‘पौने 4 बज रहे हैं, 6 बजे तक हमें रिपोर्ट चाहिए..इस केस में क्या हो रहा है। आप लोग कुछ नहीं करेंगे तो फिर देखिए मैं क्या करती हूं? ये गुंडागर्दी जो हो रही है न, ये कार्यकर्ताओं के घर में घुसकर मारा जा रहा है, बच्चियों को उठाया जा रहा, ये सब नहीं चल पाएगा, बर्दाश्त नहीं करूंगी।’ यह बात केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कही। मिर्जापुर पहुंचीं अनुप्रिया काफी गुस्से में दिखीं। एसपी सिटी नितेश सिंह को उन्होंने मौके पर बुलाया। कार्यकर्ता के बेड के बगल में बैठकर एसपी सिटी से कहा- आप तो और महान हैं, आप तो अब आ रहे हैं। बढ़िया ट्रीटमेंट करवाओ इनका। आप लोगों को जो एक्शन करना है वो करिए, 6 बजे तक का आपको मैं टाइम दे रही हूं। इतना गंदा एटीट्यूड है न आप लोगों का, मतलब मुझे आना पड़ रहा है यहां। इसमें तो आपको खुद ऑन-द-स्पॉट एक्टिव हो जाना चाहिए था। जानकारी होने के बाद आप लोग सो रहे थे..सेम फुल। अनुप्रिया पटेल की इस नाराजगी का वीडियो भी सामने आया है। जानिए क्या है पूरा मामला मामला मिर्जापुर के विंध्याचल थाना क्षेत्र के कुरौठी पांडेय गांव का है। यहां रहने वाले अजय पटेल खेतीबाड़ी करते हैं। साथ ही अपना दल के कार्यकर्ता भी हैं। उनके परिवार वालों ने बताया कि सोमवार देर शाम गांव के कुछ दबंग उनके घर में घुस आए। वो उनके घर में बैठकर शराब पीने लगे। विरोध करने पर पहले तो वो लोग चले गए, लेकिन बाद में फिर से घर में घुस आए। गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। उन्होंने अजय पटेल के सिर पर लाठी मारी और उनकी पत्नी को भी खूब पीटा। दोनों को मार-मारकर अधमरा कर दिया। फिर नाबालिग बेटी को जबरन खींचकर ले जाने लगे। इस बीच परिवार वालों की चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गए। गांव के लोगों ने ही सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस को भी पूरे मामले की सूचना दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। इस मामले की जानकारी होने पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल घायल पार्टी कार्यकर्ता और उसके परिवार वालों से मिलने मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल पहुंचीं। इस दौरान घायल कार्यकर्ता की पुलिस के सुनवाई न करने पर भड़क गईं। जहां पर परिवार के लोगों ने मंत्री को बताया कि घटना को एक दिन बीत चुका है, लेकिन पुलिस उनकी कोई मदद नहीं कर रही। अनुप्रिया पटेल ने कहा- अगर एक्शन नहीं हुआ तो मामला सीधे सीएम तक जाएगा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने चेतावनी देते हुए कहा- वो हमारी पार्टी का कार्यकर्ता है। यह विंध्याचल थाना क्षेत्र का मामला है। कार्यकर्ता के साथ घर में घुसकर मारपीट हुई है। बेटी को जबरन ले जाने की कोशिश की गई। पिता ने विरोध किया तो मार-मारकर उसका सिर फोड़ दिया। मां की हड्डी-पसली तोड़ दी। इतने बुरे हालात हैं। इतनी शर्मनाक बात है कि हमारी पुलिस सो रही है। हमारे यूपी और देश की सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। बहू-बेटियों के साथ हम कोई भी गलत काम बर्दाश्त नहीं करेंगे। मैंने निर्देश दिया है, दो घंटे का समय दिया है। अगर एक्शन नहीं हुआ, तो सीधे ये मामला सीएम तक जाएगा। ————— यह खबर भी पढ़ें- मैं ग्रेजुएट, लड़का 10वीं फेल…शादी नहीं करूंगी, सुल्तानपुर में जयमाल के बाद दुल्हन ने लौटाई बारात; रातभर मनाते रहे घरवाले मैं ग्रेजुएट हूं..लड़का हाईस्कूल फेल है..इसलिए शादी नहीं कर सकती। यह कहते हुए सुल्तानपुर में दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया। लड़की की यह बात सुनते ही वहां सन्नाटा पसर गया। दूल्हा-दुल्हन के घरवालों ने लड़की को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह जिद पर अड़ी रही। यहां पढ़ें पूरी खबर ‘पौने 4 बज रहे हैं, 6 बजे तक हमें रिपोर्ट चाहिए..इस केस में क्या हो रहा है। आप लोग कुछ नहीं करेंगे तो फिर देखिए मैं क्या करती हूं? ये गुंडागर्दी जो हो रही है न, ये कार्यकर्ताओं के घर में घुसकर मारा जा रहा है, बच्चियों को उठाया जा रहा, ये सब नहीं चल पाएगा, बर्दाश्त नहीं करूंगी।’ यह बात केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कही। मिर्जापुर पहुंचीं अनुप्रिया काफी गुस्से में दिखीं। एसपी सिटी नितेश सिंह को उन्होंने मौके पर बुलाया। कार्यकर्ता के बेड के बगल में बैठकर एसपी सिटी से कहा- आप तो और महान हैं, आप तो अब आ रहे हैं। बढ़िया ट्रीटमेंट करवाओ इनका। आप लोगों को जो एक्शन करना है वो करिए, 6 बजे तक का आपको मैं टाइम दे रही हूं। इतना गंदा एटीट्यूड है न आप लोगों का, मतलब मुझे आना पड़ रहा है यहां। इसमें तो आपको खुद ऑन-द-स्पॉट एक्टिव हो जाना चाहिए था। जानकारी होने के बाद आप लोग सो रहे थे..सेम फुल। अनुप्रिया पटेल की इस नाराजगी का वीडियो भी सामने आया है। जानिए क्या है पूरा मामला मामला मिर्जापुर के विंध्याचल थाना क्षेत्र के कुरौठी पांडेय गांव का है। यहां रहने वाले अजय पटेल खेतीबाड़ी करते हैं। साथ ही अपना दल के कार्यकर्ता भी हैं। उनके परिवार वालों ने बताया कि सोमवार देर शाम गांव के कुछ दबंग उनके घर में घुस आए। वो उनके घर में बैठकर शराब पीने लगे। विरोध करने पर पहले तो वो लोग चले गए, लेकिन बाद में फिर से घर में घुस आए। गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। उन्होंने अजय पटेल के सिर पर लाठी मारी और उनकी पत्नी को भी खूब पीटा। दोनों को मार-मारकर अधमरा कर दिया। फिर नाबालिग बेटी को जबरन खींचकर ले जाने लगे। इस बीच परिवार वालों की चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। इसके बाद आरोपी मौके से भाग गए। गांव के लोगों ने ही सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस को भी पूरे मामले की सूचना दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। इस मामले की जानकारी होने पर केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल घायल पार्टी कार्यकर्ता और उसके परिवार वालों से मिलने मिर्जापुर के मंडलीय अस्पताल पहुंचीं। इस दौरान घायल कार्यकर्ता की पुलिस के सुनवाई न करने पर भड़क गईं। जहां पर परिवार के लोगों ने मंत्री को बताया कि घटना को एक दिन बीत चुका है, लेकिन पुलिस उनकी कोई मदद नहीं कर रही। अनुप्रिया पटेल ने कहा- अगर एक्शन नहीं हुआ तो मामला सीधे सीएम तक जाएगा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने चेतावनी देते हुए कहा- वो हमारी पार्टी का कार्यकर्ता है। यह विंध्याचल थाना क्षेत्र का मामला है। कार्यकर्ता के साथ घर में घुसकर मारपीट हुई है। बेटी को जबरन ले जाने की कोशिश की गई। पिता ने विरोध किया तो मार-मारकर उसका सिर फोड़ दिया। मां की हड्डी-पसली तोड़ दी। इतने बुरे हालात हैं। इतनी शर्मनाक बात है कि हमारी पुलिस सो रही है। हमारे यूपी और देश की सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। बहू-बेटियों के साथ हम कोई भी गलत काम बर्दाश्त नहीं करेंगे। मैंने निर्देश दिया है, दो घंटे का समय दिया है। अगर एक्शन नहीं हुआ, तो सीधे ये मामला सीएम तक जाएगा। ————— यह खबर भी पढ़ें- मैं ग्रेजुएट, लड़का 10वीं फेल…शादी नहीं करूंगी, सुल्तानपुर में जयमाल के बाद दुल्हन ने लौटाई बारात; रातभर मनाते रहे घरवाले मैं ग्रेजुएट हूं..लड़का हाईस्कूल फेल है..इसलिए शादी नहीं कर सकती। यह कहते हुए सुल्तानपुर में दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया। लड़की की यह बात सुनते ही वहां सन्नाटा पसर गया। दूल्हा-दुल्हन के घरवालों ने लड़की को मनाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वह जिद पर अड़ी रही। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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सरायकेला में उत्पाद विभाग ने ITI बिल्डिंग पर डाला छापा, नकली शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand News:</strong> विधानसभा चुनाव से पहले सरायकेला जिले में अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. उत्पाद विभाग की छापेमारी में स्टीकर, हजारों की संख्या में ढक्कन, स्टांप के साथ सील करने वाली मशीन, क्यूआर कोड लगाने वाली मशीन, भारी मात्रा में स्प्रिट के ड्रम और शराब की बोतलें बरामद हुई हैं. हैरानी की बात है कि नकली शराब बनाने की फैक्ट्री भारत सरकार से मान्यता प्राप्त आईटीआई की बिल्डिंग में चल रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि छोटा गम्हरिया में अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित होने की गुप्त सूचना मिली थी. मामले की जानकारी सरायकेला खरसावां के उपायुक्त को दी गई. उन्होंने उत्पाद विभाग के जवानों की टीम गठित की. टीम ने रात के अंधेरे में मीरा सदन नाम की बिल्डिंग पर धावा बोल दिया. बिल्डिंग के दरवाजे पर ताले लटके थे. रॉड से ताले तोड़कर बिल्डिंग के अंदर टीम घुसी. उन्होंने बताया कि कार्रवाई को गुप्त रखा गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/10/11/a2768ade1c2a85bdc238207ee5e901b21728642741849211_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आईटीआई की बिल्डिंग में चल रही थी अवैध शराब की फैक्ट्री</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>टीम ने स्थानीय थाने की भी मदद नहीं ली. छापेमारी में ऐसे सामानों का बरामदगी हुई जिसे सरकार की तरफ से इस्तेमाल किया जा सकता है. नीरज कुमार ने बताया कि उत्पाद विभाग से शिकायत की गयी थी कि स्थानीय थाने की मिलीभगत से गोरखधंधा चल रहा है. अधिकारी ने बताया कि विधानसभा चुनाव तक अभियान लगातार जारी रहेगा. अवैध शराब के रैकेट की जानकारी विभाग को हो चुकी है. धंधे में सरकारी शराब के दुकानदार भी मिले हुए हैं. काउंटरों पर धड़ल्ले से नकली शराब बेचे जा रहे हैं. लोगों को भी सावधान रहने की जरूरत है. चुनाव के दौरान शराब प्रलोभन का बड़ा जरिया बनती है. शराब परोसकर वोट बटोरने की कोशिश की जाती है. विधानसभा चुनाव से पहले उत्पाद विभाग एक्शन मोड में है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
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<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि अनंत सिंह के घर बाढ़ के लदमा में एके-47 और बुलेट प्रूफ जैकेट बरामद होने के मामले में 2022 में निचली अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई थी. इसकी वजह से उनकी विधायकी भी चली गई. अब पटना हाई कोर्ट से उन्हें साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है और वह शुक्रवार की सुबह बेऊर जेल से बाहर भी आ गए हैं.</p>
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पानीपत में खाद्य विभाग के 4 इंस्पेक्टर सस्पेंड:राशन हड़पने वाले डिपो होल्डर्स को दी शह; चार साल का रिकॉर्ड खंगाला तो हुआ पर्दाफाश
