हरियाणा के अंबाला जिले में निर्माणाधीन मकान में काम करते हुए 15 वर्षीय लड़के की पानी के गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। गड्ढे की खुदाई टॉयलेट टैंक बनाने के लिए की गई थी। हादसे के वक्त सीढ़ी पर चढ़कर प्लंबर का काम कर रहा था। अचानक सीढ़ी से नीचे गिरा तो सीधा पानी से भरे गड्ढे में जा गिरा, और पानी में डूबने से मौत हो गई। हादसा रविवार शाम को बराड़ा के की करनाल कॉलोनी में हुआ। मृतक के पिता ने प्लंबर और मकान मालिक पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं, जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्लंबर के साथ आया था काम पर यमुनानगर जिले के सारण गांव निवासी नरेश कुमार ने बताया कि उसके पड़ोसी गांव बराड़ा निवासी निर्मल सिंह प्लंबर का काम करता है। निर्मल सिंह उसका अच्छा जानकार है। निर्मल सिंह उसके 15 वर्षीय बेटे सुमित को अपने साथ काम पर ले जाता था। उसने कई बार कहा कि सुमित अभी नाबालिग है, काम पर मत लेकर जाया करो। डूबने से हुई मौत निर्मल सिंह रविवार को भी उसके बेटे सुमित को काम कराने के लिए बराड़ा में अंकुर सिंगला के निर्माणाधीन मकान में ले गया था। इस दौरान निर्मल सिंह उसके बेटे को बिना सेफ्टी काम पर लगाकर कहीं चला गया। पीछे से उसका बेटा सुमित काम करते हुए सीढ़ी से टॉयलेट के लिए बनाए गड्ढे में जा गिरा। गड्ढे में ढाई फीट पानी था। उसका बेटा चोट लगने के कारण गड्ढे से उठ नहीं पाया। यहां पानी में डूबने से उसके बेटे सुमित की मौत हो गई। मामले की जांच में जुटी पुलिस पिता के आरोप है कि प्लंबर निर्मल सिंह और मकान मालिक अंकुर सिंगला ने अपने मकान में बिना सेफ्टी के उसके बेटे से काम कराया। बराड़ा थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 279 व 304ए के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के अंबाला जिले में निर्माणाधीन मकान में काम करते हुए 15 वर्षीय लड़के की पानी के गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। गड्ढे की खुदाई टॉयलेट टैंक बनाने के लिए की गई थी। हादसे के वक्त सीढ़ी पर चढ़कर प्लंबर का काम कर रहा था। अचानक सीढ़ी से नीचे गिरा तो सीधा पानी से भरे गड्ढे में जा गिरा, और पानी में डूबने से मौत हो गई। हादसा रविवार शाम को बराड़ा के की करनाल कॉलोनी में हुआ। मृतक के पिता ने प्लंबर और मकान मालिक पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं, जिसके आधार पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्लंबर के साथ आया था काम पर यमुनानगर जिले के सारण गांव निवासी नरेश कुमार ने बताया कि उसके पड़ोसी गांव बराड़ा निवासी निर्मल सिंह प्लंबर का काम करता है। निर्मल सिंह उसका अच्छा जानकार है। निर्मल सिंह उसके 15 वर्षीय बेटे सुमित को अपने साथ काम पर ले जाता था। उसने कई बार कहा कि सुमित अभी नाबालिग है, काम पर मत लेकर जाया करो। डूबने से हुई मौत निर्मल सिंह रविवार को भी उसके बेटे सुमित को काम कराने के लिए बराड़ा में अंकुर सिंगला के निर्माणाधीन मकान में ले गया था। इस दौरान निर्मल सिंह उसके बेटे को बिना सेफ्टी काम पर लगाकर कहीं चला गया। पीछे से उसका बेटा सुमित काम करते हुए सीढ़ी से टॉयलेट के लिए बनाए गड्ढे में जा गिरा। गड्ढे में ढाई फीट पानी था। उसका बेटा चोट लगने के कारण गड्ढे से उठ नहीं पाया। यहां पानी में डूबने से उसके बेटे सुमित की मौत हो गई। मामले की जांच में जुटी पुलिस पिता के आरोप है कि प्लंबर निर्मल सिंह और मकान मालिक अंकुर सिंगला ने अपने मकान में बिना सेफ्टी के उसके बेटे से काम कराया। बराड़ा थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 279 व 304ए के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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मनु भाकर होंगी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्रांड अम्बेसडर:परिवहन मंत्री असीम ने की घोषणा, बोले- विदेशी धरती पर लहराया देश का परचम हरियाणा की ओलिंपिक खिलाड़ी मनु भाकर को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ब्रांड अम्बेसडर बनाया जाएगा। परिवहन, महिला एवं बाल विकास मंत्री असीम गोयल ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मनु भाकर ने ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतकर देश व प्रदेश में परचम लहराने का काम किया है। परिवहन मंत्री शुक्रवार को अम्बाला छावनी जिया वाटिका में आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। परिवहन मंत्री असीम गोयल ने कहा कि खिलाड़ी मनु भाकर व सरबजोत सिंह ने ओलिंपिक में मैडल जीतकर देश व प्रदेश में परचम लहराने का काम किया है। इस बात का हर भारतवासी को गर्व है। हरियाणा की बेटी मनु भाकर ने दो कांस्य पदक जीते जोकि भारत के लिए बहुत ही गर्व की बात है। मनु से अन्य खिलाड़ियों को मिलेगी प्रेरणा उन्होंने कहा कि आज यह दोनों खिलाडी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह से मिले थे और मुख्यमंत्री ने दोनों खिलाड़ियों को सम्मानित किया। उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।गोयल ने कहा कि यह उन मां-बाप के लिए गर्व की बात है, जिनके पास बेटियां है। हरियाणा की बेटी मनु भाकर ने विदेशी धरती पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। इससे अन्य खिलाड़ियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा मिलेगी। खिलाड़ियों को बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर मंत्री असीम गोयल ने विनेश फोगाट के प्रदर्शन की बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि प्रदेश सरकार निरंतर खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है और आज हरियाणा में खिलाड़ियों को बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाने का काम किया जा रहा है। इस मौके पर मंडलायुक्त गीता भारती, उपायुक्त पार्थ गुप्ता, एसडीएम सतिन्द्र सिवाच, रिटायर्ड होम सैक्रेटरी डा एस.एस. प्रसाद के साथ-साथ अन्य लोग मौजूद रहे।
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हरियाणा में चुनाव के बाद पूर्व कांग्रेस विधायक पर एक्शन:ED छौक्कर के घर पहुंची; मनी लॉन्ड्रिंग केस में हाईकोर्ट गिरफ्तारी के आदेश दे चुका हरियाणा में विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद शुक्रवार शाम को एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) की टीम ने समालखा से पूर्व विधायक और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी धर्म सिंह छौक्कर के आवास पर रेड की। 4 गाड़ियों में ED की टीम छौक्कर के घर पहुंची है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने विधानसभा चुनाव से 2 दिन पहले मनी लॉन्ड्रिंग केस में धर्म सिंह छौक्कर की गिरफ्तार के आदेश दिए थे। कोर्ट ने वार्निंग दी थी कि या तो धर्म सिंह खुद सरेंडर कर दे, नहीं तो पुलिस गिरफ्तार करेगी। इसके बाद धर्म सिंह ने न तो सरेंडर किया और न ही उनकी गिरफ्तारी हुई। अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि ED की रेड धर्म सिंह की गिरफ्तारी को लेकर हुई है या जांच से संबंधित है। धर्म सिंह छौक्कर को इस विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। भाजपा उम्मीदवार मनमोहन भड़ाना ने उन्हें 19,315 वोट से हरा दिया। 4 अक्टूबर तक दाखिल करना था जवाब हरियाणा के एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन के मुताबिक धर्म सिंह छौक्कर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद गिरफ्तारी न होने पर हाईकोर्ट ने चिंता जताई थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि प्रत्याशी प्रचार कर रहे हैं, फिर भी उनको गिरफ्तार नहीं किया जा रहा। हाईकोर्ट ने इस मामले में सरकार, ED और छौक्कर को नोटिस जारी किया था। वारंट जारी होने पर भी छौक्कर ने नामांकन भरा है और खुलेआम चुनाव प्रचार कर रहे हैं। यह सुनकर हाईकोर्ट ने कहा कि हैरत की बात है कि जिसे पुलिस और ED ढूंढ रही है, वह कैसे खुलेआम प्रचार कर रहा है। हाईकोर्ट ने याचिका पर हरियाणा सरकार सहित ED और धर्म सिंह छौक्कर को नोटिस जारी कर 4 अक्टूबर तक जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था। ED ने 14 महीने पहले दर्ज किया था केस करीब 14 माह पहले ED ने छौक्कर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। ED के मुताबिक, छौक्कर से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग का विवाद गुरुग्राम पुलिस की तरफ से दर्ज FIR के बाद शुरू हुआ। जिसमें गुरुग्राम पुलिस ने साई आइना फर्म्स प्राइवेट लिमिटेड को धोखाधड़ी का आरोपी बनाया। इस केस में कहा गया कि इस फर्म ने 1,497 लोगों से घर के बदले 360 करोड़ रुपए ले लिए। इन लोगों को दिल्ली के नजदीक गुरुग्राम के सेक्टर 68 में घर बनाकर देने का भरोसा दिया गया। हालांकि उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया। इसी मामले में 5 महीने पहले ED ने उनके बेटे सिकंदर सिंह को गिरफ्तार किया था। जो अभी तक जेल में है। पिछले साल छौक्कर के ठिकानों पर की थी रेड पिछले साल जुलाई में छौक्कर के आवास, साई आइना फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड (अब माहिरा इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड), माहिरा ग्रुप की अन्य कंपनियों और कुछ अन्य के ठिकानों पर छापे मारे थे। गुरुग्राम में उनकी माहिरा होम्स प्रोजेक्ट की समस्त प्रॉपर्टी और ऑफिस को ED ने सीज किया था। इसके अलावा 2 फॉर्च्यूनर, एक मर्सिडीज G वैगन और एक मर्सिडीज क्लासिक यानी कुल 4 गाड़ियां, 14.5 लाख कैश और साढ़े 4 लाख की ज्वेलरी भी जब्त की गई थी।
