हिमाचल के कुल्लू में बीती रात एएनटीएफ की टीम ने बिलासपुर के नरली में नाकाबंदी के दौरान चंडीगढ़ से कुल्लू की ओर आ रही एक टैक्सी में सवार व्यक्ति को 5 किलो 787 ग्राम चरस सहित गिरफ्तार किया है। डीएसपी एएनटीएफ कुल्लू हेमराज वर्मा ने बताया कि बीती रात एएनटीएफ कुल्लू की टीम ने बिलासपुर जिले के नरली नामक जगह फोरलेन सड़क में नाकाबंदी के दौरान गाड़ियों की चेकिंग के दौरान पंजाब नंबर की टैक्सी को जांच के लिए रोका। टैक्सी सवार एक व्यक्ति जिसने यह टैक्सी कुल्लू से चंडीगढ़ के लिए बुक की थी। टैक्सी की तलाशी के दौरान एक ट्राली बैग बरामद हुआ, जिसमें से 5 किलो 787 ग्राम चरस बरामद की है। चरस बरामद होने पर पुलिस ने आरोपी टैक्सी सवार को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान जीवन सिंह निवासी भुट्टी भलयानी जनपद कुल्लू के रुप में हुई है। आरोपी के खिलाफ थाना स्वारघाट में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। डीएसपी ने बताया कि, मामले की तफ्तीश की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी चरस कहां से लेकर आया था और कहां सप्लाई की जानी थी। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में मुख्य आरक्षी राजेश ठाकुर, आरक्षी संदीप कुमार तथा आरक्षी अजय कुमार शामिल रहे। हिमाचल के कुल्लू में बीती रात एएनटीएफ की टीम ने बिलासपुर के नरली में नाकाबंदी के दौरान चंडीगढ़ से कुल्लू की ओर आ रही एक टैक्सी में सवार व्यक्ति को 5 किलो 787 ग्राम चरस सहित गिरफ्तार किया है। डीएसपी एएनटीएफ कुल्लू हेमराज वर्मा ने बताया कि बीती रात एएनटीएफ कुल्लू की टीम ने बिलासपुर जिले के नरली नामक जगह फोरलेन सड़क में नाकाबंदी के दौरान गाड़ियों की चेकिंग के दौरान पंजाब नंबर की टैक्सी को जांच के लिए रोका। टैक्सी सवार एक व्यक्ति जिसने यह टैक्सी कुल्लू से चंडीगढ़ के लिए बुक की थी। टैक्सी की तलाशी के दौरान एक ट्राली बैग बरामद हुआ, जिसमें से 5 किलो 787 ग्राम चरस बरामद की है। चरस बरामद होने पर पुलिस ने आरोपी टैक्सी सवार को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान जीवन सिंह निवासी भुट्टी भलयानी जनपद कुल्लू के रुप में हुई है। आरोपी के खिलाफ थाना स्वारघाट में एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। डीएसपी ने बताया कि, मामले की तफ्तीश की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी चरस कहां से लेकर आया था और कहां सप्लाई की जानी थी। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में मुख्य आरक्षी राजेश ठाकुर, आरक्षी संदीप कुमार तथा आरक्षी अजय कुमार शामिल रहे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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पालमपुर में टीचर ने स्टूडेंट को चप्पल से पीटा:प्रिंसिपल ने बचाया; बोलीं- पनिशमेंट देने का तरीका अमानवीय था पालमपुर में 10वीं के स्टूडेंट को टीचर ने चप्पल से पीट डाला। जानकारी के मुताबिक, पालमपुर उपमंडल के परौर सीनियर सेकेंडरी में शनिवार को स्कूल में दसवीं कक्षा के स्टूडेंट की चीटर ने पिटाई कर दी। इस मामले में पीड़ित छात्र के अभिभावकों ने तत्काल इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन और स्कूल प्रिंसिपल से की। छात्र अभिनव (15) ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े 11 बजे जैसे ही वह स्टाफ रूम से क्लास रूम में हिस्ट्री का पीरियड लगाने गया। तो पीरियड ले रही टीचर रेणुका धीमान ने सभी छात्रों को स्टैंड अप कर रखा था, मैं भी खड़ा हो गया। किसी ने पीछे से शरारत की, मैं पीछे मुड़कर देखने लगा। इतने में टीचर ने तैश में आकर सैंडल से पीटना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची प्रिंसिपल और अन्य टीचर के बीच बचाव कर मुझे छुड़ाया। प्रिंसिपल बोली- मामला नोटबुक का था
