पानीपत के थाना इसराना अंतर्गत गांव नौल्था डिडवाड़ी मोड पर पुलिस के दो सिपाही अपनी गाड़ी में दिन के समय गश्त कर रहे थे। उनके पास दो लड़के आए, एक के हाथ में गंडासी थी। तभी पुलिस ने उनको रोका और पूछा कि क्या बात है, तो बताया कि मेरे भाई को गोली मार दी है। पुलिस वालों ने उनकी दुकान पर जाकर पता किया, तो बात झूठी निकली। पुलिस ने कड़ाई से पूछा तो उनमें से एक ने तैश में आकर पुलिस पर गंडासी से वार कर दिया। जिससे गंडासी गाड़ी के शीशे पर लगी। तभी दोनों भागने लगे, तो पुलिस ने एक को दबोच लिया, दूसरा भागने में सफल हो गया। नौल्था के पास गश्त कर रही थी पुलिस मामले के अनुसार ईएसआई सुबेराज, चालक भूपेंद्र सिंह अपनी गाड़ी पर गांव नौल्था के पास डिडवाड़ी मोड पर गश्त के दौरान खड़े थे। तभी दो युवक शराब के नशे में थे। हाथ में गंडासी लेकर गालियां देते हुए आ रहे थे। हमने उनको रोक कर पूछा कि क्या बात हुई, तो उन्होंने बताया कि मेरे भाई को हमारी दुकान पर गोली मार दी है। हमने उनके साथ जा करके उनकी दुकान पर देखा, तो वह बात झूठी निकली। तब हमने कड़ाई से पूछा कि क्या बात है। दोनों युवक तैश में आ गए और उनमें से एक ने हम पर गंडासी से वार किया। जिससे हम बाल बाल बच गए और गंडासी हमारी गाड़ी के शीशे पर लगी। दूसरा युवक भागने में कामयाब वारदात को करने के बाद वह भागने लगे, तो हमने एक को मौके पर दबोच लिया। कड़ाई से हमने उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम अजय उर्फ शक्तिमान पुत्र धर्मवीर सिंह गांव नौल्था बताया। भागने वाले युवक का नाम संदीप पुत्र राममेहर गांव नौल्था बताया। हम अजय उर्फ शक्तिमान को थाना इसराना लाए और मामला दर्ज किया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ईएसआई सूबेराज, चालक भूपेंद्र सिंह के बयान पर दोनों के खिलाफ मामला दर्ज की कर लिया है। दूसरे युवक की तलाश जारी है। पानीपत के थाना इसराना अंतर्गत गांव नौल्था डिडवाड़ी मोड पर पुलिस के दो सिपाही अपनी गाड़ी में दिन के समय गश्त कर रहे थे। उनके पास दो लड़के आए, एक के हाथ में गंडासी थी। तभी पुलिस ने उनको रोका और पूछा कि क्या बात है, तो बताया कि मेरे भाई को गोली मार दी है। पुलिस वालों ने उनकी दुकान पर जाकर पता किया, तो बात झूठी निकली। पुलिस ने कड़ाई से पूछा तो उनमें से एक ने तैश में आकर पुलिस पर गंडासी से वार कर दिया। जिससे गंडासी गाड़ी के शीशे पर लगी। तभी दोनों भागने लगे, तो पुलिस ने एक को दबोच लिया, दूसरा भागने में सफल हो गया। नौल्था के पास गश्त कर रही थी पुलिस मामले के अनुसार ईएसआई सुबेराज, चालक भूपेंद्र सिंह अपनी गाड़ी पर गांव नौल्था के पास डिडवाड़ी मोड पर गश्त के दौरान खड़े थे। तभी दो युवक शराब के नशे में थे। हाथ में गंडासी लेकर गालियां देते हुए आ रहे थे। हमने उनको रोक कर पूछा कि क्या बात हुई, तो उन्होंने बताया कि मेरे भाई को हमारी दुकान पर गोली मार दी है। हमने उनके साथ जा करके उनकी दुकान पर देखा, तो वह बात झूठी निकली। तब हमने कड़ाई से पूछा कि क्या बात है। दोनों युवक तैश में आ गए और उनमें से एक ने हम पर गंडासी से वार किया। जिससे हम बाल बाल बच गए और गंडासी हमारी गाड़ी के शीशे पर लगी। दूसरा युवक भागने में कामयाब वारदात को करने के बाद वह भागने लगे, तो हमने एक को मौके पर दबोच लिया। कड़ाई से हमने उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम अजय उर्फ शक्तिमान पुत्र धर्मवीर सिंह गांव नौल्था बताया। भागने वाले युवक का नाम संदीप पुत्र राममेहर गांव नौल्था बताया। हम अजय उर्फ शक्तिमान को थाना इसराना लाए और मामला दर्ज किया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ईएसआई सूबेराज, चालक भूपेंद्र सिंह के बयान पर दोनों के खिलाफ मामला दर्ज की कर लिया है। दूसरे युवक की तलाश जारी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग
हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग भाजपा ने मोदी 3.0 सरकार में हरियाणा के 5 लोकसभा सांसदों में से 3 को मंत्री बनाकर सबको चौंका दिया। लोकसभा चुनाव में BJP राज्य की 10 में से 5 सीटें हार गई और 5 ही जीत पाई। इसके बावजूद केंद्रीय कैबिनेट में करनाल के सांसद मनोहर लाल खट्टर, गुरुग्राम के राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर को जगह दी गई। ऐसे में सब जानना चाहते हैं कि आखिर BJP और नरेंद्र मोदी की क्या राजनीति है, जो हरियाणा में पार्टी की सीटें घटने के बावजूद पिछली टर्म के मुकाबले मंत्रियों की संख्या 2 से बढ़ाकर 3 कर दी गई। इसकी सबसे बड़ी वजह 5 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। 3 सांसदों को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल कर भाजपा ने हरियाणा के पंजाबी, अहीर व गुर्जर समुदाय के साथ-साथ जीटी रोड और अहीरवाल बेल्ट को साधते हुए 90 सीटों वाली विधानसभा में 46 के बहुमत वाले आंकड़े के जुगाड़ की कोशिश की है। पहले जानिए, हरियाणा से 3 मंत्री क्यों बनाए? 1. विधानसभा चुनाव की मजबूरी
भाजपा लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 10 में से 5 सीटें ही जीत पाई। 2019 में पार्टी ने क्लीन स्वीप किया था। अब 5 महीने बाद, राज्य विधानसभा के चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों को विधानसभा चुनाव से पहले का ट्रेलर माना जा रहा है और इससे भाजपा डरी हुई है। लोकसभा चुनाव नतीजों का अगर विधानसभा सीटवाइज एनालिसिस करें तो राज्य की 90 सीटों में से 46 पर कांग्रेस और 44 पर BJP आगे रही। ऐसे में भाजपा नेतृत्व विधानसभा चुनाव को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। 2. क्षेत्रीय संतुलन साधा, नॉन जाट राजनीति बरकरार
मोदी 3.0 में BJP ने हरियाणा को लेकर क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश की है। खट्टर के जरिए जीटी रोड बेल्ट और राव इंद्रजीत के जरिए दक्षिण हरियाणा को साधने का प्रयास किया गया है। 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को इन्हीं दोनों बेल्ट से राज्य में सबसे ज्यादा सीटें मिली। इसके साथ ही BJP ने एक तरह से ये भी क्लियर कर दिया कि वह हरियाणा में अपनी नॉन-जाट की राजनीति के सहारे ही आगे बढ़ेगी। जाट बिरादरी से आने वाले BJP सांसद चौधरी धर्मबीर भी इस बार मंत्रिपद के दावेदार थे लेकिन लगातार तीसरी बार जीतने के बावजूद उन्हें मिनिस्टर नहीं बनाया गया। हरियाणा में गैरजाट की राजनीति की शुरुआत भाजपा ने 2014 में ही पंजाबी समुदाय के मनोहर लाल खट्टर को सीएम बनाकर कर दी थी। 2019 में भी खट्टर ही सीएम बने। 3. ओवर कॉन्फिडेंस से तौबा हरियाणा में BJP साढ़े 9 साल से सत्ता में है। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ओवर-कॉन्फिडेंस का शिकार थी और सभी 10 लोकसभा सीटें जीत लेने का दम भर रही थी। मगर, चुनाव नतीजे आए तो रोहतक और सिरसा सीट बड़े अंतर से हार गई। गुरुग्राम में राव इंद्रजीत और कुरुक्षेत्र में नवीन जिंदल आखिर तक करीबी मुकाबले में फंसे नजर आए। पांच सीटें पार्टी के हाथ से निकल गईं। जब रिजल्ट की समीक्षा की गई तो पता चला कि पार्टी ने अपने गढ़ रहे जीटी रोड बेल्ट और अहीरवाल जैसे इलाकों को कुछ समय में तरजीह देना बंद कर दिया था। यही कारण है कि भाजपा अब राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए अपने गढ़ को सुरक्षित कर लेने की कोशिश करती दिख रही है। 4. मोदी मैजिक दिखाने की तैयारी
