हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत लाभार्थियों को 30-30 वर्ग गज के 15250 प्लाट आवंटित कर रहे हैं। रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में आयोजित कार्यक्रम में नायब सैनी बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हैं। कार्यक्रम में रोहतक, झज्जर, जुलाना, सफीदों, गोहाना और रेवाड़ी के लाभार्थियों को आवंटित प्लाट के प्रमाण पत्र वितरित करेंगे। जबकि करनाल, पलवल, पिंजौर, जगाधरी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, फतेहाबाद और सिरसा के लाभार्थियों को ऑनलाइन वेब लिंक के माध्यम से आवंटन पत्र दिए जाएंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत लाभार्थियों को 30-30 वर्ग गज के 15250 प्लाट आवंटित कर रहे हैं। रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) में आयोजित कार्यक्रम में नायब सैनी बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हैं। कार्यक्रम में रोहतक, झज्जर, जुलाना, सफीदों, गोहाना और रेवाड़ी के लाभार्थियों को आवंटित प्लाट के प्रमाण पत्र वितरित करेंगे। जबकि करनाल, पलवल, पिंजौर, जगाधरी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, फतेहाबाद और सिरसा के लाभार्थियों को ऑनलाइन वेब लिंक के माध्यम से आवंटन पत्र दिए जाएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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यमुनानगर में महिला यूट्यूबर पत्रकार गिरफ्तार:लड़की को 1.5 लाख में खरीदा, करा रही जबरन वेश्यावृत्ति, सहारनपुर से हुआ था अपहरण हरियाणा के यमुनानगर में पुलिस ने तथाकथित यूट्यूब एक महिला पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पर जबरन जिस्मफरोशी और अपहरण का आरोप लगा है। गिरफ्तार की गई यूट्यूब पत्रकार महिला का नाम सबा खान है। बताया जा रहा है कि आरोपी महिला यमुनानगर के हमीदा के रहने वाली है। जिस लड़की को यूट्यूब पर महिला पत्रकार ने जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला है और उसे डेढ़ लाख रुपए में खरीदा है वह सहारनपुर की रहने वाली है। लड़की का 1.5 लाख में खरीदा थाना प्रभारी जगदीश चंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि यूट्यूब महिला पत्रकार पत्रकारिता की आड़ में एक युवती का अपहरण कर जबरन जिस्मफरोशी का धंधा में धकेल दिया। अब यह महिला यूट्यूबर थाना यमुनानगर पुलिस के हत्थे चढ़ी है। 26 जून 2024 को दर्ज की गई एक एफआईआर के आधार पर पुलिस ने सबा खान को गिरफ्तार किया है, जिस पर जबरन जिस्मफरोशी और अपहरण का गंभीर आरोप है। सहारनपुर निवासी पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में आरोप लगाया है कि उनका अपहरण कर सबा खान को डेढ़ लाख रुपए में बेच दिया गया था। इसके बाद सबा खान ने उसे जबरन जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया। पत्रकारिता की आड़ में किए अवैध धंधे एसएचओ सिटी जगदीश चंद्र के मुताबिक पुलिस ने सबा खान को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायालय में पेश कर 3 दिन के रिमांड की मांग की जाएगी। पुलिस के अनुसार, सबा खान से गहनता से पूछताछ की जा रही है। ताकि इस मामले के अन्य पहलुओं का भी खुलासा हो सके। पुलिस ने यह भी बताया, सबा खान अपने आप को यूट्यूब पत्रकार बताती हैं और