चंबा-पठानकोट मार्ग पर चुराह का युवक 700 ग्राम चरस सहित गिरफ्तार हुआ है। आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना चंबा में मामला दर्ज किया गया है। मादक द्रव्य अधिनियम की धारा 20 के तहत पुलिस थाना चंबा में मामला दर्ज हुआ। जानकारी के अनुसार एएनटीएफ कांगड़ा का पुलिस दल गुरुवार रात को चंबा-पठानकोट नेशनल हाईवे पर गश्त कर रहा था। उसी टाइम टीम को सूचना मिली की एक युवक परेल पुल के पास आपत्तिजनक सामग्री है। युवक नीले रंग की कमीज व जींस पेंट पहना हुआ है और पीठ पर बैग लटकाए हुए है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उक्त स्थान पर पहुंच कर पाया कि वहां एक युवक खड़ा था। उससे पूछताछ की तो वह घबरा गया। पुलिस ने शंका के आधार पर युवक के पास मौजूद बैग की तालाशी ली तो पिट्ठी बैग के रखी 700 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ करने पर आरोपी ने अपनी पहचान 29 वर्षीय महेंद्र सिंह पुत्र हीरा लाल निवासी गांव मजनी डाकघर जुंगरा तहसील चुराह के रूप में बताई। पुलिस चौकी सुल्तानपुर को सूचित किया गया जिसके बाद चौकी प्रभारी एएसआई रघुवीर सिंह मौके पर पहुंचे और आरोपी को उनके हवाले कर दिया गया। पुलिस थाना चंबा में आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने मामले की पुष्टि की। चंबा-पठानकोट मार्ग पर चुराह का युवक 700 ग्राम चरस सहित गिरफ्तार हुआ है। आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना चंबा में मामला दर्ज किया गया है। मादक द्रव्य अधिनियम की धारा 20 के तहत पुलिस थाना चंबा में मामला दर्ज हुआ। जानकारी के अनुसार एएनटीएफ कांगड़ा का पुलिस दल गुरुवार रात को चंबा-पठानकोट नेशनल हाईवे पर गश्त कर रहा था। उसी टाइम टीम को सूचना मिली की एक युवक परेल पुल के पास आपत्तिजनक सामग्री है। युवक नीले रंग की कमीज व जींस पेंट पहना हुआ है और पीठ पर बैग लटकाए हुए है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उक्त स्थान पर पहुंच कर पाया कि वहां एक युवक खड़ा था। उससे पूछताछ की तो वह घबरा गया। पुलिस ने शंका के आधार पर युवक के पास मौजूद बैग की तालाशी ली तो पिट्ठी बैग के रखी 700 ग्राम चरस बरामद हुई। पूछताछ करने पर आरोपी ने अपनी पहचान 29 वर्षीय महेंद्र सिंह पुत्र हीरा लाल निवासी गांव मजनी डाकघर जुंगरा तहसील चुराह के रूप में बताई। पुलिस चौकी सुल्तानपुर को सूचित किया गया जिसके बाद चौकी प्रभारी एएसआई रघुवीर सिंह मौके पर पहुंचे और आरोपी को उनके हवाले कर दिया गया। पुलिस थाना चंबा में आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने मामले की पुष्टि की। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में आज भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:5 जिलों में फ्लैश-फ्लड की चेतावनी; 145 सड़कें बंद, अब तक बरसात में 810 करोड़ की संपत्ति तबाह
हिमाचल में आज भारी बारिश का ऑरेंज-अलर्ट:5 जिलों में फ्लैश-फ्लड की चेतावनी; 145 सड़कें बंद, अब तक बरसात में 810 करोड़ की संपत्ति तबाह हिमाचल प्रदेश में आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। यह चेतावनी ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिला को दी गई है। अन्य जिलों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, कुछेक क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते है। इसे देखते हुए सरकार ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। प्रदेश में अगले तीन-चार दिन तक मानसून एक्टिव रहेगा। इस दौरान कुछेक क्षेत्रों में एक दो स्पैल भारी बारिश के हो सकते है। पहाड़ों पर इस बार मानसून में सामान्य से कम बारिश हुई है। खासकर जुलाई महीने में बहुत कम बादल बरसे है। अगस्त महीने में मानसून सामान्य बरस रहा है। 1 से 9 अगस्त तक सामान्य से 7 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, लेकिन पूरे मानसून सीजन के दौरान यानी 1 जून से 9 अगस्त तक नॉर्मल से 28 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 445.7 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है, लेकिन इस बार 321.8 मिलीमीटर बादल बरसे है। शिमला को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला जिला में इस बार 403.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि नॉर्मल बारिश 388.5 मिमी होती है। प्रदेश में 145 सड़कें बंद प्रदेश में बीते दो दिन के दौरान हुई बारिश के कारण 145 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। इनमें शिमला जिला में सबसे ज्यादा 60 सड़कें बंद हैं। मंडी जोन में 45 सड़कें, हमीरपुर जोन में 30 और कांगड़ा जोन में 10 सड़कें बंद पड़ी है। 101 घर जमींदोज़ प्रदेश में इस मानसून सीजन के दौरान 101 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि 209 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। इस मानसून सीजन में 810 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति भी भारी बारिश की भेंट चढ़ी है।