लोकसभा चुनाव में भाजपा इस बार अपने बूते बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटें नहीं जीत पाई और 240 पर सिमट गई। ऐसे में न केवल केंद्र में JDU और TDP से गठबंधन मजबूरी बन गया बल्कि नरेंद्र मोदी की साख भी दांव पर लग गई। मोदी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान अपने नाम पर वोट मांगे थे। अगर भाजपा 5 महीने बाद होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत जाती है तो फिर से माहौल बन सकेगा कि भले ही भाजपा को लोकसभा में बहुमत नहीं मिला लेकिन हिंदी बेल्ट में मोदी मैजिक बरकरार है। इससे गठबंधन में मोदी और पार्टी की पोजिशन मजबूत होगी। NDA में शामिल बाकी दलों के बीच यह संदेश पहुंच जाएगा कि अगर BJP का साथ छोड़ा तो आगे की राह मुश्किल हो सकती है। जानिए, कैसे 3 मंत्री बनाकर BJP हरियाणा विधानसभा में बहुमत का जुगाड़ करने की कोशिश करती नजर आई… 1. मनोहर लाल खट्टर के जरिये जीटी रोड बेल्ट की 30 सीटों पर आंख मनोहर लाल खट्टर पंजाबी समुदाय से आते हैं। उनकी करनाल लोकसभा सीट हरियाणा की जीटी रोड बेल्ट में आती है। इस बेल्ट में अंबाला, करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पंचकूला और कैथल जिलों की तकरीबन 30 विधानसभा सीटें आती हैं। यहां पंजाबी वोटरों के अलावा जनरल कैटेगरी का वोट-बैंक है जो अमूमन BJP के साथ रहता है। खट्टर को केंद्रीय मंत्री बनाने की यही बड़ी वजह है। अगर यह दांव कामयाब रहा तो पार्टी जीटी रोड बेल्ट में बढ़त मिलने की उम्मीद लगा सकती है। इसके अलावा रोहतक, रेवाड़ी, फरीदाबाद और गुरुग्राम के पंजाबी वोटरों में भी अच्छा संदेश जा सकता है। 2. राव इंद्रजीत से अहीरवाल बेल्ट की 11 सीटों पर पकड़ बनाए रखने की कोशिश राव इंद्रजीत दक्षिण हरियाणा के बड़े नेता हैं। दक्षिण हरियाणा के अंदर आने वाली अहीरवाल बेल्ट में 14 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 3 मुस्लिम बाहुल्य नूंह जिले की सीटें हैं, जहां कांग्रेस का दबदबा है। इन्हें छोड़ भी दें तो 2014 में भाजपा ने अहीरवाल बेल्ट की बची हुई सभी 11 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी। 2019 में भाजपा को अहीरवाल बेल्ट की 11 में से 8 सीटें मिली और तब 40 विधायक होने के कारण जजपा के 10 विधायकों की मदद से सरकार बनानी पड़ी। इस लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम सीट पर कांग्रेस की ओर से पंजाबी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले राजबब्बर को उतारने के बाद यहां राव इंद्रजीत को जीतने में पसीने छूट गए। ऐसे में भाजपा ने लगातार दूसरी बार राव इंद्रजीत को मंत्री बनाकर अहीरवाल बेल्ट को अपने साथ जोड़े रखने की कोशिश की है। 3. कृष्णपाल गुर्जर के जरिए हरियाणा के अलावा यूपी-राजस्थान पर भी फोकस
फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर की गिनती अपने समुदाय के बड़े नेताओं में होती है। फरीदाबाद जिले की 4 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां गुर्जर समुदाय का वोट डिसाइडिंग फैक्टर है। इसके अलावा सोहना, रेवाड़ी, नांगल चौधरी और गुरुग्राम विधानसभा सीट पर भी गुर्जर वोटबैंक का अच्छा-खासा असर है। यही नहीं, फरीदाबाद से सटे वेस्ट यूपी के गाजियाबाद व नोएडा और राजस्थान से सटे इलाके भी गुर्जर बाहुल्य हैं। ऐसे में BJP ने कृष्णपाल गुर्जर को ड्रॉप करने का रिस्क न लेते हुए लगातार तीसरी बार उन्हें मंत्री बनाया है। अंत में.. 2019 के मुकाबले इस बार क्या अंतर
