अंबाला में 2 वार्डों के पार्षद आपस में भिड़े:गंदे पानी को लेकर विवाद, लोगों ने कहा- मंत्री विज से करेंगे शिकायत

अंबाला में 2 वार्डों के पार्षद आपस में भिड़े:गंदे पानी को लेकर विवाद, लोगों ने कहा- मंत्री विज से करेंगे शिकायत

अंबाला छावनी के दो वार्डों के लोगों में गंदे पानी भरने की समस्या पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। विवाद तब हुआ जब वार्ड नंबर 18 का गंदा पानी वार्ड नंबर 14 की गलियों में गिरने लगा, जिससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। वार्ड नंबर 14 के निर्दलीय पार्षद ने इसे गंदी राजनीति बताया, जबकि वार्ड नंबर 18 के भाजपा पार्षद ने कहा कि कैबिनेट मंत्री ने आदेश दिया है कि शहर की हर समस्या साथ मिलकर हल की जानी चाहिए ताकि लोगों को मुश्किल न हो। अलग-अलग पार्टी के हैं पार्षद जानकारी के अनुसार यह विवाद दो वार्ड के साथ साथ दो अन्य दलों के पार्षदों का भी हो गया है। दोनों पार्षद एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। वार्ड नंबर 18 में बीजेपी पार्षद हैं तो वहीं, वार्ड नंबर 14 में आजाद पार्षद हैं। विकास कार्य के दौरान छोड़ा गया पानी जानकारी के अनुसार यह विवाद तब भड़का जब वार्ड न 18 में विकास के कार्य के चलते पानी को वार्ड नंबर 14 में छोड़ दिया गया जिसकी वजह से वार्ड नंबर 14 की गालियां पानी से लबालब भर गई, और लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। बता दें को वार्ड न 18 में नाला बनाने का कार्य चल रहा है और इसकी वजह से वार्ड नंबर 18 का पानी वार्ड न 14 में गिरा दिया गया है। लोगों का कहना है कि अभी तो मानसून आना बाकी है अभी से ये हाल है तो फिर जब बरसाते शुरू होंगी तो फिर क्या हाल होगा। मौसमी बीमारी का भी है खतरा लोगों ने कहा कि जलभराव होने से मौसमी बीमारी पनपने का भी डर सताने लगा है। वहीं, घर से निकलते ही गलियों में खड़े गंदे पानी का सामना करना पड़ता है। वार्ड न 14 के निवासियों का कहना है कि अगर इसका समाधान जल्दी नहीं होता तो आगे होने वाले चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। क्योंकि चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं और चुनाव के बाद सभी हवा हवाई हो जाते हैं। यह गंदी राजनीति हो रही वार्ड न 14 के आजाद पार्षद ने इसे गंदी राजनीति बताया वहीं उन्होंने केबिनेट मंत्री अनिल विज से भी इस और संज्ञान लेने की बात कही। वहीं, बीजेपी पार्षद ने भी सभी को हिदायत दी कि वो वार्ड न 18 का पानी वार्ड न 14 में न डालें उसे पाइपों में डाले जिससे किसी को परेशानी न हो। दोनों के बीच सहमति तो बन गई लेकिन अभी देखना होगा कि दोनों वार्डों के लोगों के बीच विवाद कम होता है या नहीं। अंबाला छावनी के दो वार्डों के लोगों में गंदे पानी भरने की समस्या पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। विवाद तब हुआ जब वार्ड नंबर 18 का गंदा पानी वार्ड नंबर 14 की गलियों में गिरने लगा, जिससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। वार्ड नंबर 14 के निर्दलीय पार्षद ने इसे गंदी राजनीति बताया, जबकि वार्ड नंबर 18 के भाजपा पार्षद ने कहा कि कैबिनेट मंत्री ने आदेश दिया है कि शहर की हर समस्या साथ मिलकर हल की जानी चाहिए ताकि लोगों को मुश्किल न हो। अलग-अलग पार्टी के हैं पार्षद जानकारी के अनुसार यह विवाद दो वार्ड के साथ साथ दो अन्य दलों के पार्षदों का भी हो गया है। दोनों पार्षद एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। वार्ड नंबर 18 में बीजेपी पार्षद हैं तो वहीं, वार्ड नंबर 14 में आजाद पार्षद हैं। विकास कार्य के दौरान छोड़ा गया पानी जानकारी के अनुसार यह विवाद तब भड़का जब वार्ड न 18 में विकास के कार्य के चलते पानी को वार्ड नंबर 14 में छोड़ दिया गया जिसकी वजह से वार्ड नंबर 14 की गालियां पानी से लबालब भर गई, और लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया। बता दें को वार्ड न 18 में नाला बनाने का कार्य चल रहा है और इसकी वजह से वार्ड नंबर 18 का पानी वार्ड न 14 में गिरा दिया गया है। लोगों का कहना है कि अभी तो मानसून आना बाकी है अभी से ये हाल है तो फिर जब बरसाते शुरू होंगी तो फिर क्या हाल होगा। मौसमी बीमारी का भी है खतरा लोगों ने कहा कि जलभराव होने से मौसमी बीमारी पनपने का भी डर सताने लगा है। वहीं, घर से निकलते ही गलियों में खड़े गंदे पानी का सामना करना पड़ता है। वार्ड न 14 के निवासियों का कहना है कि अगर इसका समाधान जल्दी नहीं होता तो आगे होने वाले चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। क्योंकि चुनाव से पहले बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं और चुनाव के बाद सभी हवा हवाई हो जाते हैं। यह गंदी राजनीति हो रही वार्ड न 14 के आजाद पार्षद ने इसे गंदी राजनीति बताया वहीं उन्होंने केबिनेट मंत्री अनिल विज से भी इस और संज्ञान लेने की बात कही। वहीं, बीजेपी पार्षद ने भी सभी को हिदायत दी कि वो वार्ड न 18 का पानी वार्ड न 14 में न डालें उसे पाइपों में डाले जिससे किसी को परेशानी न हो। दोनों के बीच सहमति तो बन गई लेकिन अभी देखना होगा कि दोनों वार्डों के लोगों के बीच विवाद कम होता है या नहीं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर