आज, शुक्रवार को जय प्रकाश नारायण की जयंती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सुबह साढ़े 10 बजे लखनऊ में लोकनायक जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेंशन सेंटर यानी JPNIC जाएंगे। लेकिन, गुरुवार रात ही लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने गेट पर टिन शेड की दीवार खड़ी कर दी। सेंटर को सील कर दिया है। अखिलेश ने पहले X पर एक वीडियो शेयर किया। लिखा- किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं है। फिर रात सवा 11 बजे से साढ़े 11 बजे के बीच दो बार जेपी सेंटर पहुंच गए। उन्होंने वहां खड़े एसीपी विकास जायसवाल से कहा- देखते हैं कब तक खड़े रहते हो? एक दिन, दो दिन…छह महीने, आखिर कब तक? उन्होंने कहा- ये टिनशेड लगाकर सरकार कुछ तो छिपाना चाहती होगी। किसी महापुरुष का सम्मान क्यों नहीं करने दे रहे हैं। वह भी महान समाजवादी नेता जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर। कहीं ऐसा तो नहीं बेचने की तैयारी हो किसी को देना चाहती हो? हम समाजवादी महापुरुष को श्रद्धांजलि देने आएंगे। देखिए 2 फोटो… अखिलेश ने कहा- समाजवादी महापुरुष जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर हर साल सपा के लोग यहां इकट्ठा होते थे। यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है। हर वर्ष समाजवादी लोग माल्यार्पण करते थे। अपने विचार रखते थे। एक महान नेता, जिसने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया। उस समय की सरकार के सामने झुका नहीं और एक समय ऐसा आया कि उनकी संपूर्ण क्रांति की वजह से देश की राजनीति में परिवर्तन हुआ। यह टीन शेड लगाकर सरकार आखिरकार क्या छिपाना चाहती है, कहीं ऐसा तो नहीं बेचने की तैयारी हो, किसी को देना चाहती हो। काम को रोकना, काम को बिगाड़ना और फिर काम को बर्बाद कर देना या फिर लिख देना कि भवन निर्माणाधीन है, प्रवेश की मनाही है, यह क्या है? देखिए यहां एक पेंटर बैठा है। उसे केवल पैसा दिया गया होगा। अखिलेश ने मांगा पेंट, कहा- समाजवादी जिंदाबाद लिखना है
अखिलेश ने जेपी सेंटर के पास बैठे पेंटर से पेंट मांगा। उन्होंने कहा- थोड़ा सा पेंट और अपना ब्रश दे दीजिए। कार्यकर्ताओं को यहां लिखना है- समाजवादी जिंदाबाद। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से पेंटर को पैसे देने के लिए भी कहा। कार्यकर्ताओं ने पेंटर से लाल पेंट लेकर टिनशेड की दीवार पर प्रशासन की लिखी नोटिस को पोत दिया। उसी के बगल में लिख दिया समाजवादी पार्टी जिंदाबाद। सपा ने कहा- तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं
मामले में समाजवादी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा। X पर लिखा- भाजपा सरकार लोकतंत्र पर निरंतर प्रहार कर रही है। यूपी सरकार द्वारा लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनके नाम पर बने JPNIC पर दोबारा ताला लगाने का प्रयास अत्यंत निंदनीय है। जय प्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण न करने देना भाजपा की गंदी राजनीति को दर्शाता है। इस जनविरोधी सरकार ने लखनऊ में बने JPNIC जैसे विकास कार्य को बर्बाद करके महापुरुषों का अपमान किया है। समाजवादी इन तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं। अब उस जेंपी सेंटर को जानिए, जहां कल अखिलेश जाने वाले हैं…
गोमतीनगर में एलडीए कार्यालय के पास 18 मंजिला लोकनायक जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेंशन सेंटर है। इसका निर्माण 2013 से 2016 के बीच 864 करोड़ रुपए से कराया गया था। तब शासन में सपा और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। 2017 में सत्ता परिवर्तन हुआ। भाजपा सरकार आ गई। सीएम योगी ने निर्माण में अनियमितताओं की शिकायत पर प्रोजेक्ट की जांच कराने का निर्णय लिया। जांच कर रही टीम एलडीए यानी लखनऊ विकास प्राधिकरण से लगातार सेंटर के सभी डीपीआर की मांग कर रही थी। लेकिन, एलडीए ने नहीं दिया। जून में बताया गया कि डीपीआर गायब हैं। तब के आवास एवं शहरी नियोजन के अपर मुख्य सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी को एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए थे। अखिलेश कूद गए थे 8 फीट दीवार
पिछले साल जेपीएनआईसी के गेट के बाहर अखिलेश को रोकने के लिए फोर्स सुबह से अलर्ट थी। अखिलेश यादव को एलडीए ने माल्यार्पण की अनुमति भी नहीं दी थी। सपा ने सुबह ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। गेट पर करीब 500 सपा समर्थक धरने पर बैठ गए। अखिलेश की पुलिसवालों से झड़प भी हुई। 100 से ज्यादा पुलिस फोर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। गेट पर ताला लगा दिया था। टिन शेड की दीवार खड़ी की थी। लेकिन, रोक नहीं पाए। अखिलेश करीब 8 फीट ऊंचा गेट फांदकर JPNIC के अंदर घुस गए। अखिलेश ने जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाई। फिर लौटे और गेट फांदकर ही बाहर निकले। अखिलेश ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा था- छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। यह भी पढ़ें:- 1.9 लाख का बिजली बिल देखकर युवक ने किया सुसाइड:घर में एक पंखा, 2 बल्ब और टीवी; JE-SDO और इंजीनियर सस्पेंड, FIR भी होगी उन्नाव में एक लाख 9 हजार का बिजली बिल आने पर युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। बिजली विभाग ने पहले एक लाख का बिल भेजा, फिर अगले महीने 8 हजार का बिल आ गया। युवक ने जैसे-तैसे 16 हजार रुपए जमा कर दिए। बाकी रुपयों का इंतजाम नहीं कर पा रहा था। पढ़ें पूरी खबर… आज, शुक्रवार को जय प्रकाश नारायण की जयंती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सुबह साढ़े 10 बजे लखनऊ में लोकनायक जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेंशन सेंटर यानी JPNIC जाएंगे। लेकिन, गुरुवार रात ही लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने गेट पर टिन शेड की दीवार खड़ी कर दी। सेंटर को सील कर दिया है। अखिलेश ने पहले X पर एक वीडियो शेयर किया। लिखा- किसी को नमन करने या श्रद्धांजलि देने से रोकना सुसभ्य लोगों की निशानी नहीं है। फिर रात सवा 11 बजे से साढ़े 11 बजे के बीच दो बार जेपी सेंटर पहुंच गए। उन्होंने वहां खड़े एसीपी विकास जायसवाल से कहा- देखते हैं कब तक खड़े रहते हो? एक दिन, दो दिन…छह महीने, आखिर कब तक? उन्होंने कहा- ये टिनशेड लगाकर सरकार कुछ तो छिपाना चाहती होगी। किसी महापुरुष का सम्मान क्यों नहीं करने दे रहे हैं। वह भी महान समाजवादी नेता जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर। कहीं ऐसा तो नहीं बेचने की तैयारी हो किसी को देना चाहती हो? हम समाजवादी महापुरुष को श्रद्धांजलि देने आएंगे। देखिए 2 फोटो… अखिलेश ने कहा- समाजवादी महापुरुष जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर हर साल सपा के लोग यहां इकट्ठा होते थे। यह कोई पहली बार नहीं हो रहा है। हर वर्ष समाजवादी लोग माल्यार्पण करते थे। अपने विचार रखते थे। एक महान नेता, जिसने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया। उस समय की सरकार के सामने झुका नहीं और एक समय ऐसा आया कि उनकी संपूर्ण क्रांति की वजह से देश की राजनीति में परिवर्तन हुआ। यह टीन शेड लगाकर सरकार आखिरकार क्या छिपाना चाहती है, कहीं ऐसा तो नहीं बेचने की तैयारी हो, किसी को देना चाहती हो। काम को रोकना, काम को बिगाड़ना और फिर काम को बर्बाद कर देना या फिर लिख देना कि भवन निर्माणाधीन है, प्रवेश की मनाही है, यह क्या है? देखिए यहां एक पेंटर बैठा है। उसे केवल पैसा दिया गया होगा। अखिलेश ने मांगा पेंट, कहा- समाजवादी जिंदाबाद लिखना है
