अंबाला में मनरेगा घोटाला, सरपंच गिरफ्तार:बिना काम किए खाते में डलवाए पैसे, बीडीपीओ ने दी शिकायत, 14 दिन की हिरासत में भेजा

अंबाला में मनरेगा घोटाला, सरपंच गिरफ्तार:बिना काम किए खाते में डलवाए पैसे, बीडीपीओ ने दी शिकायत, 14 दिन की हिरासत में भेजा

अंबाला के एक गांव में मनरेगा घोटाले का मामला सामने आया है। गांव के सरपंच पर घोटाले का आरोप लगा है। पुलिस ने सरपंच को गिरफ्तार कर लिया है। यह पूरी कार्रवाई बीडीपीओ की शिकायत के बाद की गई है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया है। जहां से उसे 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है। अंबाला ब्लॉक-1 के गांव बटरोहन के मौजूदा सरपंच के खिलाफ मनरेगा घोटाले की शिकायत की गई थी। डीआरडीए कार्यालय के सीआईओ के पत्र की अनुपालना में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट और सिफारिश के बाद कार्रवाई की गई। बीडीपीओ ब्लॉक-वन की शिकायत पर मौजूदा सरपंच और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। बता दें कि बीडीपीओ अश्विनी कुमार ने 6 मार्च को एसपी अंबाला को दी शिकायत में सीईओ डीआरडीए के पत्र का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। सरकारी पैसे गबन करने का आरोप डीआरडीए के पत्र की अनुपालना में दी गई शिकायत में बीडीपीओ ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार सुरेंद्र पाल, कृष्ण लाल के खिलाफ मनरेगा में बिना काम किए पैसे अपने खाते में डलवाने और सरकारी पैसे गबन करने के आरोप साबित हुए हैं। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सरपंच को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से सरपंच को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी लगाने का है आरोप एसपी को दी गई शिकायत में लिखा गया कि सरपंच ने मनरेगा के मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी दिखाकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी की है। यह पूरी कार्रवाई सरकारी राशि के गबन के मामले में की गई है। अंबाला के एक गांव में मनरेगा घोटाले का मामला सामने आया है। गांव के सरपंच पर घोटाले का आरोप लगा है। पुलिस ने सरपंच को गिरफ्तार कर लिया है। यह पूरी कार्रवाई बीडीपीओ की शिकायत के बाद की गई है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया है। जहां से उसे 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है। अंबाला ब्लॉक-1 के गांव बटरोहन के मौजूदा सरपंच के खिलाफ मनरेगा घोटाले की शिकायत की गई थी। डीआरडीए कार्यालय के सीआईओ के पत्र की अनुपालना में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट और सिफारिश के बाद कार्रवाई की गई। बीडीपीओ ब्लॉक-वन की शिकायत पर मौजूदा सरपंच और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। बता दें कि बीडीपीओ अश्विनी कुमार ने 6 मार्च को एसपी अंबाला को दी शिकायत में सीईओ डीआरडीए के पत्र का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की थी। सरकारी पैसे गबन करने का आरोप डीआरडीए के पत्र की अनुपालना में दी गई शिकायत में बीडीपीओ ने बताया कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार सुरेंद्र पाल, कृष्ण लाल के खिलाफ मनरेगा में बिना काम किए पैसे अपने खाते में डलवाने और सरकारी पैसे गबन करने के आरोप साबित हुए हैं। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सरपंच को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से सरपंच को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी लगाने का है आरोप एसपी को दी गई शिकायत में लिखा गया कि सरपंच ने मनरेगा के मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी दिखाकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी की है। यह पूरी कार्रवाई सरकारी राशि के गबन के मामले में की गई है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर