सोमवार को जींद समेत एनसीआर में ग्रेप-4 लागू कर दिया गया। ठंड के साथ धुंध व स्मॉग के कारण जिला उपायुक्त ने नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टियों का आदेश जारी किया था, लेकिन इन आदेशों पर अमल नजर नहीं आया। क्योंकि मंगलवार को छोटे बच्चे ठंड के बीच ठिठुरते हुए स्कूलों में जाते नजर आए। विद्यार्थियों की भौतिक कक्षाएं बंद के आदेश जिला उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने सोमवार को निर्देश जारी करते हुए कहा था कि बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कक्षा पांचवीं तक के विद्यार्थियों की भौतिक कक्षाएं बंद करने के आदेश जारी किए हैं। यह आदेश सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी और निजी विद्यालयों पर लागू होंगे। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि यह आदेश केवल विद्यार्थियों पर ही लागू होंगे, शिक्षकों और स्कूल प्रशासन पर लागू नहीं होंगे। सभी विद्यालयों को यह सुनिश्चित करना होगा कि विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा या वैकल्पिक शिक्षण विधियों का प्रबंध किया जाए, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो। मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 12 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 46 प्रतिशत तथा हवा की गति दस किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। स्मॉग के कारण सिविल अस्पताल में सांस, अस्थमा, एलर्जी के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिले में वायु प्रदूषण के चलते सुबह तथा शाम की सैर भी सेहत के लिए खतरनाक हो चली है। सुबह और शाम को प्रदूषण का स्तर ज्यादा रहता है। सोमवार को जींद समेत एनसीआर में ग्रेप-4 लागू कर दिया गया। ठंड के साथ धुंध व स्मॉग के कारण जिला उपायुक्त ने नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टियों का आदेश जारी किया था, लेकिन इन आदेशों पर अमल नजर नहीं आया। क्योंकि मंगलवार को छोटे बच्चे ठंड के बीच ठिठुरते हुए स्कूलों में जाते नजर आए। विद्यार्थियों की भौतिक कक्षाएं बंद के आदेश जिला उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने सोमवार को निर्देश जारी करते हुए कहा था कि बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कक्षा पांचवीं तक के विद्यार्थियों की भौतिक कक्षाएं बंद करने के आदेश जारी किए हैं। यह आदेश सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी और निजी विद्यालयों पर लागू होंगे। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि यह आदेश केवल विद्यार्थियों पर ही लागू होंगे, शिक्षकों और स्कूल प्रशासन पर लागू नहीं होंगे। सभी विद्यालयों को यह सुनिश्चित करना होगा कि विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन शिक्षा या वैकल्पिक शिक्षण विधियों का प्रबंध किया जाए, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो। मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 12 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 46 प्रतिशत तथा हवा की गति दस किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। स्मॉग के कारण सिविल अस्पताल में सांस, अस्थमा, एलर्जी के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिले में वायु प्रदूषण के चलते सुबह तथा शाम की सैर भी सेहत के लिए खतरनाक हो चली है। सुबह और शाम को प्रदूषण का स्तर ज्यादा रहता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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अमेरिका भेजने के नाम पर 60 लाख की ठगी:अग्रोहा में पिता ने प्लाट बेचा; आरोपियों ने अमेरिका की जगह रूस भेजा
अमेरिका भेजने के नाम पर 60 लाख की ठगी:अग्रोहा में पिता ने प्लाट बेचा; आरोपियों ने अमेरिका की जगह रूस भेजा हिसार के अग्रोहा के लांधड़ी गांव में एक शख्स से विदेश भेजने के नाम पर ठगों ने 60 लाख रुपए ठग लिए। युवक की शिकायत पर करनाल के चार आरोपियों मधुबन निवासी महेंद्र, शिवकुमार निवासी झिमरहेडी संत सिंह भुक्कल निवासी रेहड़ कलां, विशाल कुमार निवासी नजदीक गन्दा नाला मुगल ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रूपए हड़पने पर थाना अग्रोहा में मामला दर्ज कराया गया है। अजित चौहान ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि काम न मिलने पर बेरोजगारी से परेशान होकर उसने करनाल के मधुबन निवासी महेंद्र जो कि रिश्ते में उसका चाचा लगता है और करनाल कोर्ट में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करता है। उससे काम के लिए संपर्क किया तो उसके चाचा महेंद्र ने उसकी पहचान करनाल के अधिवक्ता शिव कुमार कादियान, संत सिंह भुक्कल और विशाल कुमार से करवाई । अजित चौहान ने कहा कि चाचा ने मुझसे से कहा कि लोग ये विदेश में पढ़े लिखे बच्चों को नोकरी दिलवाते है। साथ ही वीजा सहित सारा प्रबंध वे खुद ही करते हैं। इसके अलावा देश पहुंचने के बाद ही सारी पेमेंट लेते हैं। जब मैंने विदेश जाने की इच्छा जताई तो आरोपियों ने 60 लाख रुपए मांगे। बेटे को विदेश भेजने के लिए पिता ने प्लाट बेचा
अजित के पिता ने एक प्लाट बेचकर 34 लाख रुपए अक्टूबर 2023 में चाचा महेंद्र सिंह चौहान और उसकी पत्नी रेशमा को दे दिए। इसके बाद 26 लाख बाकी आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने दिसम्बर 2023 में उसे अमेरिका की बजाय रूस भेज दिया गया, जब उसने आरोपियों से अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उसे 7 मार्च को दुबई भेज दिया। 17 मार्च को अफ्रीका में भेज दिया और 18 मार्च को एंट्री ना होने की वजह से वापस दिल्ली आना पड़ा।
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रोहतक में युवक को ट्रैक्टर ने कुचला:सोते समय ऊपर से गुजर गया ट्रैक्टर का टायर, 3 भाइयों में सबसे छोटा था मृतक रोहतक के खरक जाटान गांव में एक ट्रैक्टर ने युवक को कुचल दिया। जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उपचार के बाद उसे रोहतक पीजीआई लाया गया। जहां उपचार के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसा उस समय हुआ जब युवक जमीन पर सो रहा था और ट्रैक्टर चालक ने लापरवाही से उसे कुचल दिया। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के रहने वाले रतिभान ने लाखनमाजरा थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें उसने बताया कि वे तीन भाई हैं। उसका सबसे छोटा भाई मुनेश करीब 21 साल का खरक जाटान गांव में संदीप ठेकेदार के पास काम करता है। शाम करीब 7.15 बजे मुनेश के साथ काम करने वाले एक व्यक्ति ने उसे फोन किया। उसने बताया कि मुनेश वहीं जमीन पर सो रहा था। ट्रैक्टर ने उसे कुचल दिया। चालक ट्रैक्टर को तेज गति और लापरवाही से चला रहा था। जिससे मुनेश गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया। पीजीआई में तोड़ा दम
रतिभान ने बताया कि जब उसके भाई को पीजीआई लेकर जा रहे थे तो रास्ते में उसे मिल गए। वह भी कार में बैठ गया। इस दौरान मुनेश ने उसे बताया कि वह जमीन पर सो रहा था। इसी दौरान ट्रैक्टर ने उसे कुचल दिया। वहीं उपचार के दौरान मुनेश ने अब रोहतक पीजीआई में दम तोड़ दिया। वहीं मामले की सूचना पुलिस को दे दी। लाखनमाजरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच आरंभ कर दी। वहीं पुलिस ने मृतक के भाई के बयान पर ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
CM की सीट पर खट्टर समर्थकों का पेंच:नायब सैनी करनाल से ही लड़ने के इच्छुक; केंद्रीय मंत्री के करीबी लाडवा भेजने के पक्ष में
