हरियाणा के भिवानी में रोहतक रोड पर अपनी बाइक के पास खड़े एक व्यक्ति को तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद कार चालक मौके से भाग गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। औद्योगिक थाना पुलिस ने आज शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। औद्योगिक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर कार चालक की तलाश शुरू कर दी है। भिवानी गुजरो की ढाणी भारत नगर निवासी नरेंद्र ने बताया कि, वह सब्जी मंडी भिवानी में दुकान पर काम करता है। सोमवार की देर रात वह अपने भाई महाबीर के साथ बाइक सवार होकर फैक्ट्री एरिया से पालुवास मोड़ पर थे। वह खुद बाइक चला रहा था, जबकि उसका भाई महाबीर बाइक पर पीछे बैठा था। पालुवास मोड़ पर मेडिकल स्टोर पर वह दोनों दवा लेने के लिए रुक गए। वह दवाई लेने चला गया, जबकि महाबीर बाइक के पास ही खड़ा रहा। कार चालक मौके से हुआ फरार नरेंद्र ने बताया कि, रोहतक की तरफ से क्रेटा कार चालक बड़ी तेज गति व लापरवाही से चलाता हुआ आया और महाबीर को टक्कर मार कर गाड़ी को लेकर मौके से फरार हो गया। नरेंद्र ने बताया कि उसके भाई महाबीर की मौके पर ही मौत हो गई। वह साधन का इंतजाम करके अपने भाई को सिविल अस्पताल में लेकर गया। वहां पर भी डाक्टर ने मेरे भाई को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही औद्योगिक थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एएसआई रेनू बाला ने सामान्य अस्पताल में डॉक्टरों के बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मृतक के भाई नरेंद्र के बयान पर फरार गाड़ी चालक वैभव के खिलाफ केस दर्ज किया है। हरियाणा के भिवानी में रोहतक रोड पर अपनी बाइक के पास खड़े एक व्यक्ति को तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद कार चालक मौके से भाग गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। औद्योगिक थाना पुलिस ने आज शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया है। औद्योगिक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर कार चालक की तलाश शुरू कर दी है। भिवानी गुजरो की ढाणी भारत नगर निवासी नरेंद्र ने बताया कि, वह सब्जी मंडी भिवानी में दुकान पर काम करता है। सोमवार की देर रात वह अपने भाई महाबीर के साथ बाइक सवार होकर फैक्ट्री एरिया से पालुवास मोड़ पर थे। वह खुद बाइक चला रहा था, जबकि उसका भाई महाबीर बाइक पर पीछे बैठा था। पालुवास मोड़ पर मेडिकल स्टोर पर वह दोनों दवा लेने के लिए रुक गए। वह दवाई लेने चला गया, जबकि महाबीर बाइक के पास ही खड़ा रहा। कार चालक मौके से हुआ फरार नरेंद्र ने बताया कि, रोहतक की तरफ से क्रेटा कार चालक बड़ी तेज गति व लापरवाही से चलाता हुआ आया और महाबीर को टक्कर मार कर गाड़ी को लेकर मौके से फरार हो गया। नरेंद्र ने बताया कि उसके भाई महाबीर की मौके पर ही मौत हो गई। वह साधन का इंतजाम करके अपने भाई को सिविल अस्पताल में लेकर गया। वहां पर भी डाक्टर ने मेरे भाई को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही औद्योगिक थाना पुलिस मौके पर पहुंची। एएसआई रेनू बाला ने सामान्य अस्पताल में डॉक्टरों के बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने मृतक के भाई नरेंद्र के बयान पर फरार गाड़ी चालक वैभव के खिलाफ केस दर्ज किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फरीदाबाद में सीएम के MSP ऐलान पर भड़की कुमारी शैलजा:बोलीं-चुनाव देखकर किसानों को दिया जा रहा लॉलीपाॅप, स्वामी नाथन रिपोर्ट करें लागू फ़रीदाबाद जिले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा 24 फसलों पर एमएसपी देने के ऐलान पर कांग्रेस महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि आज भाजपा को किसान याद आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव नतीजे और आने वाले विधानसभा चुनाव को देखकर किसानों को लॉलीपॉप दिया जा रहा है। किसानों की मांग तब पूरी होगी, जब स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाएगा। जनता भाजपा से मांगे जवाब उन्होंने कहा कि किसान एक साल से गर्मी, सर्दी और बारिश में सड़कों पर बैठे थे और 700 किसान मर गए, लेकिन किसी ने अफसोस तक जाहिर नहीं किया। किसानों के धरने को खत्म करने के लिए एमएसपी को कानूनी दर्जा देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक कानूनी दर्जा नहीं दिया। कुमारी शैलजा ने कहा कि विपक्ष के कहने से कुछ नहीं होगा, जनता 10 साल का जवाब भाजपा से मांगेगी।
शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा:SC ने कमेटी बनाई, ये ट्रैक्टर हटाने के लिए किसानों से बात करेगी; कहा- मुद्दों का राजनीतीकरण नहीं हो
शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा:SC ने कमेटी बनाई, ये ट्रैक्टर हटाने के लिए किसानों से बात करेगी; कहा- मुद्दों का राजनीतीकरण नहीं हो हरियाणा-पंजाब का शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा। सोमवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम हाईपावर कमेटी गठित कर रहे हैं, लेकिन कोई मुद्दे तय नहीं कर रहे हैं। यह अधिकार कमेटी को दे रहे हैं। इस कमेटी में पंजाब और हरियाणा के अधिकारी भी शामिल हैं। हाईपावर कमेटी को आंदोलनकारी किसानों के बीच पहुंचकर अपने ट्रैक्टर हटाने का अनुरोध करना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी नसीहत दी कि इस मामले का राजनीतिकरण न किया जाए। मुद्दे बहुत संवेदनशील होते हैं, इसलिए संतुलित रुख अपनाना चाहिए। पिछली 2 सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर को आंशिक तौर पर यानी एक लेन खोलने को कहा था। इस मामले में किसानों की पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों से मीटिंग भी हुई यह बेनतीजा रहीं। हरियाणा पुलिस का कहना था कि किसान दिल्ली जाएं, लेकिन ट्रैक्टर लेकर न जाएं। किसान ट्रैक्टर समेत जाने पर अड़े रहे। कोर्ट रूम लाइव पढ़ें… एएजी पंजाब: हमने वह मुद्दा दे दिया है, जिस पर किसान फैसला चाहते हैं।
जस्टिस कांत: कृपया इन मुद्दों का राजनीतीकरण न करें, हमें आज इससे ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है। जस्टिस कांत: हम समिति का गठन कर रहे हैं, हम मुद्दे तैयार नहीं कर रहे हैं। हम समिति से ऐसा करने के लिए कह रहे हैं। जस्टिस कांत ने आदेश पढ़ते हुए कहा कि समिति किसानों के मुद्दों को हल करने के तौर-तरीकों पर गौर करेगी। जस्टिस कांत: हम शुरू में कह सकते हैं कि पंजाब व हरियाणा राज्य द्वारा सुझाए गए नाम उच्च निष्ठा वाले व्यक्ति हैं, जो कृषि में अनुभवी हैं। हम यह कहने में जल्दबाजी कर सकते हैं कि किसान वर्गों की एक बड़ी आबादी है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। जस्टिस कांत: हमें लगता है कि मुद्दों को तैयार करने के लिए हाईकोर्ट समिति से अनुरोध करना अधिक उचित होगा। पीठ का कहना है कि सदस्य सचिव मुद्दों का सूत्रीकरण हाईपावर कमेटी को दे सकते हैं। जस्टिस कांत: हमें आशा और विश्वास है कि मुद्दों पर गौर करने के लिए एक तटस्थ समिति प्रदान करने की किसानों की आकांक्षा का गठन किया जाएगा। जस्टिस कांत: किसान अपने शांतिपूर्ण आंदोलन को ऐसे आवंटित स्थलों पर स्थनांतरित करने के लिए स्वतंत्र होंगे। जस्टिस कांत: जो लोग दोनों राज्यों की जमीनी हकीकत से वाकिफ हैं, हमने एक संतुलित संरचना बनाने की कोशिश की है, किसानों के मुद्दे वास्तविक हैं, उन्हें एक तटस्थ निकाय द्वारा निपटाया जाना चाहिए, लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी और को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। बेंच ने हाईकोर्ट कमेटी के सदस्य सचिव को अगली सुनवाई पर अग्रिम स्थिति रिपोर्ट रिकॉर्ड पर रखने का निर्देश दिया। एजी पंजाब: माय लॉर्ड्स ने बहुत अच्छी तरह से नोट किया कि इसका राजनीतीकरण नहीं किया जाना चाहिए।
जस्टिस कांत: मुद्दे बेहद संवेदनशील होते हैं, इसलिए संतुलन का रुख अपनाना चाहिए। शंभू बॉर्डर खोलने के लिए 2 मीटिंग विफल रहीं
शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों को मनाने के लिए 25 अगस्त को रखी गई पंजाब और हरियाणा के पुलिस अधिकारियों की बैठक विफल रही। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 5 दिन में दूसरी बार पुलिस अधिकारियों ने किसानों के साथ बैठक की थी, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं। किसान इस बात पर अड़े रहे कि वे अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को नहीं छोड़ेंगे और इन्हीं से दिल्ली कूच करेंगे। एक घंटे तक चली इस बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई। पुलिस लाइन में एडीजीपी (इंटेलिजेंस) जसकरण सिंह और एआईजी संदीप गर्ग के अलावा पटियाला के डीसी व एसएसपी और हरियाणा के अंबाला जिले के एसपी और एसडीएम किसानों से बैठक करने के लिए पहुंचे थे। कोर्ट ने आंशिक तौर पर बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे
12 अगस्त को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर को आंशिक रूप से खोलने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा था कि सह हाईवेज पार्किंग की जगह नहीं हैं। एक हफ्ते के भीतर एंबुलेंस, सीनियर सिटीजंस, महिलाओं, छात्रों, आदि के लिए हाईवे की एक लेन खोली जाए। फरवरी से चल रहा संघर्ष
फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से आंदोलन पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के अंबाला के पास शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई। जानिए, किसान आंदोलन में अभी तक क्या हुआ