पानीपत के पूर्व विधायक के बेटे पर केस दर्ज:पुलिस कस्टडी में रोहतक में काटी थी फरारी; 3 पुलिसकर्मी और दोस्त भी मुकदमे में नामजद

पानीपत के पूर्व विधायक के बेटे पर केस दर्ज:पुलिस कस्टडी में रोहतक में काटी थी फरारी; 3 पुलिसकर्मी और दोस्त भी मुकदमे में नामजद

हरियाणा के पानीपत जिले की समालखा विधानसभा के पूर्व कांग्रेसी विधायक धर्म सिंह छौक्कर के बेटे सिकंदर छौक्कर की मुश्किलें और बढ़ गई है। सिकंदर, उसके दोस्त और तीन पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है। पांचों नामजद आरोपियों के खिलाफ रोहतक पीजीआईएमएस थाने में BNS की धारा 262,264,61(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। मामला एक अक्टूबर को रोहतक पीजीआई में एडमिट होने के बावजूद पुलिस की सह पर दोस्त संग बाहर घूमने का है। दो पुलिसकर्मी निलंबित, तीन की विभागीय जांच शुरू गुरुग्राम के एस्कॉर्ट गार्ड प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, पूर्व विधायक का बेटा सिकंदर जो भोंडसी जेल में बंद था। इलाज के लिए रोहतक पीजीआईएमएस लाया गया था। इसके बाद वह बिना अनुमति के दोस्त राहुल के साथ घूमने चला गया। इस मामले में गुरुग्राम के सब-इंस्पेक्टर उम्मेद, सिपाही नवीन और ईश्वर पर आरोप है कि उन्होंने सिकंदर को अस्पताल से बाहर जाने दिया और दोस्त राहुल से मिलने की अनुमति दी। घटना के बाद उप निरीक्षक उम्मेद और सिपाही नवीन को निलंबित कर दिया गया है। वहीं इस मामले में तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। डॉक्टर की सूचना पर हुई कार्रवाई सिकंदर के गायब होने का पता तब चला जब डॉक्टर इलाज के लिए पहुंचे और उसे वहां नहीं पाया। डॉक्टर ने इस घटना की सूचना संबंधित अधिकारियों को दी और मामला जांच में आया। सोशल मीडिया पर सिकंदर का बाहर घूमते हुए वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया। जांच में सामने आया कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने सिकंदर को दोस्त के साथ निजी वाहन में बाहर जाने की अनुमति दी थी। दो घंटे के लिए दोस्त संग गाड़ी में घूमने गया था सिकंदर
पीजीआई थाना पुलिस को दी शिकायत में गुरुग्राम एस्कोर्ट गार्द प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि 26 सितंबर को आरोपी सिकंदर निवासी समालखा पानीपत को इलाज के दौरान भौंडसी जेल गुरुग्राम से रोहतक पीजीआई लाया गया था। पीजीआई में सिकंदर की सुरक्षा एसआई उमेद, सिपाही ईश्वर व सिपाही सत्यपाल को ड्यूटी में लगाया गया था। 28 सितंबर को सिपाही सत्यपाल की चुनाव ड्यूटी लगने के कारण सिपाही नवीन को 29 सितंबर को आरोपी सिकंदर के पास लगी गार्द में ड्यूटी के लिए भेजा गया था। 30 सितंबर की शाम को सिपाही ईश्वर अपने घर चला गया था। जिसके बाद उमेद और नवीन ड्यूटी पर हाजिर रहे। 1 अक्टूबर की दोपहर दो से ढाई बजे के बीच आरोपी सिकंदर वार्ड नंबर 30 में लाला श्यामलाल बिल्डिंग में दाखिल था, तो उसके पास उसका दोस्त राहुल मिलने के लिए आया। पुलिसकर्मी नवीन, उमेद से पूछकर आरोपी सिकंदर को बाहर ले गया। जिसके बाद नवीन, सिकंदर और राहुल वहां से नीचे चले गए। नवीन ने सिकंदर और राहुल को उनकी गाड़ी में बिना किसी रोक टोक के बाहर जाने दिया। करीब दो घंटे बाद दोनों घूमने के बाद शाम करीब 4:30 बजे वापस वार्ड में आ गए और आरोपी सिकंदर को उसके बेड पर लिटा दिया। हरियाणा के पानीपत जिले की समालखा विधानसभा के पूर्व कांग्रेसी विधायक धर्म सिंह छौक्कर के बेटे सिकंदर छौक्कर की मुश्किलें और बढ़ गई है। सिकंदर, उसके दोस्त और तीन पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज किया गया है। पांचों नामजद आरोपियों के खिलाफ रोहतक पीजीआईएमएस थाने में BNS की धारा 262,264,61(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। मामला एक अक्टूबर को रोहतक पीजीआई में एडमिट होने के बावजूद पुलिस की सह पर दोस्त संग बाहर घूमने का है। दो पुलिसकर्मी निलंबित, तीन की विभागीय जांच शुरू गुरुग्राम के एस्कॉर्ट गार्ड प्रभारी निरीक्षक सुभाष चंद्र द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, पूर्व विधायक का बेटा सिकंदर जो भोंडसी जेल में बंद था। इलाज के लिए रोहतक पीजीआईएमएस लाया गया था। इसके बाद वह बिना अनुमति के दोस्त राहुल के साथ घूमने चला गया। इस मामले में गुरुग्राम के सब-इंस्पेक्टर उम्मेद, सिपाही नवीन और ईश्वर पर आरोप है कि उन्होंने सिकंदर को अस्पताल से बाहर जाने दिया और दोस्त राहुल से मिलने की अनुमति दी। घटना के बाद उप निरीक्षक उम्मेद और सिपाही नवीन को निलंबित कर दिया गया है। वहीं इस मामले में तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। डॉक्टर की सूचना पर हुई कार्रवाई सिकंदर के गायब होने का पता तब चला जब डॉक्टर इलाज के लिए पहुंचे और उसे वहां नहीं पाया। डॉक्टर ने इस घटना की सूचना संबंधित अधिकारियों को दी और मामला जांच में आया। सोशल मीडिया पर सिकंदर का बाहर घूमते हुए वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया। जांच में सामने आया कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने सिकंदर को दोस्त के साथ निजी वाहन में बाहर जाने की अनुमति दी थी। दो घंटे के लिए दोस्त संग गाड़ी में घूमने गया था सिकंदर
पीजीआई थाना पुलिस को दी शिकायत में गुरुग्राम एस्कोर्ट गार्द प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि 26 सितंबर को आरोपी सिकंदर निवासी समालखा पानीपत को इलाज के दौरान भौंडसी जेल गुरुग्राम से रोहतक पीजीआई लाया गया था। पीजीआई में सिकंदर की सुरक्षा एसआई उमेद, सिपाही ईश्वर व सिपाही सत्यपाल को ड्यूटी में लगाया गया था। 28 सितंबर को सिपाही सत्यपाल की चुनाव ड्यूटी लगने के कारण सिपाही नवीन को 29 सितंबर को आरोपी सिकंदर के पास लगी गार्द में ड्यूटी के लिए भेजा गया था। 30 सितंबर की शाम को सिपाही ईश्वर अपने घर चला गया था। जिसके बाद उमेद और नवीन ड्यूटी पर हाजिर रहे। 1 अक्टूबर की दोपहर दो से ढाई बजे के बीच आरोपी सिकंदर वार्ड नंबर 30 में लाला श्यामलाल बिल्डिंग में दाखिल था, तो उसके पास उसका दोस्त राहुल मिलने के लिए आया। पुलिसकर्मी नवीन, उमेद से पूछकर आरोपी सिकंदर को बाहर ले गया। जिसके बाद नवीन, सिकंदर और राहुल वहां से नीचे चले गए। नवीन ने सिकंदर और राहुल को उनकी गाड़ी में बिना किसी रोक टोक के बाहर जाने दिया। करीब दो घंटे बाद दोनों घूमने के बाद शाम करीब 4:30 बजे वापस वार्ड में आ गए और आरोपी सिकंदर को उसके बेड पर लिटा दिया।   हरियाणा | दैनिक भास्कर