हरियाणा में कैप्टन अजय यादव का कांग्रेस पर फिर हमला:बोले- राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं, बड़े नेता का बेटा होना उनका मौलिक अधिकार नहीं
हरियाणा में कैप्टन अजय यादव का कांग्रेस पर फिर हमला:बोले- राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं, बड़े नेता का बेटा होना उनका मौलिक अधिकार नहीं हरियाणा में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव रहकर कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं। कैप्टन ने X पर दो और पोस्ट कर राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा-‘मैं आत्मसम्मान में विश्वास करता हूं, क्योंकि किसी पद पर बने रहना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि आप बिना किसी बाधा के पार्टी के लिए कितना कुछ कर सकते हैं। मैं 1988 में कांग्रेस में शामिल हुआ था, जब पार्टी नेताओं के साथ उचित बातचीत होती थी, जो स्वर्गीय राजीव गांधी और यहां तक कि सोनिया गांधी तक चलती रही, लेकिन हाल ही में राहुल गांधी के इर्द-गिर्द एक गुट ने घेरा बना लिया है, जिससे वरिष्ठ नेताओं सहित पार्टी कार्यकर्ता उनसे दूर हो गए हैं।’ दूसरी पोस्ट में कैप्टन ने लिखा-‘कोई अपने पिता के सहकर्मी को अपमानित करता है, बड़े नेता का बेटा होना उसका मौलिक अधिकार नहीं है। मैं अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकता और जो यह दिखाने की कोशिश करता है कि वह जो कहता है वह बाइबल है, वह सपनों की दुनिया में जी रहा है और उस सबसे पुरानी पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। इस पोस्ट में भी कैप्टन अजय यादव ने राहुल गांधी को टैग किया। इस्तीफा स्वीकार होने पर खुलासा करेंगे कैप्टन कैप्टन अजय यादव ने एक दिन पहले भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था-‘मैं कोई संत नहीं हूं और एक पूर्णकालिक राजनीतिज्ञ हूं तथा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा मेरा इस्तीफा स्वीकार किए जाने के बाद ही मैं अपने भविष्य की रणनीति तय करूंगा तथा कुछ नेताओं द्वारा मेरे राजनीतिक करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए की गई कार्यप्रणाली और बाधाओं का खुलासा करूंगा।’ दो दिन पहले छोड़ी पार्टी बता दें कि दो दिन पहले सोशल मीडिया (X) पर खुद की अनदेखी से खफा होकर कैप्टन ने दो पोस्ट करते हुए कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन पद छोड़ने सहित पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा देने की जानकारी दी थी। कैप्टन के अचानक पार्टी छोड़ने से कांग्रेस में खलबली मच गई। कैप्टन ने पार्टी छोड़ते हुए कहा कि उनका पार्टी आलाकमान से मोहभंग हो चुका है। बीजेपी में जाने की अटकलें पार्टी छोड़ने के बाद कैप्टन अजय यादव के बीजेपी में जाने की अटकलें चल रही है। कैप्टन अजय को लेकर पहले भी कई बार बीजेपी ज्वॉइन करने की चर्चाएं चली थी। 2014 और 2019 के चुनाव से पहले भी इस तरह की चर्चाएं हुई। हालांकि कैप्टन पार्टी में बने रहे। लेकिन अब पार्टी छोड़ने के बाद बीजेपी ज्वॉइन करने की चर्चा ज्यादा है। बेटे की हार के बाद निराश पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव हरियाणा कांग्रेस में अपनी अनदेखी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर राज बब्बर को यहां से मैदान में उतारा था। हालांकि कैप्टन की ये नाराजगी विधानसभा चुनाव आते-आते कम हो गई। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव को फिर से रेवाड़ी सीट से चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह हार गए। उन्हें भाजपा उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह यादव ने 28769 वोटों से हराया है। बेटे की हार के बाद अजय यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। उन्होंने OBC विभाग पद को भी झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की तो 7 दिन बाद कैप्टन यादव ने खुद ही पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। लालू यादव के समधी हैं कैप्टन अजय कैप्टन अजय यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी है। कैप्टन के बेटे चिरंजीव राव की 2011 में लालू यादव की बेटी अनुष्का से हुई थी। चिरंजीव भी काफी लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं। यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सहित विभिन्न पदों पर रहने के बाद 2019 में चिरंजीव राव रेवाड़ी सीट से विधायक चुने गए। इससे पहले उनके पिता कैप्टन अजय यादव लगातार 6 बार 1991 से 2014 तक इस सीट से विधायक रहे। कैप्टन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तत्कालीन सरकार में दोनों बार पावरफुल मंत्री भी रहे।