हिसार में इनेलो के कार्यकर्ता के सम्मेलन में इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कई राज खोले। अभय चौटाला ने कहा कि किरण चौधरी पर राज्यसभा में स्याही बदलने का आरोप लगाया जाता है मगर खुद किरण चौधरी ने इसका जवाब दिया है। अभय चौटाला ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में जब सुभाष चंद्रा मैदान में थे। उस समय हमारे 21 विधायक थे और कांग्रेस के 17 विधायक थे। कुलदीप और उनकी पत्नी के 2 वोट थे और वो भी कांग्रेस के शामिल हो गए थे। ऐसे में हमारे पास 38 वोट थे मगर तब जयप्रकाश जेपी जो निर्दलीय विधायक था। यह कांग्रेस के नजदीक था। यह सबसे ज्यादा सुभाष चंद्रा के प्रचार में लगा था। जपी ने उस चुनाव में 15 वोटों की स्याही बदली थी। मगर किरण इसलिए चुप रही क्योंकि वो कांग्रेस में थी। हुड्डा अपना वोट इसी चुनाव में खाली छोड़कर आया था। अभय चौटाला ने कहा कि ऊपर से हुड्डा मेरे पर आरोप लगाता है कि यह भाजपा से मिला हुआ है। अगर कभी हुड्डा मेरे सामने आ गया तो ऐसी हालत कर दूंगा कि उठकर भी जा नहीं जा पाएगा। विधानसभा चुनाव आ रहा है अबकी बार इनके ऐसे कपड़े उतारूंगा लोग देखेंगे। हुड्डा ने जनता से विश्वास घात किया
अभय चौटाला ने कहा कि अबकी बार प्रदेश में लोग बदलाव करना चाहते थे मगर भूपेंद्र हुड्डा ने जनभावना के अनुरूप जाकर ऐसे कैंडिडेट उतारने पर कांग्रेस हाईकमान को मजबूर किया जो डमी थे। करनाल में मनोहर लाल के आगे ऐसा उम्मीदवार उतारा जो कार्यकर्ताओं को जानता ही नहीं था। अपने पूरे ऑफिस ही खोल पाया। मैंने करनाल में वीरेंद्र मराठा को इंडिया गठबंधन के रूप में उतारने का प्रयास किया मगर हुड्डा ने मनोहर लाल से मिलकर डमी कैंडिडेट उतरवाया। रोहतक में दीपेंद्र को जीतवाने के लिए भिवानी में राव दान सिंह को टिकट दिया जो अहीरवाल क्षेत्र में हार गया। इसका फायदा दीपेंद्र को कोसली में मिला। अगर किरण को भिवानी से और गुरुग्राम से कैप्टन अजय को टिकट मिलता तो इंडिया गठबंधन की और सीटें आती। हुड्डा पर लगाया सरकार बचाने का आरोप
अभय चौटाला ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब भाजपा-जजपा गठबंधन टूटने की कगार पर था। मगर हुड्डा ने नंबर गेम ना होते हुए भी तब अविश्वास प्रस्ताव लाया जब सरकार के पास पूर्ण बहुमत था। नियमानुसार एक बार अश्विवास प्रस्ताव लाने के बाद 6 महीने तक दूसरा विश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकते। इस तरह हुड्डा ने सरकार को बचाया। अब दोबारा राज्यपाल के पास जाकर सिर्फ दिखावा कर रहे हैं। अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा को भाजपा के खिलाफ राज्यसभा में उम्मीदवार उतारना चाहिए और विपक्ष को एकजुट करना चाहिए। प्रदेश में थर्ड फ्रंट बनाएगी इनेलो
अभय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस ने साफ कह दिया है कि वह विधानसभा में अकेले चुनाव लड़ेगी। इसलिए इनेलो प्रदेश में तीसरा मोर्चा यानि थर्ड फ्रंट बनाएगी। इसके लिए सभी पार्टियों से प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा बात करेंगे। यह गठबंधन उन लोगों के लिए होगा जो कांग्रेस और भाजपा दोनों से दुखी है। चौटाला ने कहा कि मगर इस तीसरे फ्रंट में भाजपा की सहयोगी पार्टी जजपा को साथ नहीं लेंगे। हुड्डा अपने ऊपर लगे मुकदमों से डरा
अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा अपने ऊपर लगे मुकदमों से डरा हुआ है। आज भी जब मुकदमों का जिक्र आता है तो हुड्डा के चेहरे का रंग उड़ जाता है। हुड्डा मेरे खिलाफ आरोप लगाता है। अगर हुड्डा में दम है तो वह अपना अध्यक्ष भेज दे मैं अपनी पार्टी का अध्यक्ष भेज दूंगा मेरे 4 सवालों का जवाब हुड्डा दे दे तो मैं हमेशा के लिए हुड्डा के साथ चला जाउंगा। अगर हुड्डा जवाब नहीं दे पाता लोगों को संतुष्ठ नहीं कर पाता तो उसे सरेआम माफी मांगने चाहिए। हिसार में इनेलो के कार्यकर्ता के सम्मेलन में इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कई राज खोले। अभय चौटाला ने कहा कि किरण चौधरी पर राज्यसभा में स्याही बदलने का आरोप लगाया जाता है मगर खुद किरण चौधरी ने इसका जवाब दिया है। अभय चौटाला ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में जब सुभाष चंद्रा मैदान में थे। उस समय हमारे 21 विधायक थे और कांग्रेस के 17 विधायक थे। कुलदीप और उनकी पत्नी के 2 वोट थे और वो भी कांग्रेस के शामिल हो गए थे। ऐसे में हमारे पास 38 वोट थे मगर तब जयप्रकाश जेपी जो निर्दलीय विधायक था। यह कांग्रेस के नजदीक था। यह सबसे ज्यादा सुभाष चंद्रा के प्रचार में लगा था। जपी ने उस चुनाव में 15 वोटों की स्याही बदली थी। मगर किरण इसलिए चुप रही क्योंकि वो कांग्रेस में थी। हुड्डा अपना वोट इसी चुनाव में खाली छोड़कर आया था। अभय चौटाला ने कहा कि ऊपर से हुड्डा मेरे पर आरोप लगाता है कि यह भाजपा से मिला हुआ है। अगर कभी हुड्डा मेरे सामने आ गया तो ऐसी हालत कर दूंगा कि उठकर भी जा नहीं जा पाएगा। विधानसभा चुनाव आ रहा है अबकी बार इनके ऐसे कपड़े उतारूंगा लोग देखेंगे। हुड्डा ने जनता से विश्वास घात किया
अभय चौटाला ने कहा कि अबकी बार प्रदेश में लोग बदलाव करना चाहते थे मगर भूपेंद्र हुड्डा ने जनभावना के अनुरूप जाकर ऐसे कैंडिडेट उतारने पर कांग्रेस हाईकमान को मजबूर किया जो डमी थे। करनाल में मनोहर लाल के आगे ऐसा उम्मीदवार उतारा जो कार्यकर्ताओं को जानता ही नहीं था। अपने पूरे ऑफिस ही खोल पाया। मैंने करनाल में वीरेंद्र मराठा को इंडिया गठबंधन के रूप में उतारने का प्रयास किया मगर हुड्डा ने मनोहर लाल से मिलकर डमी कैंडिडेट उतरवाया। रोहतक में दीपेंद्र को जीतवाने के लिए भिवानी में राव दान सिंह को टिकट दिया जो अहीरवाल क्षेत्र में हार गया। इसका फायदा दीपेंद्र को कोसली में मिला। अगर किरण को भिवानी से और गुरुग्राम से कैप्टन अजय को टिकट मिलता तो इंडिया गठबंधन की और सीटें आती। हुड्डा पर लगाया सरकार बचाने का आरोप
अभय चौटाला ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब भाजपा-जजपा गठबंधन टूटने की कगार पर था। मगर हुड्डा ने नंबर गेम ना होते हुए भी तब अविश्वास प्रस्ताव लाया जब सरकार के पास पूर्ण बहुमत था। नियमानुसार एक बार अश्विवास प्रस्ताव लाने के बाद 6 महीने तक दूसरा विश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकते। इस तरह हुड्डा ने सरकार को बचाया। अब दोबारा राज्यपाल के पास जाकर सिर्फ दिखावा कर रहे हैं। अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा को भाजपा के खिलाफ राज्यसभा में उम्मीदवार उतारना चाहिए और विपक्ष को एकजुट करना चाहिए। प्रदेश में थर्ड फ्रंट बनाएगी इनेलो
अभय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस ने साफ कह दिया है कि वह विधानसभा में अकेले चुनाव लड़ेगी। इसलिए इनेलो प्रदेश में तीसरा मोर्चा यानि थर्ड फ्रंट बनाएगी। इसके लिए सभी पार्टियों से प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा बात करेंगे। यह गठबंधन उन लोगों के लिए होगा जो कांग्रेस और भाजपा दोनों से दुखी है। चौटाला ने कहा कि मगर इस तीसरे फ्रंट में भाजपा की सहयोगी पार्टी जजपा को साथ नहीं लेंगे। हुड्डा अपने ऊपर लगे मुकदमों से डरा
अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा अपने ऊपर लगे मुकदमों से डरा हुआ है। आज भी जब मुकदमों का जिक्र आता है तो हुड्डा के चेहरे का रंग उड़ जाता है। हुड्डा मेरे खिलाफ आरोप लगाता है। अगर हुड्डा में दम है तो वह अपना अध्यक्ष भेज दे मैं अपनी पार्टी का अध्यक्ष भेज दूंगा मेरे 4 सवालों का जवाब हुड्डा दे दे तो मैं हमेशा के लिए हुड्डा के साथ चला जाउंगा। अगर हुड्डा जवाब नहीं दे पाता लोगों को संतुष्ठ नहीं कर पाता तो उसे सरेआम माफी मांगने चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर