योगी के मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर रामपुर में सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर बरसे। राजभर ने कहा- जब से अखिलेश यादव कांग्रेस के दरबारी बने हैं, तब से उल्टा-सीधा बयान देते हैं। लग रहा है समाजवादी पार्टी के समाप्तवादी पार्टी बनने का कारण वह स्वयं बनेंगे। राजभर ने कहा- आजम खान को समाजवादी पार्टी ने फंसाया है। मैं आजम खान से मिलने सीतापुर जा रहा था, तब अखिलेश यादव ने मुझे मना किया और कहा कि आप वहां मत जाइए, हम उनको किनारे लगा रहे हैं। मंत्री राजभर शुक्रवार को पनवड़िया में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम योजना के तहत निर्मित सांस्कृतिक सद्भावना केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे। अब वह जलवा नहीं रहा कोर्ट में आजम खान के 10 हजार रुपए के लिए मोहलत मांगे जाने पर उन्होंने कहा- परिस्थितियां होती हैं। कभी राजा थे, तब तूती बोलती थी, अब तो बेचारे जेल में हैं। अब वह जलवा नहीं रह गया। समाजवादी पार्टी में कद्दावर नेता थे। समाजवादी पार्टी ने कभी उनको डिप्टी सीएम नहीं बनाया। सिर्फ उनका इस्तेमाल किया और उनकी कौम का वोट लिया। जब हिस्सेदारी देने की बात आई तो हिस्सेदारी नहीं दी। अगर समाजवादी पार्टी ने कानून के दायरे में रहकर काम किया होता तो आज वह जेल में नहीं होते। समाजवादी के समाप्तवादी बनने का कारण स्वयं अखिलेश होंगे ओम प्रकाश राजभर ने कहा- अखिलेश यादव ने एक भी मुसलमानों की भर्ती नहीं की। 4 बार सपा की सरकार रही, चाहते तो एक यूनिवर्सिटी खोलकर मदरसा अटैच कर देते। माध्यमिक मदरसा बोर्ड बना दिए होते। यह सिर्फ गुमराह करते हैं और बीजेपी के खिलाफ भड़काते हैं और कुछ नहीं करते। ये भी पढ़ें… कंगना रनोट बुलंदशहर MP/MLA अदालत में तलब:कहा था- किसान आंदोलन के दौरान रेप-मर्डर हुए; बिल वापसी न होती तो लंबी प्लानिंग थी हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से सांसद और अभिनेत्री कंगना रनोट को बुलंदशहर की MP/MLA अदालत ने तलब किया है। यह आदेश अदालत ने उनके किसान आंदोलन को लेकर दिए बयान पर सुनवाई करते हुए जारी किया। कंगना ने 25 अगस्त को कहा था- पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया, वरना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। ये देश में कुछ भी कर सकते थे। (पढ़ें पूरी खबर) योगी के मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर रामपुर में सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर जमकर बरसे। राजभर ने कहा- जब से अखिलेश यादव कांग्रेस के दरबारी बने हैं, तब से उल्टा-सीधा बयान देते हैं। लग रहा है समाजवादी पार्टी के समाप्तवादी पार्टी बनने का कारण वह स्वयं बनेंगे। राजभर ने कहा- आजम खान को समाजवादी पार्टी ने फंसाया है। मैं आजम खान से मिलने सीतापुर जा रहा था, तब अखिलेश यादव ने मुझे मना किया और कहा कि आप वहां मत जाइए, हम उनको किनारे लगा रहे हैं। मंत्री राजभर शुक्रवार को पनवड़िया में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम योजना के तहत निर्मित सांस्कृतिक सद्भावना केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे। अब वह जलवा नहीं रहा कोर्ट में आजम खान के 10 हजार रुपए के लिए मोहलत मांगे जाने पर उन्होंने कहा- परिस्थितियां होती हैं। कभी राजा थे, तब तूती बोलती थी, अब तो बेचारे जेल में हैं। अब वह जलवा नहीं रह गया। समाजवादी पार्टी में कद्दावर नेता थे। समाजवादी पार्टी ने कभी उनको डिप्टी सीएम नहीं बनाया। सिर्फ उनका इस्तेमाल किया और उनकी कौम का वोट लिया। जब हिस्सेदारी देने की बात आई तो हिस्सेदारी नहीं दी। अगर समाजवादी पार्टी ने कानून के दायरे में रहकर काम किया होता तो आज वह जेल में नहीं होते। समाजवादी के समाप्तवादी बनने का कारण स्वयं अखिलेश होंगे ओम प्रकाश राजभर ने कहा- अखिलेश यादव ने एक भी मुसलमानों की भर्ती नहीं की। 4 बार सपा की सरकार रही, चाहते तो एक यूनिवर्सिटी खोलकर मदरसा अटैच कर देते। माध्यमिक मदरसा बोर्ड बना दिए होते। यह सिर्फ गुमराह करते हैं और बीजेपी के खिलाफ भड़काते हैं और कुछ नहीं करते। ये भी पढ़ें… कंगना रनोट बुलंदशहर MP/MLA अदालत में तलब:कहा था- किसान आंदोलन के दौरान रेप-मर्डर हुए; बिल वापसी न होती तो लंबी प्लानिंग थी हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से सांसद और अभिनेत्री कंगना रनोट को बुलंदशहर की MP/MLA अदालत ने तलब किया है। यह आदेश अदालत ने उनके किसान आंदोलन को लेकर दिए बयान पर सुनवाई करते हुए जारी किया। कंगना ने 25 अगस्त को कहा था- पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया, वरना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। ये देश में कुछ भी कर सकते थे। (पढ़ें पूरी खबर) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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1100 करोड़ का घोटाला, कानपुर के अपर नगर आयुक्त फंसे:मेरठ में 117 एकड़ जमीन जर्मन कंपनी के नाम की; आरोप पत्र दाखिल
1100 करोड़ का घोटाला, कानपुर के अपर नगर आयुक्त फंसे:मेरठ में 117 एकड़ जमीन जर्मन कंपनी के नाम की; आरोप पत्र दाखिल कानपुर के अपर नगर आयुक्त अमित कुमार भारतीय 1100 करोड़ के जमीन घोटाले में फंस गए हैं। मामला मेरठ का है। 1972 में मोदी रबर कंपनी को सरकार ने 117 एकड़ जमीन लीज पर दी थी। मोदी रबर कंपनी ने जमीन को 2010 में जर्मनी की कंपनी कॉन्टिनेंटल को बेच दिया। इस जमीन की कीमत मौजूदा सर्किल रेट के हिसाब से करीब 1100 करोड़ रुपए है। उस वक्त अमित कुमार भारतीय मेरठ में सरधना के एसडीएम थे। उन्होंने इस जमीन का फर्जी तरीके से दाखिल खारिज कराया था। तत्कालीन कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने मामले में तीन अधिकारियों की कमेटी गठित करके जांच कराई। जांच में आरोप सही पाए जाने पर रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। अब विभागीय जांच कानपुर के मंडल आयुक्त अमित गुप्ता को दी गई है। उन्होंने कहा, ‘मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर जांच रिपोर्ट मांगी गई है, तो संबंधित अधिकारी की जांचकर रिपोर्ट भेजी जाएगी।’ विस्तार से जानिए पूरा मामला… 13 साल पहले हुआ जमीन का दाखिल-खारिज
मेरठ में RTI एक्टिविस्ट लोकेश खुराना ने कमिश्नर सुरेंद्र सिंह से शिकायत की। आरोप लगाया कि मोदी रबर लिमिटेड ने लीज की जमीन कॉन्टिनेंटल को बेची, लेकिन राज्य सरकार को कोई जानकारी नहीं दी। तत्कालीन तहसीलदार सरधना ने लीज डीड की शर्तों के विपरीत राजस्व अभिलेखों में जमीन का दाखिल खारिज 27 जून, 2011 को कर दिया। नियम तोड़कर हुए इस दाखिल खारिज के विरुद्ध एसडीएम सरधना की कोर्ट में शिकायत की गई, तो उन्होंने तहसीलदार के आदेशों को अग्रिम आदेशों तक स्थगन कर दिया। 24 फरवरी, 2020 को तत्कालीन एसडीएम सरधना अमित कुमार भारतीय ने मोदी कॉन्टिनेंटल से नया आवेदन पत्र लिया। इसके आधार पर राज्य सरकार की अरबों की भूमि को मोदी कॉन्टिनेंटल के नाम अवैध रूप से दर्ज कर लिया। कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने मामले में जांच समिति बनाई। इसमें मेरठ विकास प्राधिकरण के तत्कालीन अपर आयुक्त चैत्रा वी. एमडीए, उपाध्यक्ष शशांक चौधरी और एसडीएम सदर संदीप भागिया को शामिल किया। समिति से 15 नवंबर तक रिपोर्ट मांगी थी। जांच में सारे आरोप सही पाए गए। शासन को पूरे मामले की रिपोर्ट भेज दी गई। हाईकोर्ट में दाखिल की थी पीआईएल
RTI एक्टिविस्ट लोकेश खुराना ने मामले में हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा तो पूरे मामले की फाइल तलब की गई। प्रदेश सरकार में विशेष सचिव विजय कुमार ने कानपुर के अपर नगर आयुक्त अमित कुमार भारतीय को भ्रष्टाचार में दोषी पाते हुए चार्जशीट जारी कर दी है। पूरे मामले की जांच कानपुर मंडल के आयुक्त को दी गई है। विधायक ने भी उठाया था विधानसभा में मामला
मामले को कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने भी विधानसभा में उठाया था, लेकिन शासन स्तर से कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इस तरह सामने आया घोटाला
कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने मोदी रबर की सीलिंग की जमीन पर कब्जे के निर्देश दिए थे। एसडीएम सरधना ने मोदी रबर की 26 हजार वर्ग मीटर जमीन पर कब्जा लेकर बोर्ड लगा दिए। स्कूल और बाकी जमीन पर भी कब्जा लिया जाना था। इसके बाद लीज की 117 एकड़ जमीन को बेचे जाने की बात सामने आई थी। 1972 में सरकार ने दी थी मोदी रबर को लीज पर
मोदी रबर लिमिटेड 1972 में गवर्नमेंट एक्ट अंर्तगत ऑटोमोबाइल टायर और ट्यूब निर्माण के लिए स्थापित की गई। फैक्ट्री की स्थापना गांव पल्हैड़ा और पाबली खास की 137.49 एकड़ भूमि लीज पर लेकर की गई। भूमि पर फैक्ट्री और श्रमिकों के लिए 1200 आवासों का निर्माण होना था। इसके लिए मोदी रबर प्रबंधन, तत्कालीन आयुक्त एवं सचिव स्वायत्त शासन और पुनर्वास विभाग के मध्य एग्रीमेंट हुआ। इन बिंदुओं पर हुई थी जांच ——————————— यह भी पढ़ें:- बाबा सिद्दीकी को गोली मारने वाला शिवकुमार बहराइच से अरेस्ट:पुलिस को बताया- लॉरेंस के भाई अनमोल ने 10 लाख में दी थी सुपारी मुंबई के बाबा सिद्दीकी मर्डर केस के मुख्य आरोपी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा को यूपी STF और मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे नेपाल बॉर्डर से 19 किमी पहले नानपारा में पकड़ा गया। उसके 4 मददगार भी गिरफ्तार हुए हैं। शिव कुमार नेपाल भागने की फिराक में था। पढ़ें पूरी खबर…
अमृतपाल सिंह को लाने असम पहुंची पंजाब पुलिस, शपथ के लिए मिली है चार दिनों की पैरोल
अमृतपाल सिंह को लाने असम पहुंची पंजाब पुलिस, शपथ के लिए मिली है चार दिनों की पैरोल <p style=”text-align: justify;”><strong>Punjab Police Team To Escort Amritpal Singh:</strong> पंजाब पुलिस की आठ सदस्यीय टीम गुरुवार (4 जुलाई) को असम के डिब्रूगढ़ में पहुंची है. ये टीम ‘वारिस पंजाब दे’ कार्यकर्ता अमृतपाल सिंह को संसद सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण के लिए नई दिल्ली ले जाने के लिए डिब्रूगढ़ पहुंची. एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी है. पंजाब के खडूर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले अमृतपाल सिंह को शपथ ग्रहण के लिए चार दिन की पैरोल दी गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सीनियर एसपी (एसएसपी) रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में पुलिस टीम यहां पहुंची है. दोपहर को डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद अमृतपाल सिंह को शुक्रवार को शपथ ग्रहण के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच एक स्पेशल विमान से नई दिल्ली ले जाने का कार्यक्रम है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अमृतपाल सिंह के वकील ने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अमृतपाल सिंह के वकील राजदेव सिंह खालसा ने कहा कि उन्हें सैन्य विमान में सवार होकर शपथग्रहण के लिए दिल्ली ले जाया जाएगा. अमृतपाल सिंह के पैरोल के आदेश सख्त हैं, जो उन्हें या उनके रिश्तेदारों को उनकी नई दिल्ली यात्रा के दौरान कोई भी सार्वजनिक बयान देने से रोकते हैं. इसके अलावा, वीडियोग्राफी या बयानों के प्रसार सहित किसी भी प्रकार की मीडिया कवरेज पर सख्ती से बैन लगाया गया है. इसके अलावा, अमृतपाल सिंह को ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता कर सकती है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अमृतपाल सिंह की अस्थायी रिहाई और दिल्ली में उपस्थिति के दौरान सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की निगरानी एसएसपी, अमृतसर (ग्रामीण) द्वारा की जाएगी. उनके माता-पिता, तरसेम सिंह और बलविंदर कौर और उनकी पत्नी किरणदीप कौर ने पिछले महीने उनकी लोकसभा जीत के बाद डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में जेल में बंद अमृतपाल सिंह से मुलाकात की थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अमृतपाल ने खडूर साहिब लोकसभा सीट से कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 1 लाख 97 हजार 120 वोटों से जीत हासिल की, जबकि आप के लालजीत सिंह भुल्लर तीसरे स्थान पर रहे. जेल में बंद अमृतपाल सिंह को 4 लाख 4 हजार 430 वोट मिले, जबकि जीरा को 2,07,310 वोट और भुल्लर को 1,94,836 वोट मिले. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अमृतपाल और उसके एक चाचा सहित संगठन के दस सदस्य 19 मार्च से जेल में बंद हैं. पिछले साल संगठन पर कार्रवाई के बाद उन्हें पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें:</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Haryana: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर के घर पर चला बुलडोजर, तिहाड़ जेल में बंद है अक्षय पलड़ा” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/lawrence-bishnoi-gang-shooter-akshay-palda-house-demolished-by-bulldozer-in-sonipat-2729566″ target=”_self”>Haryana: लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर के घर पर चला बुलडोजर, तिहाड़ जेल में बंद है अक्षय पलड़ा</a></strong></p>
रत्नागिरी में RSS की शोभायात्रा के दौरान हंगामा, 5 आरोपियों की पहचान, दो के खिलाफ मामला दर्ज
रत्नागिरी में RSS की शोभायात्रा के दौरान हंगामा, 5 आरोपियों की पहचान, दो के खिलाफ मामला दर्ज <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News:</strong> महाराष्ट्र के रत्नागिरी शहर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शोभायात्रा के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर नारे लगाए जाने के बाद तनाव व्याप्त हो गया. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. रत्नागिरी पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कोंकण नगर इलाके में शुक्रवार रात हुई इस घटना के बाद पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया हमने शिकायतों के आधार पर दो मामले दर्ज किए हैं. पांच आरोपियों की पहचान कर ली गई है और हमने उन्हें नोटिस जारी कर दिया है. अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप</strong><br />एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरएसएस ने जब दशहरा उत्सव की पूर्व संध्या पर इलाके में शोभायात्रा (पथ संचलन) निकाली थी तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने कथित तौर ऐसे नारे लगाए जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं. उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद कोई हिंसा नहीं हुई, लेकिन कल देर रात कई लोग पुलिस थाने में एकत्र हुए और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. अधिकारी ने बताया कि इस घटना के संबंध में भारतीय न्याय संहिता के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामले दर्ज कर लिए गए हैं और जांच जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>वक्फ बोर्ड कार्यालय का भी हुआ था विरोध</strong><br />इससे पहले रत्नागिरी के शिरगांव इलाके में वक्फ बोर्ड कार्यालय के उद्घाटन पर विरोध भी देखा गया था. बीजेपी और हिंदुत्व समर्थकों ने शहर में वक्फ बोर्ड का कार्यालय बनाने का विरोध किया था. शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यवाहक मंत्री उदय सामंत जब नए वक्फ बोर्ड कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे तो उन्हें अपनी ही पार्टी ही पार्टी के सदस्यों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा था. उन्हें काले झंडे भी दिखाए गए थे और उनके खिलाफ नारेबाजी भी की गई थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें:<a title=” ‘असली और नकली, दोनों शिवसेना निकालेंगी दशहरा की रैली’, इस नेता के बयान से शुरू हुई चर्चा” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/maharashtra-leader-anand-dubey-statement-on-real-and-fake-shiv-sena-dussehra-rallies-mumbai-2802063″ target=”_blank” rel=”noopener”> ‘असली और नकली, दोनों शिवसेना निकालेंगी दशहरा की रैली’, इस नेता के बयान से शुरू हुई चर्चा</a></strong></p>
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