पंजाब राज्य स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. अनिल गोयल ने आज सुबह सिविल अस्पताल अबोहर का दौरा कर यहां की स्थिति का जायजा लिया। निदेशक के आगमन की खबर से पूरा अस्पताल स्टाफ हरकत में आ गया। सुबह के समय ही सभी डाक्टर व स्टाफ अपने अपने कमरों में ड्यूटी पर नजर आए। निदेशक डा. अनिल गोयल ने मरीजों से जानकारी हासिल की तो उन्हें सेवाओं सबंधी संतोषजनक जवाब मिले। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. अनिल गोयल के अस्पताल में पहुंचते ही यहां की एसएमओ डा. नीरजा गुप्ता और फाजिल्का के एसएमओ डा. रोहित गोयल ने बुके देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद निदेशक ने अस्पताल के हर वार्ड में जाकर मरीजों को दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली। हर कमरे में जाकर मरीजों से भी हालचाल पूछा, जिस पर मरीजों ने यहां दी जा रही सेवाओं के प्रति संतोष जाहिर किया। 15 अगस्त के बाद दूर होगी डाक्टरों की कमी इस दौरान पत्रकारों द्वारा अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी की बाबत पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ इस मामले को लेकर मीटिंग हो चुकी है। 15 अगस्त तक शहरवासी इंतजार करें, उसके बाद यहां पर गायनी डाक्टर, बेहोशी वाले डाक्टर व बच्चों के डाक्टर की स्थाई तैनाती कर दी जाएगी। इमरजेंसी में एमओ की तैनाती को लेकर उन्होंने बताया कि इस कमी को भी वें शीघ्र ही पूरा करने का प्रयास करेंगे, ताकि इमरजेंसी में मरीजों को किसी प्रकार की दिक्क्त ना आए। वहीं, अस्पताल के बंद पडे़ आक्सीजन प्लांट पर उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब में ही यह प्लांट वर्किंग नहीं कर रहे है। तकनीकी कमियां हैं, जिन्हें दूर कर चालू कराया जाएगा। तीन नई डायलिसिस मशीनों की सौगात उन्होंने सिविल अस्पताल को एक बड़ी सौगात देते हुए यहां पर तीन नई डायलिसिस मशीनें देने का ऐलान किया, जिससे गुर्दा रोगियों को राहत मिलेगी। बताया कि शीघ्र ही यह मशीनें अस्पताल को उपलब्ध करवा दी जाएंगी। पंजाब राज्य स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. अनिल गोयल ने आज सुबह सिविल अस्पताल अबोहर का दौरा कर यहां की स्थिति का जायजा लिया। निदेशक के आगमन की खबर से पूरा अस्पताल स्टाफ हरकत में आ गया। सुबह के समय ही सभी डाक्टर व स्टाफ अपने अपने कमरों में ड्यूटी पर नजर आए। निदेशक डा. अनिल गोयल ने मरीजों से जानकारी हासिल की तो उन्हें सेवाओं सबंधी संतोषजनक जवाब मिले। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डा. अनिल गोयल के अस्पताल में पहुंचते ही यहां की एसएमओ डा. नीरजा गुप्ता और फाजिल्का के एसएमओ डा. रोहित गोयल ने बुके देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद निदेशक ने अस्पताल के हर वार्ड में जाकर मरीजों को दी जा रही सेवाओं की जानकारी ली। हर कमरे में जाकर मरीजों से भी हालचाल पूछा, जिस पर मरीजों ने यहां दी जा रही सेवाओं के प्रति संतोष जाहिर किया। 15 अगस्त के बाद दूर होगी डाक्टरों की कमी इस दौरान पत्रकारों द्वारा अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी की बाबत पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ इस मामले को लेकर मीटिंग हो चुकी है। 