अबोहर में गुरुवार को हुई भारी बरसात जहां शहरवासियों के लिए राहत लेकर आई तो वहीं कुछ लोगों के लिए आफत बन गई। स्लम बस्तियों में रहने वाले इन लोगों के घरों की छतें बारिश के कारण गिर गई जिससे उनका ना सिर्फ भारी नुकसान हुआ, बल्कि भविष्य में रहने की समस्या भी खड़ी हो गई। अबोहर की इंद्रा नगरी गली नंबर 7 निवासी सुखदेव पुत्र करतार सिंह ने बताया कि उनका पूरा परिवार मजदूरी करता है। कल देर रात वह आंगन में सोए हुए थे तो अचानक उनके कमरे की छत गिर गई, जिससे कमरे में रखा सामान फ्रिज, टीवी, कूलर, अलमारी व अन्य सामान मलबे में ही दब गया और उनको भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा। आर्थिक तंगी के कारण अब उनके पास कमरा बनाने के पैसे नहीं है। मकान में आई दरार इसके अलावा, पंजपीर नगर निवासी आशा देवी ने बताया कि कल वह कमरे में सो रहे थे तो बारिश के चलते बरामदे की छत गिर गई और उनके कमरों में दरारें आ गई जो किसी भी समय गिर सकते हैं अब तक उन्हें कमरे में सोने से भी डर लगने लगा है क्योंकि उसके छोटे छोटे बच्चे हैं। इसी प्रकार से संत नगर गली नंबर 3 निवासी कमला देवी पत्नी बबलू ने बताया कि कल शाम उसकी सास काम पर गई हुई थी कि बारिश के कारण किसी के घर पर ही फंस गई। इसी दौरान उसके कमरे की छत अचानक नीचे आ गिरी जिससे उनका नुकसान हो गया। अगर उसकी सास समय पर घर आ जाती तो छत उसके ऊपर भी गिर सकती थी। गौरतलब है कि गत दिवस दशमेश नगर निवासी एक परिवार के घर की भी छत बारिश के कारण गिर गई। दो दिनों में ही चार परिवारों के मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। अबोहर में गुरुवार को हुई भारी बरसात जहां शहरवासियों के लिए राहत लेकर आई तो वहीं कुछ लोगों के लिए आफत बन गई। स्लम बस्तियों में रहने वाले इन लोगों के घरों की छतें बारिश के कारण गिर गई जिससे उनका ना सिर्फ भारी नुकसान हुआ, बल्कि भविष्य में रहने की समस्या भी खड़ी हो गई। अबोहर की इंद्रा नगरी गली नंबर 7 निवासी सुखदेव पुत्र करतार सिंह ने बताया कि उनका पूरा परिवार मजदूरी करता है। कल देर रात वह आंगन में सोए हुए थे तो अचानक उनके कमरे की छत गिर गई, जिससे कमरे में रखा सामान फ्रिज, टीवी, कूलर, अलमारी व अन्य सामान मलबे में ही दब गया और उनको भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा। आर्थिक तंगी के कारण अब उनके पास कमरा बनाने के पैसे नहीं है। मकान में आई दरार इसके अलावा, पंजपीर नगर निवासी आशा देवी ने बताया कि कल वह कमरे में सो रहे थे तो बारिश के चलते बरामदे की छत गिर गई और उनके कमरों में दरारें आ गई जो किसी भी समय गिर सकते हैं अब तक उन्हें कमरे में सोने से भी डर लगने लगा है क्योंकि उसके छोटे छोटे बच्चे हैं। इसी प्रकार से संत नगर गली नंबर 3 निवासी कमला देवी पत्नी बबलू ने बताया कि कल शाम उसकी सास काम पर गई हुई थी कि बारिश के कारण किसी के घर पर ही फंस गई। इसी दौरान उसके कमरे की छत अचानक नीचे आ गिरी जिससे उनका नुकसान हो गया। अगर उसकी सास समय पर घर आ जाती तो छत उसके ऊपर भी गिर सकती थी। गौरतलब है कि गत दिवस दशमेश नगर निवासी एक परिवार के घर की भी छत बारिश के कारण गिर गई। दो दिनों में ही चार परिवारों के मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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