एक चैनल भी चलाती हैं। इसी की आड़ में उसने अवैध धंधे, जिनमें जबरन जिस्मफरोशी और अपहरण शामिल हैं, संचालित किए हुए थे। इसके अलावा पुलिस ने यह भी दावा किया कि सबा खान के खिलाफ कई और मामलों की भी जांच की जा रही है ताकि उससे जुड़े अन्य संदिग्धों की भी पहचान और भूमिका सुनिश्चित की जा सके। पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में यह भी बताया कि सबा खान ने उसे मानसिक और शारीरिक यातनाएं दी, और जबरन इस घिनौने धंधे में शामिल किया।
हरियाणा में कांग्रेस के 18 टिकट फाइनल:सिंगल नाम पैनल में हुड्डा समेत 12 विधायक, 2019 में हार चुके 4 नेता, एक नया चेहरा शामिल
हरियाणा में कांग्रेस के 18 टिकट फाइनल:सिंगल नाम पैनल में हुड्डा समेत 12 विधायक, 2019 में हार चुके 4 नेता, एक नया चेहरा शामिल कांग्रेस पार्टी ने टिकट दावेदारों की मारामारी के बीच हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 90 सीटों में से 18 पर अपनी टिकटें फाइनल कर ली हैं। इनमें 9 सिटिंग विधायक हैं। पार्टी ने जिन 14 सीटों पर सिंगल नाम का पैनल बनाया है, उनमें से 13 पर पुराने चेहरों पर भरोसा जताया गया है। इन्होंने 2019 का चुनाव भी लड़ा था। एक सीट पर नए चेहरे का नाम रखा गया है। कांग्रेस के सिंगल नाम वाले हलकों में रोहतक की गढ़ी-सांपला-किलोई सीट भी है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के सत्ता में आने की सूरत में वह CM पद के सबसे बड़े दावेदार रहेंगे। कांग्रेस में इस सीट से किसी और ने आवेदन भी नहीं किया था। इन 12 विधायकों के टिकट पक्के
कांग्रेस ने जिन 17 सीटों पर सिंगल नाम के पैनल बनाए हैं, उनमें से 12 पर इस समय पार्टी के ही विधायक हैं। इनमें गढ़ी-सांपला-किलोई से भूपेंद्र हुड्डा, रोहतक सीट से बीबी बत्रा, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से रघुबीर कादियान, रेवाड़ी से लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और बरौदा से इंदुराज भालू का नाम पैनल में रखा गया है। अंबाला जिले की नारायणगढ़ सीट से मौजूदा विधायक शैली चौधरी और फरीदाबाद एनआईटी के मौजूदा एमएलए नीरज शर्मा का टिकट भी लगभग फाइनल है। इसके अलावा बादली से कुलदीप वत्स की भी टिकट तय मानी जा रही है। कुलदीप वत्स हुड्डा के करीबी हैं। हालांकि उनके सामने दावेदारी ठोकने वाले सोमबीर घसोला भी प्रियंका गांधी के करीबी माने जाते हैं। मुलाना सीट पर क्या वरुण की चलेगी?, पंचकूला से चंद्रमोहन लगभग तय
अंबाला जिले की मुलाना सीट के पूर्व विधायक और अब सांसद वरुण चौधरी ने भी यहां के उम्मीदवार पर नजर रखी हुई है। यहां वरुण चौधरी की पत्नी पूजा चौधरी या फिर उनकी बहन को टिकट मिलने की भी संभावना है। हालांकि उनके परिवार से किसी ने टिकट के लिए अप्लाई नहीं किया है। यहां वरूण की चलेगी या नहीं, इसको लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसी तरह पंचकूला विधानसभा सीट पर पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई का टिकट भी तकरीबन-तकरीबन फाइनल है। पिछला चुनाव हार चुके चार चेहरों के टिकट भी पक्के
कांग्रेस 2019 का विधानसभा चुनाव हार चुके अपने 4 नेताओं को भी इस बार फिर टिकट देने जा रही है। इनमें थानेसर सीट से अशोक अरोड़ा, पलवल से करण सिंह दलाल, फरीदाबाद से लखन सिंगला और बड़खल से चौधरी विजय प्रताप सिंह के नाम शामिल हैं। 2019 में अशोक अरोड़ा BJP के सुभाष सुधा से महज 819 वोट से हार गए थे। अशोक अरोड़ा 2014 में भी थानेसर सीट पर सुभाष सुधा से हार गए थे। हालांकि तब वह इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के टिकट पर मैदान में उतरे थे। अशोक अरोड़ा INLD के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और 2019 के चुनाव से पहले ही इनेलो छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह थानेसर से ही 2009, 2000 और 1996 में विधायक रह चुके हैं।बड़खल सीट पर चौधरी विजय प्रताप भाजपा की सीमा त्रिखा के सामने 2545 वोट से मात खा गए थे। करण सिंह दलाल को भाजपा के दीपक मंगला और लखन सिंगला को भाजपा के ही नरेंद्र गुप्ता ने हराया था। करण सिंह दलाल भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समधी हैं। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में वह फरीदाबाद सीट से पार्टी टिकट के दावेदार थे लेकिन कांग्रेस ने महेंद्र प्रताप सिंह को मैदान में उतार दिया था। करण सिंह दलाल वर्ष 1991, 1996, 2000, 2005 और 2014 में पलवल से ही विधायक रह चुके हैं। बड़खल से चौधरी विजय प्रताप सिंह का नाम सिंगल पैनल में है। वह पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के बेटे हैं जो हाल में हुए लोकसभा चुनाव में फरीदाबाद संसदीय सीट पर भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर से हार गए थे। 2019 में कांग्रेस ने महेंद्र प्रताप सिंह की जगह उनके बेटे विजय प्रताप सिंह को टिकट दिया था लेकिन वह लगभग ढाई हजार वोटों से भाजपा की सीमा त्रिखा से हार गए। कांग्रेस ने फरीदाबाद सीट से लखन सिंगला का नाम पैनल में रखा है। सिंगला वैश्य बिरादरी का बड़ा नाम है और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। महम से इस बार दांगी के बेटे का नाम
रोहतक जिले की महम सीट से 2019 में आनंद सिंह दांगी ने कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब वह निर्दलीय कैंडिडेट बलराज कुंडू से हार गए थे। इस बार कांग्रेस ने आनंद सिंह दांगी की जगह महम सीट से उनके बेटे बलराम दांगी का नाम पैनल में रखा है। दांगी फैमिली हुड्डा की कट्टर समर्थक है। बलराम दांगी ने ही कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में आवेदन किया है। आनंद सिंह दांगी भी अपने बेटे को ही उम्मीदवार बनाना चाहते हैं और इसके बारे में कई बार स्टेज से भी कह चुके हैं। महम से कांग्रेस का सबसे मजबूत उम्मीदवार इन्हें ही माना जा रहा है। हालांकि इलाके की कई पंचायतों के सरपंच दांगी फैमिली को टिकट देने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने इसे लेकर कांग्रेस नेतृत्व, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा को लेटर भी लिखा है। कांग्रेस में 90 टिकटों के लिए 2556 आवेदन
कांग्रेस ने जुलाई महीने में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। तकरीबन महीनेभर चली प्रक्रिया में पार्टी को 90 सीटों के लिए 2556 आवेदन मिले। कई सीटों पर तो 40 से ज्यादा दावेदारों ने टिकट के लिए अप्लाई किया। इसी वजह से टिकट के लिए एक या दो नाम शॉर्टलिस्ट करना पार्टी नेताओं के लिए सिरदर्दी बन गया है।
करनाल में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मौत:दोस्त के घर मिला शव, घर गिरवी रखकर दिलाया था 15 लाख का लोन
करनाल में संदिग्ध परिस्थितियों में व्यक्ति की मौत:दोस्त के घर मिला शव, घर गिरवी रखकर दिलाया था 15 लाख का लोन हरियाणा में करनाल के फुसगढ़ गांव में संदिग्ध हालत एक व्यक्ति की मौत हो गई। व्यक्ति का शव उसके दोस्त के घर से बरामद हुआ है। मृतक के बेटे का आरोप है कि उसके पिता ने इस व्यक्ति को अपने घर को गिरवी रखकर 15 लाख रुपए का लोन दिलाया था। जो अब पैसे नहीं दे रहा था। वह पैसे लेने के लिए ही उसका पिता घर से गया था। लेकिन उसके बाद उन्हें सुचना मिली की उसके पिता की वहां पर मौत हो गई। बेटे ने उसके पिता के दोस्त पर ही हत्या के आरोप लगाए है। बेटे ने कहा कि उसके पिता की जेब से जो नोट मिला है उसमें पिता ने लिखा है कि पैसे मांगने पर उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया। पुलिस इस मामले हर पहलू पर गहनता से जांच कर रही है। खुद के मकान पर दिलाया था 15 लाख का लोन करनाल के सेक्टर 4 निवासी अजय शर्मा ने बताया कि हम मूल रूप से हिमाचल में मंडी के रहने वाले है। पिछले कई सालों से अपने खुद के मकान में करनाल रह रहे थे। करनाल के फुसगढ़ गांव के धर्मेद्र मलिक के साथ उनके पिता अमर चंद की कई सालों से अच्छी दोस्ती थी। जिसके चलते पिछले दिनों उसके पिता ने हमारे मकान पर 15 लाख रुपए लोन दिया था। लेकिन अब कई माह से वह लोन की किश्त नहीं भर रहा था। जिसके चलते बैंक के कर्मचारी उसके पिता को कई बार धमकी भी देकर गए। कल सुबह निकला था घर से अजय ने बताया कि उसके पिता अमर सिंह एक दिन पहले ही उसे बताया था कि धमेंद्र मलिक उसके फोन नहीं उठा रहा है अगर उठाता है पैसे देने की बात पर उसे जान से मारने की धमकी दे देता है। कल सुबह उसके पिता बिना बताए घर से उसके घर चले गए। जिसके बाद कल दोपहर डेढ़ बजे उसके पास फोन आया कि तुम्हारे पिता उनके घर आए थे, लेकिन वो कुछ बोल नहीं रहे है। इसे लेकर चले जाओं। नहीं लेकर गए अस्पताल अजय ने बताया कि जब धमेंद्र का फोन आया था तो मैंने उसे कहा था कि मैं यमुनानगर हूं आप मेरे पिता को अस्पताल पहुंचा दो तब तक मैं आ जात हूं। लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा कि मेरी तारीख है कैराना में मुझे वहां जाना है और फोन काट दिया। जिसके बाद उसने अपने दोस्तों को उनके घर भेजकर अपने पिता का वहां से उठवाया और अस्पताल लेकर गए। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बहन ने कहा- हिमाचल में करेंगे अंतिम संस्कार जब उनकी बहन को उनके पिता की मौत की खबर मिली तो उन्होंने कहा कि आप अपने पिता के शव को हिमाचल ले आओं और हम उनका यहीं अंतिम संस्कार करेंगे। जब हम शव को लेकर हिमाचल जा रहे थे तो उन्होंने अपने पिता की जेब से डायरी निकाली और देखा कि उनके पिता ने उसमें एक नोट लिखा हुआ था। जिसमें उन्होंने धमेंद्र मलिक के बारे में सब कुछ लिखा था। उसके बाद उन्होंने अपने पिता के शव को कुरुक्षेत्र से वापस करनाल मोर्चरी हाउस में पोस्टमॉर्टम के लिए रखवाया। उन्हें पूरा शक है कि उनके पिता की हत्या की गई है। पुलिस जुटी जांच में सेक्टर 32,33 थाना के SHO राजपाल ने बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के सही कारणों का पता लग पाएगा। परिजनों द्वारा अमर चंद द्वारा लिखा गया नोट भी दिया गया है। उसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है।