CM की सीट पर खट्टर समर्थकों का पेंच:नायब सैनी करनाल से ही लड़ने के इच्छुक; केंद्रीय मंत्री के करीबी लाडवा भेजने के पक्ष में हरियाणा के विधानसभा चुनाव में अभी तक न कांग्रेस और न ही BJP उम्मीदवारों का ऐलान कर पाई है। दोनों पार्टियों में मीटिंगों का दौर जारी है। हर बार की तरह इस बार भी करनाल सीट पर सबकी नजरें हैं। इसका कारण ये है कि करनाल सीट 10 सालों से सीएम सिटी है। पहले मनोहर लाल खट्टर तो फिर नायब सैनी यहां से चुनाव जीते, लेकिन इस बार के चुनाव में खट्टर खेमा एक्टिव हो गया है और चाह रहा है कि नायब सैनी करनाल से ना लड़कर लाडवा से चुनाव लड़ें, जबकि नायब सैनी करनाल से ही चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। यहां हलचल सीएम नायब सैनी के बयान के बाद शुरू हुई है। उन्होंने बीते शुक्रवार को करनाल में रोड शो के दौरान कहा कि मैं करनाल से ही चुनाव लड़ना चाहता हूं। जिसके बाद से ही खट्टर खेमा कह रहा है कि नायब सैनी लाडवा से ही लड़ेंगे और यह फैसला भाजपा संगठन कर चुका है। खट्टर खेमा करनाल सीट पर एक लोकल उम्मीदवार को उतारने के पक्ष में है और इसके लिए लगातार लॉबिंग कर रहा है। वहीं पार्टी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने करनाल सीट पर एक सर्वे भी कराया है। जिसमें करनाल सीट को सैनी के लिए सुरक्षित नहीं माना गया। सैनी के लिए लाडवा सीट सेफ मानी जा रही है, जहां सैनी समाज और ओबीसी वोटरों की संख्या है। करनाल सीट छोड़ने के पीछे के 3 कारण…. 1. बाहरी उम्मीदवार होने से चुनौती
करनाल विधानसभा सीट पर पिछले 10 सालों से भाजपा का कब्जा है, लेकिन यहां से विधायक हमेशा बाहरी ही रहा है। पहले मनोहर लाल खट्टर और फिर नायब सैनी, दोनों ही मुख्यमंत्री रहे, जिसके चलते वे आम जनता के बीच ज्यादा समय नहीं बिता पाए। इस बार जनता को उम्मीद है कि उन्हें एक ऐसा स्थानीय विधायक मिलेगा, जो उनकी समस्याओं को समझेगा और उनके बीच रहेगा। लोकल नेताओं की अनदेखी होने के कारण इस सीट पर सैनी के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। 2. पंजाबी वोटर ज्यादा, OBC कम
करनाल में करीब 63 हजार पंजाबी समाज के वोट हैं। जिनके आधार पर मनोहर लाल खट्टर यहां से दो बार विधायक बने। नायब सैनी सैनी समाज से आते हैं। जिनका करनाल में वोट बैंक मात्र 5800 के करीब है। जातीय समीकरण भी इस सीट पर सैनी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। इसी वजह से खट्टर खेमा सैनी को लाडवा से चुनाव लड़ने के लिए दबाव बना रहा है। 3. बाहरी विधायक पर नाराजगी
पिछले 10 सालों से बाहरी विधायक बनता आ रहा है, जिससे स्थानीय नेताओं में नाराजगी है। यह नाराजगी लोकसभा चुनाव के दौरान खुलकर सामने आई थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता अशोक सुखीजा और शमशेर नैन ने खुलकर विरोध किया। शमशेर नैन ने उपचुनाव में नायब सैनी के खिलाफ नामांकन दाखिल किया था, हालांकि बाद में सैनी ने उन्हें मना लिया। स्थानीय नेताओं में बाहरी उम्मीदवारों के प्रति असंतोष अब भी कायम है, जो सैनी के लिए चुनौती साबित हो सकता है। नायब सैनी के लिए क्यों सेफ सीट लाडवा
लाडवा विधानसभा को नायब सैनी के लिए सुरक्षित सीट के रूप में देखा जा रहा है। इस विधानसभा में 1 लाख 95 हजार से ज्यादा वोट हैं। जिसमें 50 हजार वोट जाट समाज की हैं। इसके अलावा सैनी समाज के 47 हजार से ज्यादा वोट हैं। 90 हजार से ज्यादा OBC वर्ग के वोट हैं। OBC वर्ग और खास तौर पर सैनी समुदाय के वोट बैंक की वजह से यह सीएम के लिए फेवरेट सीट मानी जा रही है। भाजपा नेतृत्व भी चाहता है कि सैनी लाडवा से ही चुनाव लड़ें, ताकि पार्टी को किसी तरह का नुकसान न हो। करनाल सीट के प्रमुख दावेदार खट्टर खेमा की रणनीति
करनाल सीट पर खट्टर खेमा के कुछ प्रमुख दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। जिनमें पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता, अशोक सुखीजा, मुकेश अरोड़ा, और जगमोहन आनंद शामिल हैं। खट्टर खेमा इनमें से किसी एक को टिकट दिलवाकर इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहता है। खट्टर खेमे का मानना है कि एक स्थानीय उम्मीदवार से जनता की अपेक्षाएं पूरी होंगी और पार्टी को मजबूती मिलेगी। राजनीतिक विशेषज्ञ क्या बोले…
राजनीतिक विशेषज्ञ व DAV कॉलेज के प्रिंसिपल आरपी सैनी का मानना है कि करनाल में भाजपा के भीतर मची खींचतान पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है। इससे असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। अब देखना यह होगा कि पार्टी इस चुनौती से कैसे निपटती है।