अखिलेश ने जेपी सेंटर के पास बैठे पेंटर से पेंट मांगा। उन्होंने कहा- थोड़ा सा पेंट और अपना ब्रश दे दीजिए। कार्यकर्ताओं को यहां लिखना है- समाजवादी जिंदाबाद। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से पेंटर को पैसे देने के लिए भी कहा। कार्यकर्ताओं ने पेंटर से लाल पेंट लेकर टिनशेड की दीवार पर प्रशासन की लिखी नोटिस को पोत दिया। उसी के बगल में लिख दिया समाजवादी पार्टी जिंदाबाद। सपा ने कहा- तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं
मामले में समाजवादी पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा। X पर लिखा- भाजपा सरकार लोकतंत्र पर निरंतर प्रहार कर रही है। यूपी सरकार द्वारा लोकनायक जय प्रकाश नारायण जी की जयंती पर उनके नाम पर बने JPNIC पर दोबारा ताला लगाने का प्रयास अत्यंत निंदनीय है। जय प्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण न करने देना भाजपा की गंदी राजनीति को दर्शाता है। इस जनविरोधी सरकार ने लखनऊ में बने JPNIC जैसे विकास कार्य को बर्बाद करके महापुरुषों का अपमान किया है। समाजवादी इन तानाशाहों के आगे झुकेंगे नहीं। अब उस जेंपी सेंटर को जानिए, जहां कल अखिलेश जाने वाले हैं…
गोमतीनगर में एलडीए कार्यालय के पास 18 मंजिला लोकनायक जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेंशन सेंटर है। इसका निर्माण 2013 से 2016 के बीच 864 करोड़ रुपए से कराया गया था। तब शासन में सपा और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। 2017 में सत्ता परिवर्तन हुआ। भाजपा सरकार आ गई। सीएम योगी ने निर्माण में अनियमितताओं की शिकायत पर प्रोजेक्ट की जांच कराने का निर्णय लिया। जांच कर रही टीम एलडीए यानी लखनऊ विकास प्राधिकरण से लगातार सेंटर के सभी डीपीआर की मांग कर रही थी। लेकिन, एलडीए ने नहीं दिया। जून में बताया गया कि डीपीआर गायब हैं। तब के आवास एवं शहरी नियोजन के अपर मुख्य सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी को एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए थे। अखिलेश कूद गए थे 8 फीट दीवार
पिछले साल जेपीएनआईसी के गेट के बाहर अखिलेश को रोकने के लिए फोर्स सुबह से अलर्ट थी। अखिलेश यादव को एलडीए ने माल्यार्पण की अनुमति भी नहीं दी थी। सपा ने सुबह ही धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। गेट पर करीब 500 सपा समर्थक धरने पर बैठ गए। अखिलेश की पुलिसवालों से झड़प भी हुई। 100 से ज्यादा पुलिस फोर्स ने उन्हें रोकने की कोशिश की। गेट पर ताला लगा दिया था। टिन शेड की दीवार खड़ी की थी। लेकिन, रोक नहीं पाए। अखिलेश करीब 8 फीट ऊंचा गेट फांदकर JPNIC के अंदर घुस गए। अखिलेश ने जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माला चढ़ाई। फिर लौटे और गेट फांदकर ही बाहर निकले। अखिलेश ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा था- छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं। यह भी पढ़ें:- 1.9 लाख का बिजली बिल देखकर युवक ने किया सुसाइड:घर में एक पंखा, 2 बल्ब और टीवी; JE-SDO और इंजीनियर सस्पेंड, FIR भी होगी उन्नाव में एक लाख 9 हजार का बिजली बिल आने पर युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। बिजली विभाग ने पहले एक लाख का बिल भेजा, फिर अगले महीने 8 हजार का बिल आ गया। युवक ने जैसे-तैसे 16 हजार रुपए जमा कर दिए। बाकी रुपयों का इंतजाम नहीं कर पा रहा था। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर