बाबू-बेटा कहने पर फूटा भूपेंद्र हुड्‌डा का दर्द:बोले- अपनी पार्टी देखो, मुझे किसी बच्चों से ईर्ष्या नहीं, अपने परिवार पर गर्व

बाबू-बेटा कहने पर फूटा भूपेंद्र हुड्‌डा का दर्द:बोले- अपनी पार्टी देखो, मुझे किसी बच्चों से ईर्ष्या नहीं, अपने परिवार पर गर्व

हरियाणा चुनाव में बाबू-बेटा कहे जाने पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा का दर्द फूट पड़ा। उन्होंने विरोधियों को कहा कि हमारा तो परिवारवाद हो गया लेकिन अपनी पार्टी देखो। मुझे किसी के बच्चों से कोई ईर्ष्या नहीं है। मैं तो खुश हूं और उनको आशीर्वाद देता हूं। हुड्‌डा ने यह भी कहा कि मुझे तो मेरे परिवार पर गर्व है। हुड्‌डा ने यह बातें विधानसभा सेशन के दौरान कहीं थी। जिसके बाद उनके बयान अब खूब वायरल हो रहे हैं। बता दें कि हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा की अगुआई में लड़ा। उनके रोहतक से सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्‌डा ने पूरे प्रदेश में प्रचार किया। इस दौरान भाजपा और CM नायब सैनी से लेकर JJP तक के नेता हुड्‌डा पिता-पुत्र पर निशाना साधते रहे। हालांकि तब उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया। चुनाव में कांग्रेस के माहौल के बावजूद भाजपा ने 90 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत पा लिया। वहीं कांग्रेस 37 सीटों पर ही रह गई। जिसके बाद अब विरोधियों की जगह कांग्रेस के भीतर ही हुड्‌डा पिता-पुत्र का विरोध किया जा रहा है। भूपेंद्र हुड्‌डा की कहीं 4 अहम बातें… 1. ब्लॉक समिति चेयरमैन से CM तक गया
भूपेंद्र हुड्‌डा ने कहा- मैंने भी एक ब्लॉक समिति के चेयरमैन से काम शुरू किया। धरती से जुड़ा हुआ हूं। MLA और सांसद भी रहा। सेवा की तो चीफ मिनिस्टर तक गया। 3 बार प्रतिपक्ष का नेता भी रहा। हमारा तो परिवारवाद हो गया। 2. अपनी पार्टी देखो, मुझे कोई ईर्ष्या नहीं
आप अपनी पार्टी में देखो। मुझे कोई ईर्ष्या नहीं है। मेरे पार्टी के बच्चे हैं। कोई मिनिस्टर है। कोई कुछ है। मैं खुश हूं। मैंने आशीर्वाद दिया उनको। तुम्हारे को ईर्ष्या होती है। कोई कहता है बाप बेटा… बाबू बेटा। अरे तुम अपनी तो देख लो। मैं एक ही बात कहूंगा कि खुद को तो देख लो। 3. दादाजी को काले पानी की सजा हुई
हुड्‌डा ने कहा- परिवारवाद, ये परिवारवाद की डिफिनेशन (परिभाषा) समझ नहीं आई। और कोई बात नहीं, कहेंगे कांग्रेस में परिवारवाद है। मुझे तो गर्व है अपने परिवार का। मेरे दादा स्वतंत्रता सेनानी थे। शहीद भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह और मेरे दादाजी को काले पानी की सजा का हुक्म हुआ था। 4. पिताजी 8 बार जेल गए, संविधान पर साइन किए
मेरे पिताजी 8 बार जेल में गए। 4 आज पाकिस्तान और 4 हिंदुस्तान में हैं। जिस संविधान के तहत आज हम यहां (हरियाणा विधानसभा) बैठे हैं, उस पर 283 लोगों के साइन थे, एक मेरे पिताजी के थे। इन नेताओं ने कसे थे हुड्‌डा पर तंज
CM नायब सैनी ने चुनाव प्रचार के दौरान भूपेंद्र हुड्‌डा और दीपेंद्र हुड्‌डा पर बापू-बेटा कहकर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि बापू-बेटा लगे हुए हैं। सैलजा समर्थक पूर्व विधायक शमशेर गोगी ने कहा कि कांग्रेस में बापू-बेटे की वन वे ट्रैफिक थी। पूर्व डिप्टी CM और JJP नेता दुष्यंत चौटाला के अलावा भाजपा की राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने भी बाबू-बेटा कहकर हुड्‌डा पिता-पुत्र पर खूब तंज कसे थे। इसी वजह से हुड्‌डा नाराज नजर आए। हुड्‌डा परिवार की पूरी कहानी पढ़ें… हुड्डा ने डिप्टी PM देवीलाल को 3 बार हराया: पिता से मिली राजनीतिक विरासत; CM बने तो बेटे को अमेरिका से बुलाकर सांसद बनवाया​​​​​​ हुड्डा लगातार 2 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री और 4 बार सांसद रहे। उनके पिता रणबीर हुड्डा 3 बार सांसद और एक बार हरियाणा सरकार में मंत्री रहे। भूपेंद्र के बेटे दीपेंद्र हुड्डा चौथी बार लोकसभा पहुंचे हैं। आज हुड्डा परिवार की तीसरी पीढ़ी राजनीति में है (पूरी खबर पढ़ें) हरियाणा चुनाव में बाबू-बेटा कहे जाने पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा का दर्द फूट पड़ा। उन्होंने विरोधियों को कहा कि हमारा तो परिवारवाद हो गया लेकिन अपनी पार्टी देखो। मुझे किसी के बच्चों से कोई ईर्ष्या नहीं है। मैं तो खुश हूं और उनको आशीर्वाद देता हूं। हुड्‌डा ने यह भी कहा कि मुझे तो मेरे परिवार पर गर्व है। हुड्‌डा ने यह बातें विधानसभा सेशन के दौरान कहीं थी। जिसके बाद उनके बयान अब खूब वायरल हो रहे हैं। बता दें कि हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्‌डा की अगुआई में लड़ा। उनके रोहतक से सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्‌डा ने पूरे प्रदेश में प्रचार किया। इस दौरान भाजपा और CM नायब सैनी से लेकर JJP तक के नेता हुड्‌डा पिता-पुत्र पर निशाना साधते रहे। हालांकि तब उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया। चुनाव में कांग्रेस के माहौल के बावजूद भाजपा ने 90 में से 48 सीटें जीतकर बहुमत पा लिया। वहीं कांग्रेस 37 सीटों पर ही रह गई। जिसके बाद अब विरोधियों की जगह कांग्रेस के भीतर ही हुड्‌डा पिता-पुत्र का विरोध किया जा रहा है। भूपेंद्र हुड्‌डा की कहीं 4 अहम बातें… 1. ब्लॉक समिति चेयरमैन से CM तक गया
भूपेंद्र हुड्‌डा ने कहा- मैंने भी एक ब्लॉक समिति के चेयरमैन से काम शुरू किया। धरती से जुड़ा हुआ हूं। MLA और सांसद भी रहा। सेवा की तो चीफ मिनिस्टर तक गया। 3 बार प्रतिपक्ष का नेता भी रहा। हमारा तो परिवारवाद हो गया। 2. अपनी पार्टी देखो, मुझे कोई ईर्ष्या नहीं
आप अपनी पार्टी में देखो। मुझे कोई ईर्ष्या नहीं है। मेरे पार्टी के बच्चे हैं। कोई मिनिस्टर है। कोई कुछ है। मैं खुश हूं। मैंने आशीर्वाद दिया उनको। तुम्हारे को ईर्ष्या होती है। कोई कहता है बाप बेटा… बाबू बेटा। अरे तुम अपनी तो देख लो। मैं एक ही बात कहूंगा कि खुद को तो देख लो। 3. दादाजी को काले पानी की सजा हुई
हुड्‌डा ने कहा- परिवारवाद, ये परिवारवाद की डिफिनेशन (परिभाषा) समझ नहीं आई। और कोई बात नहीं, कहेंगे कांग्रेस में परिवारवाद है। मुझे तो गर्व है अपने परिवार का। मेरे दादा स्वतंत्रता सेनानी थे। शहीद भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह और मेरे दादाजी को काले पानी की सजा का हुक्म हुआ था। 4. पिताजी 8 बार जेल गए, संविधान पर साइन किए
मेरे पिताजी 8 बार जेल में गए। 4 आज पाकिस्तान और 4 हिंदुस्तान में हैं। जिस संविधान के तहत आज हम यहां (हरियाणा विधानसभा) बैठे हैं, उस पर 283 लोगों के साइन थे, एक मेरे पिताजी के थे। इन नेताओं ने कसे थे हुड्‌डा पर तंज
CM नायब सैनी ने चुनाव प्रचार के दौरान भूपेंद्र हुड्‌डा और दीपेंद्र हुड्‌डा पर बापू-बेटा कहकर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि बापू-बेटा लगे हुए हैं। सैलजा समर्थक पूर्व विधायक शमशेर गोगी ने कहा कि कांग्रेस में बापू-बेटे की वन वे ट्रैफिक थी। पूर्व डिप्टी CM और JJP नेता दुष्यंत चौटाला के अलावा भाजपा की राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने भी बाबू-बेटा कहकर हुड्‌डा पिता-पुत्र पर खूब तंज कसे थे। इसी वजह से हुड्‌डा नाराज नजर आए। हुड्‌डा परिवार की पूरी कहानी पढ़ें… हुड्डा ने डिप्टी PM देवीलाल को 3 बार हराया: पिता से मिली राजनीतिक विरासत; CM बने तो बेटे को अमेरिका से बुलाकर सांसद बनवाया​​​​​​ हुड्डा लगातार 2 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री और 4 बार सांसद रहे। उनके पिता रणबीर हुड्डा 3 बार सांसद और एक बार हरियाणा सरकार में मंत्री रहे। भूपेंद्र के बेटे दीपेंद्र हुड्डा चौथी बार लोकसभा पहुंचे हैं। आज हुड्डा परिवार की तीसरी पीढ़ी राजनीति में है (पूरी खबर पढ़ें)   हरियाणा | दैनिक भास्कर