कपूरथला के गांव खोजेवाल में ओपन डोर चर्च के पास्टर हरप्रीत सिंह देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करने की धमकी मिली है। यह धमकी बेटे की दादी के मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से आई कॉल में दी गई। घटना के बाद सवा दो महीने की तफ्तीश के बाद अज्ञात के खिलाफ थाना सदर में FIR दर्ज कर ली है। इसकी पुष्टि जांच अधिकारी ASI पाल सिंह ने की है। जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता पास्टर धर्मेंदर बाजवा (उप प्रधान टेकेशटल कमेटी पंजाब) ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि पिछले 32 वर्षो से ओपन डोर चर्च कपूरथला, यीशु मसीह के प्रचार की सेवा को समर्पित है। इस चर्च के प्रमुख प्रचारक पास्टर हरप्रीत सिंह देओल प्रचार के साथ-साथ पेंटीकोस्टल क्रिश्चियन प्रबंधक कमेटी पंजाब के चैयरमेन भी है। उनको और उनके परिवार को आए दिन जान से मारने की धमकियां मिलती रहती हैं। जिससे उनका पूरा परिवार परेशानी में है। पुलिस से कई बार की गई शिकायत शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि 27 अगस्त 2024 को सुबह 10:21 बजे पर पास्टर देओल की माता के मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से कॉल में अज्ञात व्यक्ति ने धमकी दी है। जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि हरप्रीत देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करके वह अपने साथ ले जाएगा। उसकी हर बात मानने को भी कहा गया। इस फ़ोन काल के बाद स्थिति गंभीर रूप धारण कर गई। पास्टर हरप्रीत देओल तथा उनके परिवार को एंटी सोशल एलिमेंट्स से गंभीर खतरा है। पास्टर धर्मेंदर बाजवा बाजवा ने कहा कि इस घटना बारे पहले भी पुलिस को शिकायत दी गई थी। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। वहीं, थाना सदर पुलिस ने पास्टर धर्मेंदर बाजवा की शिकायत पर पास्टर देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करने की कोशिश के आरोप में अज्ञात के खिलाफ BNS की विभिन्न धाराओं 308(2), 351(2) के तहत FIR दर्ज कर ली है। सदर थाना SHO सोनमदीप कौर ने बताया कि FIR दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कपूरथला के गांव खोजेवाल में ओपन डोर चर्च के पास्टर हरप्रीत सिंह देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करने की धमकी मिली है। यह धमकी बेटे की दादी के मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से आई कॉल में दी गई। घटना के बाद सवा दो महीने की तफ्तीश के बाद अज्ञात के खिलाफ थाना सदर में FIR दर्ज कर ली है। इसकी पुष्टि जांच अधिकारी ASI पाल सिंह ने की है। जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता पास्टर धर्मेंदर बाजवा (उप प्रधान टेकेशटल कमेटी पंजाब) ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि पिछले 32 वर्षो से ओपन डोर चर्च कपूरथला, यीशु मसीह के प्रचार की सेवा को समर्पित है। इस चर्च के प्रमुख प्रचारक पास्टर हरप्रीत सिंह देओल प्रचार के साथ-साथ पेंटीकोस्टल क्रिश्चियन प्रबंधक कमेटी पंजाब के चैयरमेन भी है। उनको और उनके परिवार को आए दिन जान से मारने की धमकियां मिलती रहती हैं। जिससे उनका पूरा परिवार परेशानी में है। पुलिस से कई बार की गई शिकायत शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि 27 अगस्त 2024 को सुबह 10:21 बजे पर पास्टर देओल की माता के मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से कॉल में अज्ञात व्यक्ति ने धमकी दी है। जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि हरप्रीत देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करके वह अपने साथ ले जाएगा। उसकी हर बात मानने को भी कहा गया। इस फ़ोन काल के बाद स्थिति गंभीर रूप धारण कर गई। पास्टर हरप्रीत देओल तथा उनके परिवार को एंटी सोशल एलिमेंट्स से गंभीर खतरा है। पास्टर धर्मेंदर बाजवा बाजवा ने कहा कि इस घटना बारे पहले भी पुलिस को शिकायत दी गई थी। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। वहीं, थाना सदर पुलिस ने पास्टर धर्मेंदर बाजवा की शिकायत पर पास्टर देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करने की कोशिश के आरोप में अज्ञात के खिलाफ BNS की विभिन्न धाराओं 308(2), 351(2) के तहत FIR दर्ज कर ली है। सदर थाना SHO सोनमदीप कौर ने बताया कि FIR दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अबोहर के अस्पताल में डॉक्टरों की कमी:कई विभागों में लटके ताले, बेहोशी का डॉक्टर न होने से परेशान है सैकड़ों मरीज जहां एक ओर पंजाब की भगवंत मान सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार करते हुए बड़ी संख्या में मोहल्ला क्लीनिक खोले जा रहे हैं।, वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में डॉक्टरों की कमी के कारण अबोहर के सरकारी अस्पताल के कई विभागों में ताले लटके हुए है। जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है। डॉक्टरों की कमी से परेशान मरीजों ने स्थानीय आप नेताओं और पंजाब सरकार से शीघ्र ही इस ओर ध्यान देने की मांग की है। डॉक्टरों की स्थाई रूप से नहीं हो रही नियुक्त जानकारी के अनुसार अबोहर के सरकारी अस्पताल में बेहोशी का कोई भी डॉक्टर स्थाई रूप से नियुक्त नहीं है। जिसके चलते फाजिल्का से एनथीसिया स्पेशलिस्ट डॉ. भूपेन की ड्यूटी सप्ताह में दो दिन अबोहर के अस्पताल में लगाई गई है। जिसमें वे जनरल ऑपरेशन के अलावा सिजेरियन डिलीवरी और मेजर ऑपरेशन करवाते थे। लेकिन पिछले तीन सप्ताह से अबोहर और फाजिल्का में उनकी ड्यूटी इमरजेंसी वार्ड में लगा दी जाती है। जिससे ऑपरेशन का कार्य पूरी तरह से बंद पड़ा है। परेशान होकर घर लौट रहे मरीज सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन करवाने आने वाले मरीज दिन भर धक्के खाने के बाद अपने घरों को लौट जाते हैं। इस बारे में सरकारी अस्पताल के शल्य चिकित्सक डॉ. गगनदीप सिंह का कहना है कि उनके पास प्रतिदिन करीब 3 मरीज आपरेशन के लिए आते हैं। वहीं तीन सप्ताह में 60 से अधिक महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी के केस वे फाजिल्का, जलालबाद और फरीदकोट रेफर कर चुके हैं। इतना ही नहीं करीब 30 से अधिक नसबंदी व पित्त की पथरी आदि के रोगी ऑपरेशन के इंतजार में हैं। लेकिन एनथीसिया का डॉक्टर न होने के कारण ऑपरेशन का कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़ा है। बेहोशी वाले डॉक्टर की कमी का शिकार हो रही गांव मम्मूखेड़ा निवासी वीरपाल कौर ने बताया कि वह पित्त की पथरी के ऑपरेशन के लिए पिछले तीन सप्ताह से अस्पताल के चक्कर लगा रही है। यहां कभी डॉक्टर नहीं होता तो कभी उसकी रिपोर्ट पुरानी हो जाती है। जबकि पैसों के अभाव में वह प्राइवेट अस्पताल में अपना उपचार नहीं करवा सकती। हड्डी ऑपरेशन के 100 मरीज पेंडिंग- डाॉ. माजी सरकारी अस्पताल के प्रमुख हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सनमान माजी से बात करने पर उन्होंने बताया कि हड्डियों से संबंधित विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन करवाने वाले करीब 80 मरीज पहले ही लाईन में थे। जबकि पिछले तीन सप्ताह से एनथीसिया का डॉक्टर न होने के कारण करीब 20 नए मरीजों की भी फाईलें जमा हो चुकी है। इनमें घुटनों, जोड़ों और कूल्हे आदि बदलने के मरीज शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बेहोशी वाले डॉक्टर की कमी के कारण सिर्फ हड्डियों से संबंधित ही नहीं बल्कि सभी प्रकार के ऑपरेशन वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने भी पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग से शीघ्र ही अबोहर में स्थाई तौर पर एनथीसिया डॉक्टर की नियुक्ति करने की मांग की है ताकि ऑपरेशन के लिए दर-दर की ठोकरें खाने वाले मरीजों को राहत मिल सके। निजी अस्पतालों में जा रहे डिलीवरी केस सरकारी अस्पताल में पिछले करीब दो वर्षों से महिला रोग विशेषज्ञ की कमी के कारण सिजेरियन डिलीवरी निजी अस्पतालों में जा रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अबोहर के अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति के बारे में कोई ध्यान नहीं दिया। इस बारे में आशा वर्कर यूनियन की प्रधान अंजू रानी व सीतो गुन्नों की प्रधान संतोष रानी का कहना है कि जच्चा-बच्चा विभाग की माहिर नर्सों द्वारा सभी प्रकार के प्रसव मामलों में नॉर्मल डिलीवरी करवाने का प्रयास किया जाता है जिसमें वे पूरी तरह से सफल भी हो रही है। लेकिन कई ऑपरेशन योग्य प्रसूताओं को जब फरीदकोट, फाजिल्का और जलालाबाद रेफर किया जाता है। बाहर जाने की परेशानियों से बचने के लिए वे स्थानीय निजी नर्सिंग होम में चली जाती हैं। जिसके लिए आशा वर्करों को दोषी ठहराया जाता है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अबोहर के सरकारी अस्पताल में एनथीसिया और महिला रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति शीघ्र ही करनी चाहिए। क्या कहते हैं एनथीसिया स्पेशलिस्ट डॉ. भूपेन इस बारे में एनथीसिया स्पेशलिस्ट डा. भूपेन से बात करने पर उन्होंने बताया कि वे सप्ताह में दो दिन अबोहर के अस्पताल में ड्यूटी देते हैं। लेकिन इस दौरान उन्हें कभी इमरजेंसी वार्ड में तो कभी कहीं और नियुक्त कर दिया जाता है जिससे वे ऑपरेशन थिएटर तक नहीं पहुंच पाते। उन्होंने कहा कि अगर दोनों दिन उनकी ड्यूटी ऑपरेशन थिएटर में लगाई जाए तो काफी मरीजों के ऑपरेशन हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं। लेकिन अन्य डॉक्टरों की कमी के कारण वे ऑपरेशन थिएटर में अपना समय नहीं दे पाते। जबकि वे दो दिनों में ही अधिकतर मरीजों के ऑपरेशन करवाने का प्रयास करते थे। नेताओं के आपसी तालमेल न होने का खामियाजा भुगत रहे लोग इसे अबोहर के लोगों का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि यहां पर कभी भी सत्ताधारी पार्टी का विधायक नहीं मिला। जिससे यह क्षेत्र हमेशा ही विकास कार्यों में पीछे रहा है। सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के बारे में भी यहां के विधायक, सांसद और हल्का इंचार्ज का आपस में तालमेल नहीं है। क्योंकि विधायक संदीप जाखड़ कांग्रेस से जीत कर भाजपा के साथ मिल गए, सांसद शेर सिंह घुबाया कांग्रेस से हैं। जबकि हल्का इंचार्ज आम पार्टी के हैं। ऐसे में तीनों का तालमेल न होने का खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है। इधर लोगों ने पंजाब सरकार से मांग करते हुए कहा है कि अगर सही मायनों स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना है तो मोहल्ला क्लिनिक की बजाए मुख्य अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी पूरी करवाई जाए ताकि हर वर्ग के लोगों को समय पर उचित उपचार मिल सके
लुधियाना में नाबालिग से मामा ने की छेड़छाड़:आरोपी के साथ रहती है पीड़िता, अध्यापिका से बताई आपबीती; FIR दर्ज
लुधियाना में नाबालिग से मामा ने की छेड़छाड़:आरोपी के साथ रहती है पीड़िता, अध्यापिका से बताई आपबीती; FIR दर्ज पंजाब के लुधियाना में एक नाबालिग लड़की के साथ उसके मामा ने छेड़छाड़ की। डरी सहमी लड़की ने स्कूल टीचर को घटना की जानकारी दी। टीचर के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। 8वीं क्लास में पढ़ती है लड़की थाना सदर की पुलिस को जानकारी देते हुए टीचर ने बताया कि वह बचित्तर नगर इलाके के एक स्कूल में पढ़ाती है। वह 8वीं क्लास में पढ़ाती है। उसकी क्लास की एक छात्रा बहुत डरी सहमी सी क्लास में बैठी थी। उसने उससे अकेले में बात की तो लड़की ने बताया कि उसके मामा जसवीर सिंह की उस पर बुरी नजर है। वह अपने मामा के साथ रहती है। वही उसका पालन पोषण करते हैं। 1 अगस्त को हुई छेड़छाड़ 1 अगस्त को जब वह अपने कमरे में सो रही थी तो आरोपी मामा जसवीर सिंह उसके कमरे में आया और उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ करने लगा। अचानक उसने आंख खोली और उसका विरोध किया। आरोपी जसवीर ने उसे धमकाया और चाय बनाने को कहा। लड़की के मुताबिक वह अपने मामा से मानसिक रूप से परेशान है। इस मामले की जांच एएसआई प्रताप सिंह कर रहे हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 74 बीएनएस 8 पोक्सो एक्ट 2012 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।