनाम के लालच में कोई बेटे का पता बता दे, या फि कोई ऐसी सूचना दे दे जिससे कैफ के बारे में पता चल सके। पुलिस का कहना है कि दोस्तों से पूछताछ, सीडीआर के आधार पर जांच की जा रही है। अपहरण जैसी कोई घटना नहीं हुई। हां यह पता नहीं चल पा रहा है कि कैफ कहां और कैसे लापता हो गया। आसपास के जिलों में उसकी फोटो भेज जानकारी मांगी गई है। लापता कैफ की कहानी अब और उलझती जा रही है। उसे अगवा नहीं किया गया। वह खुद से गया, उसके साथ कोई अनहोनी नहीं हुई तो अब तक उसका पता क्यों नहीं चल रहा है। मैसेज डिलीट, अटेंडेंट को लेकर कोई जवाब नहीं
छात्र मो. कैफ (18) का अब सुराग नहीं मिला। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है कई राज खुल रहे हैं। पहले तो सनसनीखेज मामला यह सामने आया कि लापता होने के बाद भी बीबीए छात्र की अटेंडेंस यूनाइटेट यूनिवर्सिटी में लगती रही। अब मोबाइल की जांच से एक नई बात सामने आई है। कैफ घर से निकलने के पहले अपना मोबाइल छोड़ गया था। मोबाइल की जांच से साफ हुआ है कि 25 सितंबर से लेकर 13 अक्टूबर यानि जिस दिन छात्र अपने घर से गया उसके मोबाइल के मैसेंजर से सारे मैसेज डिलीट हो चुके थे। मैसेज बाक्स से 18 दिनों के मैसेज को पूरी तरह डिलीट किया गया। कैफ के घरवाले अब मैसेजों को लेकर परेशान हैं। माना जा रहा है कि छात्र ने घर छोड़ने से पहले 13 अक्टूबर तक के मैसेजों को खुद डिलीट कर दिया था। अब उन मैसेजों में ऐसा क्या था जिसे छात्र ने डिलीट किया यह रहस्य बना हुआ है। छात्र के घरवालों से बातचीत कर पुलिस ने कैफ के मोबाइल की कॉल हिस्ट्री, सीडीआर निकलवाई है। अब पुलिस की जांच उसी के सहारे आगे बढ़ रही है। जानिये कैसे लगती रही लापता छात्र की अटेंडेंस सबसे हैरत की बात तो यह है कि कैफ झलवा स्थित यूनाइटेट यूनिवर्सिटी का छात्र है। 13 अक्टूबर की रात से वह लापता है। प्रयागराज से लेकर देहरादून तक उसकी तलाश चल रही है। यूनिवर्सिटी के साथी छात्र-छात्राएं उसके लिए कैंपेन चला रहे हैं जबकि यूनिवर्सिटी में बीबीए छात्र की अटेंडेंस लग रही है। यह अजीब है। बीबीए छात्र कैफ यूनिवर्सिटी नहीं जा रहा है लेकिन अटेंडेंस रजिस्टर पर उसकी हाजिरी कौन लगा रहा यह कहानी अजीब है। 14 अक्टूबर, 15 अक्टूबर को कैफ की फुल अटेंडेंस लगी है। जबकि 16 अक्टूबर को फस्ट लेक्चर में उसकी अटेंडेंट लगी है। छात्रों से पूछताछ, खड़े हुए सवाल
इसे लेकर सवाल खड़े हाे गए हैं। शुक्रवार को कैफ के परिवार वाले साथी छात्रों से बातचीत करने पहुंचे तो यह मामला सामने आया। इसके बाद घरवालों ने ऐतराज जताया परिवार वालों ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन से शिकायत किया तो हंगामा मचा। अब जांच हो रही है कि आखिर लापता छात्र की अटेंडेंस कैसे लग रही है। छात्र के घरवालों ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर जांच तेज कर करने की मांग की है। छात्र के पिता और मामा हर संभावित जगहों पर उसे तलाशने पहुंच रहे हैं। होटलो में जाकर पूछताछ के बाद साथ ही एक दो दरगाहों पर जाकर पूछताछ की गई। छात्र का सुराग न मिलने से परिवार वाले परेशान हैं। हर नाते रिश्तेदारों के यहां उसकी तलाश की जा रही है। परिवार वालों ने कैफ के मोबाइल की जांच की मांग की है। आर्मी से रिटायर्ड मो. शाहिद उस्मानी परिवार के साथ धूमनगंज थाना क्षेत्र के कालिंदीपुर में मौसम विहार कॉलोनी में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा मद्रास कॉलेज से एमटेक कर रहा है। छोटा बेटा मो. कैफ उस्मानी प्रयागराज में यूनाइटेड मेडिकल कॉलेज कैंपस की यूनाइटेड यूनिवर्सिटी में बीबीए फस्ट ईयर का छात्र है। 13 अक्टूबर की रात 8 बजे कैफ मां से बोलता है कि वह खाने के लिए कुछ नमकीन लेकर आता है। लोवर टीशर्ट में कैफ घर से बाहर निकल जाता है। वह अपना मोबाइल भी छोड़ जाता है। रात नौ बजे तक वह नहीं लौटता तो परिवार तलाश करता है। पूरी रात न लौटने पर दोस्त, रिश्तेदारों को फोन किया जाता है। इसके बाद सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाने लीगते हैं। उसी रात 8.38 पर वह सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन के बाहर लगे कैमरे में नजर आता है। इसके बाद वह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर लगे कैमरों में दिखता है। तब देहरादून जाने वाली लिंक एक्सप्रेस खड़ी रहती है। कैफ ट्रेन में चढ़ता तो नहीं दिखता लेकिन ट्रेन के रवाना हो जाने के बाद प्लेटफार्म पर वह भी नजर नहीं आता। हरिद्वार से लेकर देहरादून तक तलाशा
लिंक एक्सप्रेस ट्रेन देहरादून जाती है। परिवार वहां तक तलाश करता है। रास्ते के स्टेशन लखसर, हरिद्वार, कांठ, मुरादाबाद, धामपुर आदि स्टेशनों पर तलाश होती है लेकिन वह नहीं मिलता। जीआरपी से संपर्क किया जाता था तो कोई हादसा, ट्रेन से गिरने आदि के मामले सामने नहीं आते। पिता बोले कोई दुश्नमनी नहीं, डिप्रेशन में नहीं था
पिता मो. शाहिद उस्मानी बेटे के लापता होने पर भटक रहे हैं। वह कहते हैं कि कैफ बहुत ही सीधा है। उसकी या परिवार कि किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। वह घर से रुपये लेकर नहीं निकला। न कभी किसी लड़की से लव जैसा मामला सामने आया। कोई लड़का भागेगा तो मोबाइल, कपड़े, रुपये तो लेकर जाएगा ही। कॉलेज के दोस्तों से पूछताछ हुई तो उन सबने कहा कि वह पढ़ाई में अच्छा है। कॉलेज में भी किसी से विवाद, छात्रा से कोई बात का मामला सामने नहीं आया। घरवालों ने मोबाइल चेक किया, अब पुलिस कर रही
कैफ अपना मोबाइल घर में छोड़ गया है। उसके मोबाइल को घरवालों ने चेक किया। उसकी किसी से साथ चैटिंग सामने नहीं आई। न ही अफेयर को लेकर कोई मैसेज, फोटो आदि मिले हैं। मोबाइल पर आखिरी बात उसने अपने दोस्त से की थी। बातचीत पढ़ाई को लेकर हुई थी। मामा अनीस बताते हैं कि कॉलेज से लेकर सभी रेलवे स्टेशन पर जानकारी जुटा चुके हैं। वह डिप्रेशन में नहीं था। न ही किसी से उधार कर्ज लिए हुए था। उसे किसी चीज की लत नहीं थी। रो रही मां, सोशल मीडिया पर कर रही अपील
कैफ की मां शहनाज खातून का बुरा हाल है। वह वीडियो जारी कर छोटे बेटे कैफ के लिए अपील कर रही हैं। मां वीडियो में बोल रही हैं कि बेटा जहां भी हो एक मिस कॉल कर दो। घर के किसी शख्स के पास कॉल कर दो हम तुम्हें लेने आ जाएंगे। आखिरी बार कैफ मां से बातचीत कर ही घर से निकला था। वह बोल रही हैं कि ट्रेन से जाता तो कुछ रुपये तो मांग लेता। प्रयागराज से 13 अक्टूबर से लापता यूनाइटेड यूनिवर्सिटी मेडिसिटी के बीसीए छात्र मो. कैफ का अब तक पता नहीं चल सका। परिवार वाले शहर शहर भटक रहे हैं। पुलिस सुराग जुटाने में नाकाम हुई तो मां शहनाज खातून ने अपनी जिगर के टुकड़े का पता लगाने के लिए खुद ही इनाम की घोषणा कर दी। मां ने बेटै का पता लगाने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने का ऐलान किया है। मां कहती है रुपए की बात नहीं और बढ़ा दिया जाएगा लेकिन बच्चा मिल जाए। इनाम वाले पोस्टर छपवा कर शहर में चस्पा किए जाने लगे हैं। सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इनामी पोस्टर को वायरल किया जा रहा है कि शायद इनाम के लालच में कोई बेटे का पता बता दे, या फि कोई ऐसी सूचना दे दे जिससे कैफ के बारे में पता चल सके। पुलिस का कहना है कि दोस्तों से पूछताछ, सीडीआर के आधार पर जांच की जा रही है। अपहरण जैसी कोई घटना नहीं हुई। हां यह पता नहीं चल पा रहा है कि कैफ कहां और कैसे लापता हो गया। आसपास के जिलों में उसकी फोटो भेज जानकारी मांगी गई है। लापता कैफ की कहानी अब और उलझती जा रही है। उसे अगवा नहीं किया गया। वह खुद से गया, उसके साथ कोई अनहोनी नहीं हुई तो अब तक उसका पता क्यों नहीं चल रहा है। मैसेज डिलीट, अटेंडेंट को लेकर कोई जवाब नहीं
छात्र मो. कैफ (18) का अब सुराग नहीं मिला। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है कई राज खुल रहे हैं। पहले तो सनसनीखेज मामला यह सामने आया कि लापता होने के बाद भी बीबीए छात्र की अटेंडेंस यूनाइटेट यूनिवर्सिटी में लगती रही। अब मोबाइल की जांच से एक नई बात सामने आई है। कैफ घर से निकलने के पहले अपना मोबाइल छोड़ गया था। मोबाइल की जांच से साफ हुआ है कि 25 सितंबर से लेकर 13 अक्टूबर यानि जिस दिन छात्र अपने घर से गया उसके मोबाइल के मैसेंजर से सारे मैसेज डिलीट हो चुके थे। मैसेज बाक्स से 18 दिनों के मैसेज को पूरी तरह डिलीट किया गया। कैफ के घरवाले अब मैसेजों को लेकर परेशान हैं। माना जा रहा है कि छात्र ने घर छोड़ने से पहले 13 अक्टूबर तक के मैसेजों को खुद डिलीट कर दिया था। अब उन मैसेजों में ऐसा क्या था जिसे छात्र ने डिलीट किया यह रहस्य बना हुआ है। छात्र के घरवालों से बातचीत कर पुलिस ने कैफ के मोबाइल की कॉल हिस्ट्री, सीडीआर निकलवाई है। अब पुलिस की जांच उसी के सहारे आगे बढ़ रही है। जानिये कैसे लगती रही लापता छात्र की अटेंडेंस सबसे हैरत की बात तो यह है कि कैफ झलवा स्थित यूनाइटेट यूनिवर्सिटी का छात्र है। 13 अक्टूबर की रात से वह लापता है। प्रयागराज से लेकर देहरादून तक उसकी तलाश चल रही है। यूनिवर्सिटी के साथी छात्र-छात्राएं उसके लिए कैंपेन चला रहे हैं जबकि यूनिवर्सिटी में बीबीए छात्र की अटेंडेंस लग रही है। यह अजीब है। बीबीए छात्र कैफ यूनिवर्सिटी नहीं जा रहा है लेकिन अटेंडेंस रजिस्टर पर उसकी हाजिरी कौन लगा रहा यह कहानी अजीब है। 14 अक्टूबर, 15 अक्टूबर को कैफ की फुल अटेंडेंस लगी है। जबकि 16 अक्टूबर को फस्ट लेक्चर में उसकी अटेंडेंट लगी है। छात्रों से पूछताछ, खड़े हुए सवाल
इसे लेकर सवाल खड़े हाे गए हैं। शुक्रवार को कैफ के परिवार वाले साथी छात्रों से बातचीत करने पहुंचे तो यह मामला सामने आया। इसके बाद घरवालों ने ऐतराज जताया परिवार वालों ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन से शिकायत किया तो हंगामा मचा। अब जांच हो रही है कि आखिर लापता छात्र की अटेंडेंस कैसे लग रही है। छात्र के घरवालों ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर जांच तेज कर करने की मांग की है। छात्र के पिता और मामा हर संभावित जगहों पर उसे तलाशने पहुंच रहे हैं। होटलो में जाकर पूछताछ के बाद साथ ही एक दो दरगाहों पर जाकर पूछताछ की गई। छात्र का सुराग न मिलने से परिवार वाले परेशान हैं। हर नाते रिश्तेदारों के यहां उसकी तलाश की जा रही है। परिवार वालों ने कैफ के मोबाइल की जांच की मांग की है। आर्मी से रिटायर्ड मो. शाहिद उस्मानी परिवार के साथ धूमनगंज थाना क्षेत्र के कालिंदीपुर में मौसम विहार कॉलोनी में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा मद्रास कॉलेज से एमटेक कर रहा है। छोटा बेटा मो. कैफ उस्मानी प्रयागराज में यूनाइटेड मेडिकल कॉलेज कैंपस की यूनाइटेड यूनिवर्सिटी में बीबीए फस्ट ईयर का छात्र है। 13 अक्टूबर की रात 8 बजे कैफ मां से बोलता है कि वह खाने के लिए कुछ नमकीन लेकर आता है। लोवर टीशर्ट में कैफ घर से बाहर निकल जाता है। वह अपना मोबाइल भी छोड़ जाता है। रात नौ बजे तक वह नहीं लौटता तो परिवार तलाश करता है। पूरी रात न लौटने पर दोस्त, रिश्तेदारों को फोन किया जाता है। इसके बाद सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाने लीगते हैं। उसी रात 8.38 पर वह सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन के बाहर लगे कैमरे में नजर आता है। इसके बाद वह रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर लगे कैमरों में दिखता है। तब देहरादून जाने वाली लिंक एक्सप्रेस खड़ी रहती है। कैफ ट्रेन में चढ़ता तो नहीं दिखता लेकिन ट्रेन के रवाना हो जाने के बाद प्लेटफार्म पर वह भी नजर नहीं आता। हरिद्वार से लेकर देहरादून तक तलाशा
लिंक एक्सप्रेस ट्रेन देहरादून जाती है। परिवार वहां तक तलाश करता है। रास्ते के स्टेशन लखसर, हरिद्वार, कांठ, मुरादाबाद, धामपुर आदि स्टेशनों पर तलाश होती है लेकिन वह नहीं मिलता। जीआरपी से संपर्क किया जाता था तो कोई हादसा, ट्रेन से गिरने आदि के मामले सामने नहीं आते। पिता बोले कोई दुश्नमनी नहीं, डिप्रेशन में नहीं था
पिता मो. शाहिद उस्मानी बेटे के लापता होने पर भटक रहे हैं। वह कहते हैं कि कैफ बहुत ही सीधा है। उसकी या परिवार कि किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। वह घर से रुपये लेकर नहीं निकला। न कभी किसी लड़की से लव जैसा मामला सामने आया। कोई लड़का भागेगा तो मोबाइल, कपड़े, रुपये तो लेकर जाएगा ही। कॉलेज के दोस्तों से पूछताछ हुई तो उन सबने कहा कि वह पढ़ाई में अच्छा है। कॉलेज में भी किसी से विवाद, छात्रा से कोई बात का मामला सामने नहीं आया। घरवालों ने मोबाइल चेक किया, अब पुलिस कर रही
कैफ अपना मोबाइल घर में छोड़ गया है। उसके मोबाइल को घरवालों ने चेक किया। उसकी किसी से साथ चैटिंग सामने नहीं आई। न ही अफेयर को लेकर कोई मैसेज, फोटो आदि मिले हैं। मोबाइल पर आखिरी बात उसने अपने दोस्त से की थी। बातचीत पढ़ाई को लेकर हुई थी। मामा अनीस बताते हैं कि कॉलेज से लेकर सभी रेलवे स्टेशन पर जानकारी जुटा चुके हैं। वह डिप्रेशन में नहीं था। न ही किसी से उधार कर्ज लिए हुए था। उसे किसी चीज की लत नहीं थी। रो रही मां, सोशल मीडिया पर कर रही अपील
कैफ की मां शहनाज खातून का बुरा हाल है। वह वीडियो जारी कर छोटे बेटे कैफ के लिए अपील कर रही हैं। मां वीडियो में बोल रही हैं कि बेटा जहां भी हो एक मिस कॉल कर दो। घर के किसी शख्स के पास कॉल कर दो हम तुम्हें लेने आ जाएंगे। आखिरी बार कैफ मां से बातचीत कर ही घर से निकला था। वह बोल रही हैं कि ट्रेन से जाता तो कुछ रुपये तो मांग लेता। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर