हरियाणा के सोनीपत में 3 महिलाओं ने ज्वेलर्स शॉप से सोने के कड़े चुरा कर फुर्र हो गई। चोरी गए कड़ों का वजन 84.500 ग्राम था ओर इनकी कीमत करीब साढ़े 6 लाख रुपए बताई जा रही है। वारदात का खुलासा दुकान में लगे सीसीटीवी की फुटेज देखने पर हुआ। थाना सिविल लाइन पुलिस ने अज्ञात महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सुभाष चौक के पास है शोरूम जानकारी के अनुसार विनोद जैन की सोनीपत में सुभाष चौक के पास निक्की ज्वेलर्स के नाम से सोने-चांदी के आभूषणों का शोरूम है। उसने बताया कि धनतेरस के दिन 29 अक्टूबर को सुबह से ही दुकान में जेवर खरीदने वालों की भीड़ लगी थी। इस दौरान 11 से 11.30 बजे के बीच 3 महिलाएं शोरुम पर आई और 84.500 ग्राम के सोने के कड़े चोरी करके ले गई। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग देखी तो चला पता विनोद जैन ने बताया कि दुकान में चोरी का उस दिन उनको कोई पता नहीं चला। बाद में दुकान में बिक्री स्टॉक का हिसाब किया गया तो इसमें कुछ गड़बड़ी मिली। इसके बाद उन्होंने दुकान में लगे सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग चैक की तो पूरा मामला खुल गया। सीसीटीवी में दिखा कि तीन महिलाएं सेल्समैन से नजर बचा कर सोने के कड़े लेकर बिना रुपए दिए चली गई। पुलिस ने किया केस दर्ज सोनीपत सिविल लाइन थाना के SI परविंद कुमार के अनुसार, वह अपनी टीम के साथ सुभाष चौक पर गश्त पर थे। इसी बीच सूचना मिली कि निक्की ज्वेलर्स के शोरूम में चोरी हुई है। वे मौके पर पहुंचे तो ज्वेलर्स विनोद जैन ने उनको पूरी बात बताई और सीसीटीवी फुटेज भी दी। पुलिस ने छानबीन के बाद 3 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ धारा 305 BNS में केस दर्ज कर लिया है। सोने के कड़े चुराने वाली महिलाओं की पहचान के प्रयास हो रहे हैं। हरियाणा के सोनीपत में 3 महिलाओं ने ज्वेलर्स शॉप से सोने के कड़े चुरा कर फुर्र हो गई। चोरी गए कड़ों का वजन 84.500 ग्राम था ओर इनकी कीमत करीब साढ़े 6 लाख रुपए बताई जा रही है। वारदात का खुलासा दुकान में लगे सीसीटीवी की फुटेज देखने पर हुआ। थाना सिविल लाइन पुलिस ने अज्ञात महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सुभाष चौक के पास है शोरूम जानकारी के अनुसार विनोद जैन की सोनीपत में सुभाष चौक के पास निक्की ज्वेलर्स के नाम से सोने-चांदी के आभूषणों का शोरूम है। उसने बताया कि धनतेरस के दिन 29 अक्टूबर को सुबह से ही दुकान में जेवर खरीदने वालों की भीड़ लगी थी। इस दौरान 11 से 11.30 बजे के बीच 3 महिलाएं शोरुम पर आई और 84.500 ग्राम के सोने के कड़े चोरी करके ले गई। सीसीटीवी रिकॉर्डिंग देखी तो चला पता विनोद जैन ने बताया कि दुकान में चोरी का उस दिन उनको कोई पता नहीं चला। बाद में दुकान में बिक्री स्टॉक का हिसाब किया गया तो इसमें कुछ गड़बड़ी मिली। इसके बाद उन्होंने दुकान में लगे सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग चैक की तो पूरा मामला खुल गया। सीसीटीवी में दिखा कि तीन महिलाएं सेल्समैन से नजर बचा कर सोने के कड़े लेकर बिना रुपए दिए चली गई। पुलिस ने किया केस दर्ज सोनीपत सिविल लाइन थाना के SI परविंद कुमार के अनुसार, वह अपनी टीम के साथ सुभाष चौक पर गश्त पर थे। इसी बीच सूचना मिली कि निक्की ज्वेलर्स के शोरूम में चोरी हुई है। वे मौके पर पहुंचे तो ज्वेलर्स विनोद जैन ने उनको पूरी बात बताई और सीसीटीवी फुटेज भी दी। पुलिस ने छानबीन के बाद 3 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ धारा 305 BNS में केस दर्ज कर लिया है। सोने के कड़े चुराने वाली महिलाओं की पहचान के प्रयास हो रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हरियाणा में BJP-JJP उम्मीदवारों का विरोध:दुष्यंत चौटाला की गाड़ी घेरी, बेदी से बहस, धानक को कहा-हमसे बदबू आती थी, भयाना बोले- वोट मत देना
हरियाणा में BJP-JJP उम्मीदवारों का विरोध:दुष्यंत चौटाला की गाड़ी घेरी, बेदी से बहस, धानक को कहा-हमसे बदबू आती थी, भयाना बोले- वोट मत देना हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव के प्रचार के बीच लोगों ने नेताओं से हिसाब मांगना शुरू कर दिया है। प्रचार के दौरान हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला, भाजपा के पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी, विधायक विनोद भयाना और बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला को विरोध झेलना पड़ा। ग्रामीण इन्हें घेरकर उनकी समस्याएं हल न करने पर जवाब मांग रहे हैं। वहीं सरकार रहने के दौरान किसान-मजदूरों को दिल्ली जाने से रोकने पर भाजपा और जजपा के उम्मीदवार घिर रहे हैं। हांसी में भाजपा उम्मीदवार पूर्व विधायक विनोद भयाना से किसानों ने शुभकरण को गोली मारने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वोट मत देना। सरकार में मंत्री रहे अनूप धानक को उकलाना में घेर लोगों ने कहा कि जब वे मंत्री बने तो कहते थे कि हमसे बदबू आती है। हमारी लाई मिठाई दीवार पर रख देते थे। हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे। नेताओं के विरोध से जुड़े मामले सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें.. दुष्यंत चौटाला को काले झंडे दिखाए
हरियाणा के उचाना में शनिवार शाम पूर्व डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी (JJP) के उम्मीदवार दुष्यंत चौटाला का छातर गांव में विरोध हुआ। दुष्यंत का काफिला जैसे ही गांव में पहुंचा तो वहां युवाओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। युवकों ने आरोप लगाया कि दुष्यंत चौटाला को पिछले विधानसभा चुनाव में यहां के लोगों ने बड़ी जीत दिलाई थी। लोगों ने भाजपा के खिलाफ होकर दुष्यंत के लिए वोटिंग की। दुष्यंत चुनाव जीत गए तो वह खुद भाजपा के साथ चले गए। इसे लेकर लोगों में बहुत नाराजगी है। युवकों का कहना है कि पिछले चुनाव के बाद छातर गांव ने दुष्यंत चौटाला का सामाजिक बहिष्कार किया था। जिस कारण लोग सामाजिक बहिष्कार किए हुए लोगों को गिरफ्तार करने की बात कर रहे हैं। जींद में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण बेदी से तीखी बहस..
जींद जिले के नरवाना विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP के प्रत्याशी पूर्व मंत्री कृष्ण बेदी और ग्रामीणों में तीखी बहस हो गई। वे भिखेवाला गांव में चुनाव प्रचार व वोट मांगने गए थे। इस दौरान उनको ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। किसान आंदोलन के दौरान भाजपा के व्यवहार से लोगों में रोष था। वे चुनाव प्रचार के लिए गांव भिखेवाला की चौपाल में पहुंचे थे। वहां एकत्रित लोगों ने कृष्ण बेदी को कहा कि उन्होंने मंत्री रहते हुए कभी उनके गांव की समस्याओं को निपटाने में दिलचस्पी नहीं ली। इसलिए अब विधानसभा चुनाव में गांव के लोग भी कृष्ण बेदी की कोई बात नहीं सुनेंगे। इस दौरान ग्रामीणों व कृष्ण बेदी के बीच खूब सवाल जवाब हुए। ग्रामीणों ने यहां तक कह दिया कि जिस प्रकार का अपमान भारतीय जनता पार्टी व उसके मंत्रियों ने किसानों- मजदूरों का किया, ठीक उसी प्रकार अब वे विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ करेंगे। इस दौरान कृष्ण बेदी लोगों को समझाते हुए नजर आए। लेकिन लोग उनकी बात सुनने के लिए राजी नहीं हुए। उकलाना में अनूप धानक का विरोध, बोले- जब आप मंत्री थे हमारे से बदबू आती थी, अब कैसे याद आई हिसार जिले की उकलाना विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार अनूप धानक को शनिवार को विरोध का सामना करना पड़ा। धानक प्रभुवाला और कंडूल गांव में पहुंचे तो यहां ग्रामीणों ने नारेबाजी की। प्रभुवाला में ग्रामीणों ने कहा कि आप पिछले 10 वर्षों से हलके के विधायक रहे। एक बार भी उनका हाल-चाल लेने नहीं आए। जब मंत्री बने हुए थे तो हमारे से बदबू आती थी। अगर खुशी में मिठाई देने जाते तो वह भी खाने की बजाय दीवार पर रख देते थे। आज ग्रामीणों की याद कैसे आ गई। कंडूल गांव में ग्रामीणों ने कहा कि 10 वर्षों में उनके गांव में करीब 50 लोगों की मौत हो चुकी है। किसी के यहां शोक जताने तक नहीं आए। किसान बोले- शुभकरण को गोली क्यो मारी, भयाना ने कहा- वोट मत देना वहीं हांसी के गांव घिराय में किसानों ने विनोद भयाना के कार्यक्रम में हंगामा करते हुए पूछा कि किसान आंदोलन में आपकी सरकार ने शुभकरण को गोली क्यों मरवाई। हांसी में डीपी वत्स और बृजेंद्र सिंह ने किसान आंदोलन के विरोध में ट्रैक्टर मार्च निकाला था। आपकी सरकार किसान विरोधी है जो कृषि यंत्रों पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगाया गया है। हांसी से भाजपा उम्मीदवार बोले- इस बात का विरोध करना है तो वोट मत देना मगर बहसबाजी मत करो। कांग्रेस प्रत्याशी के विरोध में पंचायत बुलाई; किसान बोले- CLU कांड के आरोपी को टिकट दी हरियाणा के बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला को टिकट देने के विरोध में किसानों ने 20 सितंबर को पंचायत बुलाई है। किसान नेता जोगेंद्र मय्यड़ ने बताया कि कांग्रेस ने चेंज ऑफ लैंड यूज कांड के आरोपी को टिकट दी है। हमने मीटिंग करके सर्वसम्मति से 31 सदस्यीय कमेटी बनाई है। ये कमेटियां स्वयं गांव-गांव जाएंगी और मीटिंग के लिए निमंत्रण देंगी। इससे पहले, किसानों ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर रामनिवास घोड़ेला को टिकट न देने के लिए कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की टिकट का विरोध किया था। 2009 से 2014 के बीच तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे विनोद भयाना, रामकिशन फौजी, विधायक जरनैल सिंह, स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह, विधायक नरेश सेलवाल ने CLU करवाने के लिए वक्फ बोर्ड की जमीन रिलीज करवाने के लिए और विधायक रामनिवास घोड़ेला ने सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत ईंट भट्टों पर बच्चों को पढ़ाने का काम NGO को दिलवाने के लिए घूस की मांग की थी। इस मामले में स्टिंग ऑपरेशन किया गया था। उस स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर इनेलो ने 2014 में इन सबके खिलाफ भ्रष्ट आचरण की शिकायत लोकायुक्त से की। तत्कालीन लोकायुक्त ने 16 दिसंबर, 2015 को उपरोक्त सभी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत SIT गठित करके जांच के आदेश दिए थे। 27 जुलाई, 2015 को तत्कालीन एडीजीपी एवं SIT के इंचार्ज वी कामराजा ने इन सबको भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दोषी माना और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की थी। जिसके बाद स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने सभी के खिलाफ केस दर्ज किया।
हरियाणा चुनाव में केजरीवाल की रिहाई के 5 इंपैक्ट:दिल्ली-पंजाब से कमजोर संगठन; पार्टी को CM की कैंपेनिंग पर भरोसा, कांग्रेस-बीजेपी की बढ़ेगी टेंशन
हरियाणा चुनाव में केजरीवाल की रिहाई के 5 इंपैक्ट:दिल्ली-पंजाब से कमजोर संगठन; पार्टी को CM की कैंपेनिंग पर भरोसा, कांग्रेस-बीजेपी की बढ़ेगी टेंशन सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब हरियाणा विधानसभा चुनाव पर फोकस करेंगे। पार्टी के प्रचार अभियान की कमान संभालने के साथ ही वह पार्टी की रणनीति को भी जमीन पर उतारने की तैयारी में जुट गए हैं। केजरीवाल के हरियाणा में एक्टिव होने से BJP और कांग्रेस दोनों की टेंशन बढ़ना तय मानी जा रही है। वह इसलिए है कि हरियाणा में बीजेपी 10 साल से सरकार चला रही है। कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में है। सियासी जानकारों की मानें तो कांग्रेस और बीजेपी में ही अभी सीधा मुकाबला दिखाई दे रहा है। हालांकि अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP ने भी सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। AAP को चुनाव में सबसे ज्यादा कांग्रेस और बीजेपी के बागी नेताओं से उम्मीदें हैं। 2019 से इतर इस बार AAP ने अपने संगठन का विस्तार भी कर लिया और कई इलाकों में मजबूत पकड़ भी बनाई है। दिल्ली-पंजाब से कमजोर संगठन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रिहाई की टाइमिंग हरियाणा चुनाव के हिसाब से परफेक्ट है। फिलहाल, हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब तक केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल मोर्चा संभाले देखी गई हैं और केजरीवाल की गैरमौजूदगी में धुआंधार प्रचार कर रहीं थीं। अब हरियाणा चुनाव में पूरी ताकत से पार्टी उतरने की तैयारी कर रही है। चूंकि, हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अकेले दम पर लड़ने का फैसला किया है।हरियाणा में आम आदमी पार्टी का संगठन दिल्ली और पंजाब की तुलना में काफी कमजोर है और ऐसे में केजरीवाल की कैंपेनिंग से ही उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा उम्मीद है। चुनाव में AAP के ये होंगे प्लस प्वाइंट… 1. केजरीवाल का हरियाणा उनका अपना गृह राज्य है। केजरीवाल का हरियाणा में हिसार के खेड़ा में पुश्तैनी गांव है। अक्सर राजनीतिक कार्यक्रमों में भी केजरीवाल खुद को हरियाणा से जोड़ते आए हैं। 2. केजरीवाल को दिल्ली वालों की नब्ज पहचानने में माहिर माना जाता है। उन्होंने हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब में भी अपनी पार्टी की सरकार बनवाकर इतिहास बनाया है। अब दिल्ली और पंजाब के पड़ोसी राज्य हरियाणा पर फोकस है। 3. AAP नेता अपने चुनावी प्रचार में इस बात का भी जिक्र कर रहे हैं। केजरीवाल भी अपने चुनावी अभियान में इसे मुद्दा बना सकते हैं और आम जनता में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। 4. केजरीवाल की रिहाई से AAP को बूस्टर मिला है। इससे संगठन एकजुट हुआ है, अपने सबसे बड़े चेहरे के जरिए बीजेपी और कांग्रेस को घेरने में मदद मिल सकेगी। AAP बड़े स्तर पर कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगा सकती है और नुकसान पहुंचा सकती है। 5. एक फैक्ट यह भी है कि हरियाणा में कुछ बड़े नेताओं के परिवार ऐसे हैं, जो नाराज चल रहे हैं। इन्हें बीजेपी और कांग्रेस दोनों से टिकट नहीं मिला है। संभव है कि ऐसे नाराज नेता AAP के लिए मददगार साबित हो सकते हैं। यहां पढ़िए कांग्रेस-बीजेपी के लिए क्यों दिक्कतें खड़ी करेगी AAP शहरी वोटरों पर केजरीवाल की अच्छी पकड़ कांग्रेस के साथ ही बीजेपी के लिए भी यह टेंशन होगी कि AAP उनके वोट बैंक में सेंध लगा सकती है। जानकार कहते हैं कि केजरीवाल की रिहाई को बीजेपी के लिए भी राहत नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि, बीजेपी का शहरी इलाके में अच्छा खासा वोट बैंक है और AAP भी शहरी इलाके में पकड़ बना रही है। संभव है कि आप केजरीवाल के जरिए शहरी वोटर्स में सेंध लगा सकती है, इससे बीजेपी का नुकसान हो सकता है। खासकर उन सीटों पर जहां मुकाबला करीबी है। ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी को भी अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है। कांग्रेस को 8 से 10 सीटों पर होगा नुकसान AAP प्रत्याशी कांग्रेस को बहुत परेशान करेंगे। बीजेपी के विरोधी वोटों में अगर सेंध लगती है तो इसका नुकसान कांग्रेस को भुगतना होगा। हरियाणा में कम से कम 8 से 10 सीटें ऐसी हैं जहां आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट नहीं जीत सके तो कांग्रेस को कमजोर करने का तो काम कर सकते हैं। 