15 अगस्त तक शहरवासी इंतजार करें, उसके बाद यहां पर गायनी डाक्टर, बेहोशी वाले डाक्टर व बच्चों के डाक्टर की स्थाई तैनाती कर दी जाएगी। इमरजेंसी में एमओ की तैनाती को लेकर उन्होंने बताया कि इस कमी को भी वें शीघ्र ही पूरा करने का प्रयास करेंगे, ताकि इमरजेंसी में मरीजों को किसी प्रकार की दिक्क्त ना आए। वहीं, अस्पताल के बंद पडे़ आक्सीजन प्लांट पर उन्होंने कहा कि पूरे पंजाब में ही यह प्लांट वर्किंग नहीं कर रहे है। तकनीकी कमियां हैं, जिन्हें दूर कर चालू कराया जाएगा। तीन नई डायलिसिस मशीनों की सौगात उन्होंने सिविल अस्पताल को एक बड़ी सौगात देते हुए यहां पर तीन नई डायलिसिस मशीनें देने का ऐलान किया, जिससे गुर्दा रोगियों को राहत मिलेगी। बताया कि शीघ्र ही यह मशीनें अस्पताल को उपलब्ध करवा दी जाएंगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के अग्निवीर को मुआवजे का वेरिफिकेशन पूरा:67 लाख बाकी, इसी साल राजौरी में शहादत, राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा भारतीय सेना के ‘अग्निवीर’ अजय कुमार सिंह के परिवार को अब जल्द ही मुआवजा मिलने की उम्मीद जगी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा किया गया सत्यापन पूरा हो चुका है। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा मौत के कारणों का सत्यापन न किए जाने के कारण लुधियाना के एक गांव में रहने वाले अग्निवीर के परिवार को 67.30 लाख रुपये का मुआवजा नहीं मिल पाया। अग्निवीर अजय कुमार सिंह 18 जनवरी को राजौरी में हुए माइन विस्फोट में शहीद हो गए थे। 13 फरवरी को परिवार को 50 लाख रुपये का भुगतान किया गया। यह बैंक द्वारा अग्निवीर को दी गई बीमा राशि थी। इसके बाद 10 जून को अग्निवीर के परिवार को सरकार द्वारा ली गई बीमा पॉलिसी से 48 लाख रुपये भी मिल गए। लेकिन, सत्यापन प्रमाण पत्र के कारण शहीद सैनिक के परिवार को करीब 67 लाख रुपए पाने के लिए चक्कर लगाने पड़े। इस राशि में 44 लाख रुपए अनुग्रह राशि, 13 लाख रुपए चार साल के कार्यकाल का वेतन, 8 लाख रुपए सेना कल्याण कोष और 2.30 लाख रुपए सेवा निधि पैकेज शामिल है। एक सप्ताह तक चर्चा का कारण बनी रही अग्निवीर की शहादत पिछले सप्ताह मुआवजे का पूरा भुगतान न मिलने पर राजनीतिक तूफान मचा था। मृतक के पिता चरणजीत सिंह ने 3 जुलाई को एक टिप्पणी की थी। जिसमें दावा किया गया था कि परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिला है। एक दिन बाद पिता ने अपना बयान बदलते हुए कहा कि उन्हें बीमा की राशि मिल गई है। सेना को देनी पड़ी सफाई लोकसभा सत्र के दौरान विपक्षी नेता राहुल गांधी ने चरणजीत सिंह के बयान पर कहा था कि सैनिक को कोई मुआवजा नहीं दिया गया। राहुल गांधी के बयान के बाद भारतीय सेना ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को मुआवजा न दिए जाने के दावों को खारिज किया और कहा कि 98.39 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। सफाई में कहा गया कि दी जाने वाली कुल राशि करीब 1.65 करोड़ रुपए होगी।
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गुरदासपुर में दोस्त ने घर बुलाकर की हत्या:PWD का कर्मचारी था, काम से लौटने के दौरान शराब पीने बुलाया गुरदासपुर में चुनाव ड्यूटी से घर लौट रहे एक दोस्त को घर बुलाकर दूसरे दोस्त और उसके पिता ने हत्या कर दी। थाना डेरा बाबा नानक की पुलिस चौकी धर्मकोट रंधावा के गांव धर्मकोट पत्तन के 25 वर्षीय युवक सचिन की गांव झंगी के रहने वाले उसके दोस्त सुनील और उसके पिता सतनाम ने हत्या की। ग्रामीणों ने आज थाना धर्मकोट रंधावा का घेराव किया और न्याय की मांग की। मृतक युवक सचिन की मां रोजी ने बताया कि उसका बेटा सचिन मसीह जो कि PWD विभाग में कर्मचारी है और वह गुरदासपुर में अपनी सेवाएं दे रहा था। कल झांगी गांव के उसके दोस्त सुनील ने उसे घर बुलाया और तेजधार हथियारों से उसकी हत्या कर दी। बाद में उसे अमृतसर गुरु नानक अस्पताल ले गए, जहां उसे फोन आया कि आपका बेटा मर गया है। हम तुरंत अमृतसर गए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में थाना धर्मकोट में मामला दर्ज करवाया गया है, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय पुलिस गिरफ्तारी में देरी कर रही है। डेरा बाबा नानक थाने के थाना मुखी अमरजीत मसीह ने बताया कि मृतक की मां रोजी के बयानों के आधार पर 2 लोगों के खिलाफ हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। उन्होंने बताया कि मृतक युवक सचिन के दोस्त सुनील ने शराब पीने के लिए सचिन को अपने घर बुलाया था। इस दौरान दोनों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसी दौरान सुनील के पिता सतनाम ने सचिन पर चाकू से हमला कर दिया, जिसमें सचिन जख्मी हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक युवक का पोस्टमार्टम कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
हरियाणा-पंजाब, हिमाचल के 10 बड़े चेहरों की सीटों का हाल:कंगना, हरसिमरत, खट्टर और अनुराग जीते, विक्रमादित्य हारे; महारानी परनीत कौर पराजित
हरियाणा-पंजाब, हिमाचल के 10 बड़े चेहरों की सीटों का हाल:कंगना, हरसिमरत, खट्टर और अनुराग जीते, विक्रमादित्य हारे; महारानी परनीत कौर पराजित लोकसभा चुनाव के लिए देश की 543 सीटों पर मतगणना पूरी हो गई है। इसके बाद कुछ कैंडिडेट्स के रिजल्ट घोषित कर दिए हैं, वहीं, कुछ का आधिकारिक घोषणा बाकी है। हालांकि, उम्मीदवारों की जीत और हार रुझानों से लगभग तय हो चुकी है। इन उम्मीदवारों में हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कुछ ऐसे दिग्गज हैं, जिन पर पूरे देश की निगाह थी। इनमें हरियाणा से पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर, राज बब्बर और नवीन जिंदल हैं। पंजाब से हरिसमरत कौर बादल, महारानी परनीत कौर, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल हैं। हिमाचल प्रदेश से कंगना रनोट, विक्रमादित्य सिंह और अनुराग ठाकुर हैं। इनमें कंगना रनोट ने मंत्री विक्रमादित्य को हरा दिया है। वहीं, हरसिमरत कौर और अनुराग ठाकुर ने जीत हासिल कर ली है। सिलसिलेवार ढंग से जानिए, VIP कैंडिडेट्स और उनकी स्थिति 1. मनोहर लाल खट्टर
खट्टर साढ़े 9 साल हरियाणा के CM रहे। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले BJP ने उन्हें पद से हटाकर करनाल से उम्मीदवार बना दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुलकर उनकी तारीफ कर चुके हैं। उन्हें अपना पुराना साथी बता चुके हैं, जिनकी बाइक पर पीछे बैठकर वह रोहतक से गुरुग्राम जाते थे। करनाल में उनका मुकाबला कांग्रेस के युवा चेहरे दिव्यांशु बुद्धिराजा से था। मतगणना में स्थिति: जीत 2. राज बब्बर
राज बब्बर को कांग्रेस ने गुरुग्राम सीट से लोकसभा उम्मीदवार बनाया था। बब्बर बॉलीवुड स्टार रह चुके हैं। वह पंजाबी समुदाय से आते हैं। यहां उनका मुकाबला 5 बार के सांसद केंद्रीय मंत्री BJP उम्मीदवार राव इंद्रजीत से था। मतगणना में स्थिति: हार 3. नवीन जिंदल