हिमाचल में दिवाली से पहले खराब होने लगी हवा:5 शहरों का AQI लेवल 100 पार; धूल व पड़ोसी राज्यों की पराली की मार
हिमाचल में दिवाली से पहले खराब होने लगी हवा:5 शहरों का AQI लेवल 100 पार; धूल व पड़ोसी राज्यों की पराली की मार दिवाली से एक दिन पहले हिमाचल में हवा खराब होने लगी है। इससे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बिगड़ रहा है। प्रदेश के 5 शहरों का AQI 100 माइक्रो ग्राम के स्तर को पार कर गया है। इसकी बड़ी वजह धूल और पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली बताई जा रही है। बद्दी का AQI लेवल 177 माइक्रो ग्राम के साथ सबसे खराब हुआ है। हालांकि बीते 25 अक्टूबर को बद्दी में AQI 233 माइक्रो ग्राम पहुंच गया था। मगर तब राज्य के अन्य सभी शहरों में AQI लेवल 100 माइक्रो ग्राम से नीचे था। बीते 28 अक्टूबर को ऊना, पांवटा साहिब और बद्दी में तीन शहरों का AQI 100 पार पहुंचा था। 2 दिन पहले शानदार थी हिमाचल की हवा वहीं दो दिन पहले शिमला, धर्मशाला, मनाली की हवा बिल्कुल साफ सुथरी और इन तीनों शहरों का AQI लेवल 50 माइक्रो ग्राम से कम था। अब तीनों जगह AQI लेवल 50 माइक्रो ग्राम को पार कर गया है। कार्बन क्रेडिट स्टेट हिमाचल में एक साथ 5 शहरों का AQI लेवल 100 पार करना चिंताजनक है। मनाली का AQI 28 से बढ़कर 89 हुआ 2 दिन पहले शिमला का AQI 32 माइक्रो ग्राम था। बीते 24 घंटे में यह बढ़कर 52 माइक्रो ग्राम हो गया। इसी तरह 28 अक्टूबर को मनाली का AQI 28 माइक्रो ग्राम था जो अब 89 माइक्रो ग्राम, धर्मशाला का AQI दो दिन पहले 45 माइक्रो ग्राम से बढ़कर 67 हो गया है। यह दर्शाता है कि प्रदेश के सभी शहरों में हवा का स्तर बिगड़ने लगा है। राहत की बात यह है कि प्रदेश के किसी भी शहर में अभी 200 पार का लेवल नहीं हुआ, जो कि काफी खराब माना जाता है। ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में एक महीने से बारिश नहीं हुई। इससे चौतरफा धूल के गुबार उड़ रहे हैं। इसी तरह पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की वजह से उड़ रहे धुएं से भी प्रदेश की हवा खराब हो रही है। क्या होता है AQI AQI वायुमंडल में घुलने वाली खतरनाक गैस को मापने का जरिया है। यह हवा के जरिए गले, श्वास नली और फेफड़ों तक पहुंच जाता है। इससे अस्थमा व सांस के रोगों की शुरुआत होने का भय रहता है। धूल के कारण चर्म रोग और आंखों में भी जलन होती है। दिल्ली में इस कारण आपात जैसे हालात है।
DC किन्नौर के लापता पिता का क्षत-विक्षत शव बरामद:हड़सर से कुछ दूरी पर मिला; मणिमहेश यात्रा पर निकले थे, 10 सितंबर से थे गुम
DC किन्नौर के लापता पिता का क्षत-विक्षत शव बरामद:हड़सर से कुछ दूरी पर मिला; मणिमहेश यात्रा पर निकले थे, 10 सितंबर से थे गुम हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला के DC अमित शर्मा के लापता चल रहे पिता का बीती शाम को क्षत-विक्षत हालत में शव बरामद कर दिया गया है। उनके शव को जंगली जानवरों द्वारा नोचा हुआ लग रहा है। पुलिस के अनुसार, ऐसा लग रहा है कि भानी दास शर्मा की मौत गिरकर हुई है। भानी शर्मा के शव की परिजनों ने पहचान कर दी है। एसएचओ भरमौर ने इसकी पुष्टि की है। डीसी अमित शर्मा के 67 वर्षीय पिता भानी दास शर्मा बीते 10 सितंबर से धन्छो नामक जगह से लापता थे। वह सात सितंबर को अपने जान-पहचान के लोगों के साथ मणिमहेश यात्रा पर निकले थे। भानी दास की तलाश में चंबा जिला प्रशासन ने 10 दिन से सर्च अभियान चला रखा था। माउंटेनियरिंग संस्थान, NDRF, SDRF और पुलिस की टीमें तलाश करने में जुटी थी। मणिमहेश में डल झील से भरमौर तक, भरमौर से पंजाब की सीमा तक उनकी की गई। कार्तिक स्वामी टैंपल कुगती तक भी खोजा गया। मगर उनका शव बीते शुक्रवार को हड़सर के अढाई किलोमीटर नाले में मिला है। परिजनों ने की थी 2.50 की इनाम की घोषणा भानी शर्मा मूल रूप से धर्मशाला के साथ सटे सुधेढ़ गांव के रहने वाले थे। उनके परिजनों ने उनकी सूचना देने वालों को नगद इनाम की भी घोषणा की थी और कहा था कि जो भी व्यक्ति भानी शर्मा की जानकारी देगा, उन्हें 2.50 लाख रुपए इनाम दिया जाएगा। इस बीच दो दिन पहले खबर आई कि अमृतसर में भानी शर्मा का बैग और मोबाइल मिला है। पुलिस के अनुसार, यह खबर सही नहीं थी। अब हड़सर के साथ शव मिलने के बाद यह खबर गलत साबित हुई है।