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में 46 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। मगर पार्टी का पार्टी का वोट शेयर केवल 0.48 प्रतिशत रहा था। हरियाणा में AAP का किन इलाकों में प्रभाव ? हरियाणा में AAP का फोकस खासकर शहरी और कस्बा इलाकों में ज्यादा है। दिल्ली से सटे गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ( NCR ) में आते हैं। AAP का प्रभाव यहां देखने को मिल सकता है। इन जिलों के लोग दिल्ली की राजनीति और नीतियों से प्रभावित होते हैं। दिल्ली में AAP सरकार के मॉडल के चलते पार्टी ने यहां एक बुनियादी जनाधार तैयार किया है। इसके अलावा, हिसार में AAP की पकड़ धीरे – धीरे बढ़ रही है। यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से निर्दलीय और क्षेत्रीय दलों के प्रभाव वाला रहा है, जिससे AAP को एक अवसर मिला है। करनाल के लिए अलग बनाई रणनीति कुरुक्षेत्र और करनाल जिले भी NCR के करीब हैं और AAP ने यहां भी अपना आधार बढ़ाने प्रयास किया है। करनाल मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर गृह जिला है, इसलिए AAP के लिए यह क्षेत्र रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। सोनीपत और पानीपत जिले भी NCR का हिस्सा हैं। यहां के लोग दिल्ली की राजनीतिक घटनाओं से प्रभावित होते हैं। AAP ने यहां शिक्षा , स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिला है। भिवानी, रेवाड़ी और झज्जर जिले भी AAP के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। खासकर जब पार्टी ग्रामीण और कस्बा इलाकों में अपनी रणनीति को बढ़ावा देने पर ध्यान दे रही है।
पानीपत में भाईदूज पर किया युवक ने सुसाइड:बहन टीका करने आई तो फंदे पर लटका देखा; पत्नी के झगड़ कर मायका जाने से था परेशान
पानीपत में भाईदूज पर किया युवक ने सुसाइड:बहन टीका करने आई तो फंदे पर लटका देखा; पत्नी के झगड़ कर मायका जाने से था परेशान हरियाणा के पानीपत शहर में विजय नगर में एक युवक ने भाई दूज के दिन फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। वह अपनी पत्नी के मायके जाने से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। रविवार सुबह भाई दूज पर टीका करने आई चचेरी बहन ने उसका शव पंखे पर फंदे से लटका देखा। इसके बाद इसकी सूचना तहसील कैंप थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने यहां आवश्यक कार्रवाई करने के बाद सबको फंदे से नीचे उतरवाया और सिविल अस्पताल भिजवाया जहां उसका पंचनामा भरवा कर सब ग्रह में रखवा दिया गया है। शादी के बाद से ही दोनों के बीच रहता था झगड़ा जानकारी के अनुसार तहसील कैंप थाना पुलिस को विजय नगर निवासी अशोक कुमार ने बताया कि उसका भतीजा अरुण (25) दो बहनों का इकलौता भाई था। अरुण का पिता अनिल ई- रिक्शा चलाता है। अरुण डेंटिंग – पेटिंग करता था। उन्होंने अप्रैल में अरुण की शादी जींद निवासी लक्ष्मी से की थी। शादी के बाद से ही दोनों के बीच अक्सर झगड़ा रहता था। 20 अक्टूबर को झगड़े के बाद लक्ष्मी अपने मायके में चली गई थी। इससे अरुण बहुत परेशान रहता था। फोन नहीं उठा तो बहन घर ही आ गई रविवार सुबह अनिल ई-रिक्शा लेकर काम पर चला गया। घर कोई नहीं था। उसकी बेटी रीतिका ने भाई दूज पर टीका करने के लिए अरुण को कॉल की लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद रीतिका घर गई, उसने कई बार आवाज लगाई लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। मकान के मुख्य गेट की अंदर की कुंडी लगी हुई थी। फिर वह पड़ोस के मकान से होते हुए अरुण के कमरे में गई तो यहां उसका शव पंखे पर चुन्नी के साथ फंदे पर लटका मिला।