अबोहर के गांव बहादुरखेड़ा में जमीनी विवाद के चलते आज एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर गोलियां चला दी। जिससे पिता-पुत्र सहित 3 लोग गोली लगने से घायल हो गए। यह लोग गिदडबाहा से बहादुरखेडा में अपनी जमीन में पानी देने आए थे। घायलों को सरकारी अस्पताल दाखिल करवाया गया है। अस्पताल में उपचाराधीन गांव गिदडबाहा निवासी सतिंद्र पुत्र जसविंदर, उसके चाचा बलदेव सिंह पुत्र रणजीत सिंह और उसके बेटे गुरजंट ने बताया कि उनकी जमीन बहादुरखेड़ा में है। उनका अपने चचेरे भाईयों से पुराना जमीनी विवाद चल रहा है जिसकी शिकायत भी उन्होने पुलिस को दे रखी है। चचेरे भाईयों ने की फायरिंग आज सुबह जब वह अपने खेत में पानी लगाने आए तो उनके चचेरे भाईयों ने उन पर करीब 8 फायर किए। जिससे वह घायल हो गए। फायरिंग करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। फायरिंग की सूचना मिलते ही थाना सदर के एएसआई कुलदीप सिंह तुरंत पुलिस टीम लेकर अस्पताल पहुचें और घायलों के बयान कलमबद्ध किए। एसएसपी ने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में है और जमीनी विवाद के चलते यह वारदात हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अबोहर के गांव बहादुरखेड़ा में जमीनी विवाद के चलते आज एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर गोलियां चला दी। जिससे पिता-पुत्र सहित 3 लोग गोली लगने से घायल हो गए। यह लोग गिदडबाहा से बहादुरखेडा में अपनी जमीन में पानी देने आए थे। घायलों को सरकारी अस्पताल दाखिल करवाया गया है। अस्पताल में उपचाराधीन गांव गिदडबाहा निवासी सतिंद्र पुत्र जसविंदर, उसके चाचा बलदेव सिंह पुत्र रणजीत सिंह और उसके बेटे गुरजंट ने बताया कि उनकी जमीन बहादुरखेड़ा में है। उनका अपने चचेरे भाईयों से पुराना जमीनी विवाद चल रहा है जिसकी शिकायत भी उन्होने पुलिस को दे रखी है। चचेरे भाईयों ने की फायरिंग आज सुबह जब वह अपने खेत में पानी लगाने आए तो उनके चचेरे भाईयों ने उन पर करीब 8 फायर किए। जिससे वह घायल हो गए। फायरिंग करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। फायरिंग की सूचना मिलते ही थाना सदर के एएसआई कुलदीप सिंह तुरंत पुलिस टीम लेकर अस्पताल पहुचें और घायलों के बयान कलमबद्ध किए। एसएसपी ने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में है और जमीनी विवाद के चलते यह वारदात हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतपाल का समर्थक प्रधानमंत्री बाजेके लड़ेगा चुनाव:बेटा बोला- मेरे पिता गिद्दड़बाहा सीट से होंगे उम्मीदवार, डिब्रूगढ़ जेल में बंद है भगवंत सिंह
अमृतपाल का समर्थक प्रधानमंत्री बाजेके लड़ेगा चुनाव:बेटा बोला- मेरे पिता गिद्दड़बाहा सीट से होंगे उम्मीदवार, डिब्रूगढ़ जेल में बंद है भगवंत सिंह पंजाब में ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रधान अमृतपाल सिंह के समर्थक भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उनके बेटे आकाशदीप सिंह ने इंस्टाग्राम पर इसकी घोषणा की है। भगवंत सिंह ने यह फैसला अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद लिया है। प्रधानमंत्री बाजेके गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। यहीं से उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत होने जा रही है। बाजेके किसान आंदोलन में भी काफी सक्रिय रहे हैं। वह अक्सर किसान आंदोलन के वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों के साथ शेयर करते रहते थे। बता दें कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गिद्दड़बाहा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। अब उनके सांसद बनने के बाद इस सीट पर विधानसभा उपचुनाव होना है। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि वडिंग अपनी पत्नी अमृता वडिंग को इस सीट पर चुनाव लड़वा सकते हैं। अमृतपाल सिंह के साथ बाजेके भी है डिब्रूगढ़ जेल में बंद भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके अमृतपाल सिंह के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अगर बाजेके चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें भी जेल से ही चुनाव लड़ना होगा। पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा सांसद चुने गए अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह बाजेके को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह पर भी इसी तरह के आरोप हैं। दोनों के साथ अन्य साथियों को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और सभी असम की जेल में बंद हैं। अमृतपाल सिंह ने बिना प्रचार किए ही चुनाव जीत लिया है। अमृतपाल ने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को 1.9 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है। प्रधानमंत्री बाजेके के नाम की घोषणा के बाद माहौल गरमा गया पंजाब की गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से अब तक कांग्रेस के तेजतर्रार नेता अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग विधायक थे। भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके के बेटे के नाम की घोषणा ने पंजाब की सियासत गरमा दी है। इस सीट पर लंबे समय से कांग्रेस का कब्जा है। अब देखना यह है कि क्या भगवंत सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तरह जीतते हैं या नहीं? कुछ दिन पहले जेल में बंद बाजेके की तबीयत खराब होने की जानकारी भी सामने आई थी। कौन हैं भगवंत सिंह? एनएसए के तहत अमृतपाल के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद बाजेके मोगा के धर्मकोट गांव के ही रहने वाले हैं। पिछले सप्ताह जब भगवंत सिंह की तबीयत खराब हुई थी, तब परिवार ने मांग की थी कि उन्हें पंजाब की जेल में रखा जाए। बाजेके के बेटे आकाशदीप ने डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन पर उनके पिता को गलत खाना देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि जेल में खाने में तंबाकू मिलाया जा रहा है, जिससे उनके पिता और अन्य लोग बीमार हो रहे हैं। परिवार ने तर्क दिया था कि असम जाने के लिए एक व्यक्ति का 35 से 40 हजार रुपये खर्च आता है। बाजेके की मां दिल की मरीज हैं। अब बेटे ने घोषणा की है कि उनके पिता चुनाव लड़ेंगे। 18 मार्च 2024 को भगवंत को किया गया था गिरफ्तार अमृतपाल सिंह के करीबी भगवंत सिंह बाजेके को पुलिस ने 18 मार्च 2024 को गिरफ्तार किया था। जब पुलिस बाजेके का पीछा कर रही थी, तब वह फेसबुक पर लाइव हो गया था। मोगा पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे अमृतसर पुलिस को सौंप दिया गया, जहां से बाजेके पर एनएसए लगाया गया। इंस्टाग्राम और फेसबुक का शौकीन है बाजेके भगवंत सिंह बाजेके इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अक्सर रील बनाता था। पुलिस के मुताबिक वह एक इन्फ्लुएंसर भी है। वह फेसबुक पर प्रधानमंत्री बाजेके नाम से पेज भी चलाता है। जहां वह लोगों से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे साझा करता है। कैसे बना भगवंत सिंह प्रधानमंत्री बाजेके साल 2020 में एक स्थानीय वेब चैनल को दिए इंटरव्यू में भगवंत सिंह ने बताया था कि वह सोशल मीडिया पर पॉपुलर होना चाहता था, इसलिए उसने अपना नाम प्रधानमंत्री रख लिया। भगवंत सिंह ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के नाम से एक पेज देखा था। इसीलिए उसने अपने पेज का नाम प्रधानमंत्री रखा है। उसने यह भी कहा कि अगर मैं सोशल मीडिया के जरिए अपनी आजीविका चला रहा हूं तो किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। भगवंत के खिलाफ 8 मामले दर्ज आपको बता दें कि भगवंत सिंह के फेसबुक पर करीब 6.11 फॉलोअर्स हैं। भगवंत सिंह के खिलाफ अब तक कुल 8 मामले दर्ज हो चुके हैं। जिसमें हत्या का प्रयास, एनडीपीएस एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। साल 2015 में जमीन से जुड़े एक मामले में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। साल 2017 में कथित तौर पर 400 ग्राम अफीम बरामद हुई थी। भगवंत सिंह 8वीं पास है, उसके पास 4 एकड़ जमीन पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक भगवंत सिंह 8वीं पास है। उसके पास 4 एकड़ जमीन है। साथ ही एक घर भी है। वह अक्सर सोशल मीडिया पर लोगों को गाली देता नजर आता है। गांव के लोगों से उसका मेलजोल ठीक नहीं है। अमृतपाल सिंह के संपर्क में आने के बाद भगवंत सिंह के खिलाफ सरेआम हथियार लहराने का मामला दर्ज हुआ था। उसके पास किसी भी हथियार का लाइसेंस नहीं था। जब भगवंत सिंह ने अमृतपाल सिंह का समर्थन करना शुरू किया था, तब वह केवल टी-शर्ट, शर्ट और ट्राउजर में ही नजर आता था और पगड़ी भी नहीं पहनता था। लेकिन अमृतपाल के संपर्क में आने के बाद उसने खालसा रूप धारण कर लिया। वह अपने साथ राइफल और तलवार लेकर चलता था और अमृतपाल सिंह के हर कार्यक्रम में नजर आता था।
मोगा में पॉवर ग्रिड में लगी भीषण आग:बिजली सप्लाई हुई बाधित, बुझाने में लगी है फायर बिग्रेड की 7 गाड़ियां