देश के मशहूर उद्योगपति हैं। लगभग 1 हजार करोड़ की संपत्ति के साथ हरियाणा के सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। BJP ने उन्हें कुरूक्षेत्र से टिकट दी। उनका मुकाबला I.N.D.I.A. ब्लॉक के कांग्रेस समर्थित AAP उम्मीदवार सुशील गुप्ता और इनेलो नेता अभय चौटाला से था। मतगणना में स्थिति: जीत 4. दीपेंद्र हुड्डा
हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस ने रोहतक से उम्मीदवार बनाया है। वह इस वक्त राज्यसभा सांसद हैं। उनकी हार-जीत पर हुड्डा की सियासी पैठ दांव पर लगी है। उनका मुकाबला भाजपा के सांसद अरविंद शर्मा से था, जिन्होंने पिछली बार महज 7 हजार के अंत से उन्हें हराया था। मतगणना में स्थिति: जीत 5. हरसिमरत कौर बादल
पंजाब के सियासी दिग्गज बादल परिवार की बहू हैं। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत बठिंडा सीट से मौजूदा सांसद हैं। वह केंद्र में मोदी सरकार की इसी टर्म में मंत्री रहीं, लेकिन किसान आंदोलन के चलते उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस बार वह भाजपा के सपोर्ट के बिना अकेले चुनाव मैदान में थीं। उनका मुकाबला AAP सरकार के मंत्री गुरमीत खुडि्डयां और पूर्व अकाली मंत्री की BJP उम्मीदवार पूर्व IAS अफसर बहू परमपाल कौर सिद्धू से था। मतगणना में स्थिति: जीत 6. महारानी परनीत कौर
परनीत कौर पटियाला से सांसद हैं। वह कांग्रेस में थीं, लेकिन इस चुनाव से पहले BJP में आ गईं। वह पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। कांग्रेस की अगुआई वाली सरकार में परनीत केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं। उनका मुकाबला AAP सरकार के मंत्री डॉ. बलबीर सिंह और कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व सांसद धर्मबीर गांधी से था। मतगणना में स्थिति: हारीं 7.अमृतपाल सिंह
अमृतपाल सिंह खालिस्तान समर्थक है। वह इस वक्त देशद्रोह के आरोप में NSA के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। वह जेल से ही पंजाब की खडूर साहिब सीट से आजाद चुनाव लड़ा। हालांकि, इससे पहले वह देश के संविधान में सिखों को दिए हक को लेकर सवाल उठाता रहा है। अमृतपाल का मुकाबला कांग्रेस के कुलबीर जीरा, AAP के मंत्री लालजीत भुल्लर और अकाली दल के विरसा सिंह वल्होटा से था। मतगणना में स्थिति: जीत 8. कंगना रनोट
बॉलीवुड अभिनेत्री हैं। भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। यह उनका पहला चुनाव था। चुनाव प्रचार के दौरान अपने बेबाक बयानों से वह खूब सुर्खियों में रहीं। उनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार मंत्री विक्रमादित्य सिंह से था। मतगणना में स्थिति: जीत 9. अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश के पूर्व CM प्रेम कुमार धूमल के बेटे हैं। वह अभी हमीरपुर सीट से भाजपा के सांसद हैं। इसी सीट से BJP ने उन्हें फिर से टिकट दिया। वह अभी केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री हैं। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार सतपाल रायजादा से था। मतगणना में स्थिति: जीत 10. विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह हिमाचल सरकार में मंत्री हैं। उनकी मां प्रतिभा सिंह हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष और मंडी सीट से सांसद रही हैं। इसी मंडी सीट से कांग्रेस ने विक्रमादित्य को टिकट दी। विक्रमादित्य पूर्व CM वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उनका मुकाबला भाजपा की उम्मीदवार कंगना रनोट से था। मतगणना में स्थिति: हार