पानीपत में खाद्य विभाग के 4 इंस्पेक्टर सस्पेंड:राशन हड़पने वाले डिपो होल्डर्स को दी शह; चार साल का रिकॉर्ड खंगाला तो हुआ पर्दाफाश हरियाणा के पानीपत में गरीबों का लाखों रुपए का राशन हड़पने वाले डिपो होल्डर्स को शह देने वाले 4 इंस्पेक्टर पर बड़ी गाज गिरी है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले निदेशालय ने चार इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया है। इनमें इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, प्रवीन, अमित दहिया और बिजेंद्र शामिल है। इनमें से तीन वर्तमान में पानीपत में ही तैनात हैं, जबकि बिजेंद्र सिंह करनाल में तैनात है। इस बड़ी कार्रवाई के बाद स्थानीय विभागीय कर्मचारी और अधिकारियों में हड़कंप मचा है। गौरतलब है कि, DFSC ने दो माह पहले 12 अप्रैल को डिपो होल्डर्स और विभागीय अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिनमें इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, प्रोग्रामर सृजन भारती और तीन डिपो होल्डर अनिल, ललिता और उमेश पर करीब 20 लाख से ज्यादा का राशन गबन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।
उन्होंने उनकी पिछले चार सालों के रिकॉर्ड की जांच कराने की मुख्यालय से अपील की थी। इसी जांच में ये खुलासा हुआ कि इन्हीं डिपो होल्डर के साथ ये चारों इंस्पेक्टर संलिप्त हैं। खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक का कहना है कि मुख्यालय की ओर से चारों इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। इतने बड़े घोटाले की हुई थी शिकायत
गांधी कालोनी अग्रवाल मंडी के अंकित ने अप्रैल में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले निदेशालय में शिकायत देकर विभाग के इंस्पेक्टर, प्रोग्रामर द्वारा तीन डिपोधारकों के साथ मिलकर राशन में गबन के आरोप लगाए थे।
उसने आरोप लगाया था कि तीन डिपोधारकों ने 5 अन्य डिपो की सप्लाई अटैच कराकर इसी वर्ष जनवरी, फरवरी और मार्च में जारी राशन स्टाक को गलती से पुराने स्टाक में दर्ज बताकर पीओएस मशीन से अपने फिंगर प्रिंट से इंस्पेक्शन कर स्टाक में से 3 लाख 26 हजार 665 किलो 700 ग्राम गेहूं, 43,884 किलोग्राम बाजरा, 2002 लीटर सरसों का तेल व 1003 किलोग्राम चीनी को शून्य कर दिया गया। इसके अलावा उसने वर्ष 2021- 22, 23 में भी उक्त डिपो धारकों द्वारा कान्फेड से जारी बिल, स्टाक को पीओएस मशीन में रिसीव न करके 1,47,505 किलोग्राम गेहूं, 9,631 किलो 800 ग्राम बाजरा, 11, 961 लीटर सरसों का तेल, 4,020 किलोग्राम चीनी व 1132 किलोग्राम नमक के गबन करने के आरोप लगाए थे। इसमें अभी तक डिपोधारकों से कोई रिकवरी या स्टाक के बारे में नोटिस तक जारी नहीं किया गया।
निदेशालय ने तलब की रिपोर्ट
अंकित मित्तल की ओर से की गई शिकायत में राशन वितरण में गबन करने के आरोपों के बाद निदेशालय ने मामले में जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक से रिपोर्ट तलब की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उमेश डिपोधारक व उससे अटैच राशन सप्लाई संतोष की पीओएस मशीन से अतिरिक्त 17,315 किलोग्राम बाजरा, 1,786 लीटर सरसों तेल, 1009 किलोग्राम चीनी, 37,628 किलोग्राम गेहूं राशन स्टाक का गबन सामने आया। ये एनएफएसए व पीएमजीकेएवाई स्कीम के तहत था।
ललिता डिपोधारक व उससे अटैच राशन सप्लाई में सुरेंद्र व पुनीत की पीओएस मशीन से अतिरिक्त 13034.7 किलोग्राम बाजरा, 200 किलोग्राम चीनी, 13,344 किलोग्राम गेहूं, सरसों तेल 280 लीटर का गबन किया गया। जबकि 6,339 किलोग्राम बाजरा एक मशीन आइडी में इंद्राज किया मिला।
अनिल डिपोधारक व उससे अटैच जोगिंदर व नंदकिशोर की पीओएस मशीन में राशन स्टाक से 15,907.4 किलोग्राम बाजरा, 6,429.3 किलोग्राम गेहूं, 258 किलोग्राम चीनी, 1986 लीटर सरसों तेल स्टाक का गबन किया गया। वहीं 1201 किलोग्राम गेहूं, 4831 किलोग्राम बाजरा, 257 किलोग्राम चीनी पाश मशीन में दर्ज किया मिला।