मोगा में पॉवर ग्रिड में लगी भीषण आग:बिजली सप्लाई हुई बाधित, बुझाने में लगी है फायर बिग्रेड की 7 गाड़ियां मोगा के गांव सिंघा वाला के 220 KVA पॉवर ग्रिड में आज भीषण आग लग गई। आग पर काबू पाने के लिए मौके पर दमकल की 7 गाड़ियां पहुंची। आग इतनी तेज है कि आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है। शनिवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे अचानक से पॉवर ग्रिड में आग लग गई। आग को लगे डेढ़ घंटे से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। इस मौके पर मोगा बाघा पुराना और जगराओ, फरीदकोट और बठिंडा से फायर ब्रिगेड की गाड़िया मंगवाई गई हैं और आग पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आग लगने से आसपास के इलाकों की बिजली सप्लाई बाधित हो गई है। जानकारी देते हुए फायर बिग्रेड के अधिकारी जगतार सिंह ने बताया कि गांव सिंघा वाला के पॉवर ग्रिड में ब्रेकर की वजह से भीषण आग लगी। आग इतनी ज्यादा है कि आग पर काबू करना मुश्किल हो रहा है। इस मौके पर फायर ब्रिगेड किया सात गाड़ियां आ चुकी है।
पंजाब सरकार का हाईकोर्ट में दावा:खालिस्तान समर्थक सांसद-साथियों से CM भगवंत मान को ख़तरा, इसलिए दोबारा NSA लगाया, असम जेल में बंद अमृतपाल
पंजाब सरकार का हाईकोर्ट में दावा:खालिस्तान समर्थक सांसद-साथियों से CM भगवंत मान को ख़तरा, इसलिए दोबारा NSA लगाया, असम जेल में बंद अमृतपाल करीब डेढ़ साल से डिब्रूगढ़ जेल में बंद खडूर साहिब के सांसद और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथियों पर दोबारा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लगाने को लेकर पंजाब सरकार ने अदालत में जवाब दाखिल कर दिया है। इसमें सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि आरोपी राज्य की कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा है। वहीं, उनसे राज्य के सीएम भगवंत मान की जान को भी खतरा है। इस बात को मजबूती से पेश करने के लिए पुलिस की तरफ से कुछ वीडियो क्लिप का हवाला भी दिया गया है। जिसमें आरोपी कहते हुए दिख रहे हैं कि पंजाब के सीएम का हश्र पूर्व सीएम बेअंत सिंह की तरह करेंगे। जिनकी एक बम धमाके में आतंकियों ने जान ले ली थी। इस मामले की अगली सुनवाई 3 अक्तूबर को तय होगी। इस दौरान अमृतपाल सिंह पर NSA लगाने संबंधी सारा रिकॉर्ड अदालत में केंद्र और पंजाब सरकार पेश करेगी। अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने दिया जवाब अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने दोबारा लगाए गए NSA को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इनमें से अभिनेता दलजीत सिंह कलसी और गुरमीत सिंह भुक्कनवाला को लेकर जवाब दाखिल किया है। अमृतसर ग्रामीण पुलिस की तरफ से यह हलफनामा दायर किया गया है। हलफनामे के अनुसार फरवरी 2023 में अजनाला स्टेशन की घटना के बाद वीडियो टेप किया था। जिसमें अमृतपाल सिंह कह रहा है कि हमने सीएम मान को सीएम बेअंत सिंह की राह न चलने की सलाह दी है। वह अभी भी बेअंत सिंह की राह पर चल रहे है। दिलावर ने मानव बम के रूप में काम किया और सीएम बेअंत सिंह काे उड़ा दिया। सीएम मान ने सुनिश्चित किया है आज इस भीड़ में कई दिलावर पैदा होंगे। कानून व्यवस्था अपने हाथ में ले सकते हैं सरकार का कहना है कि अमृतपाल सिंह और उसके साथी कभी भी कानून व्यवस्था को अपने हाथ में ले सकते हैं। वह उन लोगों को नुकसान पहुंचा सकते है। जो कि उनकी कट्टरपंथी विचारधारा से विपरीत बात करेंगे। वहीं, इससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। वहीं, वह जिस तरह भड़काऊ बातें करते हैं। वह युवाओं को गुमराह कर सकते हैं। ऐसे में उन पर लगाया गया एनएसए उचित है। विधानसभा का उप चुनाव लड़ने की तैयारी अमृतपाल सिंह के जेल से ही चुनाव लड़ने और खडूर साहिब का सांसद बनने के बाद अब उसके साथी भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है। दलजीत सिंह कलसी डेरा बाबा नानक सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। यह सीट वहां के विधायक और पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा के सांसद बनने से खाली हुई है। इसी तरह कुलवंत सिंह राउके बरनाला सीट से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। क्योंकि यह भी सीट भी गुरमीत सिह मीत हेयर के संगरूर से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है। भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके गिद्दड़बाहा भी अब राजनीति में आना चाहता है। वह गिद्दड़बाहा से विधायक बनना चाहता है। उसके बेटे आकाशदीप सिंह की तरफ से इस बारे में ऐलान किया गया था।