2019 की मोदी सरकार में BJP ने हरियाणा से 2 मंत्री बनाए थे। इनमें गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत और फरीदाबाद के सांसद कृष्णपाल गुर्जर शामिल थे। इस बार इन दोनों के अलावा पहली बार सांसद बने मनोहर लाल खट्टर को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। खास बात यह है कि BJP ने 2019 में हरियाणा की सभी 10 सीटें और 2014 में 10 में से 7 लोकसभा सीटें जीती थीं। इस बार सीटें घटने के बावजूद मंत्रियों की संख्या बढ़ गई है। मनोहर लाल खट्टर को PM नरेंद्र मोदी से करीबी का फायदा भी मिला। ये खबरें भी पढ़ें… शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी
पानीपत में युवक से 5.88 लाख की ठगी:ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के लालच में आया, टास्क पूरा करने में लगाए रुपए
पानीपत में युवक से 5.88 लाख की ठगी:ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के लालच में आया, टास्क पूरा करने में लगाए रुपए पानीपत शहर के मॉडल टाउन का एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। ठगों ने युवक को ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब दिलाने के नाम पर 5 लाख 88 हजार रुपए ठग लिए। ठग उसे टास्क देते रहे और अधिक मुनाफा देने का झांसा देकर पैसे लेते रहे। ठगी का अहसास होने पर युवक ने पुलिस में इसकी शिकायत की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। टास्क अकाउंट में मुनाफा दिखता रहा, लेकिन डेबिट नहीं हुआ पुलिस को दी शिकायत में राहुल चावला ने बताया कि वह शांति नगर, मॉडल टाउन का रहने वलाा है। 18 अगस्त और 19 अगस्त को उसकी टेलीग्राम आईडी पर ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब के लिए मैसेज आया था। उसने मैसेज भेजने वाले से चैट की। जिस दौरान उसे टास्क पूरा करने के लिए ज्यादा पैसा कमाने का प्रलोभन दिया गया। वह उसके झांसे में आ गया। उसके झांसे में आकर उसने अपने अकाउंट से अलग-अलग खातों में 5 लाख 88 हजार 500 रुपए ट्रांसफर कर दिए। वह टास्क पूरे करता रहा। उसके टास्क अकाउंट में मुनाफा जुड़ता हुआ दिखता रहा। जब उसने राशि निकालनी चाही, तो वह नहीं निकली। ठग उसे और टास्क देते हुए और रुपए लगाने को कह रहे थे। जिसके बाद उसे खुद के साथ हुई ठगी का पता लगा।
हरियाणा में 15250 लोगों को 30-30 गज के प्लाट मिलेंगे:14 शहरों के लोगों को फायदा; लाभार्थियों को एक लाख रुपए जमा कराने होंगे
हरियाणा में 15250 लोगों को 30-30 गज के प्लाट मिलेंगे:14 शहरों के लोगों को फायदा; लाभार्थियों को एक लाख रुपए जमा कराने होंगे हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत लाभार्थियों को 30-30 वर्ग गज के 15250 प्लाट आवंटित कर रहे हैं। रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में आयोजित कार्यक्रम में नायब सैनी बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हैं। कार्यक्रम में रोहतक, झज्जर, जुलाना, सफीदों, गोहाना और रेवाड़ी के लाभार्थियों को आवंटित प्लाट के प्रमाण पत्र वितरित करेंगे। जबकि करनाल, पलवल, पिंजौर, जगाधरी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, फतेहाबाद और सिरसा के लाभार्थियों को ऑनलाइन वेब लिंक के माध्यम से आवंटन पत्र दिए जाएंगे।