आरोपी शिक्षिका को प्रिंसिपल व स्टाफ ने फटकार भी लगाई। पीड़ित छात्र खरोट गांव का रहने वाला है। छात्र के शरीर पर भी चोट के निशान मिले है। प्रिंसिपल संगीता चौधरी ने बताया कि मामला नोटबुक का था। टीचर का पनिशमेंट देने का तरीका अमानवीय था। पीड़ित छात्र के अभिभावकों को सोमवार को स्कूल बुलाया है। घटना का संज्ञान लेकर मामला डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन को भेजा जाएगा। डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन कंचन ज्योति का कहना है कि इस गंभीर मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। स्कूल प्रिंसिपल के ध्यान में जब यह मामला आ गया था तो उन्हें तत्काल इसकी सूचना उनके कार्यालय को देनी चाहिए थी। सोमवार को मामले की जांच कर दोषी टीचर के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। पीड़ित छात्र के 81 वर्षीय दादा प्यार चंद ने टीचर के खिलाफ जांच की मांग की है। पीड़ित छात्र अभिनव के पिता कमल स्वरूप ने कहा कि उन्होंने शनिवार को ही सीएम हेल्पलाइन में मामला दर्ज करवा दिया है। चिल्ड्रन हेल्पलाइन हेल्प केयर में भी शिकायत दर्ज करवाएंगे। उन्होंने बताया कि उनके बच्चे ने अगर कोई गलती की थी तो समझाने के और भी तरीके हैं।
हिमाचल में आज खिलेगी धूप, कल बारिश की चेतावनी:परसो से फिर कमजोर पड़ेगा मानसून, अब तक सामान्य से 24% कम बरसे बादल
हिमाचल में आज खिलेगी धूप, कल बारिश की चेतावनी:परसो से फिर कमजोर पड़ेगा मानसून, अब तक सामान्य से 24% कम बरसे बादल हिमाचल प्रदेश में मानसून शुरू से ही कमजोर पड़ा हुआ है। इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 24 प्रतिशत कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 1 सितंबर तक प्रदेश 618.9 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 471.1 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं। प्रदेश में शिमला इकलौता ऐसा जिला है जहां सामान्य से ज्यादा बादल बरसे हैं। शिमला में इस सीजन में 575.8 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य बारिश 521.2 मिलीमीटर होती है। शिमला में इस बार सामान्य से 10 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है। अन्य सभी जिलों में सामान्य से काफी कम बादल बरसे हैं। औसत की तुलना में लाहौल स्पीति में सामान्य से 73 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वहीं कांगड़ा जिला में औसत से 8 प्रतिशत कम बारिश हुई है। यहां देखे किस जिला में सामान्य से कितनी कम व ज्यादा बारिश हुई… कल 9 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट मौसम विभाग की माने तो आज भी प्रदेश के ज्यादातर भागों धूप खिलेगी। मगर अगले कल चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य सभी 9 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। इन जिलों में तेज बारिश का पूर्वानुमान है। 4 सितंबर से मौसम फिर प्रदेश में साफ हो जाएगा। प्रदेश में बीते तीन दिन के दौरान भी ज्यादातर हिस्सों में मौसम साफ बना हुआ है। बादल फटने की 51 घटनाएं प्रदेश में बादल फटने व बाढ़ की 51 घटनाएं पेश आई हैं। राज्य में 40 बड़े भूस्खलन की घटनाएं पेश आई है। इससे जान व माल को भारी नुकसान हुआ है। 176 घर ढहे, 483 क्षतिग्रस्त प्रदेश में इस मानसून सीजन में 127 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति बारिश से नष्ट हो चुकी है। 274 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत तथा 30 लोग लापता हैं। भारी बारिश के कारण 176 घर पूरी तरह तबाह हुए हैं। 483 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है।
हिमाचल में पैरा ग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का रोमांच:आज 73 पायलट भरेंगे उड़ान; अब तक अमेरिका के ऑस्टिन कॉकस और पौलेंड की जोना कोक आगे
हिमाचल में पैरा ग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का रोमांच:आज 73 पायलट भरेंगे उड़ान; अब तक अमेरिका के ऑस्टिन कॉकस और पौलेंड की जोना कोक आगे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला की बीड़ बिलिंग घाटी में आज 73 पैराग्लाइडर उड़ान भरेंगे। एक पायलट चोटिल होने के बाद प्रतियोगिता से बाहर हो गया हैं। पुरुष वर्ग में अमेरिका के ऑस्टिन कॉकस अब तक 1496 अंक के साथ पहले स्थान पर चल रहे हैं। वहीं कजाकिस्तान के अलेक्जेंडर 1410 अंकों के साथ दूसरे स्थान तथा पौलेंड के डोमिनिक कैपिका 1408 अंक लेकर तीसरे स्थान पर है। महिला वर्ग में पौलेंड की जोना कोक 1202 अंक लेकर पहले स्थान, ब्राजील की मरीना ओएलएक्सइना 649 अंक लेकर दूसरे स्थान और ऑस्ट्रिया की पोलिना पिर्च 567 अंक लेकर तीसरे स्थान पर चल रही है। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन प्रवक्ता ने अंकित सूद ने बताया कि बीते कल प्रतिभागियों को 65 किलोमीटर तक उड़ान भरने का लक्ष्य दिया गया था, जिसे सभी ने सुरक्षित लैंडिंग कर पूरा किया। आज फिर से पैराग्लाइडर को उड़ान भरने का टारगेट दिया जाएगा। बता दें कि बीते 2 नवंबर को बीड़ बिलिंग में पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप शुरू हो गया है। इसमें अमेरिका, फ्रांस, पौलेंड, बेल्जियम, भारत सहित 32 देशों के पायलट भाग ले रहे हैं। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने बताया कि बिलिंग घाटी में प्रतियोगिता के दौरान सुरक्षा और बचाव के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लैंडिंग स्थल और टेक ऑफ पॉइंट के साथ-साथ चार स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात है। संगठन के वालंटियर किसी भी प्रकार की विकट परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। ओवरऑल विजेता को 333 यूरो नगद कैश: अनुराग अनुराग शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में रोजाना टास्क दिए जा रहे है। प्रथम स्थान पर रहने वाली महिला प्रतिभागी को 2222 यूरो, दूसरे स्थान पर रहने वाली महिला प्रतिभागी को 1777 यूरो, तीसरे स्थान पर रहने वाली महिला प्रतिभागी को 1111 यूरो नगद इनाम दिया जाएगा। प्रतियोगिता में ओवरऑल तीसरे नंबर पर रहने वाले को 2222 यूरो, दूसरे स्थान पर रहने वाले को 2777 यूरो तथा प्रथम स्थान पर रहने वाले ओवरऑल विजेता को 3333 यूरो मिलेगा। 9 रेस्क्यू टीमों का गठन पैराग्लाइडर की सुरक्षा के दृष्टिगत 9 रेस्क्यू टीमों का गठन किया गया है जबकि रिट्रीवल के लिए 5 टीमें इवेंट के दौरान चौपर और एम्बुलेंस सेवा के साथ बीड़-बिलिंग घाटी में तैनात रहेंगी, जो कि पैराग्लाइडर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। 2600 मीटर की ऊंचाई से उड़ान भर रहे पायलट बिलिंग की टेक आफ साइट समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि लैंडिंग साइट बीड़ (क्योर) समुद्र तल से 2080 मीटर की ऊंचाई पर है। कैसे पहुंचे बीड़? हवाई मार्ग से बीड़ पहुंचने के लिए कांगड़ा एयरपोर्ट तक हवाई सेवा उपलब्ध है। कांगड़ा एयरपोर्ट से बीड़ 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रेलमार्ग से आने वाले पर्यटक पठानकोट के चक्की बैंक तक रेल यात्रा कर पहुंच सकते हैं। बैजनाथ से बीड़ की दूरी 11 किलोमीटर है। इसके अतिरिक्त पठानकोट, दिल्ली, चंडीगढ़ से पर्यटक सड़क मार्ग से भी बैजनाथ पहुंच सकते हैं। बैजनाथ से बस या टैक्सी के माध्यम से बीड़ पहुंचा जा सकता है।